दोस्त की बहन की चुदाई की और गांड मारी बस में

मैं पहले भी अपनी स्टोरी कहानी सेक्स डॉट कॉम पे पोस्ट कर चूका हु, मैं चंडीगढ़ मे अकेला रहता हू चंडीगढ़ में मेरे बहुत सारे दोस्त है, जिसमे से एक बेस्ट फ्रेंड भी है उसका नाम सौरभ है हमलोग काफ़ी अच्छे दोस्त है मैं उसे ज़्यादा दिन से तो नहीं जनता जबसे मैं ऑफिस ज्वाइन किया हू तबसे जनता हू और मुझे पता नहीं के मैने जो किया है उसे वो कभी माफ़ करेगा या नहीं मैं ये स्टोरी मे कुछ नाम बदल कर रहा हू ये एक रियल स्टोरी है, एक दिन मुझे सौरभ मेरा दोस्त ने अपने घर मे बुलाया मैं पहले ये बता दू के मेरा दोस्त काफ़ी पैसे वाला है और वो सिर्फ़ एक बहन और एक भाई सौरभ था उसकी बहन उससे 2 साल की बड़ी थी जिसकी शादी हो गई थी और 1 बच्चे भी करीब ३ साल का मुझे उसी के जन्मदिन पर बुलाया था.

मैं पहली बार उसके घर गया था उस वक़्त शाम के 5 बाज रहे थे रविवार का दिन था काफ़ी भीड़ थी मैं वहा पहुँचा उन्होने हमारा स्वागत किया और अंदर आने को कहा मैं उस वक़्त पहली बार सौरभ की बहन को देखा और देखता ही रह गया उफफफफ्फ़ क्या मस्त लगती है ब्लू साडी मे लो क्यूट ब्लाउस उफ़फ्फ़ उसकी चूचियाँ बड़ी बड़ी लग रही थी पर वो पूरी तरह टाइट थी उपर उठी हुई लेकिन बहुत बड़ी बड़ी थी मैं तो दंग ही रह गया उसकी रंग बिल्कुल दूध की तरह बड़ी ही हॉट लग रही थी.

करीब 5.3 के होंगे फिर मेरी नज़र नीचे की तरफ पढ़ी उसके दो मोटे मोटे जांग उफ़फ्फ़ मेरा लंड तो बिल्कुल तन कर खड़ा हो गया लेकिन मैने संभाला अपने लंड को और उसपे से अपना नज़र हटाने लगा थोड़ी देर बाद उसकी बहन जिसका नाम रेखा था वो आई और मुझे बोली के रेहान तुम ही हो मैंने कहा जी हा फिर उसने कहा के सौरभ तुम्हारा अछा दोस्त है क्यू के वो हमेशा तुम्हारा तारीफ करता है मैं मुस्कुरा दिया.

फिर उन्होने कहा तो पढ़ाई अभी स्टॉप हो गई है मैने कहा हा जबसे जॉब मिली तबसे फिर वो हसने लगी यार क्या बताऊँ जब वो शामने थी तो इतना हॉट लग रहा था मुझे ऐसा लग रहा था के उसे अपने बाहों मे दबोच लू या बातरूम मे जाकर मूठ मार लू ऐसा करना पासिबल नहीं था थोड़ी देर तक हम दोनो मे बात हुई.

फिर उन्हे उसके बच्चे ने आवाज़ दिया तो वो जाने लगी यार जब वो जाने को जैसे ही मूडी मेरी नज़र डाइरेक्ट उसकी गांड मे यानी कमर मे पड़ी उफ़फ्फ़ यार क्या बताऊँ उसकी कमर इतनी बड़ी थी के एक एक करीब दो हाथ मे भी नहीं आएगी 3 4 हाथ लगाना पड़ेगा फिर वो आगे बड़ी तो उसकी कमर पूरी तरह से हिलने लगी जिससे दोनो कमर 61 62 होने लगी और ये सब साडी मे सॉफ दिख रहा था और ऐसा लग रहा था के उसकी कमर बाहर आना चाहती है खैर मेरा लंड जो खड़ा हुआ के और नहीं सोया पार्टी खत्म हुई मैं घर को आ गया, लेकिन मेरा ध्यान बिल्कुल नहीं हट रहा था तो मैने ध्यान हटाने को बातरूम मे दो बार मूठ मार लिया लेकिन मेरा ध्यान उसकी गांद से हाथ ही नहीं रही थी मुझे मालूम है के सौरभ की बहन पहले ऐसी नहीं थी ज़रूर शादी के बाद उसके हज़्बेंड उसकी गांद मे भी ढुकाया होगा क्यू के सौरभ ने बताया था जब हम पहली बार ऑफिस मे मिले थे तो और उन्होने बताया था के मेरी बहन भी मेरी तरहा पतली है सो आज जब मैने अपनी आँखो से देखा तो पतली तो थी लेकिन उसके चूची कमर काफ़ी बड़ी बड़ी थी.

क्या बताऊँ दोस्तों मेरे ध्यान से ये बात हट नहीं रही थी और मेरी आँख उसकी गांद को देख रहा था सपने मे भी और उठ उठ कर देख रहा था तो मेरा पैंट गीला हो रहा था !!! अब बस मैं ये ही सोच रहा था के रेखा को किस तरह से पेला जाए करीब फिर 1 महीने बाद मुझे ये मौका मिला मैं पहले ये बता दू के रेखा का पति जो की फैशन डिज़ाइनर था उसका काम कभी यहा तो कभी वहा रहता था इस वक़्त वो मुंबई मे था हमारा ऑफिस से छुट्टी था तो सौरभ और हमलोग मिलकर कही घूमने जाने का प्लान किए तो हमलोगो का फिक्स हुआ के हमलोग बस की सफ़र करके और आगरा जाएंगे मैने भी हा बोल दिया और उसकी बहन रेखा उसकी बच्चे जो 3 साल का था वो फिर 2 दिन बाद हमलोग निकालने लगे मैं बस करीब पंहुचा देखा अब तक कोई अभी तक नहीं आया था, मैने कॉल किया सौरभ को तो उसने कहा बस पहुंच ही रहे है रेखा को तैयार होने मे लेट हो गया.

फिर थोड़ी देर मे सौरभ और उसकी बहन आ गई उस वक़्त तो मैं फिरसे पागल हो गया था ब्लॅक साडी और बाल पूरे खुले हुए और लो कट ब्लाउस मेरा लंड उसे देख कर फिरसे फन फ़ना गया फिर हमलोग बस के अंदर चले गये हम लोगो का सीट 2 ही स्लीपर था रस के वजह से स्लीपर ज़्यादा नहीं हो पाया तो 2 मिल गया जो 2/2 का होता है बस चलने लगी हम और सौरभ सीट पर बैठ गये और रेखा और उसका बेटा स्लीपर पर चला गया मैं करीब 3 घंटे तक सौरभ से बाते कर रहा था लेकिन मेरा लंड सोया नहीं था मेरा लंड हमेशा उसी के बारे मे सोच रहा था फिर इस बीच रात हो गया तो मुझे नींद आने लगी मैं वही सीट पे ही सोने लगा

करीब आधे घंटे बाद हमलोगोने खाना खाया और फिर रेखा बोली के मैं सीट पे बैठ जाती हू तुम जाओ स्लीपर मे आराम कर लो मैने सोचा ठीक है थोड़ी देर आराम कर लेता हू फिर मैं उपर चला गया और कब नींद आ गई मुझे समझ मे भी नहीं आया ठीक 1 बजे मेरी नींद खुली मैने अपने मोबाइल मे टाइम देखा फिर मैने देखा के रेखा मेरे बगल मे गहरी नींद मे सोई है मैने नीचे की तरफ देखा तो सब लोग सो ही गये थे सौरभ और उसका भांजा भी सो गया था सीट मे ही

फिर मेरा नज़र रेखा के गांद पे गई और फिरसे मेरा लंड खड़ा हो गया मैने सोचा वही अपना लंड सटाकर मूठ मारलू मैने हल्के से उसकी गांद मे अपना लंड सता दिया उफफफ्फ़ क्या बताऊँ यार किस तरह फीलिंग होने लगी ऐसा लगा के एक धक्का देदु गांड में लेकिन मैं ये करना नहीं चाह रहा था बस सटाये रखना चाह रहा था.

लेकिन मेरा लंड बेकाबू होने लगा और मैने साडी के उपर से ही एक धक्का दे दिया जिससे उसे शायद तकलीफ़ हुआ और वो उठ पड़ी मैने झट से दूसरी तरफ मूह करके सो गया वो उठी लेकिन कुछ नहीं बोली मुझे मैने थोड़ी देर बाद जब उसकी तरफ घुमा तो देखा वो सो गई थी मैने फिर अपना लंड उसकी गांद मे जैसे ही सटाने गया तो देखा के उसकी साडी उपर उठी हुई है सिर्फ़ वो पेंटी ही दिख रहा था उफफफ्फ़ उसकी गांद मैने जो सोचा था उससे भी बड़ी बड़ी थी और मस्त थी मैं मदहोश होने लगा.

अब तो मैं समझ गया था के उसे भी मेरी लंड को अपने गांद मे लेना है तभी तो वो साडी को उपर कर रखी है फिर मैने हल्के से उसकी पेंटी को निचे किया, अब मैं बर्दस्त नहीं कर पा रहा था मैने अपना लंड बाहर निकाला और उसकी गांद की बीच मे रखा इतने मे वो हल्का हिल्के आगे की तरफ चली गई मैं समझ गया के ये जाग कर है फिर मैने उसकी छेद मे अपना हिलाते हिलाते एक जोर का झटका मारा जिससे मेरा लंड तो अंदर नहीं गया लेकिन वो चिल्लाई अहह मा और आगे की तरफ बढ़ गई मैं वैसे ही रहा फिर 5 मिनट बाद उसने अपना गांद वापस मेरे तरफ किया मैं समझ गया के अब इसे लंड अंदर देना ही होगा. उसकी गांद मे कभी उसके पति ने लंड नहीं दिया था इसलिए उसकी गांद की छेद छोटी सी ही थी

लेकिन गांद बहुत बड़ी बड़ी थी फिर मैं अपने हाथो मे बहुत सारा थूक लिया और अपनी लंड मे लगाया ओरब उसकी गांद मे भी लगाया और फिरसे उसकी गांद मे लगा कर एक जोरदार धक्का मारा इस टाइम मैने उसकी मूह पे हाथ लगा रखा था ताकि वो चिल्लाए तो आवाज़ कोई नहीं सुने जैसे ही मैने अपना लंड का जोरदार धक्का मारा वो बहुत जोर से छटपटाने लगी और मेरा लंड आधा अंदर चल गया और उसकी गांद से कुछ पानी जैसा निकालने लगा मैने अपना लंड वैसे ही रखा थोड़ी देर तक तब तक मुझे समझ मे आगेया था के ये खून निकल रहा है

थोड़ी देर बाद उसने छटपटाना बंद किया तो मैं वैसे ही आधा लंड को अंदर बाहर करने लगा फिर देखा वो भी अपना गांद आगे पीछे कर रही है तो मैने अपना हाथ उसके मूह पर फिरसे रखा दबाया और एक और झटका मार दिया जिससे मेरा पूरा लंड अंदर चला गया था और इस बार वो आगे की तरफ भागने लगी और बोलने लगी के बाहर निकालो बाहर निकालो मैं डर गया था लेकिन वैसे मूह को दाब के रखा वो जैसे पूरी स्लीपर मे लेट के ही नाच रही थी करीब 10 मिनट वैसे ही कर रही थी

फिर थोड़ी देर बाद वो अपना गांद पीछे की तरफ धक्का देकर बोली अब चोद मेरी गांद को मैं सुन कर ये बात जोश मे आ गेया और और फिर चोदना चालू किया उसकी गांद मे झटके पे झटका मार रहा था और पूरी तरह मदहोश होकर अपना गांद मेरे लंड की तरफ धक्के दे रही थी 10 मिनटतक इसी तरह गांड चोदता रहा,

फिर देखा के स्लीपर के पर्दे हट रहे है मैं समझ गया के कोई आ रहा है उपर को मैने जल्दी से अपना लंड बाहर निकाला और वो भी जल्दी से अपने शादी को अपने गांद के उपर ढक ली लेकिन पेंटी वैसे ही एक पैर मे रह गया मैं अपना साइड चेंज कर के देखा तो सौरभ ने उसके लड़के जो 3 साल का था उसे उपर भेज कर रेखा से कहा लो ये सोना चाह रहा है और वो चला गया रेखा उसे लेकर अपने बगल से चादर निकल कर उसे ओढ़ा दी.

फिर वो उसे सुलाने लगी लेकिन उसका गांद मेरे गांद मे सट रहा था मैं समझ गया के ये फिरसे लंड डालने को बोल रही है मैं फिर उसके तरफ घुमा देखा वो उसे दूध पिला रही है लेकिन उसकी गांद पूरा मेरे तरफ है और मुझे इसरा से बोली के ले डाल मैं अपना लंड पैंट से बाहर निकाला और उसकी साडी के उपर से उसकी गांद मे अपना लंड रख कर एक जोर से धक्का दिया मेरा लंड पूरा अंदर चला गया और वो आगे की तरफ चली गई जिससे उसका लड़का मेरी तरफ आँख करके देखने लगा

लेकिन फिर भी रेखा ने अपनी गांद को नहीं ढका और ना मुझे हटने को कहा वो बोली चोदना अब मैं भी चोदना चालू कर दिया धक्के पे धक्का मारने लगा वो भी उफफफफ्फ़ ,,,, आह . ह्म कर रही थी और अपने बच्चे को दूध पीला रही थी ये सब आवाज़ वो बचा सुन रहा था और आँख फाड़ कर अपनी मा की ओर देख रहा था थोड़ी देर बाद मेरा लंड सांत हुआ मैं अंदर ही झड़ गया और वो भी शांत हो गई मैं भी करवट लेकर सो गया!!!

करीब 1 घंटे बाद मेरी नींद टूटी मुझे अचानक मेरा लंड कही गीली जगह जाने की महसूस हो रही थी तभी मैने देखा के रेखा मेरे लंड को अपने मूह के अंदर लेने की कोसिस कर रही है लेकिन नहीं जा रहा है मैने उसकी मदद की मैने उसकी गालो को दोनो तरफ से फाड़ा और उसकी मूह मे अपना लंड घुसा दिया जिससे मेरा लंड आधा अंदर चला गया और वो ज़ोर ज़ोर से चूसने लगी लालीपोप की तरह कुछ देर बाद मैने अपना लंड बाहर निकाला और उसकी चूत की ओर झुका वो पहले से ही पेंटी हटा चुकी थी मैने उसकी साडी को उपर करके उसकी चूत को चाटने लगा उफ़फ्फ़ उसकी चूत यार क्या बतौ एकदम पिंक था ऐसा लगता था और एक टाइट ऐसा लगता था के किसी ने अभी तक उसे चोदा ही नहीं

5 मिनट तक मैने उसकी चूत चाटी फिर वो पागलो जैसी करने लगी बोलने लगी ड़ाल मेरी चूत मे अपना लंड ड़ाल जल्दी मैं उठा और उसके उपर लेट गया और उसकी साडी को उतार फेका और अपना लंड मे तोड़ा थूक लिया फिर उसकी चूत मे रख कर एक जोरदार धक्का दे मारा इससे वो चिल्ला पड़ी लेकिन उसकी आवाज़ उसी स्लीपर तक रहा क्यू के गाड़ी काफ़ी तेज थी लेकिन उसका लड़का उठ पड़ा और उठ कर बैठ गया मैं जल्दी से हटने लगा तो वो बोली नहीं रहने दे इसे अंदर चोद मुझे भले कोई भी देखे कोई फ़र्क नहीं पड़ेगा बस मुझे चोद सबके सामने चोद मैं ये सुन कर तोड़ा डरा तो ज़रूर लेकिन मस्त हो गया था और उसे उसके लड़के के सामने चोदने लगा उसकी चूत मे मेरा आधा से ज़्यादा लंड था

मैं तोड़ा और उसपे लेट कर धक्का देने लगा वो मुझे गलिया दे रही थी और बक रही थी की चोद आज मेरा चूत फाड़ दे मैं ये सुन कर और जोर जोर से चोदने लगा मेरा लंड 1 सेकेंड मे 3 बार अंदर बाहर कर रहा था इससे वो अपना गांद उठा रही थी फिर गिरा रही थी इसी बीच मैं उसकी चुचि को हाथ से ज़ोर ज़ोर से मल रहा था तो देखा के उसका ब्लाउस पूरा भींग गया है मैं समझ गया के इसका दूध निकल रहा है मैं

फिर उसका ब्लाउस उतरा और उसकी चुचि को अपने मूह मे लगा लिया और हाथ से ज़ोर ज़ोर से मसल रहा था और उसको अपना पूरा लंड अंदर बाहर कर रहा था जिससे वो मस्त होती जा रही थी अपने हाथो से मेरे सर को अपनी चुचि मे दबाए जा रही थी और बक रही थी उफफफ्फ़ ये तेरा लंड इतना बड़ा है कहा था तू इतने दिन से उफ़फ्फ़ ह ह्म आह चोद मुझे और चोद पूरी रात चोद मैं भी अपना लंड पूरा बाहर बिकलता और अंदर उसकी चूत मे डाल देता था

जब मैं अपना लंड डालने को जाता तो वो अपना गांद नीचे की तरफ कर लेती थी और उसकी मूह से उफ़ उफ़ की आवाज़ आ रही थी करीब 30 मिनट तक मैं उसकी उसी तरह चुदाई किया फिर लास्ट मे जब मैं झड़ने लगा तो वो भी करीब 3 बार झड़ चुकी थी ये सब उसका बेटा देख रहा था मैं धक्का पे धक्का मारा जा रहा था और उसकी चूची से दूध भी पिया जा रहा था बचो की तरहा वो भी पूरा मदहोश होकर अपना पूरा साडी खोल चुकी थी और मेरा साथ दे रही थी और बोले जा रही थी उफफफफफ्फ़ अब तू हर रोज़ मुझे रंडी बना कर चोदेगा

उम्म्म , ह और जोर से चोद उफफफ्फ़ ह उम्म्म आह फाड़ दे मेरी चूत को खून निकाल दे आअह आअह फाड़ दे मेरे चूत को आअह आअह आअह आअह आअह आअह आअह ऊह्ह्ह.

अंत मे मैं अपना पानी उसके चूत मे ही छोड दिया हमलोग शांत हो गये !! और फिर वो साडी को उसी तरह ठीक से पहनी और अपने बचे को लेकर लेट गई उसे सुलाने लगी उस रात मैने उसे सिर्फ़ 3 बार ही चुदाई की लेकिन आज भी मैं उसे चोदता हू कभी जब उसका पति नहीं रहता है तो उसे मेरा लंड इतना पसंद आया के वो पागल हो गई और हमेशा मुझे बोलती रहती है की जब भी तुम्हे टाइम मिले आ जाया करो मेरे चूत में बहुत खुजली होते रहती है, मुझे चोद दिया करो ताकि मेरे चूत की खुजली शांत हो जाए.

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