चुद्दकर मामी की काम वासना

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम विराट है और जो कहानी में आपको बताने जा रहा हूँ वो मेरी और मेरी मामी के रिश्ते की है। उनका नाम सुधा है और वो एक हाउस वाईफ है। मेरा नाम विराट है और में मुंबई से हूँ, हाईट 5 फुट 8 इंच, लंड साईज़ 8 इंच और जिम बॉडी। अब आप लोगों का ज्यादा समय ख़राब ना करते हुए में अपनी स्टोरी पर आता हूँ। ये बात आज से 3 साल पहले की है, में वेस्ट मुंबई में रहता हूँ और जैसा मैंने बताया था कि मेरी मामी जो कि बांद्रा में रहती है और अपने पति के साथ यानी मेरे मामा के साथ। मामी की उम्र 30 साल है, उनका साईज़ 36-30-36 है और वो बहुत सुंदर है और साड़ी में वो बहुत सेक्सी और हॉट लगती है, काश कर हरी, पीली और लाल कलर की साड़ी में वो ज्यादा सेक्सी लगती है।

फिर हुआ ऐसा कि में कुछ दिनों के लिए अपने मामा के घर गया था, क्योंकि मेरी छुट्टियाँ चल रही थी, बहुत दिन हो गये थे और में मामी से नहीं मिला था, मामी ने भी आग्रह किया था कि मुझसे मिलने आओ तो में अकेला ही गया। जब मैंने घर में प्रवेश किया तो मेरी मामी मुझे देखकर बहुत खुश हुई और मुझे गले से लगा लिया, क्योंकि में उनका सबसे प्यारा हूँ, मामी की चेहरे पर खुशी दिखाई दे रही थी। फिर मामी ने चाय और नाश्ता का इंतज़ाम किया और बाक़ी सब फेमिली के बारे में और मेरी पढाई के बारे में हालचाल पूछा। अब ऐसे ही कुछ 4-6 दिन और बीत गये, मामा तो घर पर नहीं थे, मामा साल दो साल जहाज पर ही होते थे तो मामी बहुत अकेला महसूस कर रही थी। फिर मामी ने कहा चलो कहीं घूमने चले तो में झट से तैयार हो गया और हम दोनों घूमने चले गये, उस दिन मामी बहुत खुश थी। मेरे मामा और मामी की शादी को शायद 4 साल हो गये थे, लेकिन उनके कोई औलाद नहीं है तो एक दिन रात के कुछ 11 बजे थे तो में एक इंग्लिश मूवी लगाकर देख रहा था तो मामी ने मेरे रूम का दरवाजा खटखटाया।

मामी – विराट, परेशान तो नहीं किया ना।

में – नहीं मामी आप इतनी रात को कैसे? सब ठीक तो है ना।

मामी – नहीं विराट, बस ऐसे ही नींद नहीं आ रही थी तो सोचा कि तुम से बात कर लूँ, तुम्हें कोई परेशानी तो नहीं है ना?

में – नहीं मामी मुझे कोई भी परेशानी नहीं है आप जब चाहें मुझसे बात कर सकती है।

मामी – अच्छा ठीक है, वैसे मुझे आज अकेले सोने में डर लग रहा है तो क्या तुम मेरे कमरे में आकर सो सकते हो?

में – अरे मामी, आप ही आ जाओ ना मेरे कमरे में, वैसे भी घर तो खाली है। (मैंने शरारती स्माईल के साथ जवाब दिया)

मामी – अच्छा सिर्फ़ हम दोनों अकेले तो है, लेकिन मेरा अकेलापन कौन दूर करेगा? तेरे मामा जो कि मुझे यहाँ पर अकेला छोड़ कर चले गये है।

में – मामी आप किसी भी बात की चिंता मत करो, यहाँ पर आपके साथ में हूँ ना, आपको खुश रखूँगा और आप कुछ दिनों के बाद मामा को भूल जायेगी। (मैंने फिर से स्माईल के साथ जवाब दिया)

मामी – अच्छा जी।

में  – हाँ मामी, वैसे एक बात कहूँ मामी।

मामी – हाँ बोलो।

में – आप मामा के बिना कैसे दिन काटती हो?

मामी – बस यू ही दिन काटती हूँ और।

में – और क्या मामी?

मामी – (मेरी आँखो में आँखे डालकर) ये मेरी उदासी, तन्हा रातें, तभी मामी उठकर वॉशरूम में चली गयी।

मामी ने अपने आपको अच्छा मैनटेन किया हुआ था, अब मामी चेंज करने चली गई और में मूवी देखने लगा, ओह माई गॉड जब मामी अपनी नाईटी पहनकर आई तो क्या मस्त माल लग रही थी? उनकी जांघो तक की काले कलर की नाईटी में उनके 36 इंच के बूब्स पहाड़ लग रहे थे। अब मेरा मन कर रहा था कि इन्हें आज चूसकर सारा रस पी जाऊँ, शायद मामी ने मुझे उनके बूब्स को देखते हुए देख लिया था और अब वो अपने आपको थोड़ा अच्छा महसूस नहीं कर थी तो वापस जाकर एक सलेक्स पहन आई। फिर मामी मेरे पास आकर टी.वी. देखने लगी।

मामी – अपनी गर्लफ्रेंड को तो नहीं बताया ना कि तुम आज यहाँ पर हो।

में – नहीं मामी, उसे पता चलेगा तो वो पता नहीं क्या सोचेगी?

मामी – क्या सोचेगी?

में – यही कि में किसी खुबसूरत लड़की के साथ होगा।

मामी – (हंसने लगी) में खुबसूरत कहाँ से लगती हूँ यार मज़ाक मत करो।

में – अरे मामी, जो अभी आप पहनकर आई थी, उसे पहनकर कभी मामा को दिखना, वो बतायेंगें कि आप कितनी सुंदर हो?

मामी – हाँ हाँ हाँ, तुम ही बता दो में कितनी स्मार्ट लग रही थी।

में – एकदम माल, मन कर रहा था कि।

मामी – शैतान, तुम बड़े हो गये हो तुम्हारी माँ से बात करके उन्हें बोल देती हूँ कि लड़के की शादी कर दो।

में – हाँ बोल दो और अपना चेहरा बता देना कि उसे ऐसी लड़की पसंद है।

मामी – अच्छा तुम्हें मुझमें क्या अच्छा लगता है?

में – आप बुरा मान जाओगी।

मामी – अरे नहीं बताओं ना।

में – नहीं आप बुरा मान जाओगी।

मामी – अरे नहीं तुम्हारी कसम बताओ ना।

में – जब आप सीढ़ियों से उतर रहे थे और मेरा लंड जब वहां लगा था, मुझे आपकी वो बहुत मस्त लगती है।

मामी – (थोड़ा शरमाते हुए) अच्छा जी लड़का सच में बड़ा हो गया है। फिर मज़ाक-मज़ाक में उन्होंने मेरी जांघ पर अपना हाथ मारा। मेरा तो लंड उन्हें देखकर पहले से ही खड़ा था और ग़लती से उन्होंने मेरे लंड को पकड़ लिया, उनका स्पर्श पाकर तो मेरा लंड और ज्यादा खड़ा हो गया और फिर मैंने उनकी आँखो में देखा तो उन्हें भी मेरा लंड पकड़कर बहुत अच्छा लग रहा था।

मामी – शरमाते हुए, चलो अब में सोने जा रही हूँ।

में – ओके, मामी गुड नाईट।

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