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baap beti ki chudai ki kahani

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सलाम दोस्तों, मेरा नाम दिलावर खान हैं और मैं बनारस का रहने वाला हूँ. पेशे से मैं जुलाहा हूँ लेकिन मैंने मेट्रिक तक पढाई की हैं. मुझे जवानी से ही सेक्स कहानियां पढनी अच्छी लगती हैं क्यूंकि उस से मैं नए नए सेक्स आसन और लड़कियां पटाने के दाव सीखता था. आज मैंने भी अपनी असली जिन्दगी का एक किस्सा आप लोगों को बताने का सोच लिया हैं. यह किस्से के किरदार हैं मैं, मेरी बीवी कौसर और मेरी बीवी की छोटी बहन यानी के मेरी साली अनीसा. मैं और कौसर बड़े चुदक्कड़ हैं और इस चुदाई के चलते ही घर में 5-5 बच्चो की लाइन लगी हुई थी. अनीसा की शादी को 3 साल हो गए थे लेकिन उसके घर में अभी बच्चा…

तरणताल में तैरती चूत : मारी कोच ने हाय दोस्तों आप सब ये बात तो जानते ही होंगे कि स्विमिंग कोच होना मतलब कि चूत के बहुत नजदीक होना। मैं अपने कालेज में स्विमिंग का कोच था, मेरा काम लड़कियों को स्विमिंग का प्रशिक्षण देना था। स्विमिंग करने के लिए जैसे जैसे लड़कियां टीम को ज्वाईन कर रहीं थीं, वैसे वैसे मेरी चूत प्राप्ति की संभावना बढती जा रही थी। रंग बिरंगी लड़कियां कोई, सूट में कोई जीन्स में और कोई साड़ी में आतीं। सबको तैरना सीखना था, पता है ना घर में खा खाकर मोटी होने के अलावा कोई कार्य नहीं रह गया है इन लड़कियों को और इसलिए मैंने उनको तैरने का प्रशिक्षण देकर साइज में लाने का काम लिया था।

Hi mere naam Manoj hai mai 24 saal ka hu aur mai abhi gujarat he hu. Maine waha se meri enjineerging ki hai ye 6 mahine k pehle ki baat hai. Mai ek rent k ghar me rehata tha waha pe ek family rehati thi. Mai unko didi bhaiya bulaya karta tha aur unko ek 4saal ki beti thi.  Wo mhuje hamesha khana khane bulaya kate the wo bhaiya ek mnc ne the ek din wo didi me muhje aawaz di. Boli Manoj jaldi upar aao mai bhagte hu upar pahucha to boli kichen me cockroz hai use bhaga do plz per marna nai. Aise keh ke mai ander gaya aur cockroz ko bhahar bhaga diya.

मेरा नाम अभिमन्यहु है और में दिल्ली का रहने वाला हू . में 21 साल का नौजवान लड़का हू . दिल्ली से बी टेक की पढ़ाई कर रहा हू. फाइनल एअर का स्टूडेंट हू. इसलिए मेरे को कॉलेज कम हे जाना होता है. मेरे को जिम का बहुत शोक है में अक्सर एक्सर्साइज़ के साथ साथ दूसरो की भी एक्सर्साइज़ करने में हेल्प करता हू. आज मैं आप को मेरे लंड के एक यादगार अनुभव के बारें में बताने जा रहा हूँ. यह कहानी हैं मेरे लंड की और तिन प्यासी औरतों की चूत की.

Hi, This is Raj, yeh karib panch saal pehle ki baat hai, jab mein ek dost ke saath sharing mein rehta tha. Ghar aur relatives se dur jyada tar akele rehta tha aur bahar rehna pasan karta tha. Inhi dino Mere office ki el collegue Manju mere bahut karib aagyi, hum dono mein kafi gahri dosti hogayi thi. Jyada tar weekend hum saath guzaarte the. Aur kai baar wo aur mein mere flat par akele bhi saath rahe chuke the. Aur yah penis khada karne wali ladki ke sath ek mast ghatna kuch din baad ghati.

Hi. Dosto. Mera naam vishal hai. Meri umar 25 saal hai. Meri hight 6 feet main smart young charming ladka hoon. Main pilani rajasthan ka rehne wala hoon. Main yahan per ek college mein computer operator ki post per hoon. Ab main apni chudai kahani aap logo ko bata raha hoon. Baat koi 2 saal purani hai college mein addmission ka time chal raha tha. Tabhi 2 aadmi office mein aaye aur unke saath 3 ladkiyaan bhi thi. Jinke naam the Payal. Nisha. Soniya. Maine un aadmion se pucha ki kya kaam hai toh woh bole hum addmission karane aaye hain apni ladkiyon k. Toh maine unka naam pata pucha aur unko addmission form de diya.

नहीं मैं अपना नाम नहीं बताना चाहता हूँ, लेकिन इतना समझ ले की मैं अपने दील की बात जो एक अरसे से छिपा के बैठा था उसे सकसेक्स के माध्यम से निकालना चाहता हूँ. बात तब की हैं जब मैं ग्रेज्युएशन के लास्ट इयर में था. अच्छे दिन थे जब 5 रूपये पॉकेट मनी मिलती थी जिसमे से भी 1 रुपया बच जाता था. चाचा जी बगल वाले घर में ही रहते थे, और उनकी बेटी काव्या भी. काव्या के बारे में बस इतना कहूँगा की उसकी फिगर करीना कपूर से कम नहीं थी यदि ज्यादा नहीं तो. और मैं एक अरसे से उसके बूब्स का दीवाना था.

“आओ कमला तुमने तो अब हमें भुला ही दिया है जैसे.” सेक्स से भरी नजरो से जमीनदार मोहन ने इस मजदुर औरत को देखा और उसकी गांड के ऊपर नजरें गडाए बैठा. “साहब, गेहूं की फसल की सीजन थी न, कटाई में अच्छी मजदूरी मिल जाती हैं इसलिए हम छोलपुर गए थे पति के साथ.” कमला ने अपने हलके पीले दांत दिखाते हुए कहा.

कहानी बहुत साल पहले की हैं जब हम लोग कोलेज के फायनल इयर में थे. मैं और मेरा दोस्त राजू जिसकी यह कहानी हैं. राजू के मकान के सामने एक बहुत बड़ी कोठी थी जिसमे एक बिजनेशमेन रहता था. वो अपनी बीवी और बेटी के साथ रहता था. उसकी बेटी की उम्र करीब 18-19 साल की होंगी. जब भी मैं राजू को मिलने जाता तो यह लड़की घर के ऊपर के मजले से हमें देखती थी. इस लड़की का कमरा राजू के मकान के बिलकुल सामने ही पड़ता था. उसके बाप के डर से पहले पहले हम उसकी और ध्यान नहीं देते थे.