हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम रोहित है और में जालंधर का रहने वाला हूँ, मेरी उम्र 27 साल है. मेरी लम्बाई 5 फीट 6 इंच है और मेरे लंड का साईज़ ठीक ठाक है. दोस्तों में आज आप सभी को अपनी एक चुदाई की सच्ची घटना बताने जा रहा हूँ जिसमे मैंने अपनी एक लंड की प्यासी कामुक भाभी को चोदकर उसकी प्यास को बुझा दिया और यह एक सच्ची घटना है जो मेरे साथ घटित हुई और यह बात आज से सात साल पहले की है.
दोस्तों मेरे मामा का लड़का है जिसका नाम राजन है उसकी शादी कुछ समय पहले ही हुई थी और वो गावं में रहता था. हमारा पूरा परिवार भी उसकी शादी में गया हुआ था और जब मैंने पहली बार अपनी उसे हॉट भाभी को देखा तो में उसे देखता ही रह गया, वो क्या लगती थी? उनका रंग बहुत गोरा था और उनकी लम्बाई करीब 5 फीट 3 इंच थी और उनके वो मोटे मोटे बूब्स, जिनका साईज़ करीब 34 था. उनकी कमर 28 और गांड का आकार 36 था. दोस्तों हमारे यहाँ पर शादी के बाद एक रस्म होती है जिसमे भाभी की गोद में बैठना होता है. में उस समय का इंतजार करते हुए जब वो समय आया तो तुरंत सही मौका देखकर भाभी की गोद में बैठ गया और जब में उनकी गोद से उठा तो मैंने सही मौका पाकर अपनी कमर से उनके बड़े बड़े झूलते हुए बूब्स को थोड़ा दबा दिया और वो हंस पड़ी.
उसके बाद मैंने जब तक वहां पर रहा अपनी भाभी को बहुत बार लाईन देने की कोशिश करता रहा, लेकिन कुछ दिन रुकने के बाद हम अपने घर पर चले आए, जिसकी वजह से मेरा मन बहुत निराश हो गया. फिर थोड़े ही दिनों के बाद मम्मी ने एक दिन मुझसे कहा कि आज शाम को तुम होटल से खाना लेकर आ जाना और घर पर थोड़ा जल्दी आना.
फिर मैंने उनसे पूछा तो मम्मी ने मुझे बताया कि आज तेरे मामा का बेटा और उसकी पत्नी हमारे घर पर पहली बार यहाँ पर आ रहे है. मम्मी के मुहं से यह बात सुनकर अब मेरी ख़ुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा, में मन ही मन अपनी सेक्सी भाभी से दोबारा मिलने और उन्हें देखने की बात को सोच सोचकर बहुत खुश हुआ और फिर जब में वापस अपने घर पर पहुंचा तो मैंने देखा कि भाई और भाभी आ चुके थे. दोस्तों मेरी निशा भाभी क्या लग रही थी? बिल्कुल सेक्स बॉम्ब दिख रही थी? उसने मुझे देखकर एक शरारती स्माइल दी और अब में हल्का सा अपनी निशा भाभी की तरफ मुस्कराकर अपने कमरे में चला गया.
फिर मैंने देखा कि रात को मेरा कज़िन पापा के साथ बैठकर ड्रिंक कर रहा था में सही मौका देखकर जिस रूम में निशा भाभी थी वहां पर गया. मेरे कमरे के अंदर घुसते ही तुरंत भाभी मुझसे कहती है कि क्यों देवर जी आपको आज हमारी याद आ ही गई? तो मैंने भी बिल्कुल सीधा सीधा उनको बोल दिया कि भाभी जी आपकी याद में तो मैंने अपने ना जाने कितने बच्चे मार डाले. दोस्तों मेरी भाभी बहुत चालू किस्म की थी और वो मेरी इस बात का मतलब समझते हुए मुझसे मुस्कुराते हुए कहने लगी कि आपने जितना कठिन कार्य किया है वो आप किसी लड़की से करते तो आपके एक दो बच्चे जरुर बच जाते.
फिर मैंने भी तुरंत कहा कि मुझे अब तक आप जैसी कोई मिली ही नहीं, जिसके साथ में यह सब करता और अपने बच्चों को बचाता. अब वो मेरी यह बात सुनकर ज़ोर से हंस पड़ी, लेकिन उस समय बातों ही बातों में वो मुझसे कहती है कि अगर तुम में हिम्मत है तो में तीन दिन यहीं पर हूँ, मेरे साथ ऐसा कुछ करके दिखाओ तब में तुम्हारी मर्दानगी को मान सकती हूँ.
तभी मैंने कहा कि आज रात को में तुझे तेरे पति के सामने जरुर चोदूंगा, वो कहने लगी कि हाँ देखते है, वो तो आने वाला समय बताएगा कि तुम में कितना दम है? फिर में बाहर अपने भाई के पास चला गया और मैंने देखा कि वो अभी भी ड्रिंक कर रहा था और मुझे उसके बात करने के तरीके से समझ में आ गया था कि उसको अब धीरे धीरे दारू का नशा छाने लगा था, क्योंकि वो अब पापा से कुछ बहकी बहकी बातें करने लगा था. अब में तुरंत एक मेडिकल की दुकान पर गया और मैंने वहां से कुछ नींद की गोलियां ले आया और जब मेरा भाई खाना खाने बैठा तो मैंने सबसे नजर बचाकर उसके खाने में उन गोलियों को मिला दिया.
फिर जब उनका खाना पीना खत्म हुआ तो मैंने उसको उठाकर भाभी के रूम में छोड़ दिया, वो अब तक अपने पूरे होश खो बैठा था. फिर मैंने भाभी को आँख मारी और कहा कि दरवाज़ा खुला रखना, में सबके सो जाने के बाद जरुर आऊंगा, तो वो मुझसे कहने लगी कि मुझे पता है तुम नहीं आओगे, मैंने कहा कि थोड़ा रुको फिर देखना.
अब में अपने रूम में वापस आ गया और करीब एक घंटे के बाद जब सब लोग सो गए तो में मौका देखकर उसके रूम में चला गया. वहां जाते ही मैंने सबसे पहले अपने भाई को हिलाकर देखा कि कहीं उसे होश तो नहीं है, लेकिन वो तो बिल्कुल बेसुध होकर पड़ा हुआ था. अब में निशा भाभी के साथ जाकर लेट गया, वो लेटी हुई थी और सोने का नाटक कर रही थी तो मैंने सबसे पहले उसके होंठो पर किस किया और फिर वो भी मेरा साथ देने लगी. उसने पहले पीछे की तरफ मुड़कर अपने पति की तरफ देखा और फिर मुझे कसकर अपने गले से लगा लिया और फिर वो मुझसे कहने लगी कि मैंने जब से तुझे देखा है पता नहीं क्यों मेरा खुद पर कंट्रोल नहीं रहा? तो मैंने कहा कि बस अब बिल्कुल चुप हो जा और मेरे साथ मज़े ले.
दोस्तों उसने गुलाबी कलर की मेक्सी पहनी हुई थी और मैंने अब उसके मुहं में अपना मुहं डाल दिया और मैंने देखा कि वो तो बहुत चालू थी, अब वो मेरी शर्ट के बटन जल्दी से खोलने लगी और कुछ ही देर में मेरे पूरे बटन को खोलकर उसने मेरी छाती को किस करना शुरू कर दिया और वो अब मेरे ऊपर बैठकर मुझसे कहने लगी कि में आज तुझे खा जाउंगी.
फिर मैंने कहा कि हाँ खा जाओ मुझे और अब मेरे दोनों हाथ उसके 34 साईज के बूब्स पर थे. मैंने महसूस किया कि उनके बूब्स मोटे तो जरुर थे, लेकिन बहुत मुलायम और भरे हुए थे. फिर मैंने बिना देर किए उसकी मेक्सी को उतार दिया, वो अब मेरे सामने बिना ब्रा और पेंटी के थी, मतलब वो अब मेरे सामने पूरी नंगी थी और में देखकर बहुत चकित हुआ था कि यह साली तो पहले से ही पूरी तरह से तैयारी करके बैठी हुई है.
अब मैंने भाभी के दोनों बूब्स को ज़ोर ज़ोर से दबाना मसलना शुरू किया, जिसकी वजह से उसके वो हल्के भूरे रंग के निप्पल अब धीरे धीरे कड़क होने लगे थे और वो ज़ोर ज़ोर से सिसकियाँ लेकर मेरे होंठो पर अपने होंठो को दबाने मसलने लगी थी और वो अब हल्की हल्की, लेकिन मधहोश कर देने वाली सिसकियाँ ले रही थी ऊऊईईईईइ अह्ह्हह्ह्ह्हह्ह और साथ साथ बोल रही थी कि रोहित चूसो मेरे बूब्स को ज़ोर से, तेरा भाई तो मेरे साथ ऐसा कुछ नहीं करता, प्लीज आज मेरी आग को बुझा दे अह्ह्ह और ज़ोर से चूस इनको.
फिर में जोश में आकर उसके बूब्स को ज़ोर से चूसने लगा और उसकी निप्पल को काट भी देता. फिर वो मेरे लोवर में अपना हाथ डालने लगी और कहने लगी कि आज में तेरा यह लंड में खा जाउंगी और उसने तुरंत एक ही झटके में मेरा लोवर पकड़कर उतार दिया और उसके मेरी अंडरवियर भी साथ में उतार दी और फिर वो मेरे लंड को हाथ में पकड़कर पहले हिलाने लगी और फिर उसके बाद वो लंड को अपने मुहं में लेकर किसी भूखे की तरह चूमने लगी और अब वो मुझसे कहने लगी कि तुम्हारा लंड बहुत प्यारा है, तेरे भाई का तो ठीक तरह से पूरा खड़ा भी नहीं होता, लेकिन यह तो सरीये की तरह तनकर खड़ा है और फिर इतना कहकर एक बार फिर से मुहं में लेकर चूसने लगी.
दोस्तों कुछ देर लंड चूसने के बाद मैंने उससे कहा कि भाभी उल्टी लेट जा, जिससे में भी तेरी चूत को एक बार चखकर देख लूँ और अब वो तुरंत मेरे कहने पर पलट गई और हम दोनों 69 की पोज़िशन में आ गए. मैंने देखा कि उसकी चूत पर कोई भी बाल नहीं था और वो पूरी तरह साफ चमकीली चूत थी मैंने पूछा कि भाभी क्या अपनी चूत के बाल हमेशा ही इतने साफ रखती हो? तो वो कहने लगी कि वो मुझे आज तेरा लंड लेना था इसलिए मैंने पहले से ही अपनी चूत को तेरे लिए साफ कर रखा है.
फिर मैंने कहा कि क्या मतलब? अब वो मुझसे कहती है कि अब तू बिल्कुल चुपकर और बस वो मेरा लंड चूसने लगी और में उसकी चूत को सक कर रहा था. वो तेज तेज मेरा लंड चूसने लगी और में उसके चूत के दाने पर अपनी जीभ फेरता तो कभी अंदर तक अपनी जीभ को डाल देता. दोस्तों मैंने देखा और महसूस किया कि उसके लंड चूसने का स्टाइल बहुत अलग था, वो मेरे लंड को बहुत धीरे से अंदर बाहर करती और फिर लंड को आईसक्रीम तरह चूसती और अब मेरा काम होने वाला था, वो यह बात समझ चुकी थी और अब वो लंड को तुरंत अपने मुहं के आखरी हिस्से तक ले गई और चूसने लगी जब मेरे लंड से पिचकारी बाहर निकली तो वो सारा माल पी गई और इधर उसका भी पानी निकल गया था जिसको में चाटकर गटक गया.
अब मैंने उसको उठाकर अपने गले से लगा लिया और कुछ देर बाद उसके बूब्स से खलने लगा और वो मेरे लंड के साथ खेलने लगी और मेरा एक हाथ उसकी चूत के दाने पर घूम रहा था और वो फिर से सिसकियाँ ले रही थी और अब वो मुझसे कहने लगी कि रोहित आज तू फाड़ दे मेरी चूत को, में आज से तेरी हूँ, तू आज जो चाहे मेरे साथ कर, लेकिन प्लीज आज मुझे चोदकर संतुष्ट कर दे. मेरी प्यास अपने लंड से बुझा दे, लेकिन में अपना काम करता रहा. तो जब कुछ देर बाद उससे बर्दाश्त नहीं हुआ तो वो फिर मेरे ऊपर आ गई और अपने हाथ से मेरे लंड को अपनी चूत के मुहं पर सेट करते हुए धीरे धीरे लंड के ऊपर बैठने लगी और फिर उसने लंड पर अपनी चूत को एक झटका देकर पूरा का पूरा लंड अपनी चूत की गहराईयों में उतारकर ऊपर नीचे होने लगी और ज़ोर ज़ोर से चिल्ला रही थी.
दोस्तों मेरे माता पिता तो ऊपर वाले रूम में बहुत देर पहले ही जाकर सो चुके थे. मुझे उनका आने का तो कोई डर ही नहीं था, लेकिन मेरा भाई साथ में था तो मुझे बस उसका थोड़ा डर था. फिर मैंने उससे कहा कि देख यह तो अब उठेगा नहीं और तुझे अगर मेरे साथ मज़ा लेना है तो एक काम कर, अगर तेरा चिल्लाने का मन है तो तू मेरा नाम लेने की जगह अपने पति का नाम ले, अगर मम्मी पापा नीचे आए तो भी उन्हें पता नहीं लगेगा कि तू मेरे साथ अपनी चुदाई के मज़े ले रही है.
फिर वो ज़ोर ज़ोर से चिल्लाने लगी और वो हर एक धक्के के साथ कहती उह्ह्ह्ह हाँ चोदो मुझे आईईइ हाँ जानू चोदो, में आपकी दासी हूँ और मुझे आपका लंड चाहिए, तुम आज मेरी चूत की आग को बुझा दो और कहती है कि हाँ जान उह्ह्ह हाँ ऐसे ही लगे रहो, तुम मेरे हो आह्ह्ह आज आप आहहउूुुुउु मुझे और आहहउूुुुउु ज़ोर से चोदो.
अब मैंने उसको कुतिया बनाकर डॉगी स्टाइल में चोदना शुरू किया और मेरे हर एक धक्के से उसके मोटे मोटे बूब्स हवा में झूल रहे थे और वो बस चिल्लाती ही जा रही, लेकिन मेरे हर एक धक्के से मेरा पूरा लंड उसकी चूत की गहराई में जा रहा था और कुछ देर बाद मैंने लंड उसकी चूत से बाहर निकालकर उसकी गांड के मुहं पर टिका दिया और साथ में अपने लंड और उसकी गांड के मुहं पर थोड़ा सा थूक लगा लिया. वो मुझसे कहने लगी कि प्लीज मेरी गांड को छोड़ दो वो अभी तक कुंवारी है, मुझे बहुत दर्द होगा, तुम्हारा लंड बहुत लंबा और मोटा भी है, लेकिन अगर तुझे मारना है तो मार ले, में मना नहीं करूंगी, लेकिन प्लीज थोड़ा धीरे धीरे मारना वरना में आज मर ही जाउंगी.
फिर कहा कि अब चुपकर और मैंने एक ज़ोर का झटका मारा, जिसकी वजह से मेरे लंड का सुपाड़ा अंदर चला गया और वो उस दर्द की वजह से रोने लगी, लेकिन में तब तक लगातार जोरदार धक्के लगाता गया, जब तक कि मेरा पूरा लंड अंदर नहीं गया और अब उसको भी मज़ा आने लगा था. वो फिर से चिल्लाने लगी और कहने लगी उह्ह्ह्ह हाँ और ज़ोर से मार उह्ह्ह्ह में मर गई आईईईईइ मार दिया मुझे, प्लीज थोड़ा धीरे धीरे करो उह्ह्हह्ह में आज से तुझे आह्ह्हह्ह आप कहूंगी, क्योंकि आज से आप ही मेरे सच्चे पति हो, चोदो मुझे और उफ्फ्फफ्फ्फ़ थोड़ा ज़ोर से चोदो मुझे, आज मुझे पूरी औरत बना दो, वाह क्या मर्द हो आप? दोस्तों में अब और भी तेज हो गया और वो मेरे साथ अपनी चुदाई में पहले भी दो बार अपना चूत रस निकाल चुकी थी और फिर से उसका काम होने वाला था, तो वो मुझसे कहने लगी कि अब आप पीछे से आगे आ जाओ और मेरे ऊपर लेट जाओ.
फिर में तुरंत आगे आकर उसके ऊपर लेट गया और फिर से मैंने अपना लंड उसकी चूत के अंदर डाल दिया और अब मेरा भी काम होने वाला था तो मैंने अपने धक्को की स्पीड को बड़ा दिया और अब उसका भी काम होने वाला था. उन सिसकियों की आवाजों से पूरा कमरा गूँज रहा था. वो कहने लगी उूह्ह्ह्हह्ह मुझे आज आह्ह्ह्ह आज आप आह्ह्ह्हहह उफ्फ्फफ्फ्फ़ ज़ोर से चोदो मुझे, में गई और इतना कहकर वो झड़ गई और इधर मेरा भी काम हो गया, मैंने अपना पूरा वीर्य उसकी चूत में डाल दिया. में अब उसके ऊपर अपना सर रखकर थककर हांफने लगा, लेकिन वो मेरी इस चुदाई से बहुत खुश थी और उसके चेहरे से संतुष्टि साफ साफ नजर आ रही थी. फिर कुछ देर बाद में उठने लगा तो वो मुझसे कहने लगी कि यह तो अब कल सुबह तक नहीं उठेगा, क्या हम आपके वाले रूम में चलकर दोबारा सेक्स करें. फिर उनके मुहं से यह बात सुनकर में बहुत खुश हुआ और अब में निशा भाभी को अपनी गोद में उठाकर अपने रूम में ले आया. वहां पर मैंने उसको दोबारा बहुत जमकर चोदा और पूरी रात में कई बार उसके सेक्सी जिस्म को चोदकर बहुत मज़े लिए.