पति पत्नी की अदला बदली

हैल्लो दोस्तों,  आज में अपनी सच्ची स्टोरी आप सबको सुना रहा हूँ, जो आपको बहुत पसंद आएगी. में 56 साल का हूँ और मेरी वाईफ 53 साल की है, मेरा नाम ललित और मेरी वाईफ का नाम सुशीला है. मेरी हाईट 5 फुट 5 इंच, वजन 75 किलोग्राम और मेरी वाईफ की हाईट 4 फुट 9 इंच, वजन 60 किलोग्राम है, अब मेरे बाल भी झड़ रहे है और सुशीला भी हेयर विग लगाती है. हमारी शादी को हुए 32 साल हो गये है, हमारे दो बेटे है जो बाहर रहते है, उन दोनों की शादी हो गई है.

मेरी वाईफ शक्ल से गोरी और मोटी है, उसका फिगर साईज 38-40-42 है और में भी मोटा हूँ, छाती 42, कमर 40 है, मेरा लंड छोटा करीब 4 इंच लम्बा और 2 इंच मोटा है. मेरे बेटो के जाने के बाद हम दोनों मिया बीवी अकेले हो गये थे. अब हमें हमारी सेक्स लाईफ बोर लगने लगी थी और में सुशीला को बोलता था कि तुम्हारी हाईट बहुत छोटी है तो मज़ा नहीं आता है कम से कम 5 फुट हाईट तो होनी चाहिए, में उसको ताना देता था कि तुम्हारा मैच तो मेरे दोस्त नरेन्द्र से मिलता है, जिसकी हाईट मुश्किल से 5 फुट से थोड़ी ज़्यादा थी.

फिर कुछ दिन तो वो सुनती रही और एक दिन बोली कि आप का मैच भी सरिता से मिलता है यानि नरेन्द्र की वाईफ जो 5 फुट से ज़्यादा लंबी थी. यह बात उसने जब कही जब में उसकी चुदाई कर रहा था, तो यह सुनते ही मुझे लगा कि मेरे नीचे सुशीला नहीं सरिता है और मुझे चुदाई करने में और मज़ा आने लगा और सुशीला मुझे बहुत अच्छी लगने लगी. अब में कस-कसकर चुदाई करने लगा था, तो तभी वो बोली कि वाह आज तो मुझे बहुत मज़ा आ रहा है और जब हम दोनों झड़ गये तो हमें लगने लगा कि दूसरे के बारे में सोचकर चोदने में बहुत मज़ा आता है.

फिर एक दिन नरेन्द्र और सरिता हमसे मिलने आए, तो हमें लगा कि जिस घड़ी का इंतज़ार कर रहे है वो घड़ी आ गई है. फिर हम लोगों ने खाना खाया और हॉल में बैठकर बातें करने लगे, तो बातें करते- करते मेरी नजर सरिता पर जमने लगी और सुशीला की नजरे भी नरेन्द्र के शरीर पर ठहर गई. फिर मैंने नरेन्द्र से कहा कि सुशीला कद में बहुत छोटी है मेरा मैच नहीं मिलता है, तो सरिता बोली कि यह तो चलता ही है में भी लंबी पूरी हूँ और यह छोटे है, क्या करे? मेरा मैच तुमसे मिलता है और इनका सुशीला से मिलता है. फिर नरेन्द्र बोला कि छोटा बड़ा होने से क्या होता है? लंड बड़ा होना चाहिए, मेरा पूरा 7 इंच का है, तुम्हारा है इतना बड़ा? तो सुशीला बोली कि नहीं इतना बड़ा इनका नहीं है, इनका तो छोटा है. फिर इसी तरह चुहल बाज़ी से हम हॉट होने लग गये तो मैंने कहा कि आज तो अदला बदली हो जाए, देखे किसको किसके साथ मज़ा आता है?

अब नरेन्द्र को मेरी बात जम गयी थी और फिर हम दोनों खड़े हो गये. अब में सरिता के पास बैठ गया था और नरेन्द्र सुशीला के पास चला गया था. सरिता लंबी भरे हुए शरीर की है, वजन 66 किलोग्राम, फिगर साईज 38-36-42 है. फिर मैंने उसकी पीठ पर अपना एक हाथ रखा और उसे अपनी तरफ खींचा, तो वो मेरे सीने से लग गई. फिर मैंने पहले उसके होंठो पर किस किया और फिर उसके होंठो को अपने मुँह में लेकर किस करना शुरू किया और फिर ऊपर से ही उसकी चूचीयाँ दबानी शुरू कर दी, तो वो जल्दी ही हॉट हो गई और मेरे गले में अपनी बाहें डालकर मुझसे ज़ोर से चिपकने लगी.

फिर तभी मैंने उसकी साड़ी खींच दी तो उसका ब्लाउज मेरे सामने आ गया, तो मैंने उसके ब्लाउज के बटन खोल दिए. अब उसकी ब्रा में से उसके बूब्स साफ़-साफ़ नजर आने लगे थे. फिर मैंने उसका ब्लाउज पीछे से उतारकर खोल दिया और उसकी ब्रा के ऊपर से ही उसके बूब्स मसलने लगा. अब उसकी आँखे बंद थी और वो आह-आह कर रही थी.

फिर मैंने उसे खड़ा करके उसकी साड़ी पूरी खोल दी और उसकी ब्रा का हुक खोलकर उसे नीचे फेंक दिया. अब वो सिर्फ़ पेटिकोट में थी, तो तभी मैंने देखा कि नरेन्द्र एकदम पूरा नंगा खड़ा था और सुशीला जो पेटिकोट में थी, उसके बड़े-बड़े बूब्स अपने मुँह में लेकर चूस रहा था. उसका 7 इंच लम्बा और 3 इंच मोटा लंड एकदम तना हुआ था और सुशीला उसको अपने एक हाथ में लेकर मस्त हुए जा रही थी. फिर मैंने यह नज़ारा देखा तो में एकदम हॉट हो गया.

अब मेरा लंड भी मेरी पेंट में हिलोरे लेने लगा था तो तभी में अपने सब कपड़े उतारकर नंगा हो गया और सरिता के पूरे बूब्स को ज़ोर-जोर से अपने मुँह में भरकर चूसने लगा. अब सरिता भी मस्त हो रही थी और अपने एक हाथ में मेरा लंड पकड़कर सहलाने लगी थी. फिर में सरिता को बाँहों में भरकर बेडरूम में ले गया और उसे डबल बेड लेटा दिया और उसके पास बैठकर उसके बूब्स को अपने मुँह में भर लिया. अब उसने मस्त होकर अपनी आँखें बंद कर ली थी.

फिर कुछ देर के बाद नरेन्द्र भी सुशीला को बेडरूम में लेकर आ गया और वो दूसरे बेड पर चले गये. फिर सुशीला ने उसका इतना मस्त लंड देखा, तो वो मस्त होकर बेड के नीचे आकर अपने घुटने पर बैठकर नरेन्द्र का लंबे और मोटे लंड की मुलायम स्किन को खींचकर उसके सुपाड़े को अपने मुँह में लेकर चाटने लगी. अब में भी यह सब देखकर मस्त हो गया और धीरे-धीरे अपने मुँह को नीचे लाया और उसकी नाभि में अपनी जीभ घुमाने लगा और फिर उसकी चूत में क्लिट को चाटने लगा.

फिर सरिता के बदन ने जैसे बिजली का झटका खाया और उसने ज़ोर से मेरा मुँह अपनी चूत पर दबा दिया. अब वो ज़ोर-जोर से आगे पीछे होने लगी थी और मुँह से आवाजे निकाल रही थी आआआआआआआहह और प्यार से और प्यार से चाटो, आआआजज तो माआआआआजा आआआअ आआआ आआआआआआ गयययययययया, ऐसा मज़ा मुझे कभी नहीं आया था. फिर मैंने अपनी जीभ उसकी चूत की दीवारों में घुसा दी और उसे अपनी जीभ से ही चोदने लगा.

अब उधर नरेन्द्र की आवाजें आ रही थी कि सुशीला रानी और चूसो, पूरा मुँह में ले लो, बहुत मज़ा आ रहा है, ऐसा कभी नहीं आया. अब यह बातें सुनकर मेरा लंड अपने आपे से बाहर हो रहा था. फिर तभी एकाएक सरिता बोली कि ओह अब में मर गईईईईईईईईईईईई और फिर उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया. मुझे ऐसा लगा कि मेरे मुँह में उसका रस भर गया और मैंने उसके रस की आखरी बूँद तक चाट ली. अब मेरी बारी थी, फिर मैंने सुमन की दोनों टांगे फैला दी और उसकी दोनों टांगो के बीच में आ गया. फिर उसकी दोनों टांगो को अपने कंधे पर रखकर अपने लंड का सुपाड़ा उसकी चूत के मुँह पर रखकर ज़ोर से एक धक्का दिया, उसकी चूत तो पहले ही पानी से चिकनी थी तो मेरा लंड उसकी चूत में घुसते ही पूरा चला गया और उसकी चूत के तले से जाकर टकराया, तो सुमन के मुँह से एक सिसकारी निकली. फिर मैंने मेरा लंड पूरा बाहर खींचा और फिर ज़ोर से एक धक्का दिया, तो वो मस्ती से किलकारी भरती हुई आवाज़े निकालने लगी आहह करते ज़ाआाआआआआओं, बहुत मजा आआआआआआ रहा है.

अब में ज़ोर-ज़ोर से धक्के लगाने लगा था. फिर तभी सुमन बोलने लगी कि और ज़ोर से चोदो, राज़ा फाड़ दो मेरी चूत को, आआआआआआ करते ज़ाआआआआओ, ओह-ओह में हाईईईईईईई गईईईईईईईईईई, में हाईईईईईईईईईईईईई गई और इस तरह से आनंद लेते हुए उसकी चूत ने एक बार फिर से अपना पानी छोड़ते हुए मेरे लंड का अभिषेक कर दिया. अब में और ज़ोर-ज़ोर से धक्के मारने लगा था और मुझे ऐसा लगा कि दुनिया की सारी मस्ती मेरे लंड पर आ गई है और मैंने आआआआआआ करते हुए मेरे लंड ने पिचकारी छोड़ दी और उसकी सारी चूत मेरे वीर्य से भर गई. अब उसने मस्त होकर अपनी आँखें मूंद ली थी.

फिर कुछ देर तक में इसी तरह से पड़ा रहा और फिर हम अलग हो गये. अब उधर नरेन्द्र भी सुशीला की मस्ती से चुदाई किए जा रहा था. अब सुशीला को उसके लंबे मोटे लंड की चुदाई में बहुत लुत्फ़ आ रहा था. अब वो आहह, ऊहहहह की आवाजें निकाल रही थी और बोल रही थी कि आज जैसा मजा कभी नहीं आया, किए जाओ, किए जाओ, मेरी चूत फाड़ दो और जोर से, ओह में अब झड़ने वाली हूँ, आआआआआआआ, आहह करके उसने अपनी चूत के पानी से नरेन्द्र के लंड को नहला दिया. अब नरेन्द्र ज़ोर जोर से उसकी चुदाई किए जा रहा था, तो तभी एकाएक उसके धक्को की स्पीड बढ़ गई और ओह कहते हुए उसके लंड ने सुशीला की चूत में फव्वारा छोड़ दिया. अब सुशीला ने मदहोशी में अपनी आँखें मूंद ली थी. फिर इसी तरह से हमारा यह सिलसिला काफ़ी दिनों तक चलता रहा और हमने खूब मजा किया.

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