फ़ोन से बुर चुदाई तक
अवधेश रिंकू हैलो दोस्तो, मैं इस कहानी से आपको बताना चाहता हूँ कि जब प्यार किसी से होता है तो वो शक्ल-सूरत से नहीं होता है। यह उस समय की बात है जब मैं बी. टेक के दूसरे साल में था। मेरे दोस्त ने एक फ़ोन नंबर दिया और कहा- इस लड़की से बात करो। वो लड़की उसकी दूर की रिश्तेदार थी। मैं उससे बात करने लगा और तीन महीने बीत गए, मेरे दोस्त ने बोला- तू इसे प्रपोज कर देना। तो मैंने ऐसा ही किया पर उस लड़की ने...