शीला के घऱ में कुल मिलाकर तीन लोग थे. उसका पति, श्वसुर और वह स्वयं. इसीलिए जब भी पति पत्नी घर में कहीं भी सेक्स करते तो श्वसुर भागलदास किसी खिड़की या कोने से देखकर ही काम चला लेते. जब मैंने ये बात शीला को बताई तो उसकी आँखें फटी रह गई. और उसने श्वसुर को चार गालियाँ भी दे दी. मैं, “यार दो बार चोद चूका हूँ, भूख लगी है. शीला, “मेरी गुलाबी चूत का सफेद अमृत पीएगा, जिंदगी भर इसके अलावा और कुछ नहीं माँगेगा.” यह कहते हुए उसने मुझे कुछ पनीर दिया और डायनिंग टेबल पर मेरे सामने मेरी कुर्सी के दोनों तरफ पैर लटकाकर बैठ गई. मैंने एक दो टुकड़े ही खाए थे कि उसने कहा. शीला, “दिखा की तू…
यह एक सच्ची घटना है. मेरा नाम सागर है उअर में राजकोट, गुजुरात से हु. मेरा लंड ७ इंच का हैं. राजकोट में कोई भी भाभी या आंटी लंड लेना चाहती है तो में हमेशा आपकी खिदमत के लिए हाजिर रहून्न्गा. जयादा टाइम न ख़राब करते हुए में सीधे कहानी पर आता हु. यह कहानी मेरे और मेरी गर्लफ्रेंड के बीच कि है जिसका नाम सोनल( बदला हुआ नाम) है. पहले में मेरे बारे में बताता हु. में एक २५ साल का एवरेज बॉडी वाला हु और हेंडसम दीखता हु. और में मेरी गर्लफ्रेंड कि बात करू तो वो मेरे से एक साल बड़ी है और उसका साइज़ क्या बतायु आपको, एक बार कोई उसके बूब्स देख ले तो पूरी रात उसे चूसता रहे.…