गर्लफ्रेंड की आंटी ने चुदवाया

हेलो दोस्तों, मेरा नाम रोहित है. मैं बी. टेक Hindi Sex Stories Antarvasna Kamukta Sex Kahani Indian Sex Chudai hindisexstories1 फाइनल इयर का स्टूडेंट हूं. मैं चेन्नई से हूं. मैं मूलतः कर्नाटक से बिलॉन्ग करता हूं. मेरी उम्र २५ साल है, मेरी हाईट 176cm है. मेरा वजन ६७ किलो है, मेरा पेट एकदम अंदर है.

मुझे उस वक्त बुखार था तो मैं पास में ही एक क्लीनिक पर गया था. वह छोटा सा क्लिनिक था और अच्छे से सजाया हुआ था.

वहां पर मैं डॉक्टर भारती से मिला. उन्होंने मुझे कुछ टेबलेट दिए और आराम करने को कहा. अगले दिन जब उठा तो मुझे काफी अच्छा फील हो रहा था. तो मैंने कॉलेज जाना शुरु कर दिया.

कुछ चार दिन बाद फिर वही हाल मेरा बुखार और बढ़ गया तो मैं डॉक्टर भारती के पास गया, उन्होंने मुझे कुछ ब्लड टेस्ट करवाने के लिए कहा. मैं घर से एक्जाम फी के बहाने पैसे ले लिया क्योंकि मैं घरवालों को परेशान नहीं करना चाहता था.

फिर लेब में चेक कराया तो सब नॉर्मल बताया उसने, लेकिन जब मैं डॉक्टर भारती को रिपोर्ट दिखाया तो उन्होंने कहा मुझे तो मलेरिया है, और पूछा कि पहले कभी हुआ था तो मैंने कहा नहीं.

फिर उन्होंने एक बड़े हॉस्पिटल का एड्रेस दिया और कहां की जल्दी वहां पर एडमिट हो जाओ वहां की मैडम आपका जल्दी इलाज कर देंगे.

अगले दिन मैं और मेरा दोस्त गए तो मैंने फीस के बारे में पूछा जो की बहुत ज्यादा था. तो मैंने डॉक्टर भारती जी को बताया तो उन्होंने कहा कि ठीक है मैं डॉक्टर विजया से बात करती हूं, तुम्हारा इलाज फ्री में हो जाएगा. लेकिन जब तू ठीक हो जाओ मेरा भी काम करोगे और स्माइल दे रही थी, तब मैं कुछ समझा नहीं. फिर मैंने उनको थैंक्स कहा और डॉक्टर विजया मैडम के हॉस्पिटल में एडमिट हो गया.

फिर मेरा ट्रीटमेंट शुरू हुआ.

डॉक्टर विजया ३० साल की सिंगल लेडी थी, दिखने में सांवली थी. हाइट 170 सेंटीमीटर थी और उसका फिगर बहुत ही सुंदर था, वह ब्रा नहीं पहनती थी यह मुझे पता चल गया था, और गांड एकदम क्यूट सी थी की लोग उनकी गांड देखते है तो खाने का मन करता है, मुझे पता चला कि उनकी शादी नहीं हुई क्योंकि पढ़ाई करते करते उम्र ईतनी ज्यादा हो गई अब कोई शादी नहीं करना चाहता था. मुझे एडमिशन के बाद मुझे एक अच्छा सा रुम मिला फुल एसी.

फिर मेरा इलाज शुरू हुआ वह मुझे रोज चेक करती जबकि सभी डॉक्टर ऊपर से ही पल्स चेक करते हैं लेकिन वह मुझे शर्ट खोलने को बोली, मैंने कहा कि मैंने अंदर कुछ नहीं पहना हुआ हे, वह एकदम धीरे से बोली की मैंने भी कौन सा पहना हुआ है? मैंने पूछा क्या कहा आपने डॉक्टर? तो उस ने स्माइल देते हुए बोली कुछ नहीं. बस अपनी शर्ट को उतारो जल्दी में बहुत शरमा रहा था, तो वह मेरे पास आई और बोली उतारते हो या मैं उतारूं? फिर मैंने कहा नहीं मैं उतारता हूं, फिर उन्होंने करिब १० मिनट चेक किया और साथ ही वह मेरे पूरे बॉडी को टच कर रही थी, तो मैं थोड़ा सिड्यूस भी हो रहा था और नर्वस भी हो रहा था. फिर उन्होंने एक दिन भी टैबलेट दी और रेस्ट करने को कहा.

अगले दिन रविवार था.

डॉक्टर विजया रविवार शाम को ६ बजे आई, ऐसा लग रहा था वो रनिंग कर के आई हुई थी, उनका टी शर्ट पूरा पसीने से गीला था और टाइट लोवर की वजह से फिर एकदम मस्त लग रहा था, मेरा थोड़ा सा लंड खड़ा हो चुका था, इस बार उन्होंने शर्ट खोलने को कहा तो मैं यह सोच रहा था कि मेरा लंड ना दिख जाए, क्योंकि हॉस्पिटल में जो ड्रेस देते हैं वह बहुत पतला सा होता है और ट्रांसपरेंट टाइप का तो में थोड़ा सोचने लगा, तो वह गुस्से में मेरे पास आई और खुद ही शर्ट का एक बटन खोला और चीलाई की खोलोगे या में खोलू?? तो मैं चुपचाप खड़ा हो गया और अपना शर्ट खोल दिया. मेरे बोड़ी को देख के उनके आँख में चमक आ गयी.

उन्हें शायद पता चल गया था मेरे लोड़े का हाल, १० मिनट तक वह फिर मुझे इधर उधर टच किया और मेरे लंड की हालत और खराब हो गई थी फिर उन्होंने सेम टेबलेट दिए और कहा कि इंजेक्शन लगाना है, मैं लेकर आती हूं. फिर मैं तुरंत शर्ट पहना और अपना लंड सेट करके बैठ गया.

वह रूम में आई तो मैंने एक हाथ का स्लीव उपर कर दिया, तो वह बोली और ऊपर करो जो की और उपर नहीं हो रहा था, तो वह मुझे गुस्से से देख रही थी तो मैंने अपने आप ही मेरा शर्ट खोल दिया.

वह बोली यह इंजेक्शन दूसरा है तुम्हारे बेक पर लगाना है और बोली की अब अगर फिर से शर्ट पहना तो तुम्हारा इलाज यहां नहीं होगा..

यह सुनकर मैं चुप चाप बेड पर लेट गया डॉक्टर के कहने पर, फिर उन्होंने नाडा खोलने को कहा, मैंने वैसे ही किया, वह बोली फिल रिलैक्स, मुझे लगा थोड़ा सा चड्डी नीचे करके इंजेक्शन दे देंगे लेकिन उन्होंने एक झटके से पूरा चड्डी नीचे कर दिया और इंजेक्शन लगाया और साथ ही मेरे लंड का दर्शन भी कर लिए.

फिर उन्होंने पूछा कितनी गर्लफ्रेंड हैं तेरी? तो मैंने कहा २. उन्होंने डायरेक्ट कहा खूब चुदाई करता है तू.. मैं यह सुन कर दंग रह गया. फिर वह थोड़ा सा डोर के तरफ गई देखा कि कोई नहीं है, तो रुम बंद कर दिया और मैं लेटा था.

वह मेरे पास आई और मेरा लंड हाथ में लेकर हिलाने लगी. मैं समझ गया यह प्यासी चूत क्या चाहती है? अब मुझे कोई शंका नहीं थी, और ना ही डर. वह करीब १० मिनट मेरा लंड हाथ से हिला रही थी. साथ मुझे लिप किस भी कर रही थी और मैं एक हाथ से उसके बेक पकड़ा था और दूसरे से बूब मसल रहा था. वह पूरे जोश में आ चुकी थी. फिर उसने मुझे पूरा नंगा कर दिया. फिर मैं भी खड़ा हो गया और उसे दीवार से सटाकर किस करने लगा. कभी बूब दबाता कभी चूत. वह जोर जोर से अहह ओह हां ओह अहह उम् अहह इह हहह एस औउ ह्झ अऊओह ऊओह अह्ह्ह उम्म्म आहे भर रही थी. फिर मैंने उसके टी शर्ट उतार दी और उसके मोटे बूब्स जोर जोर से चूसने लगा और निप्पल काटने लगा और मस्त हो कर आह्ह ओह अह्ह्ह हू अह्ह्ह येस्स हहह ओह्ह मम्मम कर रही थी. उसकी आंखें बंद थी पर चेहरे के एक्सप्रेशन से पता चल रहा था कि उसको बहुत मजा आ रहा है.

फिर मैं उनके नवल पर किस करता हुआ नीचे आया और लोवर के ऊपर से ही उसकी चूत पे काटने लगा, फिर लोअर उतार दी और पैंटी के ऊपर किस करने लगा. वह जस्ट आह्ह हो ह्हह्ह ओह्ह हहह आहे भर रही थी. फिर पैंटी उतार दी, वाव दोस्तों एकदम क्लीन शेव्ड थी और फिर मैंने बिना कुछ सोचे उसकी गांड पे दबाया और सामने से चूत में मेरी जीभ डाल दी और जोर जोर से चाटने लगा. उसके हाथ कांप रहे थे. फिर ५ मिनट में वह जड गई, तभी मेरी जीभ उसकी चूत में थी वह बहुत छटपटाई की जीभ को निकाल दो पर में कहा मानने वाला था? बाद में उसने मुझे कहा कि ऐसा मजा कभी नहीं आया.

फिर दोनों नंगे होकर 69 की पोजीशन में मजे किए.

क्योंकि उसका फोन बार बार बज रहा था, तो उसने कहा मुझे अब जाना है. तो मैं नाराज हुआ तो वह बोली कल जितना करना है उतना कर लेना. तो मैंने कहा ठीक है मुझे कुछ नहीं करना है आप जाओ. तो वह मुस्कुराई और मेरे पास आकर डायरेक्ट मेरा लंड मुंह में लेकर ब्लोजोब देने लगी. वह पूरा मुंह में नहीं ले पा रही थी लेकिन वह पूरी कोशिश कर रही थी मुंह में लेने की. फिर फाइनली में उसके मुंह में जड गया फिर उसने बाय कहा और हसती हुयी चली गई.

मैं उस रात रात को यह सब याद कर के दो बार मुठ मारा और फिर सो गया.

फिर मेरे नंबर पर एक टेक्स्ट मैसेज आया एंजॉयड युअर टंग, वांट सम मोर. मेने रिप्लाईड किया, आई विल ईट यू टुमारो.

उसने रिप्लाई में कहा की ठीक है देखते हैं, बाय, टेक केयर हनी..

फिर मैंने कुछ नहीं कहा. मैं अपना खाना और टेबलेट खाकर सो गया.

फिर अगले दिन वह मुझे और सिड्यूस किया लेकिन तब उसके साथ में नर्स भी थी, तो वही १० मिनट ईधर उधर वाला टचिंग वाला सीन चला और वह चली गई.

थोड़ी देर में नर्स आई और कहा कि रेडी हो जाओ तुमें डिस्चार्ज कर रहे हैं, तो मैं दुखी हुआ, लेकिन विजया मुझे दूर से देखकर इशारा करने लगी, में फिर भी नहीं समझ पाया, फिर मैं विजया को थैंक यू बोल के नीचे चला गया और बाहर ऑटो का वेट कर रहा था विजया आई अपने होंडा सिटी में और कहा कि मैं ड्राप कर दूंगी. मैं खुश हुआ और सिटी से बाहर जाते ही उसे किस करने लगा. वह ज्यादा रिप्लाई तो नहीं कर रही थी, उसने डॉक्टर का आरती को कॉल किया तो वह बोली कि आप के पेशंट को ला रही हूं, और पूछा कि आपके पास कितने पेशंट है? तो उन्होंने कहा दो. तो विजया ने कहा कि आपके पास १५ मिनट है फिर हम पहुंचे डाक्टर भारती जी के पास, वहां पर कोई नहीं था.

विजया ने मुझे बेड़ पर लेटने को कहा और दरवाजा लॉक कर दिया और पूछा अब बताओ कितने इंजेक्शन लगाउ? और हसने लगी. मैं समझ गया फिर दोनों किस करने लगे, एक दूसरे के कपड़े उतारे और 69 पोजीशन में एक दूसरे को सैटिस्फाई करने लगे. १० मिनट में झड़ गया उसके मुंह में, जो की उसने सारा पानी पी लिया. फिर कुछ सेकंड में वह भी झड़ गई मैंने भी सारा पानी पी लिया.

फिर उसने अपने बेग से चार बीयर की बोतल निकाली और दोनों पीने लगे. फिर एक एक बोतल पीने के बाद उस को बेड पर लेटा कर खूब चोदा, पहले तो वह जोर जोर से चिल्ला रही थी धीरे धीरे फिर उसे लंड का मजा आया तो बस आह हो अहह ही अहह हो अह्ह्ह एस अहह ओह हां अमम्म कर रही थी. बियर पीने के बाद पता नहीं मुझ में कौन सी ताकत आई थी. मैं जड़ा ही नहीं जब की विजया एक दो बार और खाली हो गई.

फिर उसने मेरा लंड मुंह में लिया और २० मिनट बाद में फिर जड गया.

फिर थोड़ा इधर उधर की बात की और हम बीयर पीना चाहते थे पर गर्म हो गई थी तो नहीं पि सकते थे. तो मैंने एक बोतल का कैप खोला और एक हाथ से विजया को कमर में पकड़कर उठाया और बाथरुम में ले गया और बोतल हिला हिला के सारी बियर उसके ऊपर डाली और बीयर से उसका बॉडी और भी चमक रहा था. फिर मैं पागलों की तरह उसे सर से पैर तक चाटने लगा, फिर उसे वहीं नीचे लेटा दिया और चोदने लगा वह बीच बीच में कमर हिलाती और मैं चोद रहा था.

शाम के करीब ५ बज गए, उसका फ़ोन फिर बजने लगा तो उसने शायद अपने पापा से बात की और बोली मुझे जाना पड़ेगा तो दोनों ने कपड़े पहन लिए और डोर का लोक खोला तो देखा तो बाहर से लॉक था, मैं डर गया वह हंसने लगी और उसने डॉक्टर भारती को फोन लगाया और उन्होंने दरवाजा खोल दिया. दोनों एक दूसरे को देख कर हंस रहे थे. मैं चुप था पर अंदर से बहुत खुश था. विजया ने पूछा कि आपके लिए छोड़ जाऊं उसे, भारतीय ने कहा मेरे पति आने वाले हे.

फिर वह चली गई.. फिर डॉक्टर भारती ने पूछा मजा आया? तो मैं स्माइल कर रहा था. वह समझ गई और मैं वहां से चला गया.

मुझे विजया के नंबर से मैसेज आया युअर गर्लफेंड वाज ट्रू डेट यु आर टू गुड.. मैं परेशान हो गया फिर मैंने पूछा

कौन सी गर्लफ्रेंड?

उसने बताने से मना किया और कहा कि यू आर फीट, मलेरिया नहीं है तुझे..

मैं सब समझ गया कि यह सब मेरी गर्लफ्रेंड भारती और विजया की चाल थी. मेरी गर्लफ्रेंड विजया की बुआ थी, और उसने मुझे मेरी गर्लफ्रेंड के घर पर देखा था, जब मैं उनके घर एक पार्टी में गया था.

जब सब पता चल गया था फिर क्या छुपाना था. मैं, मेरी गर्लफ्रेंड और विजया साथ में अच्छे दोस्त बनकर रहने लगे.

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