नताशा के मस्त चूंचे – अरहर के खेत में चुदाई

चूंचे और बहुत ही ऊंचे दर्जे के। वो नुकीले चूंचे कौन भूल सकता है भला। कालेज के दिनों में मेरे साथ पढ़ने वाली नताशा के चूंचे देख कर के लड़के आह भरते थे और टीचर  मूठ मारते थे। बाथरुम की दीवालें नताशा को चोदने की फंतासियों से भरी रहती थीं। सच तो ये है कि नताशा मेरे गाँव से ही कालेज जाती थी। और अक्सर वो शाम को बस पकड़ के कालेज जाती थी। आईये आपको नताशा के बदन की पूरी ज्योग्राफिया समझा दें। चौतीस के नुकीली चूंचियां, छत्तीस की...