दिव्या की सील तोड़कर शांत की अन्तर्वासना

antarvasna stories दोस्तों मेरा नाम सोनू है | मैं रहने वाला गोरखपुर का हूँ | दोस्तों मुझे सेक्स में शुरू से ही काफी रूचि है इसलिए मुझे सेक्स करने में बहुत मज़ा आता है | जब से मुझे सेक्सी कहानियों के बारे में पता चला है तब से मैं आप लोगो की तरह सेक्सी कहानी पढता आ रहा हूँ | मैं सेक्सी कहानियाँ काफी महीनो पहले से पढता आ रहा हूँ और अब तक न जाने कितनी कहानियों को पढ़ कर उनका मज़ा ले चूका हूँ | मैंने आज तक जितनी भी कहानियाँ पढ़ी वो कहानियाँ मुझे बहुत पसंद आई | दोस्तों तो मेरा भी मन हुआ की मैं भी अपनी कहानी को आप लोगो तक पहुचाऊ तो मैं आज टाइम निकाल कर आया हूँ | मैं जो आज कहानी लिखने जा रहा हूँ ये कहानी मेरे घर के पास रहने वाली लड़की की है जिसका नाम दिव्या है | वो हमारे घर के पास काफी सालो से रह रही है पर मेरे ध्यान कभी उसकी तरफ नही जाता था | दोस्तों मैं कहानी को आगे बढ़ाने से पहले अपना परिचय दे देता हूँ | मेरी उम्र 23 साल है और मैं दिखने में काफी स्मार्ट हूँ | मेरी हाईट भी ठीक ठाक है जिसकी वजह से में जिम भी करता हूँ | जिम करने की वजह से मेरी बॉडी काफी अच्छी है | मेरे घर में मेरी मम्मी और मेरे बड़े भैया रहते हैं | मेरे पापा अपनी जॉब की वजह से शहर में रहते हैं | दोस्तों मैं आप लोगो का बिना टाइम बर्बाद किये सीधे कहानी शुरू करता हूँ |
दोस्तों ये कहानी अभी 2 महीने पहले की है | जब वो पहले रहती थी तो मेरा ध्यान दिव्या पर इतना नही रहता था और मैं जब से उसको अब देखा तो वो मुझे बहुत सेक्सी लगी जिसकी वजह से मैं मेरे मन में उसकी चुदाई की इच्छा हो गयी | मैं आगे कुछ भी बताने से पहले दिव्या के बारे में बता देता हूँ | इस टाइम उसकी उम्र 18 साल है और उसका रंग गोरा है | अब दिव्या के बूब्स का आकार भी बदल गया था जिसकी वजह से उसके बूब्स थोड़े बड़े हो गए थे | उसकी गांड भी काफी सेक्सी हो गयी थी | दोस्तों मैं सीधा बता देता हूँ की ये दिव्या की चढ़ती जवानी थी जिसकी वजह से उसका जिस्म का आकार बदल रहा था | अब दिव्या भी बहुत सेक्सी लगने लगी थी और जब मैं उससे बात करता तो वो भी मुझसे हँस हँस कर बाते करती थी | मैं उससे ऐसे ही कभी कभी बाते किय करता था और वो कभी कभी मुझे घर में भी बुला लिया करती थी | जब वो मुझसे ऐसे बाते करती थी तो मैं समझ गया की ये मुझे लाइन मारती है और उसके मौके का सही फयदा भी उठा लेटा हूँ | वो जब कभी मेरे घर आती तो मैं भी उसे लाइन मारता और उसके साथ मजाक भी कर देता | दोस्तों एक दिन की बात है जब मैं अपने घर में अकेला था और मेरे भैया मम्मी बाहर गए हुए थे | उस टाइम वो मेरे घर आई और मेरी तरफ किस करती हुई सीधा किचन में चली गयी | उसका वो किस करना मुझे बहत अच्छा लगा और जब वो किचन में सामन ले रही थी तो वो नीचे झुकी हुई थी जिसकी वजह से मुझे उसकी सेक्सी गांड मस्त दिख रही थी | मैं उसकी मस्त गोल गांड देखकर अपने आप पर कंट्रोल नही कर पाया और उसे अपनी बाँहों में उठा कर अपने रूम में ले गया |
दोस्त जब मैं उसे रूम में ले गया तो वो मुझसे छोड़ने के लिए कहने लगी पर मैं उसकी किसी बात पर ध्यान ने देते हुए उसको अपनी बाँहों में जकड़े हुए था और उसको दीवाल में सटा कर उसके गले में किस कर रहा था | पर वो मेरा साथ न देती हुई मेरी केद से छुटना चाहती थी लेकिन मैं उसको बहत कस के पकडे हुए थे और उसको चूम रहा था | वो कुछ देर तक तो ऐसे ही नाटक करती रही | फिर वो भी मेरा साथ देती हुई मुझे चूमने लगी | मैं उसके गले में किस करने के साथ उसके मस्त गोल बूब्स को कपडे के ऊपर से दबा रहा था | वो गर्म सांसे जोर जोर से ले रही थी | वो गर्म सांसे जोर जोर से लेती हुई मुझे चूम रही थी मैं उसे चूम रहा था | फिर मैंने उसकी रसीली होठो पर अपनी होठो को रख कर उसके होठो के रस को चूसने लगा | वो मस्त होकर मेरी होठो को चूस रही थी | मैं उसकी होठो को चूसने के साथ उसकी लेगी में हाथ डाल कर उसकी चूत को सहलाने लगा | उसकी चूत बहुत चिकनी थी और उसकी चूत में हाथ लगते ही चूत की गर्मी पाकर मेरा लंड पैंट को ऊपर चढाने लगा | अब वो बेकाबू हो गयी थी और सेक्सी आवाजे करने लगी थी | वो सेक्सी आवाजे कर रही थी इसका मतलब यही था की वो अब पूरी तरह से गर्म हो गयी थी | मैं भी अब अपने आप में नही था और उसकी चूत में ऊँगली घुसा दी जिसकी वजह से उसके मुंह में तेज सिसकियाँ निकाल गयी | उसका चेहरा लाल हो गया था और वो उसके जिस्म से ऊपर से नीचे तक आग लग गयी थी | मैं अब उसके कपडे निकालने ही लगा था की उसकी मम्मी ने उसे आवाज लगा दी और उसने मुझसे छोड़ने के लिए कहा | दोस्तों मुझे छोड़ने का मन तो नही कर रहा था पर उसकी मम्मी अगर घर में आ जाती तो दिक्कत हो जाती इसलिए छोड़ दिया | वो जाकर मुंह धुली और चली गयी |

उसके बाद मैं इसे ही मौके का इंतजार करने लगा की कब मुझे ऐसा मौका मिले और मैं दिव्या को नंगा करके उसके पुरे जिस्म के साथ खेलूं | मैं उसकी जवानी का मज़ा लेना चाहता था और उसको चुदाई का असली मज़ा देना चाहता था | उसके कुछ दिन बाद की बात है जब मेरे घर के सब लोग एक शादी में जा रहे थे मुझे भी जाना था पर मैं नही गया क्यूंकि दिव्या के घर के भी लोग जा रहे थे और दिव्या ने बीमार होने का नाटक किया था | ये मेरा दिव्या का प्लान था की हम दोनों नही जयेंगे और घर पर रुक कर मज़े लेंगे | उस रात जब सब लोग चले गए तक उसके 3 घंटे बाद वो मेरे घर में आई और मैंने सब दरवाजा बंद करके उसको अपनी बाँहों में उठा लिया | फिर उसे बेड पर लेटा दिया | वो मेरे लंड की भूखी थी इसलिए वो चुप चाप बेड पर लेट गयी | मैं उस पर भूखे शेर की तरह हमला कर दिया और उसके गोल चिकने बूब्स को हाथ में पकड कर दबाते हुए उसकी रसभरी होठो को मुंह में रख कर उसकी होठो के रस चूसने लगा | मैं उसकी होठो को मुंह में रख कर चूसने लगा | वो मेरा साथ देती हुई मेरी होठो को चूसने लगी | वो मेरी होठो को जोर जोर चूस रही थी और मैं उसकी रसीली होठो को चूस रहा था | मैं उसकी होठो को चूसने के साथ उसके गोल बूब्स को जोर जोर से मसल रहा था जिससे वो मचल रही थी | मैं उसके बूब्स को दबाते हुए उसकी कपडे निकाल दिये जिससे वो मेरे सामने पूरी तरह से बिना कपड़ो के आ गयी थी | वो बिना कपड़ो के बिस्तर पर लेट कर मचल रही थी | मैं उसके एक दूध को मुंह में रख के चूसने लगा | वो गर्म सांसे लेती हुई मेरे सर को जोर जोर से दबा रही थी | मैं उसके दोनों बूब्स को एक एक करके ऐसे ही कुछ देर तक चूसता रहा |
फिर मैंने अपने कपडे निकाल दिए | वो मेरे लंड को देख कर भूखी शेरनी की तरह मेरे लंड को हाथ में पकड कर हिलाती हुई मुंह में रख कर चूसने लगी | वो मेरे लंड को मुंह में रख कर जोर जोर से अन्दर बाहर करती हुई कुछ देर तक चूसती रही | फिर मैंने उसकी टांगो को पकड कर अपनी और खीच लिया और उसकी टांगो को फैला कर उसकी चूत में थूक लगा कर उसकी गुलाबी चूत के दाने पर लंड को रख कर घुसाने लगा | उसकी चूत बहुत टाईट थी जिसकी वजह से मेरा लंड उसकी चूत में नही घुसा | मैंने दुबारा अपने लंड के टोपे पर थूक लगाकर उसकी चूत में लंड के टोपे को घुसा कर घुसाने लगा | मैं उसकी चूत में जब लंड को घुसाने लगा तो वो मछली की तरह तडपने लगी और जोर जोर से तेज सांसे लेने लगी | मैं उसकी चूत में धीरे धीरे करके थोडा लंड घुसा कर एक जोरदार धक्के मारा | दोस्तों उसके मुंह से दर्द भरी चीख निकल गयी और उसकी चूत से खून निकलने लगा | वो रोती हुई बोली यार निकाल लो बहुत दर्द हो रहा है | पर मैं उसकी कोई बात सुने बिना उसकी चूत में धीरे धीरे अन्दर बाहर करने लगा | वो कुछ देर तक ऐसे ही तडपती रही फिर वो भी चुदाई का मज़ा लेने लगी | मैं उसकी चूत में जोर जोर से धक्के मारने लगा | वो आ आ आ आ… ऊ ऊ ऊ ऊ… ई ई ई ई ई… की सिसकियाँ लेती हुई अपनी चूत को हिला हिला कर चुदने लगी | अब वो चुदाई का मज़ा ले रही थी और मैं उसकी चूत में जोरदार धक्के मार रहा था | जब मैं उसकी चूत में धक्के मार रहा था तो वो उछल पड़ती | जब मेरा लंड के धक्के तेज हो रहे थे तो उसकी सिसकियाँ भी तेज हो रही थी | मैं उसकी ऐसे ही 15 मिनट तक चोदता रहा और मैं झड़ गया |
फिर मैंने उसकी चूत में उँगलियों को घुसा कर जोर जोर से हिलाने लगा जिससे उसकी चूत का पानी निकल गया | फिर हम दोनों ने कपडे पहन लिए | उस दिन मैंने उसकी मस्त चुदाई की थी और उस चुदाई के बाद मैं उसको 3 बाद और चोद चूका हूँ | अब वो मुझसे अपनी चुदाई कराने में मज़े लेती है और मैं उसकी चुदाई की इच्छा पूरी कर देता हूँ |
धन्यवाद…………

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