पड़ोस वाली बंगाली फॅमिली – शिखा बोली बस रोहन ऐसे ही चोदते रहो मुझे….अह्ह्ह्हह्ह्ह्ह – xxx story

हेलो दोस्तों मेरा नाम रोहन है, मेरी उम्र २० साल है. मेरे पड़ोस में एक बंगाली फॅमिली रहती है. फॅमिली में सिर्फ अर्पिता आंटी, उम्र ३६ साल और उसकी बेटी शिखा, उम्र १९ साल है. दोनों माँ बेटी किसी भी बंगाली माल की तरह बहुत ही सेक्सी और गदरायी xxx story हुई थी. आंटी का फिगर ४०-३२-४० है और शिखा का फिगर ३८-३०-३८ है. मैं उन्दोनो को चोदना चाहता हूँ.
एक बार आंटी ने मुझे बोला की शिखा के एग्जाम आ रहे है तो मैं उसको पढ़ा दूँ. मैं ये मौका हाथ से नहीं जाने देना चाहता था. मैं दूसरे दिन ही टूशन देने पहुंच गया. शिखा ने आज टाइट टीशर्ट और छोटी सी निकर पहनी थी. उसकी गोरी गोरी मोती टाँगे क्या सेक्सी लग रही थी, मन किया चाट जाओ उसकी चिकनी थाइस को. पतली कमर, सुन्दर चेहरा और कजरारे आंखे, शिखा देखने में मस्त आइटम लगरही थी. उसपर उसकी तरबूज के जैसी बड़ी बड़ी चूचियां, जो हमेशा ललचाती है मुझे. खैर मैंने उसको पढ़ाना स्टार्ट किया. वो पढ़ने में काफी कमजोर थी.

शिखा: भैया ये वाला चैप्टर ठीक से पढ़ा दो
मैं: अरे शिखा, मुझे भैया मत बोला कर
शिखा: फिर क्या बोलू, भैया में क्या खराबी है
मैं: पर शिखा मैं तुझे बहन की नजरो से नहीं देखता

मैंने शिखा की जांघो में अपना हाथ रख दिया और धीरे धीरे सहलाने लगा. उसने कुछ नहीं कहा. मुझे लगा की मेरा काम बन रहा है. अब वो झुक झुक कर अपनी चूचियों के दर्शन करवाती है
ऐसे ही मैं उसे टूशन देने लगा. एकदिन मेरा घर खली था तो मैंने शिखा को अपने घर बुला लिया पढ़ाने के लिए. आज तो शिखा ने लाइट मेक उप किया था, एक टाइट टॉप, जिससे उसका क्लीवेज पूरा दिख रहा था. आज उसकी चूचियां और बड़ी बड़ी लग रही थी, साली ने ब्रा नहीं पहना था. जब वो चल रही थी तो उसकी चूचियां काफी हिल रही थी, ऐसा लगा टॉप में पहाड़ो को कैद कर रखा है ,, और उसने एक टाइट शॉर्ट्स पहने थे, जो उसकी चौड़ी गांड से पूरा चिपक गया था. मेरा लंड बेकाबू हो रहा था, शिखा की गदरायी जवानी को देख कर. फिर मैंने उसको मैथ्स पढ़ाना स्टार्ट किया. वो जानभूझकर सवाल पूछने के बहाने झुकती और अपनी नंगी चूचियों के दर्शन करवाती मुझे.

शिखा: अच्छा रोहन.. उसदिन तुमने मुझे बोला की तुम मुझे बहन नहीं मानते
मैं: अरे यार तुम बहन बनाने वाली चीज थोड़े ना हो

मैं शिखा की चिकनी टांगो को सहला रहा था.

शिखा: मतलब?
मैं: शिखा तुम गजब की माल हो.. तेरी जैसी माल से राखी नहीं बंधवाई जाती
शिखा: तो फिर रोहन
मैं: शिखा तेरी जैसी गदरायी जवानी को बिस्तर पर नंगा करके चोदा जाता है मेरी जान
शिखा: तो रोहन.. तुम भी मुझे चोदना चाहते हो
मैं: हाँ मेरी जान.. मैं तो कब से तेरी जवानी लूटना चाह रहा था… कसम से क्या बड़े बड़े दूध है तेरी डार्लिंग

मैं शिखा को खींचा और अपनी गोद में बिठा लिया और उसकी चूचियों को मसलने लगा

शिखा: आह्ह्ह्ह रोहन पर पढाई
मैं: साली रंडी, तू कौन सा पढ़ने आयी है.. मुझे पता है तू भी चुदने आयी है मुझसे… इसलिए तूने आज ब्रा भी नहीं पहनी है
शिखा: आअह्ह्ह्हह उईईईईई … हाँ रोहन भैया…
मैं: फिर भैया बोल रही है साली और उससे ही अपनी चूचियां दबवा रही है
शिखा: आअह्ह्ह्ह भाई से चुदने का अलग ही मजा है… आ तुझे बहनचोद बनाती हूँ
मैं: उफ्फ्फफ्फ्फ़ शिखा मेरी जान … क्या बड़ी बड़ी चूचियां है साली तेरी… मजा आ रहा है तेरे इन आमो को मसलने में
शिखा: दबा इन्हे भाई.. अह्ह्ह्हह … चूस डाल

मैंने अपना पैंट उतरा और अपना ८” का लंड उसकी मुँह में डाल दिया. साली किसी प्रोफेशनल रंडी की तरह लंड चूस रही थी.

शिखा: आअह्ह्ह्हह .. भैया बड़ा जालिम लंड है आपका.. बहुत बड़ा है
मैं: शिखा मेरी जान… इसी लंड से तेरी चुदाई होगी…

शिखा ने लंड १० मिनट में चूस कर झाड़ दिया. मैंने अब शिखा के टॉप उतर दिए. साली की चूचियां अब नंगी मेरे सामने उछल रही थी. मेरी कल्पना से भी बड़ी बड़ी और कसी हुई चूचियां थी साली की.. मैं चूचियों को खूब चूस रहा था और दबा रहा था.
फिर मैंने शिखा की पूरी बॉडी को चूमा, जवानी से लबालब भरी उसकी बदन का रस पिया. मैंने चूमते हुए निचे पंहुचा और उसकी शार्ट उतर दी. अब वो पूरी नंगी मेरे सामने पड़ी थी. बहुत ही सेक्सी और गदराया हुआ जिस्म था साली का. उसकी चुत किसी फूल की तरह सुन्दर और मादक थी. मैंने उसकी बूर को खूब चूसा और चाटा.

शिखा: अह्ह्ह्हह्हह भैया बस करो अब… कितना तड़पाओगे .. चोद ले रोहन मुझे. पेल दे अपना मुसल लंड मेरी बूर में.. और भोग ले मेरी गदरायी जवानी को
मैं: उफ्फ्फफ्फ्फ़ शिखा माय लव .. कब से ये लंड तेरी बूर में जाने के लिए मचल रहा है

मैंने अपना लंड उसकी बूर में सेट किया और एक जोरदार धक्का मारा. लंड का सुपाड़ा शिखा की बूर को फाड़ता हुआ अंदर घुस गया

शिखा: उईईईईई माँ… मर गयी रोहन …. ओह्ह्ह्हह्ह्ह्ह
मैं: बस शिखा थोड़ा और फिर मजा आएगा

मैंने जल्दी २ धक्के और मारे और पूरा लंड शिखा की बूर में उतर दिया… वो दर्द से चिल्लाने लगी. उसकी चुत से थोड़ा खून भी निकला.. मैं ५ मिनट ऐसे ही लेता रहा और फिर धीरे धीरे उसे चोदने लगा…

शिखा: आआह्ह्ह्ह रोहन… उईईईईई
मैं: और शिखा… अब कैसा लग रहा है…
शिखा: बस रोहन ऐसे ही चोदते रहो मुझे….अह्ह्ह्हह्ह्ह्ह
मैं: उफ्फ्फफ्फ्फ़ मेरी रांड… तेरी इन बूबो को दबा दबा कर चोदने में बहुत मजा आ रहा है

मेरा लंड अब तेजी से शिखा के बूर में अंदर बाहर हो रहा था. पुरे रूम में फच फच का चुदाई संगीत बज रहा था. मैं ताबड़तोड़ शिखा को चोद रहा था

शिखा: ओह्ह्ह्हह्हह …. उईईईईई रोहन और तेज
मैं: उफ्फफ्फ्फ़ शिखा… मजा आ रहा है तेरी जवान बदन को चोद कर
शिखा: आअह्ह्ह्हह .. उउउउउउ … रोहन भैया फ़क मी … फ़क मी हर्डर
मैं: ठीक है मेरी रंडी…

अब मैंने तेजी से शिखा को चोद रहा था. वो काफी तेज मॉन कर रही थी. शिखा की बड़ी बड़ी चूचियों को दबा दबा कर मैं चुदाई कर रहा था.

शिखा: अह्ह्ह्हह .. बहनचोद चोद अपनी रंडी को… फाड़ दे मेरा बूर
मैं: उफ्फ्फ्फ़ ,… मेरी जान क्या चुदाई चल रही है
शिखा: और तेज भाई… आअह्हह्ह्ह्ह … भोग ले अपनी बहन का बदन

बहुत देर तक हमारी चुदाई चली और हम एक साथ खल्लास हो गए.

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