कामुक कुहुँ आंटी

सभी खड़े लंडो को सलाम और सब गरम चुतों पर किस, मेरा नाम लवी है, मैं भिलाई छत्तीसगढ़ का एक हट्टा कट्टा २१ साल का नौजवान हूँ, हमेशा से खेल कूद के प्रति रुझान रहने के कारण मेरा शरीर गठिला और चुस्त है और अब भी मैं दिन के दो घंटे वरज़िश करता हूँ।
मैं दिखने में स्लिम हूँ, मेरा लंड तगड़ा और मोटा है, और सेक्स के खेल का इतना अच्छा खिलाड़ी की अच्छे अच्छे भोंसड़ो से भी पानी निकाल दे।
आज अपने जीवन का एक मस्त सेक्स अनुभव बताने जा रहा हूँ, उम्मीद है सभी चूंते गिली हो जाएँगी और मेरे भाइयों के हथियार खड़े होकर सलामी देंगे।
बात पिछली December की है, मेरे कॉलेज की छुट्टियाँ चल रही थी और मैं घर पे ही था, उन दिनो बस सुबह जिम जाता था और आकर घर में antarvasna की स्टोरीज़ पढ़ कर मूठ मारता था। मैं जिस रास्ते जिम से घर आता था उस रास्ते में एक आंटी का घर पड़ता था, वो कभी अपनी बालकनी पर चाय पीती हुई, कभी अपने पौधों पर पानी डालती हुई दीख जाती थी। दिखने में वो कमाल की थी, गेहूँआ रंग ऊँची हाइट दो गुदाज मम्मे और मोटी गांड उनका साइज़ था ३४-३०-३८, उनकी शक्ल इतनी प्यारी और ख़ूबसूरत थी कि किसी का भी दिल आ जाए और अदाएँ इतनी कामुक की बुड्डो के भी लंड पानी छोड़ दे।
कुछ दिनों में वो मुझको पहचानने लगी, अब जाते जाते मैं उनको देखकर मुस्कुरा दिया करता था और वो भी मुझे देखकर एक प्यारी सी स्माइल पास दिया करती थी, ये सिलसिला काफ़ी दिनों तक चला पर मैंने अपनीओर से कोई पहल नहीं की। इसके बाद लगभग एक हफ़्ते वो आंटी मुझको नहीं दिखी, मुझे लगा सायद वो कहीं चली गयी हैं और आगे मैंने उनसे मिलने की उम्मीद भी छोड़ दी। ऐसे ही एक सुबह मैं जिम से घर पहुँचा तो मेरी मम्मी किसी महिला के साथ बैठी हुई थी । जैसे ही दरवाज़ा खोलकर मैंने हॉल में क़दम रखा मेरे क़दम ठिठक गये मुझे लगा मैं सपने मे हूँ क्यूँकि वही आंटी मेरी मम्मी साथ बैठी हुई थी जिनको सुबह देखकर मैं मुस्कुराया करता था और घर आकर जिनके नाम की मूठ मारता था। मैं तो खो ही गया था कि तभी मम्मी ने ज़ोर से मेरा नाम लेकर मुझे जगाया औरआंटी से मेरा परिचय कराते हुए कहा कि ये क़ुहु आंटी हैं और मम्मी के साथ योग क्लैसेज़ में जाती हैं I
मैंने आंटी को हेलो कहा और उनके साथ बैठ गया और मम्मी चाय बनाने के लिए अंदर चली गयी। मम्मी के अंदर जाने के बाद कुहुँ आंटी ने धीरे से मुझसे कहा की मैं तुमको जानती हूँ , तुम वही हो ना जो अक्सर मेरे घर के सामने से गुजरते हो और मुझे देखकर स्माइल करते हो, मैंने भी शरमाते हुए हामी भरी तभी आंटी ने झट से अपना फ़ोन मुझे पकड़ाते हुए कहा की अपना नंबर दो हम व्हाट्सप्प पे बात करेंगे। मैंने भी झटफट अपना नंबर आंटी के मोबाइल पर डाल दिया और उन्हें बताया की मेरा नाम लवी है। आंटी ने मेरे गाल दबाते हुए कहा ” यू आर वैरी स्वीट” और मैंने एक आँख दबाते हुए उन्हें स्माइल पास कर दी। उतने में मम्मी चाय लेकर आ गयी, उस रोज़ मुझे अपनी एक फ्रेंड से मिलने जाना था तो मैं भी त्यार होने चला गया उसके बाद जाते जाते आंटी ने मम्मी को कहा “मुझे कुछ काम था घर पे प्लीज लवी को मेरी हेल्प करने भेज देना” और मेरी मम्मी ने मुस्कुराते हुए हामी भर दी, मैंने भी मन ही मन कहा यहाँ लोगो को किशमिश भी हाथ नहीं लगती और मेरे मुँह में अपने आप अंगूर आने वाला है। उसके बाद शाम में मैं अपनी फ्रेंड के साथ घूमकर वापिस घर पहुंचा तो देखा व्हाट्सप्प पे कुहुँ आंटी का मैसेज आया हुआ था, मैंने रिप्लाई किया और फिर हमारी बात होने लगी, बातों बातों में पता लगा की आंटी का डाइवोर्स हो चूका था और वो अपनी माँ के साथ किराये से हमारे शहर में रहती थी। कुहुँ आंटी एक इंटीरियर डिज़ाइनर थी और उनकी शादी जल्दी होने के कारण उनकी २० साल की एक बेटी भी थी। भले ही आंटी की उम्र उस वक़्त ३९ साल थी पर वो कहीं से भी ३२ साल से ज्यादा की नहीं लगती थी।
मेरी और कुहुँ आंटी की बातें अब लम्बी हो चली थी हम सारी सारी रात व्हाट्सप्प पे बातें किया करते थे और कभी कभी एडल्ट जोक्स भी शेयर कर लेते थे। बातों बातों में आंटी ने एक दिन बताया की उनका पति बिलासपुर का बहुत बड़ा कांट्रेक्टर है और उनको बहुत एब्यूज किया करता था, ज्यादे पैसे देकर उसने उनकी बेटी की भी कस्टडी ले रखीं थी। उसके बाद आंटी ने पुछा की मेरी कोई गर्लफ्रेंड है क्या और मैंने कह दिया नहीं है फिलहाल तो, तो आंटी हसने लगी की अच्छा है मेरी बेटी के लिए एक अवेलेबल बैचलर तो मिला और मैंने कहा आंटी मैं तो आपके लिए भी अवेलेबल हूँ , आंटी ने चल बदमाश कहते हुए बात बदल दी, इसके बाद अगले दिन आंटी ने मुझे कहा की मैं शाम को उनके घर आ जाऊँ उनकी मम्मी रिश्तेदारों के यहाँ गयी हुई है और उनकी स्कूटी खराब हैं उन्हें क्लाइंट के लिए करटेंस सेलेक्ट करने जाना था, मैंने हामी भर दी और शाम चार बजे उनके घर पहुँच गया, आंटी त्यार थी और ब्लैक टॉप और जीन्स में बहुत सेक्सी लग रही थी मेरा लंड देखते ही पैंट फाड़ने लगा। मेरा खोया हुआ चेहरा और पैंट का उभार देख कर आंटी ने हस दिया और पुछा लवी क्या हुआ और मैंने होश सँभालते हुए आंटी को कहा ” आंटी यू आर लुकिंग गॉर्जियस” आंटी शर्मा गयी और कहा धत्त बदमाश अब चलना नहीं है क्या। मैंने कहा आपका गुलाम हाज़िर है आप हुकुम करो और उनको अपनी बाइक पर बैठा कर शॉपिंग माल ले गया जाते वक़्त उन्होंने अपने हाथ मेरे कंधो पे रखे थे मैंने कहा आंटी आप कंधे पर हाथ ना रखो मुझे राइड करने में दिक्कत होती है तो आंटी ने पुछा कहाँ रखूं, तो मैंने धीरे से उनके हाथ पकड़ कर अपनी कमर पर रख लिए और आंटी को देख कर मुस्कुरा दिया, और आंटी ने कान के पास आकर कहा यू आर वैरी स्मार्ट तो मैंने कहा आंटी आप जैसी ख़ूबसूरत वुमन पीछे बैठी हो तो स्मार्ट होना पड़ता है, आंटी ने कहा बदमाश घर चल के बताती हूँ। उसके बाद तो हर गड्ढे और ब्रेकर पे बड़ी ज़ोर से ब्रेक लगता रहा और आंटी मुझसे चिपटती रही। हम जल्दी से करटेंस सेलेक्ट कर के लौटने लगे और लौटते वक़्त मैंने आंटी का हाथ पकड़ के उनसे कह दिया की आंटी आई लाइक यू और आंटी ने बस देखकर मुस्कुरा दिया, इसके बाद आंटी बिना कुछ बोले मेरी बाइक पर मुझसे कुछ ज्यादा ही चिपक कर बैठी, और बड़े प्यार से मेरे कानो पर आकर कहा ” आई लाइक यू टु, मुझे कहीं और ले चलो” और इतना कह कर उन्होंने बड़े प्यार से अपने दांतो से मेरे कान को दबाया और गले के पीछे एक किस दिया मेरे तो रोंगटे खड़े हो गए मैंने बाइक की स्पीड बढ़ा दी और आंटी को कहा ” बेबी यू अरे गिविंग में गूसबम्प्स ” जाने कैसे इतनी जल्दी कुहुँ आंटी से बेबी हो गयी, मैंने बाइक शहर के बाहर जाने वाले रास्ते पर मोड़ दी और आंटी को शहर के बाहर नदी के किनारे ले गया, ये जगह छुपी हुई है और मेरी एक ख़ास जगह है वहां ले जाकर मैंने जैसे ही बाइक रोकी कुहुँ एक छोटी बच्ची की तरह खुश हो गयी और बाइक से उतरते ही मुझे गले से लगाकर मेरे दोनों गाल चुम लिए, और मेरा हाथ पकड़ कर नदी की तरफ दौड़ पड़ी, नदी पर पहुँच कर हम घुटनो तक पानी में उतर गए और एक दूसरे के ऊपर पानी फेक कर खेलने लगे, मैंने उसे भींगा कर उसका पूरा टॉप गिला कर दिया, तब मुझे पता चला की उसने तो ब्रा पहनी ही नहीं थी उसके कड़क निप्पल एकदम टॉप के ऊपर से बाहर झाँकने लगे उसके मम्मो को देख कर मेरा लौड़ा अंगड़ाई लेने लगा मैंने उसे अपने पास खिंच कर बाहों में भर लिया और उसके होंठों पर एक ज़ोरदार चुम्बन कर दिया वो भी मेरा साथ देने लगी मैंने धीरे से अपने हाथ उसकी गांड पे रखे और उन्हें ज़ोर से दबा दिया उसकी हलकी सी चीख निकल गयी और मैं उसके गले और मम्मों के ऊपर किस करता रहा, धीरे से उसने अपना हाथ मेरे लंड पर रखा तो उसकी आँखों में एक चमक आ गयी। इसके बाद आंटी ने मुझे कहा लवी मुझे घर ले चलो और अपनी रानी बना लो और मैंने एक ज़ोरदार किस करते हुए उन्हें अपनी बाइक पर बैठा कर उनके घर की तरफ चल पड़ा, पुरे रास्ते भर वो कभी मेरे गले को चांटती, कभी किस करती मेरे कन्धों पर तो कभी मेरे कानो और गालों पर काट लेती। घर पहुंचते हुए रात हो गयी और हमने बड़ी जल्दबाजी में उनका घर खोला और अंदर घुसते ही मैंने उनको बाहों में भर कर किस करने लगा, तो कुहुँ आंटी ने कहा लवी ऐसे नहीं पहले साथ नहा लेते है। मैंने कहा बिलकुल और हम कपड़ो के साथ शावर में घुस गए पहले आंटी ने मेरी टी शर्ट उतरी और मेरे ऐब्स देख कर कहा वाह लवी अब तो तुमको मैं खा जाउंगी फिर मैंने झट से उनकी टॉप उतार दी और उनके मम्मों का साइज देखकर खुश हो गया और अपना चेहरा उनके मम्मों से रगड़ने लगा क्या मुलायम बटले थे उनके, कभी मैं उनके मम्मों को ऊपर से काटता कभी किस करता कभी उनके निप्पल्स अपने दांतो के बीच फंसकर जीभ से चुभलाता वो तो एकदम सातवे आसमान पर पहुँच गयी और आह आह की सिसकियाँ लेने लगी। फिर ऊपर जा कर मैंने उन्हें किस किया और उन्होंने मेरी जीन्स खोलकर मेरी अंडरवियर के ऊपर से मेरा लंड दबाने लगी। फिर नीचे बैठ कर मेरी अंडर वियर निकाल ली और मेरा सात इंच का हथियार देख कर खुश हो गयी पहले तो उसे जीभ से चांटा और फिर थोड़ा थोड़ा कर के उसे पूरा मुँह में ले लिया, मुझे तो लगा मैं जन्नत की सैर पर हूँ मैं अपने लंड पर उनका जीभ फेरना महसूस कर रहा था और शावर के ठन्डे पानी के नीचे दो उबलते बदन कामुकता को सौ गुना बढ़ा रहे थे, उसके लंड चूसने से मैं झड़ गया, फिर उसने मेरा लंड आगे पीछे कर के फिर खड़ा कर दिया, मैंने सीसियते हुए कहा बेबी लेट्स गेट ऑन बेड और इतना कह कर मैंने अपने बलशाली बाजुओं में कुहुँ को उठा लिया और उसे लेजाकर बिस्तर पर पटक दिया, फिर खुद उसके ऊपर चढ़ कर उसके मम्मों को काटने चूसने लगा, फिर नीचे आकर उसकी चूत को देखा जिसकी फांके गुलाब की पंखुड़ियों जैसी थी और एक अलग ही महक आ रही थी मैं पागल हुआ जा रहा था फिर मैंने अपनी जीभ से उसकी चूत की फांके खोली और अपनी जीभ अंदर डाल कर उसे चूसने लगा। वो गहरी गहरी सिसकियाँ ले रही थी और कह रही थी की साले अब मुझे चोद डाल, इतना मत तड़पा और मैंने उसकी चूत चूसकर उसे झड़ा दिया फिर फूर्ति से उसे पलट कर उसकी गांड की छेद सूंघी और चांटी फिर अपने लंड पर थोड़ा थूक लगा कर उसके नीचे से अपने लंड को सेट किया और एक छोटा धक्का लगाया और वो चीख पड़ी आह आराम से कई सालों से किसी ने मेरी चूत नहीं चुदी है धीरे से कर लवी अब मैं तेरी रंडी हूँ। उसके मुँह से गालियां सुनकर मुझे जोश आ गया और मैंने दूसरे धक्के में ही अपना लंड उसके चूत में पेल दिया और पीछे से बलपूर्वक उसके गले की तरफ का हिस्सा खींच कर उसके कानो में कहा की हाँ तू अब मेरी रंडी है जब मर्जी होगी तब चोदूगा साली तुझे और धक्के तेज तेज लगाने लगा और कुछ धक्कों के बाद वो भी मेरा साथ देने लगी, लगभग पंद्रह मिनट के राउंड में वो दो बार झड़ गयी पर मैं नहीं झड़ा फिर अपना लंड निकाल कर मैंने उसके मुँह में देते हुए उसके बालों से उसे पकड़कर कहा चूस इसे कुतिया और वो किसी जानवर की तरह उसे चूसने लगी, इस दौरान मई झड़ गया और उसने मेरा सारा माल खा लिया। इसके बाद मैं नीचे लेट गया बिस्तर पर और वो मेरी ऊपर आ गयी और धीरे धीरे मेरी लंड को अपनी चूत पर सेट कर के उसपर बैठ गयी और मैंने नीचे से धक्के लगाने शुरू कर दिए वो आह आह की सिसकारी भरने लगी और जोश जोश में उसने अपने लम्बे नाखून मेरी सीने में चुभा दिया इसके बाद मैंने में दो दफा उसे झाड़ा और फिर आंटी ने मेरी मम्मी को कॉल कर के कहा की घर पर अकेले उनको दर लगता है और इस लिए लवी यहीं सो रहा है। फिर रात में मैं और आंटी मेरी बाइक पर बैठ कर ढाबे गए खाना खाने फिर आंटी ने वहां मेरी साथ सिगरेट पी इसके बाद घर वापिस पहुँच कर हम लोगो ने एक बार और चुदाई मचाई फिर नंगे एक दूसरे की बांहो में सो गए। आंटी से ये सिलसिला अगले कई महीनो तक चला इसके बाद आंटी दूसरे शहर चली गयी आज भी फ़ोन पर हम सेक्स चाट करते है और मैं कभी मौका मिले तो मेरी कामुक कुहुँ से मिलने जाऊँगा। आपको कहानी कैसी लगी प्लीज कमेंट कीजियेगा और छत्तीसगढ़ की कामुक आंटिया भाभियाँ और बाकी लड़किया मुझे सेक्स के लिए मेल करे आपकी सारी जानकारी मैं सीक्रेट रखूँगा।

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