पराई बीवी को रखैल बनाकर सुहागरात मनाई

हैल्लो दोस्तों आप सभी पढ़ने वालों के लिए में अपनी एक मस्त पहली चुदाई की सच्ची घटना को आप सभी को सुनाने के लिए यहाँ तक पहुंचा हूँ और इसमें आज में आप सभी को बताने जा रहा हूँ कि कैसे मैंने अपने मकान मालिक की पत्नी को जमकर चोदा और उसकी चुदाई के मज़े लेकर उसको पूरी तरह से संतुष्ट किया? दोस्तों अब में आप सभी को अपना परिचय देते हुए अपनी आज की कहानी को सुनाता हूँ.

दोस्तों मेरी उम्र 25 साल है और में हैदराबाद का रहने वाला हूँ. में बहुत अच्छे हंसमुख स्वभाव का अच्छा सुंदर दिखने वाला गोरे रंग का लड़का हूँ और मुझे देखकर हर कोई मेरी तरफ आकर्षित हो जाता है. मेरी लम्बाई 5.6 और मेरे लंड का आकार 6 इंच है जो किसी भी आकार की छोटी, मोटी चूत को अपनी चुदाई से पहली बार में ही पूरी तरह से संतुष्ट करने के लिए बहुत है और मैंने अपनी पहली चुदाई करके उस चूत को पहली बार में ही जन्नत के मज़े करवा दिए.

मैंने उसको बहुत जमकर चोदा उसके कामुक गदराए हुए गोरे जिस्म की आग को मैंने शांत किया जिसकी वजह से वो मुझसे बहुत खुश हुई और उसने मुझे अपनी चुदाई के वैसे बहुत सारे मौके दिए और हर बार मैंने उसको चोदकर अपने लंड को शांत किया तब मुझे असली चुदाई कैसे होती है और उसमे कैसा मज़ा आता है यह सब पता चला. अब आप सभी को ज्यादा बोर ना करते हुए में सीधा अपनी कहानी को सुनाना शुरू करता हूँ.

दोस्तों यह घटना मेरे साथ तब घटी जब में अपनी पढ़ाई को खत्म करके अब काम की तलाश में था और मुझे बहुत ही जल्दी एक बहुत अच्छी कंपनी में नौकरी मिल भी गई थी, मुझे वहां से अच्छी ख़ासी तनख़्वा भी मिल रही थी और इस दौरान मुझे एक घर की तलाश में हैदराबाद आना पड़ा और फिर मुझे एक रूम किराए से मिल गया, वो एक मकान मालिक के साथ रहने वाला घर था उस मकान के तीन कमरों को घर के मालिक अपने काम में लेते थे और बच्चा एक रूम उसको में अपने काम में लेता था.

दोस्तों उस घर में तीन लोग रहते थे और उस घर के मालिक जिनका नाम राहुल है, उसका अपना खुद का व्यापार है, उनकी पत्नी जिसका नाम जया है. वो एक ग्रहणी है और उनकी लम्बाई 5.3 गोरी मस्त दिखने वाली औरत है, उनके बदन का आकार 34-26-36 है और उनके बूब्स बहुत बड़े भरे हुए है, गोरा बदन, काले लंबे बाल, गोल बड़ी आखें, उनकी एक लड़की जिसका नाम कावेरी और एक लड़का जिसका रोहित है.

दोस्तों उनकी वो लड़की उस समय अपने घर से बाहर किसी होस्टल में रहकर अपनी पढ़ाई कर रही थी और उनको वो लड़का अभी उम्र में चार साल का था इसलिए वो घर में ही रहता था और मुझे बाद में पता चला कि जया के साथ राहुल की यह दूसरी शादी है और यह लड़का जया की पहली संतान है और राहुल की वो दूसरी संतान है, राहुल की पहली पत्नी जिसका नाम शालिनी था उसकी कुछ सालों पहले एक रोड़ एक्सिडेट में मौत हो गई थी और उसके बाद ही राहुल ने अपने माता पिता के कहने पर दूसरी शादी की उसके माता पिता उसके गाँव में रहते है वो कभी कभी यहाँ आते है और राहुल को अक्सर उसके बिजनेस की वजह से दूसरे देशो में जाना पड़ता था और इसलिए जया के कहने पर उन्होंने अपने घर का एक रूम किराए पर देने के लिए विचार बनाया था, जिसकी वजह से जया को उसके पति के चले जाने के बाद अकेलापन महसूस ना हो और जब में रूम के लिए पहली बार उनके घर पर गया तो झट से वो मुझे रूम देने के लिए तैयार हो गए, क्योंकि में कुंवारा था और में अच्छा पैसा भी कमा रहा था.

मुझे पूरी तरह से परखने के लिए राहुल भी करीब चालीस दिन तक घर से ही रहकर अपना काम संभाल रहे थे और में तो बस 15 दिनों में ही उन लोगों से बहुत अच्छी तरह से घुलमिल गया था जिसकी वजह से में उनके घर का अब एक सदस्य बन चुका था और में वहां पर उन लोगों के साथ बहुत खुश था.

दोस्तों मेरे ऑफिस में मेरी नौकरी के दिनों में सोमवार से शुक्रवार तक ही काम होता था और दो दिन फ्री टाइम पर में उनके घर के काम में उनकी मदद किया करता था और में उनके बच्चे के साथ भी खेला करता था, जिसकी वजह से वो भी बहुत खुश रहते थे और मैंने भी तब तक अपनी किसी भी हद को पार नहीं किया था.

दोस्तों वो दोनों पति और पत्नी एक दूसरे के साथ बहुत प्यार से रहते थे, लेकिन रात के समय में वो हर रात को लड़ाई किया करते थे और जया की बातों से यह मुझे साफ साफ ज़ाहिर होता था कि उसकी शारीरिक भूख को शांत करने के लिए उसके पति का योगदान बहुत कम था या एकदम नहीं के बराबर था. यह बात मुझे एक महीने के भीतर ही पता चल चुकी थी, क्योंकि उन लोगों के बेडरूम और मेरे रूम के बीच में एक दरवाजा ही था.

एक बार सोमवार के दिन राहुल को अपने काम की वजह से दूसरे देश में जाना था और उसका वो ट्रिप करीब बीस दिन का था और उसको पहले बेंगलोर, गोवा, मुंबई और फिर उसके बाद बाहर दूसरे देश में जाना था. फिर जब में सोमवार के दिन अपने ऑफिस से वापस आया तो जया ने मुझसे कहा कि आज से तुम खाना हमारे साथ ही खा लेना, जब तक राहुल वापस ना आ जाए और मैंने हाँ कह दिया. उस दिन मैंने खाना खाने के बाद थोड़ी सी गपशप करके में करीब दस बजे रात को सो गया, लेकिन सर्दी की वजह से कुछ देर बाद मेरी नींद अचानक से खुल गई.

करीब रात के 11.00 बजे का समय हुआ था और उसी समय मुझे एक अजीब सी आवाज़ सुनाई दी, तब मैंने जाकर उस बीच के दरवाजे से पास वाले कमरे के अंदर झांककर देखा तो उस समय मैंने देखा कि जया उस समय पूरी नंगी होकर अपने बिस्तर पर लेटी हुई थी और वो अपनी गोरी, चिकनी, गरम चूत में अपनी दो उँगलियों को डालकर उसका पानी बाहर निकालने की कोशिश कर रही थी और वो थोड़ी देर के बाद अपनी चूत को शांत करके वैसे ही सो गई, लेकिन मुझे तो उस रात को वो सेक्सी द्रश्य देखकर पूरी रात नींद ही नहीं आई. में उसके बारे में ही सोचता रहा.

दूसरे दिन रात को भी ठीक वैसा ही हुआ था और उस समय तक में थोड़ा सा नासमझ था, क्योंकि में तब तक समझता था कि शारीरिक भूख केवल मर्दों को ही होती है और उस दिन रात को में पहली बार में जया के बारे में सोचकर मुठ मार रहा था और फिर अपने लंड के शांत हो जाने के बाद पता नहीं कब में सो गया और अगली सुबह पूरा दिन जब भी मेरा लंड उसके विचार से खड़ा होता तब में मुठ मारकर मेरे अंदर की आग को शांत करने की कोशिश किया करता था, लेकिन मैंने इस बात को भी नहीं सोचा था कि जया उस दरवाजे से मुझे देख भी सकती है और रविवार के दिन भी में वैसे ही नंगा होकर मुठ मार रहा था कि तभी अचानक से जया मेरे रूम के दरवाजे के पास आकर खड़ी हो गई और उसने दरवाजे को खोल दिया. में तो उस समय जोश में होने की वजह से मैंने अपने हाथ को मेरे लंड पर ढक लिया, लेकिन जया मुझे नंगा देखकर वापस चली गयी.

तब मुझे मेरी गलती का अहसास हुआ और मेरी ग़लती सिर्फ़ यह है कि लंड को साफ करके बाथरूम से आने से पहले मैंने अपने रूम दरवाजा बंद नहीं किया था. फिर शर्म की वजह से मैंने मुठ मारना बंद किया और थोड़ी ही देर के बाद में बाहर चला गया और फिर में शाम को पांच बजे वापस आ गया.

फिर उस रात को में खाने के लिए जया के पास भी नहीं गया, लेकिन फिर भी जया मेरे कमरे में आकर मुझे आने के बोलने लगी और उसके कहने पर में खाना खाने के लिए चला गया और खाना खाते समय जया मुझसे मेरे बारे में पूछताछ करने लगी. इस बीच मैंने उसको बताया कि मेरी शादी के लिए मेरे घर वाले कोई अच्छी लड़की देख रहें है और उसी समय झट से जया ने कहा कि हाँ तभी तो तुम अभी से ही उसके लिए तैयार होना चाहते हो.

अब में उसके मुहं से वो बात सुनकर बिल्कुल चुप हो गया और मैंने सुबह जो भी हुआ था उसके लिए उससे मुझे माफ़ करने के लिए कहा, लेकिन जया ने इस बात पर इतना गौर नहीं किया और अब वो मुझसे कहने लगी थी कि हर एक औरत या मर्द को अपनी शारीरिक भूख को शांत करना होता है चाहे वो उसके लिए कुछ भी कर सकते है, चाहे वो सब काम शादी से पहले या शादी के बाद और फिर उसने मुझे बताया कि वो भी अपनी चूत को शांत करने के लिए उसमे उंगली किया करती है और उसने पूछा कि क्या तुम यह सब बाते जानते हो?

तब मैंने उसको अपने मन की सारी बातें सच सच बताई कि हाँ मैंने आपको चोरी-छिपे कई बार ऐसा करते हुए देखा है, इसलिए तो में तुम्हे सोच सोचकर इन दिनों मुठ भी मार रहा हूँ. फिर मेरे मुहं से यह बात सुनकर जया हंसने लगी और वो बोली कि तो ठीक है हम दोनों ही एक दूसरे को नंगे तो पहले से ही देख चुके है फिर हम दोनों के बीच में यह सब शरम क्यों? क्यों ना हम दोनों अपनी भूख को एक साथ मिलकर शांत करे लें.

दोस्तों में तो उसके मुहं से यह बात सुनकर एकदम चकित रह गया और उस वजह से मेरा मुहं एकदम ही बंद हो चुका था. तभी जया मुझसे अपने मन की बात खुलकर कहने लगी कि अब में भी अपने पति राहुल से बहुत तंग आ चुकी हूँ मेरी यह पहली शादी है, लेकिन राहुल की यह दूसरी शादी है इसलिए मेरे साथ सेक्स करके एक बच्चा पैदा करके अब राहुल एकदम शांत हो गया है और वो मेरे इस जिस्म की उस भूख को भी अब पूरी तरह से नज़र अंदाज कर रहा है और मुझे तो यह शादी उससे अपने माँ, बाप के ज़ोर जबरदस्ती की वजह से करनी पड़ी, क्योंकि हम दोनों के बीच में उम्र का अंतर करीब 15 साल है.

में अब 30 साल की हुई हूँ और वो है 45 साल के. दोस्तों में तो अब उसकी वो बातें सुनकर बिल्कुल ही परेशान हो चुका था और मुझे वो सब कुछ समझाने के लिए जया ने एक उधारण भी बताया कि हर एक औरत या मर्द को मज़े मस्ती करने का समय 16 साल से 40 साल के बीच का होता है और इस 15 साल में उनका सोने, खाने, पीने में तो कम से कम 10 साल चले जाते है और फिर बचे 5 साल में वो क्यों ना ऐश करे? दोस्तों ऐसी बातें करके जया मुझे हर तरह से अपनी चुदाई करने के लिए मनाना चाहती थी और तब मैंने उससे पूछा कि तो में अब क्या करूं तो उसने मुझे बताया कि तुम मुझे अपनी पत्नी बना लो.

मैंने उससे पूछा कि वो कैसे? तभी उसने झट से कहा कि जब भी राहुल घर पर नहीं रहेंगे तब में तुम्हारी पत्नी बन जाती हूँ और बाकी के समय में राहुल की पत्नी बन जाउंगी और ऐसा कहते हुए वो अपने हाथ को मेरे बालों में घुमाना चाहती थी, परंतु मैंने उनसे कहा कि ऐसे मामले में तो मेरा बिल्कुल भी अनुभव नहीं है, में तुम्हारे लिए क्या कर सकता हूँ? तब जया ने बताया कि में तुम्हे सब कुछ सिखाती हूँ और में तुम्हे औरतों के मामलों में तो एकदम अनुभवी बना दूंगी. अब मेरा लंड धीरे धीरे खड़ा होने लगा था.

फिर भी मैंने अपने आप पर कंट्रोल करके उनसे एक दिन का समय माँगा और मेरे मुहं से यह बात सुनकर जया ने कहा कि क्या सिर्फ़ एक दिन? इसका मतलब कल शाम पांच बजे तक ही? दोस्तों तब तक मैंने खाना खा लिया था और उसके बाद में मेरे रूम में आ गया था. मेरी सोच इस बात पर थी और उस रात को मुझे नींद भी नहीं आ रही थी, लेकिन दूसरी तरफ जया को पूरी तरह से विश्वास था कि में उसकी बात मान लूँगा और उस रात को देरी से सोने की वजह से में सुबह 10 बजे को उठा और मैंने अपने ऑफिस में फोन लगाकर उनको बताया कि आज मेरी तबियत ठीक नहीं है और में उस वजह से दो या तीन दिन तक ऑफिस नहीं आ सकता.

फिर में उसके बाद ब्रश करने के लिए बाथरूम में चला गया और जब में ब्रश कर रहा था तो जया ने आकर मुझसे पूछा क्यों क्या हुआ समझ गये ना ठीक तरह से मेरी बात को? अब मैंने उसको कहा कि मुझे आपने अभी शाम तक का समय दिया है ना इसलिए आप मुझे सोचने का थोड़ा सा समय तो दो. उनको यह बात कहते हुए में सीधा बाथरूम में चला गया.

नहाने के कुछ देर बाद में सीधा फिल्म देखने के लिए चला गया और उस फिल्म का नाम था ‘’द सीक्रेट्स ऑफ वुमन” और उस फिल्म को देखने के बाद मैंने मन ही मन में सोच लिया था कि उसको में अपनी पत्नी जरुर बनाऊंगा, इसलिए मैंने घर जाने से पहले बाहर बाजार से फूल भी में अपने साथ में लेकर गया जिससे चुदाई का माहोल अच्छा हो, जब में अपने रूम पर करीब शाम के 7 बजे आया तो मैंने देखा कि जया उस समय बहुत दुखी नजर आ रही थी में अपने कपड़े बदलकर उसके पास चला गया. तभी जया ने मुझे देखते ही मुझसे पूछा कि क्यों अब तो बोलो क्या तुम मुझे अपने पत्नी बनाओगे या नहीं? मैंने उससे कहा कि हाँ तुम आज से मेरी पत्नी यानी मेरी रखेल हो और मेरे मुहं यह शब्द सुनकर जया बहुत खुश होकर झट से मुझे किस करके बोली कि तो आज रात ही हमारी पहली सुहागरात है.

मैंने कहा कि हाँ ठीक है तो आज जल्दी ही हम खाना खा लेते है, रोहित तो रात को 8 बजे को ही सो गया, जया ने उसको उठाकर पास वाले कमरे में सुला दिया उसके बाद हम लोग जल्दी से खाना खाकर रात 8.30 तक जया के बेडरूम में आ गए. जया जोश में आते हुए कह रही थी कि में तो पूरे दिन तुम्हारे लिए तड़प रही थी. तब मैंने उसको बोला कि क्यों अभी तो हमारे पास पूरे 13 दिन बाकी है ना? तो जया झट से यह बोली कि 13 दिन नहीं हमारे पास अब बची हुई पूरी जिंदगी पड़ी है. दोस्तों मुझे तो उसके मुहं से वो बात सुनकर हंसी आई और तब मैंने जया को अपनी बाहों में उठाकर उसको बेड पर लेटा दिया, मैंने पहले से ही जया से कहा कि मेरा यह पहला अनुभव है मुझे तुम ही सब कुछ सिखाना.

उसने जवाब दिया कि में अपने उस वादे के हिसाब से तुम्हे तो इस काम में एकदम अनुभवी बनाऊंगी, क्यों ठीक है ना? मैंने कहा कि हाँ ठीक है. फिर उसके बाद मैंने जया से उनके कपड़े उतारने के लिए बोला जया ने अपनी साड़ी और ब्लाउज को उतार दिया और में भी तब तक पूरा नंगा हो चुका था, मैंने जया की ब्रा के हुक को खोलकर जब उसको नीचे उतारा तो उनके तने हुए निप्पल को देखकर मेरा लंड झट से तनकर खड़ा हो गया क्योंकि मैंने देखा कि उसने तो अपनी चूत को भी पहले से ही एकदम साफ कर लिया था में तो उसके संगमरमर के बदन को देखकर बिल्कुल हैरान हो गया. अब जया ने मेरे लंड पर अपनी नज़र को डालते हुए मुझसे बोली कि तुम्हारा यह डंडा तो बहुत ही बड़ा है और यह मुझे बहुत ही दर्द करेगा, मैंने तो इतना बड़ा केवल ब्लू फिल्मों में ही देखा था, तुम थोड़े धीरे से धक्के मारना प्लीज़.

अब जया ने मेरे लंड को अपने हाथों में लेकर वो उसको कुछ देर तक सहलाती रही और में भी उसके गोरे गोरे और रसीले बूब्स को दबाता रहा, जब मेरे लंड के टोपे पर पानी निकल गया तो मैंने मुस्कुराते हुए जया के सर को पकड़कर झुकाते हुए उसके हाथों को अपने लंड के पास सटा दिया. फिर जया पहले तो अपनी जीभ को बाहर निकालकर उससे मेरे लंड को चाट रही थी और उसके बाद वो मेरे लंड के टोपे को अपने मुहं में लेकर अपने सर को अब धीरे धीरे ऊपर नीचे करते हुए मेरे लंड को चूसने लगी थी जिसकी वजह से थोड़ी ही देर में मेरा लंड अब चुदाई के लिए बिल्कुल ही तैयार हो गया था, इसलिए अब मैंने जया को लेटने के लिए बोला और मैंने उसके बूब्स को दबाने का काम जारी रखा जिसकी वजह से जया जोश में आकर मोन करने लगी अहह्ह्हह्ह्ह्ह अहूऊऊऊ आराम से मसलो ऊऊह्ह्ह्ह मुझे बहुत दर्द हो रहा है आईईईईईई प्लीज और थोड़ी ही देर के बाद जया ने कहा कि में अब झड़ने वाली हूँ आह्ह्ह्ह. अब में जया के ऊपर चढ़ गया और में उसको ज़ोर से चोदने के लिए मैंने उसकी चूत के छेद को खोलने के लिए बोला. तब जया अपने दोनों हाथों से उसकी चिकनी चूत को खोल दिया. फिर मैंने उसकी चूत पर अपना लंड सटाते हुए एक ज़ोर का झटका मारा, जिसकी वजह से लंड चूत को फैलाता हुआ अंदर जा पहुंचा.

फिर जया ने ज़ोर से आह लेते हुए पूरी तरह से जैसे वो उछल पड़ी.

मैंने उससे पूछा कि क्या तुम्हे दर्द हुआ? तब जया बोली कि हाँ आअहहह्ह्ह्हह अब मैंने अपनी कमर को धीरे से धक्के देकर हिलाना शुरू कर दिया और उसके निप्पल के दूध को भी में पीता रहा, लेकिन जया तो मेरे हर एक झटके के साथ ज़ोर ज़ोर से सिसकियाँ ले रही थी. अब जया को ऐसा करते हुए देखकर मैंने उसके बूब्स को अपने मुहं से बाहर निकालकर उससे पूछा क्यों क्या हुआ दर्द हो रहा है?

जया ने कहा कि हाँ तुम थोड़ा धीरे धीरे धक्के मारो अहह्ह्ह्ह उूउफफफफ्फ़ करीब बीस मिनट तक ऐसे ही लगातार हमारी चुदाई चलती रही और मैंने जया से कहा कि में अब झड़ने वाला हूँ. फिर जया ने मुझसे कहा कि अंदर ही डाल देना प्लीज और फिर झड़ने के बाद मैंने जया से पूछा कि कैसा लगा? उसने मुझे बताया कि बहुत अच्छा लगा, उसके बाद मैंने जया से कहा कि अभी तो मेरा लंड तुम्हारी चूत के अंदर केवल थोड़ा ही घुसा है जब में अपना पूरा लंड तुम्हारी चूत के अंदर डालकर धक्के दूंगा तब तुम्हे और भी ज़्यादा मज़ा आएगा.

मेरी तो यह पहली चुदाई थी, इसलिए में बहुत ज़्यादा जोश में था और उस वजह से अपना पूरा लंड तुम्हारी चूत में नहीं डाल सका. फिर उसके बाद मैंने अपना लंड उसकी चूत से बाहर निकाला और उससे पूछा कि क्या तुम इसको चाटोगी? वो मुस्कुराते हुए बोली कि आज की तरह मुझे चुदाई का मज़ा कभी नहीं मिला, सही रूप में मेरी सुहागरात तो आज ही है, आज तुमने मुझे चोद ही दिया और अब तुम ही मेरे सब कुछ हो, तुम्हें मुझसे बस एक बार कहने की ज़रूरत है तुम जो भी मुझसे कहोगे में वो सब करूँगी बस केवल तुम मुझे ऐसे ही यह मज़े हमेशा देते रहना और मुझसे इतना कहकर उसने मेरा लंड अपने मुहं में लेकर पहले चूसना और उसके बाद चाटना भी शुरू कर दिया और कुछ देर बाद मेरा लंड चाट चाटकर साफ कर देने के बाद वो मुझसे बोली कि उसको पेशाब आ रहा है. फिर में भी उसी समय उठकर जया के साथ ही बाथरूम में चला गया.

अब जया ने मुझसे कहा कि लो अब तुम मेरी चूत पर पेशाब करो और मैंने वैसा ही किया जैसा वो मुझसे करवाना चाहती थी, मैंने खड़े होकर उसकी चूत को अपने पेशाब से नहलाकर मस्त कर दिया और उसके बाद जया ने नीचे बैठकर पेशाब करना शुरू किया और उसके बाद उसने अपनी चूत को पानी से धो लिया. फिर उसके बाद जया ने मेरे लंड को अपने हाथों में लेकर उसके टोपे को खोलकर पानी से साफ किया. अब में उसके साथ ही रूम में वापस आ गया रूम में वापस आने के बाद मैंने जया के हाथ को पकड़कर अपने लंड को उसे पकड़ा दिया और एक बार फिर से लंड को चूसने के लिए बोला, तब जया बेड पर लेट गयी और उसने मेरा लंड अपने मुहं में ले लिया और वो उसको ज़ोर ज़ोर से चूसने लगी थी उसी के साथ साथ में भी उसके दोनों बूब्स को बारी बारी से मसलता गया और में अपने दूसरे हाथ से उसकी चूत को सहला रहा था और साथ ही साथ में अपनी उँगलियों को उसकी चूत के अंदर बाहर भी कर रहा था और थोड़ी ही देर में मेरा लंड दोबारा से तन गया. फिर जया ने मेरे लंड को उसके मुहं से बाहर निकालकर वो कहने लगी कि चलो अब तुम मुझे पीछे से चोदो. वैसे करने में हमे बड़ा मज़ा आएगा और मुझे यह बात कहते हुए जया तुरंत उल्टा हो गई और मैंने उसके पीछे से मेरा लंड उसकी चूत में डालने के लिए एक ज़ोर का झटका मारा तो जया ने दर्द की वजह से कहा कि ऊईईईईइ माँ में मर गई प्लीज थोड़ा धीरे से धक्के मारो ऊउईईईईईईई ना. फिर मैंने उसके सर के बालों को पकड़कर अपने लंड को अंदर डालने का काम लगातार ज़ारी रखा.

दोस्तों में एक तरफ जया की चूत में अपने लंड को अंदर डालने के लिए ज़ोर ज़ोर से झटके मार रहा था तो दूसरी तरफ में उसके बूब्स को बुरी तरह से मसल भी रहा था. फिर कुछ देर के बाद जया ने मोन करते हुए पूछा कि उफफ्फ् और कितना बाहर है? मैंने उसको बताया कि अब बस थोड़ा सा ही बाहर है, तो उसने मुझसे कहा कि तुम अब उसको भी अंदर डाल दो ना आह्ह्ह्हहह ऊओहहह्ह्ह्ह और आज तुम फाड़ डालो मेरी इस चूत को आज तुम इसकी पूरी आग को बुझा दो और मुझे जमकर चोदो और वो यह सब कहते हुए ज़ोर ज़ोर से सांसे खींचने लगी और मेरे धक्को की रफ़्तार की वजह से जया अपनी जगह से दो इंच ऊपर सरक चुकी थी और वो ज़ोर से चीख पड़ी और उसकी वो दर्द भरी चीख पूरे रूम में गूँज उठी और फिर भी मैंने अपनी उस रफ़्तार को वैसे जारी रखा.

दोस्तों कम से कम चालीस मिनट तक यह घमासान चुदाई लगातार चलती रही और आखरी में मेरे लंड का पूरा पानी जया की चूत में गिरा देने के बाद जब मैंने अपना लंड उसकी चूत से बाहर निकाला तो मैंने देखा कि मेरे लंड पर उसके और मेरे वीर्य के साथ साथ थोड़ा सा खून भी लगा हुआ था, मैंने जया को अपने लंड पर लगे हुए उस खून को दिखाते हुए उससे पूछा कि यह क्या है? तो जया ने हंसते हुए कहा कि तुम्हारे इस लंबे और मोटे लंड के लिए मेरी चूत अभी तक कुँवारी थी, इसलिए यह सब तुम्हे नजर आ रहा है और फिर मैंने जया से पूछा कि तुम्हारे पति ने क्या कभी भी तुम्हारी गांड में उनका लंड डालकर धक्के नहीं मारे? तो उसने मुझे बताया कि उसको तो अपनी चूत में ही सही तरह से धक्के नहीं मारने आते तो वो क्या खाक मेरी गांड में धक्के मारेगा? अब थोड़ी देर के बाद में बाथरूम में चला गया और कुछ देर के बाद जब में वापस जया के पास आया और मैंने उनको फ्रेश होने के लिए बोला, लेकिन वो वैसे ही लेटी रही.

फिर में उसको अपनी बाहों में उठाकर बाथरूम में ले गया और इसी दौरान मैंने उसकी खुली हुई चूत को किस किया. फिर मैंने उसको बैठा दिया तो जया ने जब पेशाब किया तब मैंने मग में पानी लेकर जया की चूत पर पानी के छींटे मारकर उसको धो दिया और इसके बाद जया को उठाकर मैंने एक बार फिर से बेड पर लेटा दिया, तभी उसने मुझसे पूछा कि अब क्या है? तो मैंने उससे बोला कि अभी तो असली काम बाकी है मेरी रानी आज तो तुमने मुझे असली जन्नत के मज़े दिए है. में भी तो तुम्हे ऐसा ही मज़ा देना चाहता हूँ.

उससे यह बात कहते हुए में अपने लंड को सहला रहा था. फिर जया मेरे खड़े लंड को देखकर बोली कि प्लीज़ तुम अब रहने भी दो में बहुत तक चुकी हूँ और तुम भी अपनी इस ताक़त को कल के लिए बचा कर रख लो प्लीज अब रात बहुत हो चुकी है और मुझे नींद भी बहुत आ रही है. प्लीज हम कल से दोबारा ऐसे ही मज़े किया करेंगे. दोस्तों मैंने भी उसकी उस बात को मान लिया था और फिर हम दोनों वैसे ही पूरे नंगे एक दूसरे के साथ चिपककर करीब रात के दो बजे हमारी चुदाई को खत्म करके सो गए.

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