बॉयफ्रेंड ने मेरी सील तोड़ी

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम निहारिका है और में पटना की रहने वाली हूँ. आज में आप सभी के सामने अपनी भी एक सच्ची कहानी लेकर आई हूँ, यह कहानी मेरी और मेरे बॉयफ्रेंड की है. मेरी उम्र 20 साल है और में अभी अपनी कॉलेज की पढ़ाई कर रही हूँ. मेरे फिगर का साईज 34-28-32 है और में दिखने में बहुत सेक्सी हूँ, मानो की कोई ब्लू फिल्म की हिरोइन हो. में ज़्यादातर जीन्स और शर्ट या टी-शर्ट पहनती हूँ. में जब कॉलेज जाती हूँ तो सब लड़के मुझे देखकर मेरे जिस्म के बारे में ना जाने क्या क्या कहते है?

दोस्तों मेरा एक बॉयफ्रेंड है, जिसका नाम राज है. वो दिखने में अच्छा है और वो मुझसे एक साल बड़ा है. वो रोज सुबह और शाम को जिम जाता है, जिसकी वजह से उसका शरीर बहुत अच्छे आकार का है और कॉलेज की कई लड़कियाँ उससे बात करने के लिए या फिर उससे दोस्ती करने लिए मरती है, लेकिन वो मुझ पर फ़िदा है, क्योंकि में हूँ ही ऐसी और अब में आप सभी को और ज़्यादा बोर ना करते हुए सीधे अपनी आज की कहानी पर आती हूँ.

दोस्तों मैंने जब से अपने कॉलेज में नया नया एड्मिशन लिया था तब से मुझे वो बहुत पसंद था, लेकिन में उससे उस समय बात नहीं करती थी, लेकिन एक दिन वो खुद ही आगे होकर मेरे पास आया और मुझसे बोला कि मुझे लगता है कि आप यहाँ कॉलेज में नई नई आई हो? तो मैंने भी जवाब में कहा कि हाँ और फिर धीरे धीरे उसने मुझसे बातें करना शुरू किया और उसने कहा कि मेरा नाम राज है और में दूसरे साल में हूँ. तो मैंने उससे कहा कि मेरा नाम निहारिका है और फिर उस दिन से में और वो हम दोनों बातें करने लगे. फिर धीरे धीरे हमारी बहुत अच्छी दोस्ती हो गई, तो हम दोनों बाहर घूमने जाने लगे और साथ में नाश्ता या फिल्म देखने जाने लगे. एक दिन उसने मुझसे बोला कि निहारिका तुम बहुत सुंदर हो और में तुम्हे बहुत प्यार करता हूँ. तुम मुझे बहुत अच्छी लगती हो, तो मैंने भी जवाब में कहा कि हाँ में भी तुम्हे बहुत प्यार करती हूँ. तो वो मेरे मुहं से यह बात सुनकर बिल्कुल पागल हो गया और मुझे बार बार धन्यवाद कहने लगा और फिर तो हम दोनों की फ़ोन पर देर रात तक बातें होने लगी. हम दोनों बहुत सारी प्यार की बातें करते थे और कई बार फ़ोन सेक्स भी करते थे.

तभी एक दिन उसका जन्मदिन आया और हम दोनों अपने दोस्तों के साथ जन्मदिन मनाने के लिए बाहर गये और हमने जन्मदिन मनाया और तब उसी शाम को उसने मुझसे मिलने के लिए कहा तो में उसे मिलने के लिए गई तो हम दोनों उस समय एक पार्क में बैठे हुए थे और बातें कर रहे थे. तब उसने मुझसे कहा कि मेरा जन्मदिन का गिफ्ट कहाँ है? तो मैंने उससे कहा कि आज तुम मुझसे जो कुछ भी माँगोगे वो तुम्हे मिलेगा. तो उसने मुझसे कहा कि एक बार फिर अच्छी तरह से सोच लो क्योंकि जो में मांगूगा वो तुम्हे देना पड़ेगा? तो मैंने उससे कहा कि हाँ ठीक है बताओ तुम्हे मुझसे क्या चाहिए?

तब उसने मुझसे शरारती मुस्कुराहट के साथ कहा कि आज मुझे तुम्हारे साथ सेक्स करना है. दोस्तों वैसे मुझे भी उससे अब यही सब चाहिए था क्योंकि में उसकी बातों को सुन सुनकर उसकी तरफ पूरी तरह से आकर्षित हो चुकी थी और अब मेरी चूत उसके लंड के लिए तड़पने लगी थी. फिर मैंने थोड़ी देर सोचकर पहले उसे मना किया, जिससे उसे ऐसा लगे कि में मना कर रही हूँ और उसके थोड़ा बहुत मनाने पर जल्दी ही मान गई और फिर मैंने उसे हाँ कर दिया तो उसने मुझे वहीं पर अपने गले लगाया, मुझे चूमा और मेरे बूब्स को कपड़ो के ऊपर से हाथ लगाकर महसूस किया और फिर कुछ देर के बाद वो मुझे एक होटल में ले गया.

वहां पर उसने एक रूम बुक किया तो में और वो दोनों रूम में चले गए. वहां पर रूम के अंदर जाते ही उसने मुझे पीछे से पकड़ लिया और मुझे गले पर किस करने लगा और मेरे बूब्स को टी-शर्ट के ऊपर से ही दबाने, मसलने लगा और फिर कुछ देर बाद उसने मुझे घुमाया और मेरे होंठो पर लिप किस करने लगा. उसके ऐसा करने से मुझे भी बहुत मज़ा आ रहा था और थोड़ी देर किस करने के बाद उसने मेरी टी-शर्ट को उतार दिया. दोस्तों मैंने उस समय काली कलर की ब्रा पहन रखी थी और फिर उसने अपनी शर्ट को भी उतार दिया और हम किस करने लगे और वो मेरे बूब्स को ज़ोर ज़ोर से पागलों की तरह पूरे जोश से दबा रहा था.

फिर उसने कुछ देर के बाद मेरी ब्रा को भी उतार दिया और वो मुझे अपनी गोद में उठाकर बेड पर ले गया और अपनी पेंट को उतारने लगा और फिर पेंट उतारने के बाद वो मेरे ऊपर आया और बोला कि तुम बाहर की तरह अंदर से भी बहुत सुंदर हो और आज तुम बहुत सेक्सी लग रही हो, तुम्हारे बूब्स दूध से भी ज़्यादा सफेद और रुई से भी ज्यादा मुलायम है. अब में उसके मुहं से मेरे जिस्म की तारीफ सुनकर और भी गरम हो रही थी. उसने मेरे हर एक अंग को छूकर महसूस करके उसके बारे में मुझे बताया.

कुछ देर में वो मेरे ऊपर आ गया और मेरे दोनों बूब्स को दबाने लगा और कुछ देर के बाद एक बूब्स को मुहं में लेकर चूसने लगा और दूसरे को हाथ में लेकर मसलने लगा. उसके ऐसा करने से मुझे हल्का सा दर्द महसूस हो रहा था और में जोश से आअहहहह आईईईइ उफफ्फ्फ्फ़ कर रही थी. में धीरे धीरे मदहोश हो रही थी और फिर थोड़ी देर बूब्स चूसने के बाद वो थोड़ा नीचे की तरफ आकर मेरी नाभि चाटने लगा और मेरे पूरे पेट को चूमने व चाटने लगा और अब में बहुत गरम हो चुकी थी.

फिर थोड़ी देर बाद वो उठा और मेरी जींस को खोलने लगा, मेरी जींस बहुत टाईट थी इसलिए उससे जल्दी नहीं निकल रही थी क्योंकि में हमेशा से ही सभी कपड़े ज़्यादा टाईट ही पहनती हूँ, जिसकी वजह से देखने वालों को मेरे जिस्म का हर एक अंग बाहर से ही बहुत अच्छी तरह से नजर आ जाता है. मेरी गांड, बूब्स, कमर का साईज पता चल जाता है और वो सब मुझे हमेशा घूरकर देखते है.

फिर थोड़ी मुश्किलो के बाद उसने मेरी जींस को उतार ही दिया और फिर वो मेरी काली कलर की पेंटी को देखकर एकदम दंग रह गया, क्योंकि वो मेरी चूत पर एकदम चिपकी हुई थी और थोड़ी सी गीली भी थी और फिर उसने झट से मेरी पेंटी को उतार दिया और मेरी चूत को घूरकर देखने लगा मानो जैसे पहले कभी उसने चूत ही ना देखी हो? फिर वो मेरी दोनों टांगो को फैलाकर नीचे की तरफ आ गया. उसने मेरी चूत के दाने को पहले अपनी एक उंगली से छूकर देखा और उसने कहा कि तुम्हारी चूत तो अंदर से बिल्कुल गुलाबी, कोमल व मासूम दिख रही है और फिर वो मेरी चूत को चाटने लगा. मेरी चूत बिल्कुल गीली हो चुकी थी और वो पूरी कामुक दिख रही थी.

दोस्तों फिर वो मेरी चूत में अपनी पूरी जीभ को डाल रहा था और मेरे दाने को चूस रहा था जिसकी वजह से मुझे हल्का मीठा मीठा सा दर्द हो रहा था और में आअहह आईईई उफ्फ्फ्फफ्फ्फ्फ़ कर रही थी. में पूरे जोश से सिसकियाँ ले रही थी और उसके सर को अपनी चूत के मुहं पर दबा रही थी और अपनी कमर को बेड से ऊँचा उठाकर उसकी जीभ को अपनी चूत की गहराई में घुसाने की नाकाम कोशिश कर रही थी. तो कुछ देर के बाद वो मेरे ऊपर आ गया और मुझे किस करने लगा और उसके बाद वो मुझसे बोला कि में अब उसका लंड चूसू.

फिर में उठी और उसकी अंडरवियर को उतारने लगी तो मैंने देखा कि उसका क्या मस्त मोटा और लंबा लंड था और में उसके लंड को देखकर एकदम डर भी गई, क्योंकि यह मेरी पहली चुदाई थी और मुझे आज पहली चुदाई में ही ऐसा लंड मिला जिसके बारे में कभी सपने में भी नहीं सोच सकती थी, क्योंकि मेरी चूत का मुहं बहुत छोटा था और वो बहुत टाईट थी, लेकिन फिर भी मैंने भगवान पर भरोसा किया और जो कुछ मेरे साथ होने वाला था सब कुछ उस पर छोड़ दिया.

उसने मुझसे अपना लंड चूसने को कहा, दोस्तों मैंने सुना था कि लंड चूसने में बहुत मज़ा आता है तो में उसका लंड मुहं में लेकर चूसने लगी, लेकिन यह सब मेरा पहली बार था तो मुझे कुछ अजीब सा भी लग रहा था और थोड़ी देर मैंने उसका लंड चूसा तो वो पागल सा होने लगा और वो मेरे मुहं में ही झड़ गया और उसने अपना पूरा गरम गरम वीर्य मुझे पिला दिया और में पी गई, लेकिन मुझे उसका स्वाद कुछ नमकीन सा लग रहा था.

फिर थोड़ी देर किस करने के बाद में फिर से उसका लंड मुहं में लेकर चूसने लगी और फिर वो गरम हो गया और मुझे उसका पूरा लंड मुहं में डालना बहुत मुश्किल हो गया तो उसने मुझे कंडोम दिया और अपने लंड पर चड़ाने को कहा. फिर मैंने उसके खड़े लंड पर कंडोम लगाया और उसने मुझे बेड पर लेटा दिया और चूत के मुहं पर लंड रख दिया और एक ज़ोर का झटका मारा तो लंड एकदम से फिसलकर रह गया. फिर मैंने लंड को अपने एक हाथ से पकड़कर चूत के मुहं पर रखा और उसे धक्का देने का इशारा किया और फिर उसने एक दमदार धक्का दिया और लंड सरकता हुआ अंदर चला गया.

मुझे बहुत ज़ोर से दर्द हुआ और में चिल्ला गई ऊईईईईई माँ थोड़ा धीरे अह्ह्हह्ह्ह्हह्ह प्लीज धीरे करो. फिर उसने दूसरा झटका मारा तो आधा लंड मेरी चूत में चला गया और में ज़ोर से चिल्लाई आईईईईइ प्लीज थोड़ा धीरे धीरे करो. तो वो मेरे ऊपर आ गया और मेरे होंठ को चूसने लगा और फिर एक और ज़ोर से झटका मारा जिससे पूरा का पूरा लंड मेरी चूत को फाड़कर मेरी चूत में समा गया और मेरी चूत से खून निकलने लगा और में दर्द से चिल्लाने लगी और वो मेरी चूत को फड़ता हुआ लगातार धक्के देकर चोद रहा था और में दर्द की वजह से रोने लगी, लेकिन वो मुझे अनसुना करता हुआ चोदे जा रहा था और फिर थोड़ी देर चुदाई के बाद वो झड़ने वाला था.

फिर उसने कंडोम को निकालकर लंड को मेरे मुहं में डाल दिया और मेरे मुहं को चोदने लगा और फिर थोड़ी देर के बाद उसने मेरे पूरे चेहरे और बूब्स पर अपना वीर्य गिरा दिया और थोड़े देर के बाद मुझसे अपना लंड चुसवाकर साफ कर दिया और उसने मेरी चूत को अपनी जीभ से चाटकर साफ किया और मुझे बाथरूम में ले जाकर नहलाया और मेरे सेक्सी जिस्म को साफ किया.

फिर में और वो वहीं बेड पर लेट गये, उसके बाद में उसका लंड पकड़कर हिलाने लगी तो वो भी कुछ देर बाद फिर से अपना रंग दिखाने लगा और वो फिर से खड़ा हो गया और राज भी मुझे देखकर हंसकर मेरे बूब्स देखने लगा, दबाने लगा और वो मुझे फिर से चुदाई के लिए किस करके तैयार करने लगा और फिर में भी गरम होने लगी. में उठी और उसके लंड को अपने मुहं में लेकर चूसने लगी और वो मेरे बालों को पकड़कर लंड को ज़ोर से धक्के देकर गले तक डालने लगा, जिसकी वजह से मेरी आंख से आंसू बाहर आने लगे और मेरी सांसे ऊपर नीचे होने लगी. फिर वो एकदम से उठकर खड़ा हुआ और मेरी गांड को चाटने लगा. मैंने उसकी तरफ देखा और में उसे मना करने लगी, लेकिन वो नहीं माना और वो मेरी गांड को चाट रहा था और थोड़ी देर गांड चूसने के बाद उसने अपनी एक उंगली को मेरी गांड में डाल दिया तो में एकदम ज़ोर से चीखने, चिल्लाने, आह्ह्ह्हह्ह उह्ह्ह्हह्ह्ह्ह प्लीज बाहर निकालो आईईईईई मुझे बहुत दर्द हो रहा है प्लीज ऐसा मत करो, मैंने कभी भी ऐसा नहीं किया प्लीज छोड़ दो मुझे.

मेरे यह सब कहने से उसको जैसे बहुत मज़ा आया. फिर वो वैसे ही और भी ज़ोर ज़ोर से अपनी उंगली को डालकर अंदर बाहर करने लगा और फिर थोड़ी देर गरम होने के बाद उसने अपने लंड पर कंडोम लगाकर लंड गांड पर टिका दिया और चुदने के लिए मुझे तैयार किया. फिर में घोड़ी बन गई और उसने लंड को मेरी गांड में डालने के लिए एकदम तैयार कर दिया और फिर उसने एक जोरदार धक्का मारकर लंड को गांड में डाल दिया, में चिल्लाने लगी तो उसने एक और झटका मारा और उसका आधा लंड मेरी गांड में घुस गया और फिर एक झटका दिया तो पूरा का पूरा लंड गांड के अंदर रगड़ खाता हुआ चला गया.

फिर मैंने उसको रुकने के लिए कहा तो वो थोड़ा रुक गया और वो अब मेरे बूब्स को दबाने लगा और मेरी चूत को सहलाने लगा. फिर में भी थोड़ी देर के बाद अपनी गांड हिलाने लगी, अब वो समाझ गया कि अब में तैयार हूँ और वो अब ज़ोर ज़ोर से धक्के देकर मेरी गांड मारने लगा और में आह्ह्ह्ह उह्ह्ह्ह माँ थोड़ा धीरे आईईईई कर रही थी और वो ज़ोर ज़ोर से चुदाई कर रहा था. फिर कुछ देर बाद मैंने कहा कि हाँ और ज़ोर से करो हाँ और ज़ोर से. अब वो अपनी स्पीड को बडाकर और ज़ोर से धक्के देकर चोदने लगा और करीब 15-20 मिनट के बाद वो झड़ने लगा. उसने अपना पूरा वीर्य कंडोम में ही निकाल दिया.

फिर मैंने उसके कंडोम को उतारा और फिर उसने अपना लंड मेरी मुहं में डाल दिया. मुझे भी मज़ा आ रहा था, मैंने भी करीब 5 मिनट तक लंड चूसा और लंड चूसने के बाद में उठ गई और हम दोनों लेट गए.

फिर थोड़ी देर आराम करने के बाद हम उठे और अपने घर चले गये, लेकिन अब मुझसे ठीक तरह से चला नहीं जा रहा था क्योंकि आज मेरी चूत और गांड दोनों ही चुदाई की वजह से बहुत दर्द कर रही थी और किसी तरह में माँ की नज़रो से बचकर अपने बेडरूम में जाकर सो गई और मैंने एक दर्द की गोली खा ली थी जिसकी वजह से मेरा दर्द थोड़ा कम हो गया था और सुबह जब में उठी तो राज का फ़ोन आया और उसने मुझसे पूछा कि मेरी तबीयत कैसी है, क्या दर्द हो रहा है?

मैंने कहा कि नहीं कुछ ख़ास नहीं है तो उसने कहा कि ठीक है और बोला कि कल तुमने मुझे बहुत खुश करने वाला गिफ्ट दिया है और में तुमसे बहुत खुश हूँ, में तुमसे बहुत प्यार करता हूँ. फिर मैंने भी कहा कि हाँ में भी तुमसे बहुत प्यार करती हूँ और मैंने कुछ देर बाद फ़ोन रख दिया, लेकिन उसके बाद मेरी चुदाई लगातार जारी रही और उसने कई बार मुझे चोदकर संतुष्ट किया और में भी उसके साथ मज़े करती रही और अपनी चुदाई करवाती रही.

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