गांड मरवाकर मिली शांति
मुझे तो ऐसा लगता था कि जैसे घर एक जंग का मैदान बन चुका है और कोई भी खुश नहीं है क्योंकि आय दिन घर में झगड़े होते रहते थे और मेरे साथ भी कुछ अच्छा नहीं हो रहा था। मेरी बहन का तलाक हो चुका था और वह अब घर में ही रहती थी उसकी जिम्मेदारी भी मेरे सर पर आ चुकी थी और मेरी पत्नी भी मुझसे हमेशा कहती कि तुमने तो जैसे सबका ठेका ले रखा है। मेरे कुछ समझ में नहीं आ रहा था मैं तो...