यह घटना मेरी ज़िंदगी में अभी करीब 6 महीने पहले घटित हुई. दोस्तों में इलाहाबाद का रहने वाला हूँ और मेरी उम्र 23 साल है. मेरा कद 5.8 इंच, में दिखने में भी ठीक हूँ और में एक कॉलेज में बीटेक के आखरी साल का स्टूडेंट हूँ और मेरा लंड 7 इंच लंबा और 2.5 इंच मोटा है और अब में अपनी कहानी की तरफ आता हूँ. दोस्तों यह घटना मेरी छोटी चाची के साथ हुई चुदाई पर आधारित है. वैसे भी मेरी चाची एकदम क़यामत दिखती है. एक बार जो कोई उसे देख ले तो बिना मुठ मारे रह नहीं सकता. मेरी चाची की उम्र 30 साल है और उनके फिगर का तो कोई जवाब ही नहीं है. मेरी चाची के तीन बच्चे है. पहला सैफ उम्र 8 साल, दूसरा साईमा उम्र 5 साल और ज़ैद जिसकी उम्र 8 महीने की है.
दोस्तों वैसे तो में अपनी सुंदर चाची के बूब्स और गांड को याद करके बहुत दिन से मुठ मारता था, लेकिन मेरी कभी अपनी चाची को चोदने की हिम्मत नहीं हुई और करीब दो महीने पहले मेरे पेपर खत्म होने के बाद में एक दिन अपनी चाची के घर पर गया क्योंकि मेरी चाची गाँव में रहती है और में अपनी पढ़ाई गाँव से थोड़ा दूरी पर रहकर करता हूँ और मेरे चाचा कुवेत में रहते है. वो दो साल में करीब एक बार कुछ दिनों के लिए यहाँ पर आते है. फिर में करीब दोपहर के तीन बजे चाची के घर पर पहुँचा तो सब लोग मुझे अचानक वहां पर देखकर बहुत खुश हुए क्योंकि में पूरे एक साल के बाद वहां पर गया था. फिर रात को 9 बजे खाना खाने के बाद तीनों बच्चे सो गये. में और चाची फिल्म देखने लगे, लेकिन कुछ देर के बाद चाची भी फिल्म देखते देखते सो गई और रात को करीब एक बजे जब में टीवी बंद करके लेटने लगा तो मैंने देखा कि चाची का एक बूब्स बाहर निकला हुआ है जो शायद उन्होंने अपने बेटे को दूध पिलाते समय खुद बाहर निकाला था.
दोस्तों में बहुत देर तक उनके बूब्स को घूर घूरकर देखता रहा, लेकिन मेरी कुछ करने की हिम्मत नहीं हुई और फिर में भी लाईट बंद करके उनके पास लेट गया, लेकिन अब नींद तो मुझसे कोसो दूर थी. मुझे यह सब देखने के बाद नींद कहाँ आनी थी? में बहुत देर तक उनके जिस्म के बारे में सोचता रहा और अपने लंड को सहलाता रहा तभी मैंने मन ही मन कुछ सोचा और फिर मैंने सोने का नाटक करते हुए अपना एक हाथ चाची के बूब्स पर रख दिया और अब बहुत ही धीरे से बूब्स को सहलाने लगा.
कुछ ही देर में चाची ने मेरा हाथ एकदम से झटककर दूर हटा दिया और बूब्स को अंदर करके फिर से सो गई, लेकिन में पूरी रात भर नहीं सोया और डर की वजह से मेरी फट रही थी. तो सुबह में उठा और अपने दोस्तों से मिलने बाहर चला गया और पूरा दिन उनके साथ बिताने के बाद में शाम को अपने घर पर आ गया और आज रात को हम फिर से फिल्म देख रहे थे और कुछ देर फिल्म देखते देखते बच्चे एक बार फिर से सो गए और उनके सो जाने के बाद मैंने चाची से कहा कि आप मेरे सर में तेल लगा दो, मेरा सर बहुत ज़ोर से दर्द हो रहा है.
चाची उठकर गई और दूसरे कमरे से तेल लाकर मेरे सर पर तेल लगाने के लिए मेरे पास बैठ गई और तेल लगाने लगी. फिर कुछ देर बाद मैंने उनसे कहा कि लाओ में भी आपके सर में तेल लगा दूँ. तो उन्होंने मुझसे पूछा कि उससे क्या होगा? तो मैंने कहा कि उससे आपकी दिन भर की पूरी थकान दूर हो जाएगी और अब में उनके तेल लगाने लगा. तभी मेरी नज़र चाची के सीने पर गई और मैंने देखा कि मुझे चाची की घाटी साफ साफ दिख रही है. फिर मैंने हिम्मत करके चाची की पीठ पर तेल लगाने के बहाने से अपना लंड लगाया, लेकिन चाची ने मुझसे कुछ नहीं बोला.
अब मेरी हिम्मत बढ़ गयी और में अपना लंड धीरे धीरे रगड़ता रहा, लेकिन तभी अचानक चाची ने मेरा लंड पकड़ लिया और मुझसे कहा कि इसे थोड़ा संभालकर रख वरना में इसे तोड़ दूँगी. फिर में कुछ देर तेल लगाकर चुपचाप सो गया और सुबह जब दस बजे उठा तो मैंने देखा कि दोनों बच्चे स्कूल जा चुके थे. में उठा और सीधा बाथरूम में चला गया. मैंने देखा कि चाची अंदर थी. दोस्तों चाची के बाथरूम में दरवाजा नहीं है और चाची वहां पर बिल्कुल नंगी थी. शायद वो नहाने जा रही थी.
फिर दो मिनट के बाद चाची ने मुझे आवाज़ देकर कहा कि अयान तुम अंदर आकर मेरी पीठ पर साबुन लगा दो. तो मैंने कहा कि हाँ में अभी आता हूँ और अब में बाथरूम के अंदर गया मैंने वहां पर जाकर देखा कि चाची उस समय सिर्फ़ पेंटी में थी. उनका पूरा जिस्म बिल्कुल नंगा मेरी आखों के सामने था.
मुझे वो सब एक सपना लग रहा था और फिर में होश में आकर साबुन लेकर उनकी पीठ पर लगाने लगा और में साबुन लगाते समय बीच बीच में चाची के बूब्स को छू लेता, लेकिन चाची मुझसे कुछ नहीं बोली तो मेरी हिम्मत बढ़ गई और मैंने हाथ आगे करके बूब्स पर भी साबुन लगाया तो चाची ने एक बार फिर से मुझे डांट दिया, लेकिन अब चाची के नंगे बूब्स मेरे ठीक मेरे सामने थे तो मैंने जानबूझ कर अपनी लुंगी को खोल दिया और जब में उठकर खड़ा हुआ तो मेरी लूँगी नीचे गिर गयी और अब मेरा 7 इंच का हथियार चाची की आखों के ठीक सामने था. चाची ने तुरंत पकड़ लिया और में एक बार फिर से डर गया उन्होंने मुझसे पूछा कि तुम यह सब कब से कर रहे हो? तो मैंने कहा कि पिछले दो साल से और अब चाची मेरा लंड सहलाने लगी तो मेरी जान में जान आ गई और चाची ने मेरा लंड मुहं में ले लिया और लोलीपोप की तरह चूसने लगी. मुझे ऐसा लगा कि जैसे में जन्नत में हूँ फिर में 5 मिनट में ही चाची के मुहं में ही झड़ गया और चाची पूरा पी गई और में चाची के बूब्स को दबाता रहा और बूब्स को चूसता रहा.
दोस्तों चाची के बूब्स का दूध बहुत मीठा दूध था. में बहुत देर तक उनके एक एक बूब्स को पीता रहा और फिर चाची ने कहा कि कुछ दूध बच्चे के लिए भी छोड़ दो. फिर में चाची की पेंटी को उतारकर चूत को चाटने लगा. क्या बताऊँ दोस्तों इतना स्वादिष्ट पानी मैंने अपनी लाईफ में कभी नहीं चखा था और फिर हम 69 पोज़िशन में आ गये और में बहुत देर तक चाची की चूत को चूसता रहा. इस बीच चाची एक बार झड़ गई थी, फिर में सीधा हुआ और अपना लंड चाची की चूत पर रगड़ने लगा. चाची ने कहा कि अब कितना तड़पाएगा. प्लीज अपनी चाची को जल्दी से चोद दे वरना में मर जाउंगी.
फिर मैंने मौका देखते हुए अपना लंड चूत के मुहं पर रखकर एक ही ज़ोर के धक्के से पूरा अंदर डाल दिया. मेरा आधा लंड ही गया था कि चाची के मुहं से बहुत ज़ोर से चीख निकल गई और फिर में थोड़ी देर रुका रहा और चाची के बूब्स को सहलाता रहा जब मुझे लगा कि उनका दर्द अब थोड़ा कम है तो मैंने एक और जोरदार धक्का लगाया और अब मेरा 7 इंच का लंड चाची की चूत की गहराईयों में था और चाची दर्द से रोने लगी. फिर में थोड़ी देर रुका और जब चाची नीचे से गांड हिलाने लगी तो मैंने भी धक्के लगाना शुरू कर दिए.
चाची बीच बीच में सेक्सी आवाज़े निकाल रही थी और में लगातार धक्के लगाए जा रहा था और इस चुदाई के बीच मैंने महसूस किया कि चाची दो बार झड़ चुकी थी, लेकिन में अभी भी टिका हुआ था और करीब 5 मिनट के बाद मैंने चाची से कहा कि मेरा काम होने वाला है तो चाची ने कहा कि स्पीड बढ़ा दो. मैंने अपनी स्पीड को बढ़ा दिया और फिर हम दोनों एक साथ झड़ गये. थोड़ी देर हम बाथरूम में ही लेटे रहे. फिर एक साथ नहाए और नहाते समय मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया तो चाची ने कहा कि बेटा अब रात को मुलाकात होगी. फिर हम नहाकर बाहर आ गये. मैंने समय देखा तो 12 बज रहे थे. फिर हमने साथ में नाश्ता किया और इस तरह मैंने अपनी चाची को एक सप्ताह तक लगातार चोदा.