मेरे घर में कभी भी कामवाली बाई रखने की ज़रुरत नहीं पड़ी थी क्यूंकि मैं सारा काम खुद ही कर लेता था, लेकिन एक दफे जब बीमार पड़ा तो मकान मालकिन ने फ़ोर्स कर के अपनी कामवाली बाई को भेज दिया. वैसे मैंने कभी उस पर ध्यान नहीं दिया था लेकिन जब वो मेरे घर रोज़ काम करने आने लगी तो उस से बातचीत भी होती थी और वो मुझ बीमार की बातें बड़े ध्यान से सुनती और मेरा ख़याल भी रखती थी. उसका नाम चंचल था और उम्र कुछ इक्कीस बाईस बरस, छरहरे बदन और साँवले रंग की मालकिन चंचल बड़ा मटक मटक के काम करती थी और मुझसे हँस हँस के बातें करती थी.
मेरी एक्स गर्ल फ्रेंड गिन्नु मेरा सच्चा प्यार था लेकिन उसको पढ़ने के लिए यूं एस जाना था और मैं यहीं रह गया, लेकिन जाते जाते गिन्नु नए मुझे वो सुख दिया जो कोई और गर्ल फ्रेंड मुझे नहीं दे पाई. जब गिन्नु नए मुझे बताया कि उसका एडमिशन यूं एस में कन्फर्म हो गया है और वो अगले हफ्ते चली जाएगी तो मैं मायूस सा बैठा अपनी कॉफ़ी के झाग से खेल रहा था, गिन्नु मेरे मन की बात समझ गयी थी सो उसने मुझे कहा “तुम चिंता मत करो हम लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप भी तो रख सकते हैं न” पर मेरा मन नहीं माना क्यूंकि मेरा मन्ना है कि शहर से दूर दिल से दूर. गिन्नु का फ़ोन बजा और वो मेरे…