किस्मत जग गई
ये बात तब की है जब में अपने जॉब मे बिज़ी रहता था 1 दिन ऑफीस मे 1 वेकेन्सी के लिये 1 बहुत मॉडर्न टाइप की 27-28 साल की लड़की आई उसका नाम अनुराधा था लम्बाई थोड़ी कम थी और बिल्कुल भरे हुये बदन की थी स्किन टाइट पेन्ट पर गांड ऐसे चिपकी थी जैसे केले पर छिलका और उसके बोबे (ब्रेस्ट्स) भी उसके फॉर्मल शर्ट को चीर के बाहर आना चाहते थे और उपर से चिकना चेहरा मस्त लग रही थी.