हेलो दोस्तों, मेरा नाम अली है. और यह सेक्स स्टोरी मेरी और मेरी बुआ की  है जिसमें आप को पता चलेगा कि मैने किस तरह से मेरी बुआ को चोदा और आज तक उनकी चूत से मजे लेता हु. अब में आपको आज की स्टोरी पर लेकर आता हूं. उस समय समय की बात है जब मैं ११वीं और १२वीं की पढ़ाई करने दिल्ली गया हुआ था. मेरी बुआ घर में अकेली रहती है. मैं उन के बारे में बता दूं. उसकी उमर ४५ साल की है. और उसका रंग बिल्कुल गोरा है.  उसके बूब्स ज्यादा बड़े तो नहीं है पर शेप पूरी सेक्सी है. गांड के बारे में तो मैं क्या बताऊं ओह माय गॉड. इतनी उठी हुई गांड उसकी कि जैसे कोई पोर्न स्टार की गांड हो. उनकी हाइट ५ फुट ८ इंच है. अब मे अपनी आज की स्टोरी पर आता हूं. मेरे फूफा जी को मरे हुए 3 साल हो चुके थे, और मेरी बुआ मेरे फूफा के गुजर जाने के बाद घर में एकदम अकेली रह गयी थी.उसके बाद हमारा मेरी बुआ के घर पर जाना भी अब बहुत कम हो गया था. बुआ एक सर्विस करती थी जो की एक प्रायवेट बैंक था. तो जब मेरी बुआ को पता चला की  मैं 2 साल के लिए दिल्ली आ रहा हूं मेरी पढाई करने के लिए तो उनके फेस पर बहुत खुशी थी क्योंकि मेरे उनके पास आ जाने से उनको अकेलापन महसूस नहीं होगा.  जिस दिन मैं उनके घर पहुंचा रात ८:५५  का…

हाई फ्रेंड्स मेरा नाम राज हे और मैं बिहार से हु. ये मेरी पहली स्टोरी हे जो आप लोगो के साथ शेर कर रहा हु, कोई गलती हो तो बताना दोस्तों ताकि नेक्स्ट स्टोरी में सही कर लूँ. ये कहानी करीबन एक साल पहले की हैं जो मेरे साथ पहली बार हुआ था. मेरी उम्र १९ साल हैं और मैं जवान और स्मार्ट लड़का हूँ लेकिन थोडा सा शर्मिला भी हु. बात गर्मियों की हैं जब में अपनी नानी के घर गया हुआ था. देसी पोर्न स्टोरी डॉट कॉम सब लोग एक जगह पर इकठे हुए थे तो मजा आ रहा था. मामा जी, मौसियाँ, नाना, नानी और मेरी बहन भी थी जिसकी उम्र १८ साल की थी. मैंने कभी उसे गलत निगाहों से नहीं देखा था पर एक दिन हम और मेरी बहन मासी की बेटी सुप्रिया साथ में सो रहे थे. मैं और मेरी बहन ओपोसिट साइड सो रहे थे यानि उनके पैर मेरे माथे की तरफ और उसके पैर मेरे माथे की तरफ. उसने अपने बदन के ऊपर नाइटी पहनी हुई थी और उसमे से उसके बदन के कर्व्स दिख रहे थे. रात लो करीब २ बजे मेरी टांग गलती से मेरी बहन की नाइटी के अन्दर चला गया. मेरे पैर का अंगूठा किसी मुलायम चीज से टकरा गया तो मेरी नींद खुल गई. मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था और मैं थोडा घबरा भी गया था क्यूंकि वो मेरी बहन की चूत थी जो पेंटी से ढंकी हुई थी. पता नहीं मुझे थोड़ी देर बाद…

मेरा नाम विक्की है, अपने मेरी कहानी “मुंहबोली बहन का प्यार” में पढ़ा है कैसे मैंने शिल्पी को कॉलेज के दिनों में चोदा था. कॉलेज के बाद मैं मुंबई शिफ्ट हो गया जॉब के सिलसिले में. करीब चार सालो के बाद मैं दिल्ली आया था एक मीटिंग के लिए. वह फ्री टाइम में एक मॉल में घूम रहा था. वहा मुझे शिल्पी दिखी, वो मुझे देखते ही गले लग गयी. शिल्पी: हेलो भैया, आप यहाँ कैसे मैं: हाय शिल्पी, एक मीटिंग अटेंड करने आया हूँ शिल्पी: ओह्ह्ह भैया.. आई ऍम सो हैप्पी.. आपको देखकर.. आप तो बिलकुल भी नहीं बदले मैं: पर तुम तो काफी चेंज हो गयी हो मेरा मतलब था, शिल्पी की शादी हो चुकी थी. अब वो ३० साल की गदरायी औरत बन चुकी. चूचियां और बड़ी हो गयी थी, और गांड बाहर निकल चुकी थी. अब उसका फिगर ३९-३२-४० होगा. उसने टीशर्ट और कैप्री पहना था. जिसमे उसकी फुटबॉल जैसी चूचियां मस्त लग रही थी. शिल्पी: क्या भैया, क्या मैं मोती हो गयी जो आप ऐसा बोल रहे हो मैं: नहीं शिल्पी, अब तुम्हारा बदन और भर गया है. यह चूचियां कितनी बड़ी हो गयी है. शिल्पी: क्या भैया आते ही बहन की जवानी पर नजर है मैं: साली रंडी, बहुत शरीफ बन रही है. भूल गयी वो दिन जब डेली मेरे लण्ड से चुदती थी. शिल्पी: अह्हह्ह्ह्ह भैया .. क्या याद दिला दिया.. मस्त चुदाई करते थे आप मेरी मैं: देख साली मेरा लण्ड खड़ा हो गया है शिल्पी: भैया आप होटल जाओ..…

मेरी अम्मी फोन पर बोली :- अरी फ़िज़ा कहाँ है तू, बहन चोद ? तेरा कहीं ठिकाना नहीं रहता ? पता नहीं कहाँ कहाँ तू घूमा करती है ? कभी बता के नहीं जाती है तू ? मैंने जबाब दिया :- अरे चिंता न करो अम्मी, मैं अभी आती हूँ . थोड़ी देर बाद जब मैं घर पहुंची तो देखा की अम्मी एक अंकल के साथ बैठी हुई है . मुझे देखते ही बोली :- माँ चुदा के आ रही है तू अपनी, बहन की लौड़ी, फ़िज़ा ? मैंने जबाब दिया :- माँ कैसे चुदा सकती हूँ मैं ? माँ तो बुर चोदी यहाँ बैठी हुई है . मैं तो पार्लर गयी थी अपनी झांटें बनवाने ? बनाने वाला लड़का थोड़ी देर बाद आया इसलिए मुझे कुछ वख्त लग गया बस ? तो क्या तेरी झांटे वहाँ लड़के बनाते है ? मेरी क्या सब लड़कियों की झांटें लड़के बनाते है और नंगे नंगे बनांते है बहन चोद ? तो क्या तू उसका लण्ड पकड़ कर झांटें बनवाती है ? और नहीं तो क्या ? मैं क्या सभी लड़कियां लण्ड पकड़ कर झांटें बनवाती है ? तो तूने मुझे क्यों नहीं बताया अभी तक माँ की लौड़ी ? मैं भी लण्ड पकड़ कर झांटें बनवा लेती तो अब से जाना शुरू कर दो न अम्मी ? किस साईज़ के लण्ड होते है उनके ? सभी तरह के लण्ड होते है, अम्मी . लम्बे, मोटे, गोरे, काले, सीधे, टेढ़े, देशी विदेशी आदि . मुझे तो जो भी लण्ड मिलता है…

यह बात उस वक़्त की है जब मैं स्कूल ख़त्म करके आगे इंजिनियरिंग की तैयारी कर रहा था; कुछ महीने बाद मैंने एंट्रेन्स एग्ज़ॅम दिए  और मेरा दाखिला चंडीगढ़ के एक कॉलेज में हो गया. चंडीगढ़ में मेरे चाचा का परिवार रहता था; चाचा की कई साल पहले मौत हो चुकी थी; घर में चाची, उनका बेटा और बहू रहते थे; उनकी बेटी भी थी जिसकी अब शादी हो चुकी थी. तय यह हुआ कि मैं होस्टल में न रहकर चाचा के घर में रहकर इंजिनियरिंग के चार साल बिताऊँगा. पहले मैं इस बात से बहुत नाराज़ हुआ, मुझे लगा कि कॉलेज का मजा तो होस्टल में ही आता है, लेकिन मुझे क्या पता था कि वो चार साल मेरी ज़िंदगी के सबसे खूबसूरत चार साल होंगे. कुछ दिन बाद मैं निकल पड़ा चंडीगढ़ के लिए; रास्ते भर मैं खुश था कि कई साल बाद मैं अपनी भाभी से मिलूँगा. सुमन मेरे चचेरे भाई रवि की बीवी का नाम है; रवि भैया मुझसे उम्र में आठ साल बड़े हैं; उन्होंने कॉलेज ख़त्म करने के कुछ महीने बाद ही सुमन भाभी से शादी कर ली थी. मैं न जाने कितनी बार सुमन भाभी के नाम की मुट्ठी मारी थी. और थी भी वो तगड़ा माल… शादी के वक़्त जब भाभी को दुल्हन के कपड़ों में देखा था, तब लंड पर काबू पाना मुश्किल था; मैंने बस यही सोचा था कि रवि भैया कितने खुशकिस्मत हैं जो इस बला की खूबसूरत लड़की को चोदने को मिल रहा है उन्हें !…

हैल्लो दोस्तों मेरा नाम रोकी है, में पंजाबी मुंडा हूँ और मेरी हाईट 5 फुट 9 इंच है. अब में आपका समय ख़राब नहीं करते हुए सीधा अपनी स्टोरी पर आता हूँ. में 7 साल से अमेरिका में रहता हूँ. फिर भी में अमेरिकन लोगों की तरह खुला नहीं हूँ. यह आज से 1 साल पहले की बात है जब में 11वीं क्लास में था. मेरे साथ एक इंडियन लड़की पढ़ती थी, उसका नाम प्रिया था, उसका फिगर सामान्य था. उसकी हाईट 5 फुट 4 इंच थी और वो बहुत सेक्सी थी. वह अमेरिका में नयी-नयी आई थी तो इसलिए उसकी इंग्लिश अच्छी नहीं थी. हमारी सभी क्लास एक साथ थी, लेकिन उसने कभी भी मुझसे बात नहीं की थी. फिर एक दिन हम लोग केमिस्ट्री की क्लास में बैठे थे, तो एक चाइनीज लड़के ने उसे इंडियन होर कहा और उसकी बेज्जती की. फिर तब प्रिया को इतना समझ में नहीं आया, लेकिन मैंने उठकर उस चाइनीज को पकड़ा और सर के पास ले गया, तो सर ने उसे एक हफ्ते के लिए सस्पेंड कर दिया, तो प्रिया बहुत खुश हुई. अब मुझे भी एक इंडियन लड़की की मदद करके बड़ा अच्छा लगा था. फिर उस दिन के बाद से उसने मेरे पास बैठना शुरू कर दिया और मेरे साथ बातचीत करना शुरू कर दिया. अब हम धीरे-धीरे बहुत ही अच्छे फ्रेंड बन गये थे. अब किसी भी चीज में कोई मदद चाहिए होती तो वो मुझे कॉल कर लेती थी, तो में उसकी मदद कर देता…

हैल्लो दोस्तों मेरी उम्र 25 साल है; में दिखने में काफ़ी स्मार्ट तो नहीं; लेकिन खूबसूरत हूँ; में रोज नये-नये कपड़े पहनता हूँ; हमारी कुरियर कंपनी बुक किए गये बड़े-बड़े पार्सल और अन्य सामान को देश-विदेश के अन्य शहरों में पहुँचाती है. मेरी कंपनी में  ५५  लड़के लड़कियाँ काम करती है; हमारी कंपनी में माया भी काम करती थी; उसकी उम्र करीब १८ साल थी; वो कंपनी में बुकिंग क्लर्क के पद पर काम करती थी. वो काफ़ी फैशनेबल लड़की थी; रोज नई-नई ड्रेस पहनकर आती थी और उसका चेहरा काफ़ी आकर्षक था; उसकी काली-काली झील जैसी गहरी और चमकर आँखों को देखकर कोई भी उसे पाने की चाहत कर सकता था. उसकी सुरहीदार गर्दन और बालों का जुड़ा ऐसा लगता था जैसे कि मोरनी के सिर पर कलंगी लगी हो; वैसे तो उसके बाल इतने लंबे थे कि कमर के नीचे तक लटके रहते थे मगर वो ज्यादातर जूड़ा ही बाँधती थी और बालों की चोटी बनाती थी; तो चलते समय उसके बाल उसके कूल्हों से बारी-बारी टकराते रहते थे; वो अपने कपड़ो की तरह बालों को भी रोज-रोज नये-नये तरीके से बनाकर आती थी. जब वो बात करती थी तो उसकी सुरीली और खनकदार आवाज सुनकर ऐसा लगता था कि बस वो बोलती ही रहे और उसके कुर्ते के भीतर उसकी ब्रा में कसे मध्यम आकर के बूब्स और उनके नुकीले निप्पल ऐसे खड़े रहते थे जैसे हिमालय की दो नुकीली चोटियाँ शान से अपना सिर ऊपर उठाए खड़ी हो और उसकी कमर के तो कहने…

मेरी प्यारी गर्लफ्रैंड की चुदाई नमस्कार दोस्तो, मैं राहुल आपका स्वागत करता हूं अन्तर्वासना के मेरे इस पहले कहानी में। मैं रायपुर छत्तीसगढ़ से हूं।मेरी उम्र 23 साल है। बात 1 साल पहले की है जब मैं इंजीनियरिंग के तीसरे वर्ष में था। उस समय तक मेरी कोई गर्लफ्रैंड नही थी क्योंकि मेरी पसंद कुछ हटके थी। मेरे क्लास में एक सीमा नाम की लड़की थी, जो मेरी बहुत ही अच्छी दोस्त थी, हम हमेशा साथ मे लंच करते, साथ पढ़ाई भी करते थे,और थोड़ा साथ घूमने भी जाया करते थे। इन सबकी वजह से हम दोनों पास आने लगे और फिर उसने मुझे प्रपोज़ कर दिया तो मैंने भी उसका प्रपोसल एक्सेप्ट कर लिया। अब हम दोनों कपल बन चुके थे क्लास के सभी लोग हमारे बारे में जान चुके थे यहाँ तक कि फैकल्टी भी। खैर हम दोनों पढ़ाई और एक्स्ट्रा एक्टिविटी में हमेशा आगे रहते और क्लास मे कोई भी कुछ मदद मांगता तो हम हमेशा उसकी मदद करते। इसीलिए सभी हमारी जोड़ी की तारीफ करते। क्लास में एक दिन उसे अकेले ले जा के किस कर दिया तो वो बहुत खुश हो गयी क्योंकि ये उसका पहला किस था। फिर हमारा किस करना तो कॉमन हो गया था। मूवी देखने जाना तो बस बहाना होता था। एक दिन मूवी देखते देखते उसे किस कर रहा था और मैंने मौका पाकर मेरा हाथ उसके बूब्स पर रख दिया ओर थोड़ा सा दबा दिया। वो एकदम से सिहर गयी। मैंने पूछा “क्या हुआ” तो उसने कहा…

हाय ,दोस्तों मेरा नाम सविता हे और में गुजरात की रहने वाली हूँ. दोस्तों मेरे घर में में और मेरा भाई हम दो ही रहते हे मेरी माँ हमें छोड़कर किसी और के साथ भग गयी. मेरी उम्र हे २७ साल में अभी तक क़वारी हूँ. और मेरे भाई ने लव मेरेज कर ली हे . मेरी और मेरी भाभी की बहुत अच्छी जमती हे. में हर रोज अपने भाई भाभी की चुदाई की आवाज सुनती हूँ. सेक्स करने की आवाज पर ही मेरी चूत तो फुल फुल जाती हे. फिर तो पूरी रात मुझे चूत में ऊँगली करनी पड़ती हे दोस्तों में शरीर से और अदाओ से और दिल से भी सेक्सी सेक्सी हूँ. मुझे सेक्स की मजा बहुत ही अच्छी लगती हे में हर रोज रात को चूत में ऊँगलीया करके चुदाई करती हूँ. दोस्तों में अपनी बात पर आती हूँ. एक दिन भाई और भाभी दिवाले के अवसर पर कुछ खरीदी करने के लिए बाजार गए हुए थे उन्हें लोटने में शाम होने वाली थी. में अपने दोस्त शंकर के पास बेठी थी. शंकर और मेरे बिच में हर बात होती थी खुलकर होती थी वो अपनी परेशानिया या कोई भी खुसी की बात हो मुझसे आके करता और में भी अपनी सारी बातें उसी से करती थी. उस दिन भी हम दोनों अपनी अपनी उल्जन में ही थी शंकर अपने बारे में मुझे बता रहा था की उसे रातो को नींद ही नहीं आती मेने उसे पूछा क्यों क्यों तुजे नींद नहीं आती तो…

हैल्लो दोस्तों, मेरी ये पहली कहानी है। सबसे आप सभी पाठकों को नमस्कार। मेरा नाम शिवा है और अभी में 21 साल का हुआ हूँ, मेरा लंड 8 इंच लंबा और 3 इंच मोटा है। में दिन में 2 बार मुठ मारता हूँ। ये कहानी मेरी माँ की चुदाई की है जिसका नाम रूबी है। यह कहानी जब की है जब में 12वीं क्लास में था और उस वक्त में 19 साल का था। मेरी माँ का फिगर 40-36-44 है, इस स्टोरी के समय वो 41 साल की थी। मेरी माँ को देखकर किसी का भी लंड खड़ा हो जाएगा, मेरी माँ बहुत ही अच्छी औरत है और वो कभी भी किसी से ग़लत सम्बंध नहीं बना सकती है, ये मेरा भरोसा था। मेरे पापा दलाल (ब्रोकर) है इसलिए वो ज्यादातर बाहर जाते रहते है। एक बार की बात है जब मेरे पापा काम के सिलसिले से अपने 2 दोस्तों के साथ 30 दिनों के लिए ग्वालियर जा रहे थे, तो मेरे पापा ने मुझसे कहा कि तुम भी चलो, तो में मान गया और उसी दिन सुबह 6 बजे हमारे घर पर किचन बनाने वाले कारीगर आ गये। मेरे पापा ने उनसे 8 बजे आने को कहा, क्योंकि अभी हम दोनों को ग्वालियर जाना था। फिर पापा ने मम्मी को किचन का पूरा डिजाईन समझा दिया और में और पापा उनके दोस्त के घर 2-4 किलोमीटर दूर अपने घर से चले गए, लेकिन फिर वहाँ पर मेरा जाना केन्सिल हो गया, तो में ये सुनकर बहुत दुखी…