बॉस ने मेरे लंड को प्यासा बनाया

हेलो मेरा नाम अवि है और मैं इंदौर से हूँ. यह मेरी पहली सेक्स स्टोरी है. मैंने बहुत सी सेक्स स्टोरी पढ़ी है, तो सोचा आज अपना भी एक्सपीरियंस शेयर करू. तो आपका जयादा समय न लेते हुए मैं स्टोरी पर आता हूँ.  इंदौर में मैं एक सॉफ्टवेयर कंपनी में जॉब करता हूँ. मेरी हाइट ५ फीट ९ इंच है, गुड हेल्थ है और मैं स्मार्ट भी हूँ. लंड साइज़ ८ इंच का है, मेरी बॉस है नेहा (नाम चेंज) जो की बहुत सेक्सी कटीली माल है, जिसको देख कर किसी का भी लंड खड़ा हो जाये.

पहली बार जब मैंने उसको देखा तो मेरा लंड मानो ऐसे खड़ा हुआ जैसे की उसकी चूत में ही चला जायेगा. लेकिन अपनी काम भावना को कण्ट्रोल करते हुए, मैंने अपने आप को रोक लिया. नेहा एक बहुत ही मस्त माल थी फिगर ३६, २८, ३४ भरी हुई गांड और दूध. जब मटक के चलती, मानो अच्छे से अच्छे लोगो के लंड से पानी निकल जाता.

मैं नेहा को रोज चोदने की नज़र से देखने लगा. लेकिन डर था की वो मेरी बॉस है. फिर एक दिन नेहा ने मुझे बुलाया और कहा की तुम्हे मेरा एक काम करना पड़ेगा. मैंने बोला- हा मैडम. उसने बोला- कि आज शाम को मेरे फार्म हाउस पर आ जाना एक पार्टी है. मैंने भी हामी भर दी.

शाम को मैं समय से उसके फार्म हाउस पर पंहुचा तो देखा वह पर  ४ लेडीज थी, जिनकी उम्र २८- ३० के बीच में होंगी बैठी थी.

उनमे से एक मेरी बॉस नेहा थी. नेहा ने मुझे बुलाया और सब से मिलवाया. वो लोग मुझे ऐसे घुर रही थी मनो खा जाएगी. मुझे कुछ अजीब सा फील हुआ. मैंने बोला मैम क्या हम ५ लोग ही पार्टी करेंगे. नेहा ने बोला क्यों कोई प्रॉब्लम है. मैंने कहा- नहीं.

पार्टी शुरू हुई हमने साथ में ड्रिंक लिया और फिर डांस शुरू हो गया. हम डांस कर रहे थे, तब वो एक- एक कर के मेरे साथ ऐसे चिपक रही थी जैसे मैं कोई कॉल बॉय हूँ.

रात के करीब १२:३० बजे थे, मैंने बोला मैम आई हव तू गो नाओ, तो उनकी फ्रेंड जोया ने बोला- अभी कहा अभी तो पार्टी शुरू हुई है और मेरा हाथ पकड़ लिया. मुझे कुछ अजीब सा लगा.

मैं समझ गया था की आज मेरी इज्ज़त यह ४ लूट लेंगी. जब म्यूजिक बंद हुआ, उन्होंने मुझ से कहा यही रुक जायो. मैं मान गया. मुझे एक रूम दिया उन्होंने और बोला जायो चेंज कर के सो जायो.

मैं रूम पे गया और जैसे ही चेंज किया नेहा वहां आई और बोली अगर प्रोमोशन चाहिए तो आज हम सब को सटीसफाई करो.

मेरे लाख मना करने पर भी वो नहीं मानी और मुझे किस करने लगी. मैं भी गरम हो गया और उसको पकड़ के जोर जोर से किस करने लगा उम्म्म्म…. क्या किस करती थी नेहा. मज़ा आ गया. आखिर मेरी इतने दिनों की इच्छा जो पूरी हो रही थी.

अब मैंने भी देर न करते हुए, उसका टॉप उतारा वाओ… क्या दूध थे उसके, अब मैंने उसकी ब्रा को फाड़ दिया और दूध चूसने लगा. निप्पल पे काटने लगा, नेहा सिसकिया ले रही थी उम्म्मम्म….. अह्ह्ह्ह…. फक मी…. अह्ह्ह…. अह्ह्ह्ह…. नेहा बहुत जोश में थी….

मैंने उसकी स्कर्ट उतर दी और पेंटी भी. उनकी चूत एक दम गीली थी जैसे ही मै आगे बाधा उसकी दोनों फ्रेंड आ गयी और बोली की साथ में करो. उन्होंने मुझे बांध दिया बेड पर और नंगी  हो गयी और एक एक कर के अपनी चूत मेरे मुह पे ले के रख दी और करीब आधे घंटे तक चूत चत्वाती  रही. नेहा की फ्रेंड जोया ने मेरे मुह पे मूत भी दिया. मैंने भी सारा मूत पि लिया. अब वो सब अपनी चूत मरवाने को तैयार थी.

उन्होंने मेरे भी सारे कपडे उतार दिए थे. मेरा हाथ नेहा की उसकी चूत पर गया . मैंने पुछा नेहा तुम्हारी चूत इतनी टाइट क्यों है? उसने बोला की चोद डालो, ढीला कर दो आज उसे. मैं उठा और एक एक कर के चूत मारने लगा. तो सब से पहले थी नेहा की बारी.मैंने भी अपना लंड उसकी चूत पर रखा और जोर का धक्का मारा. वो जोर से चिल्लाई और मेरा पूरा लंड उसकी चूत में घुस गया. मैं अपनी स्पीड बढ़ता गया नेहा अह्ह्ह…. आह्ह…. हां… जानू क्या माल हो कब से चोदना चाहता था तुम्हे.

नेहा बोली हा चोदो इसीलिए तो मौका दिया तुम्हे आज अपने सारे अरमान पूरे कर लो…..  अह्ह्ह… अह्ह्ह… फक मी अह्ह्ह… आजा आज ले ले अपनी बॉस के मजे अह्ह्ह…. ले लो अह्ह्ह…. चोदो प्लीज अह्ह्ह…. अह्ह्ह…. नेहा तुम बहुत सेक्सी हो जान अह्ह्ह…. लो आज लो आज मैं तुम्हारे बुर के अरमानो को लंड से पूरा कर दूंगा अह्ह्ह…. नेहा जान अह्ह्ह…. आ जयो  अह्ह्ह…. फक मी अह्ह्ह…. अवि क्या लंड है तुम्हारा अह्ह्ह….. अवि चोद डालो अह्ह्ह्ह….. ऐसा करते हुए वो झड गयी.

फिर मै उसकी दूसरी  फ्रेंड के पास बढा और उसने कहा की मेरी गांड मरो. मै मारने लगा मारते मारते मैं झड गया उसकी गांड पे और उसका गांड में ही मेरा  पूरा पानी निकल गया.

फिर भी वो जोशीली थी अपने गांड में उंगली डाल कर मेरा स्पर्म निकाल कर चाट रही थी. यह देख कर मेरा लंड फिर खड़ा हो गया और मैं फिर से उसकी गांड मरने लगा. उसे मज़ा आ रहा था अहह…. अह्ह्ह…. हाँ…. क्या गांड थी उसकी. फिर मैंने जाकर नेहा के मुह में झड गया. नेहा ने मेरा सारा पानी पी लिया. और जो मुह पर गिर गया था वो भी चाट लिया.

और बोला अब और चोद. इतने में बची हुई २ नंबर की फ्रेंड की चूत गीली हो चुकी थी और वो सातवे आसमान में पंहुच चुकी थी. मैंने बोला की चलो मेरा लंड चूस चूस के खड़ा करो और वो चारो ही मेरा लंड चूसने लगी. मेरे लिए यह सब पहली बार था पर मुझे बहुत मज़ा आ रहा था.

फिर आधे घंटे के बाद जैसे ही मेरा लंड खड़ा हुआ मै बची दोनों फ्रेंड्स की चूत मारने के लिए तैयार हुआ. जैसे ही मैंने शुरू किया एक ने गाली देना शुरू किया साले मादरचोद चोद दे….. मुझे आज बना ले अपनी रंडी…. नेहा मादरचोद ऐसा माल कहा छुपा के रखा था… चोद डाल आज अहह….. अह्ह्ह…. अह्ह्ह…. फक मादरचोद अह्ह्ह्ह…..

और वो झड गयी. फिर ४ वाली का नंबर आ गया. फिर मैंने उसकी चूत में जैसे ही लंड डाला वो पागल हो गयी बोली की अह्ह्ह्ह…. चोद मुझे अभीई….. अहह…. अहह…. डाल अपना पूरा लंड अह्ह्ह…. क्या चोदता है तू मेरा पति भी ऐसे नहीं चोदता. क्या लंड है तेरा अह्ह्ह…. क्या लंड वाला है तू अह्ह्ह…. क्या माल है तू….आःह…. अह्ह्ह्ह…. छोड़… अह्ह्ह…. अहह….

फिर एक एक कर के रात भर मैंने उनको चोदा उनकी सारी इच्छा पूरी हो गयी. हम ५ रात भर एक ही बेड पे ही सोयी और सुबह उठा तो सब ने मुझे १०००० रुपये दिए और बोला की अब तुम हमारे परमानेंट हो. पर हम जब भी बुलाएँगे तुम्हे आना पड़ेगा. मैंने भी हां कह दिया.

यह करने के बाद मुझे चुदाई की चुल चढ़ गयी और और कई दिन हो गये थे नेहा लोगो को चोदे हुए और उनका पता भी नहीं था वो कब बुलाये. पर मुझे तो किसी न किसी को चोदना था. मेरी कॉलोनी में एक १८ साल की लड़की थी. मैंने कहा की चलो अब इसकी चुदाई करते है. मैंने जुगाड़ बनाया और उसे प्रोपोज किया वो मान गयी, फिर मैंने उसे एक दिन अपने फ्लैट पे बुलाया वो आ गयी. क्या माल थी…..

छोटी सी मानो ज़न्नत, मैंने उसका फ़ोन देखा तो उसमें जोया की फोटो थी. मैंने उससे पुछा की यह कौन है, तो उसने बताया मेरी मम्मी. यानी की वो मेरे बॉस की फ्रेंड की बेटी थी. मैं खुश हो गया और बोला माँ बेटी दोनों की चुदाई करूँगा. अब वो फ्लैट पे चुप चाप बैठी थी. पहले हमने थोड़ी प्यार मोहबत की बाते की. फिर जब मुझे लगा की अब वो कम्फ़र्टेबल है.

मैं उसके पास में गया और उसे बेड पे लिटा दिया और चूमने लगा. उसके पुरे बदन को चूमता रहा, वो भी गरम हो रही थी. पर उसका सारा पानी मेरे चूमने में निकल गया. फिर मैं उसके ऊपर चढ़ा और चोदने लगा वो इतनी छोटी थी की रोने लगी.

लेकिन मैं नहीं माना और उसे चोदता रहा. उसे दर्द भी हो रहा था और मज़ा भी आ रहा था. फिर करीब एक डेढ घंटे बाद मेरा पानी निकल गया और मैं शांत हो गया. फिर हमेशा मैं उसे चोदता रहता हूँ और मौका मिलते ही उसकी माँ को भी..

अब मुझे प्रमोशन भी मिल गयी है और जब भी नेहा और उनकी फ्रेंड मुझे बुलाती है, मैं पहुच जाता हूँ. तो दोस्तों वो कमाई अलग से और लंड की खुजली भी ख़तम हो जाती है. और अगर उनके बुलाने मै कोई डिले हो जाये तो मेरी प्यारी बॉस की फ्रेंड की बेटी काम कर जाती है. तो अपने तो फिलहाल मजे ही मजे है. क्या कहते हो आप लोग….

तो दोस्तों अगर मेरी कहानी अच्छी लगी हो तो मुझे मेल करे….

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

|