पड़ोस के भैया ने मुझे चोदा
मेरा नाम अलंकृता है. यह घटना तब की है जब मैं 12वीं कक्षा में थी. मेरे माँ-पिता जी का समय-समय पर गाँव जाना रहता था. मैं खुद अपने मुँह मियाँ-मिट्ठू तो नहीं होना चाहती, पर हकीकत यही है कि मैं दिखने में खूबसूरत हूँ, लड़के हमेशा से मेरे आशिक रहे हैं. मैंने काफी के साथ मज़े किए हैं, पर जो घटना मैं यहाँ आपके संग बाँट रही हूँ, वो उनमें से अलग है. मेरे घर के ठीक बगल में एक युवक रहता था. उनकी उम्र यही कोई 24-25 के आस-पास...