ट्रेन में अजनबी आंटी की क्विक फकिंग

मेरा नाम कुश हैं और मैं हैदराबाद से हूँ और बंगलौर में पढ़ाई कर रहा हूँ. मेरी हाईट 5 फिट 10 इंच हैं, कलर गोरा हैं और बॉडी एकदम अच्छी हैं. तब मेरी छुट्टियां थी. और मैं बंगलौर से हैदराबाद काचेगुडा एक्सप्रेस में जा रहा था. 10 बजे के बाद मैं ट्रेन में चढ़ा और मुझे नींद भी आ रही थी तो मैं लेट गया. लेकिन मुझे निंद नहीं आई क्यूंकि मेरी साइड बर्थ थी और मेरी हाईट की वजह से थोडा असहज फिल हो रहा था.

इसलिए मैंने बुक निकाल के पढना चालू कर दिया. करीब 12 बजे मैंने मोबाइल में मूवी लगाईं और देखने लगा. लेकिन बेटरी ड्रेन होने लगी तो मैंने उसे भी बंद कर दिया. चार्जर निकाल के पॉइंट खोजने लगा. लेकिन उस ट्रेन में चार्जिंग पॉइंट दरवाजे और वाशरूम के पास में ही था. मैं वही दरवाजे के पास में खड़ा हो गया और अपने मोबाइल को चार्जिंग में लगा दिया.

मुझे कुछ आवाज आई तो मैं पलटा. देखा तो एक सेक्सी लेडी रेड साडी में खड़ी हुई थी. वो भी अपने मोबाइल को चार्ज करने के लिए ही वहां आई हुई थी. उसने मोबाइल को प्लग किया और वो वही खड़ी हो के मोबाईल को थामे हुए थी. दरअसल उसका कोर्ड छोटा था इसलिए मोबाइल को पकड के ही चार्ज करना पड़ा उसे.

और मैं देख रहा था की ऐसी स्थिति में मोबाइल को उठाये रखने की वजह से अब उसके हाथ दुखने लगे थे. मैंने उसे ऐसे देखा तो अपने पास का एक्स्ट्रा केबल उसे ऑफर किया. उसने मुझे थेंक यु कहा और फिर हम दोनों के बिच में औपचारिक इंट्रो हुआ.

उसका नाम पायल था और वो दिखने में एकदम गोरी थी. और उसका फिगर एकदम सेक्सी था. उसके बूब्स 34 इंच के ऊपर के थे और कमर पतली सुडोल करीबी 28 इंच की. पीछे गांड बूब्स से भी बड़ी थी और उसका नाप कम से कम 36 इंच का तो होगा ही होगा. उसने बताया की वो कानपुर से थी लेकिन हैदराबाद में जॉब करती थी और वही पर अपनी फेमली के साथ में रहती थी. और ऐसे ही चेटिंग करते हुए हम दोनों क्लोज से हो गए.

उसने मुझे मेरे मोबाइल के मॉडल के बारे में पूछा और कहने लगी की मुझे भी ऐसा ही एक मोबाइल लेना हैं. मैंने उसे डिटेल्स बताई और उसे कहा की आप चाहो तो मेरा मोबाइल देख सकती हूँ. और वो मेरा फोन ले के देखने लगी. और उसने पहले सब फीचर्स देखे और फिर उसने एमएक्स प्लेयर ओन कर दिया. मैं भूल गया की मेरे मोबाइल में पोर्न क्लिप्स भी थे.

उसने उस फोल्डर को खोला, मुझे देखा और स्माइल देने लगी. मैं थोडा टेन्स हो गया. उसने मुझे मोबाइल वापस दे दिया, हम दोनों एकदम चुप से थे. उसने चुप्पी को तोडा और बोली की तुम को सेक्स के लिए कैसी लेडी पसंद हैं?

मैं उसका प्रश्न सुन के एकदम चौंक गया. लेकीन मुझे उसकी सीधी बात करने की अदा पसंद आई. और मैंने उसे कहा की मुझे मच्योर लेडिज पसंद हैं. उसने स्माइल दी और उसने पूछा क्यूँ? और तुमको मच्योर लेडिज में क्या पसंद हैं? मैंने कहा मच्योर लेडिज बहुत ही होर्नी होती हैं और उनका वजन सब सही जगहों के ऊपर होता हैं. और ये कह के मैंने उसे आँख मार दी.

वो शर्म से लाल हो गई और बोली क्या तुम मुझे एक फेवर कर सकते हो? मैंने कहा क्या? तो उसने कहा की क्या तुम मुझे ये वीडियो मेरे मोबाइल में भेजोगे, मैंने ऐसे क्सक्सक्स क्लिप्स नहीं देखे हैं कभी.

मैंने कहा आप तो आलरेडी शादीसुदा हैं फिर भला आप को ऐसे ये सब देखने की क्या जरूरत आन पड़ी. उसने कहा की उसका पति उसको खुश नहीं कर पाता हैं सही तरह से. इसलिए वो पोर्न देख के खुद को शांत करना चाहती थी.

मैंने आंटी को वीडियो भेज दिया और वीडियो ट्रांसफर हो रहा था तब मैंने उसे कहा की अगर आप चाहो तो मैं वीडियो दिखाने के सिवा और भी बहुत कुछ कर सकता हूँ. ये कह के मैंने उसे एक नोटी स्माइल दे दी. उसके चहरे के उपर ब्लशिंग हुई लेकिन वो एक भी शब्द नहीं बोली.

इस वजह से मेरी हिम्मत बढ़ गई और मैंने उस से एक किस मांग ली. उसने पहले तो मना कर दिया लेकिन फिर वो मानी लेकिन कहने लगी की हम लोग ट्रेन में हैं यहाँ कैसे किस कर सकते हैं.

मैंने उसे कहा की हम लोग बाथरूम में जा के किस कर सकते हैं. मैंने उसे रिक्वेस्ट किया और बहुत सब समझाने के बाद वो मानी. पहले मैं वाशरूम में घुसा और फिर मेरे पीछे पीछे 5 मिनिट में वो भी आ गई. मैंने दरवाजे की सटकनी लगा दी और फिर हम दोनों एकदम जनून के साथ किस करने लगे. स्लोवली मैंने अब उसके बूब्स को दबाना चालू कर दिया. और मैं पीछे उसकी गांड के ऊपर भी हाथ मार रहा था. वो एकदम होर्नी हो चुकी थी और मोअन कर रही थी हलके हलके से दबे स्वर में.

अचानक उसने किस तोड़ दी और बोली, नहीं नहीं ये ठीक नहीं हैं मैं ये नहीं कर सकती.

मैंने कहा अरे नहीं कुछ भी गलत नहीं हैं, तुम अपने आप को खुश और संतुष्ठ कर रही हो, जो चीज तुम्हे तुम्हारा हसबंड नहीं दे सकता हैं.

वो चुप थी और मैंने फिर से उसे धीरे से किस करना चालू कर दिया. फिर मैंने उसकी साडी को ऊपर किया और पेंटी के ऊपर से ही उसकी चूत को भी हिलाने लगा. उसकी चूत गीली हो चुकी थी और पानी निकल रहा था. वो एकदम चिपचिपी सी थी. वो अह्ह्ह अह्ह्ह्ह मोअन कर रही थी.

मैंने अपनी पेंट से लंड को बहार निकाला और उसके हाथ को ले के लंड पर रख दिया. मेरे बदन में जैसे करंट की एक लहर दौड़ उठी थी. उसके हाथ एकदम सॉफ्ट थे. उसने मेरे लंड को दबाया और फिर आगे की चमड़ी को हटाया. मेरे लंड से भी प्रीकम निकल पड़ा था.

मैंने उसकी गांड अपनी तरफ घुमा के पेंटी को साइड में कर दिया. और फिर अपने लंड को उसकी चूत पर टिका के धीरे से पुश कर दिया. उसकी चूत काफी गरम थी. मैंने अब स्लोवली उसकी चुदाई चालू कर दी. वो मोअन कर रही थी अह्ह्ह अह्ह्ह्हह अह्ह्ह. उसकी मांसल गांड धीरे धीरे मटक रही थी मेरे झटको की वजह से.

मैंने उसकी आवाज को स्लो करने के लिए उसके होंठो के ऊपर अपने होंठो को रख के किस कर दी. फिर मैंने उसे चोदते हुए स्की जेकेट को खोला. मेरी स्पीड की वजह से उसकी गांड और जांघे आगे पीछे होने लगी थी. वो अह्ह्ह्ह अह्ह्ह मोअन कर रही थी. कुछ ही मिनिट की चुदाई में उसकी चूत का रस निकल के उसकी जांघो पर बह निकला.

और फिर 2 मिनिट में मेरा पानी भी निकलने को था. उसने कहा की मुझे पिला दो अपना वीर्य. मैंने उसे जोर जोर से और दो झटके दिए. और फिर वो फटाक से घुटनों के ऊपर बैठ गई. मैंने लंड को उसके मुहं में दे दिया. उसने चूस चूस के सब पानी निकाल दिया. और एक एक बूंद को वो जैसे अमृत समझ के पी भी गई. आखरी बूंद को मुहं में लेते हुए उसने लंड की नली को ऐसे चूसा जैसे स्ट्रॉ से कोका कोला की बोतल से आखरी बूंद खिंच रही हो.

सच में एक सुखद और क्विक फकिंग थी मेरे लिए. मैं अभी भी जैसे ये सब सपने में हुआ था वैसे बेशुध्द सा था. आंटी ने मुझे खड़े होते हुए कहा, चलो अब जल्दी से कपडे पहनो लगता हे कोई स्टेशन आने वाला हैं. और वो अपने कपडे पहन के बहार निकल गई. फिर से वो चार्जिंग पॉइंट के पास खदीम मोबाइल को चार्ज करने लगी. 2 मिनिट के बाद मैंने दरवाजे को हलके से खोला और बहार आ गया.

फिर हम दोनों वही खड़े हुए बातें कर रहे थे. मैंने उसके पास कांटेक्ट नम्बर माँगा तो उसने कहा की ट्रेन में हुई इस बात को प्लीज ट्रेन में ही भुला देना. यहाँ से उतर के हम दोनों फिर से अजनबी हैं. वैसे उसकी बात सही भी थी, शायद वो एक बार ही मेरा लंड ले के खुद की चूत की आग को छिपा लेना चाहती थी बस!

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