हेल्लो दोस्तों!! कैसे हो सारे.. मेरा नाम राहुल है और मैं हिमाचल प्रदेश से हूँ, मेरी हाइट 5.5 तक होगी और थोडा पतला सा हूँ, लेकिन हूँ गुड लूकिंग.. मैं एक अच्छा कोल्लागे विद्यार्थी हूँ और मुझे लड़कियों के बूब्स बहुत ज्यादा पसंद है.चलो अब कहानी पर आता हूँ कहानी कुछ इस प्रकार है की मेरी दोस्त का नाम दीक्षा है और उसकी उम्र 21 है वो अक्सर टॉप जीन्स या स्कर्ट पहनती है. उसका पहले बॉयफ्रेंड था लेकिन अब वो अकेली है. वो एकदम हॉट है, उसका फिगर 34-28-34 है और उसके गोर गोर बूब्स तो पूछो मत किसी की भी हालत ख़राब कर दे..
हम दोनों बहुत घनिष्ट थे एक दुसरे के. जब भी हम कहीं घुमने जाते बाइक पर तो उसके बूब्स मुझे पागल कर देते जब वो पीठ से टच होते तो मेरा वही खड़ा हो जाता.
हम दोनों एक दुसरे के सामने बहुत कम कपड़ो में भी जाते थे जैसे कभी कभी वो ब्रा मैं ही रहती जब मैं उसके रूम में होता लेकिन हमने कभी एक दुसरे के साथ सेक्स नहीं किया था. एक बार मैं उसके रूम गया और वह उसके रूम में अकेली थी.
मैंने उसे कॉल किया तो उसने बताया की वो आ रही है और मैं कुछ खा लूँ. मैंने उसका लैपटॉप ओंन किया और गेम सर्च करने लगा अचानक मैंने एक फोल्डर देखा जिसका नाम पर्सनल स्पेस था.
मैं जब उसे ओपन किया तो उसमे दीक्षा की नंगी पिक्स थी. वो इतनी हॉट लग रही थी की मेरा खड़ा हो गया. मैंने सारी पिक्स देखी हर पिक में वो नंगी थी.
तभी कुछ आवाज आई तो मैंने लैपटॉप बंद किया और देखने गया तो दीक्षा आ गयी थी कुछ देर उससे बात करने के बाद वहां से आ गया. घर गया और दीक्षा के नाम की मुठ मारी और सो गया. फिर रात को दीक्षा का मेसेज आया की मैंने उसके लैपटॉप में क्या किया.
मैं डर गया लेकिन मैंने उसे बता दिया की मैंने उसकी पिक्स देख ली.
मुझे लगा वो गुस्सा होगी लेकिन उसने मुझे एक विडियो भेजी उसमे वो नंगी फिंगरिंग कर रही थी उसके बाद हम रोज सेक्स चाट करने लगे. एक दिन मैंने उसे बोला की मैं तुम्हे चोदना चाहता हूँ. लेकिन वो नहीं मानी और मैं नाराज हो गया. कुछ दिन तक उससे कोई बात नहीं की.
एक दिन वो मुझे मार्किट में मिली और जबरदस्ती मुझे अपने रूम में ले गयी और अन्दर जाते ही वो मुझे किस करने लगी. मैं शॉक हो गया लेकिन थोड़ी देर बाद मैंने भी किस करना शुरू कर दिया. फिर पता नहीं चला कब हमारे कपडे उतर गए और हम दोनों नंगे थे.
मैंने उसे बेड पर सुलाया और उसकी पूरी बॉडी को चाटने लगा, किस करने लगा. और वो कभी यहां सर पटकती तो कभी यहां. मेरा लंड पूरा खड़ा हो चूका था. फिर दीक्षा उठी और मेरा लंड मुह में लेकर चूसने लगी.
वो बिलकुल रंडियों की तरह चूस रही थी बिलकुल पागलो की तरह लेकिन मैं तो जैसे जन्नत में था. काफी देर तक चूस चुसाई चली और मैं झड गया उसके मुह पर. फिर में उसकी चुत चाटने लगा.
दीक्षा- अह्ह्ह! आह्ह्ह्ह… चाट…. अह्ह्ह्हह… हाँ राहुल सक इट अह्ह्ह…
और मैं कभी जीभ के चाट तो कभी जीभ अन्दर घुसा देता.
दीक्षा बहुत ज्यादा गरम हो गयी थी और इसी में वो झड गयी.
उसका रस मैंने चाट लिया.
फिर हम दोनों शावर मैं गए वहां एक दुसरे से चिपक कर नहाने लग पड़े. मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया और मैंने उससे कहा चलो बेडरूम मैं.
मैं उसे बेड रूम में लेकर आया और साथ में थोड़ी सी क्रीम ली और चुत और लंड पर लगा दी और धीरे धीरे घुसाने लगा वो शायद पहले भी चुदी होगी तभी लंड आसानी से घुस गया.
लंड घुसते ही वो सिसकियाँ भरने लगी और धक्के देने लगा. क्या मजा आ रहा था वो बेड पर सोयी थी और मैं ऊपर से धक्के लगा रहा था.
10-15 मिनट बाद वो अकड़ने लगी और मुझे कास कर पकड़ लिया और झड गयी. फिर मैं उठा और उसके मुह मैं लंड डाल दिया दिया वो उसने चाटने लगी और मैं उसकी गांड को सहला रहा था.
फिर मैंने उसे थोड़ी बनाया और उसकी गांड चाटने लगा वो जैसे पागल ही हो गयी. काफी देर तक चाटने के बाद मैंने लंड पर क्रीम लगायी और घुसा दिया लंड उसकी गांड में वो चिल्लाने लगी लेकिन उसके चिल्लाना अच्छा लग रहा था.
मैं छोड़ा रहा काफी देर तक फिर मेरा माल निकालने वाला था तो उसने कहा अन्दर ही निकाल दे और फिर में झड गया.
उसके बाद हम सो गए शाम को जब मैं उठा तो वो नंगी मेरे लंड को चूस रही थी इस बार मेरा हार्ड सेक्स करने का मूड था उसके बाद मैंने उसे उठाया और उसके मुह में लंड डाल दिया और धक्के लगाने लगा उसकी सांस रुक रही थी.
पर मैं करता रहा फिर उसे मैंने पीछे लेटाया और उसकी चुत को काटने लगा कभी कटता कभी चाटता वो पागल हो रही थी.
फिर उसे घोड़ी बनाया चुत में लंड डाल कर उसके बाल पीछे को खिंच कर धक्के मरने लगा.. जोर जोर से वो चिल्लाने लगी की फक मी फक मी अह्ह्ह अह्ह्ह्ह अम्म्म अश्ह्ह..
काफी देर तक चोदने के बाद हम दोनों साथ में झड गए वो उठी और मेरे लंड को मुह में ले लिया मैं समझ गया की इसको और चुदाई चाहिए.
मैंने उसे कहा द्वारा खड़ा कर लंड को चूस चूस कर वो चूसने लग पड़ी. थोड़ी देर तक चूसने के बाद मैंने उसे अपनी बाहों में लेकर स्मूच करना शुरू कर दिया और अपने लंड को उसके जिस्म पर रगड़ने लगा और थोड़ी देर में मेरा लंड खड़ा हो गया. दीक्षा स्माइल करने लगी.
लेकिन अब मेरा उसकी गांड पर मूड था इसलिए मैंने उसे लेटाया पेट के बाल और उसकी गांड को फेला कर थोडा सा थूक उसकी गांड पर लगाया और लंड रगड़ने लगा. दीक्षा तड़पने लगी और बोल रही थी डाल दे प्लीज और मत तडपा मैंने भी यही ठीक समझा और डाल दिया लंड उसकी गांड में और चोदने लगा और वो चिल्लाने लगी और मैं उसे चोदता रहा.
फिर थोड़ी देर रेस्ट करने के बाद द्वारा चोदने लगा काफी देर तक चोदने के बाद मैं उसी की गांड में झड गया दीक्षा पूरी तरह से संतुष्ट थी और हम दोनों काफी थक गए थे सो हम सो गए एक दुसरे एक साथ और फिर सुबह ही नींद खुली हमारी और फिर हम दोनों मैक्सिमम एक दुसरे के साथ रहने लगे जब दिल करता तब सेक्स करते.