Tagged: DESI CHUDAI KI KAHANI

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बाबूजी मालिश करूँ आपके बदन की?

घर की चारदीवारी में ही मेरा आशियाना था और मैं घर से बहुत कम ही बाहर जाया करता था दोपहर के वक्त मैं खाना खा कर लेटा ही था कि तभी टेलीफोन की घंटी बज उठी। मेरा पूरा ध्यान टेलीफोन की घंटी सुनकर भंग हो गया मैंने टेलीफोन को उठाया और हेलो कहते हुए कहा कौन बोल रहा है। सामने से आवाज आई और वह कहने लगा पापा मैं राकेश बोल रहा हूं मैंने राकेश से कहा बेटा कैसे हो राकेश कहने लगा पापा मैं ठीक हूं। वह भी मुझसे...

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लंड की नमकीन मस्ती

जब पिताजी ने मुझे मोटरसाइकिल दी उस वक्त मैं कॉलेज में ही था मेरे दोस्तों के पास पहले से ही मोटरसाइकिल थी और सब लोग बड़ी ही मस्तियां किया करते थे अब मेरे पास भी मोटरसाइकिल आ चुकी थी। पिताजी ने अपनी तनख्वाह से मेरे लिए मोटरसाइकिल ले ली अब मैं भी कॉलेज में काले रंग का चश्मा लगाकर जाया करता था और सब लड़कियां मुझे देखा करती थी लेकिन मुझे क्या पता था मोटरसाइकिल ही मेरे लिए घातक होने वाली है। मैं एक दिन बड़ी तेजी से अपने काले...

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पैर तो खोलो नलिनी

अपनी नई नौकरी की पहली तनख्वाह से अपनी मां के लिए मैं साड़ी लेकर गई जब मैं साड़ी लेकर गई तो मां कहने लगी नलिनी बेटा यह साड़ी तो बड़ी अच्छी लग रही है क्या मैं पहन कर देखूं। मैंने मां से कहा हां मां आप यह साड़ी पहन कर देखो तुम पर कैसी लग रही है। मां ने वह साड़ी पहन कर देखी तो मां पर वह साड़ी बहुत ही अच्छी लग रही थी और मां कहने लगी नलिनी बेटा बताना यह साड़ी मुझ पर कैसी लग रही है।...

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योनि को नहलाया पहली रात में

नीलम दौड़ती हुई कमरे की तरफ आई और कहने लगी दीदी जल्दी से तैयार हो जाओ मैंने नीलम से कहा क्या हुआ तो नीलम कहने लगी दीदी बस तुम जल्दी से तैयार हो जाओ। मैं मेज पर बैठकर अपनी किताब पढ़ रही थी मैंने उसे कहा जब तक तुम मुझे बताओगी नहीं कि हुआ क्या है तब तक मैं तैयार नही होउंगी। नीलम कहने लगी मम्मी ने आपके लिए संदेशा भिजवाया है कि आप तैयार हो जाओ मैंने नीलम से कहा लेकिन उन्होंने मुझे तैयार होने के लिए क्यों कहा...