मेरी चुदक्कड़ बहन जब ठंड में मेरे से चुद गयी xxx hindi story

Hot Hindi Bahan Bhai Sex : हेलो दोस्तों मेरा नाम गोपाल सिंह है। आज मैं आपको अपनी सगी बहन की सेक्स कहानी इस वेबसाइट पर पब्लिश करने जा रहा हूँ। मेरी ये कहानी बहुत ही हॉट और सेक्सी है क्यों की ये मेरे घर की माल की कहानी है। यानी मेरी सगी बहन की चुदाई की कहानी। जो मेरे से बड़ी है कैसे मेरी बहन मुझसे ठंढ में चुद गयी और रोजाना चुदती है और मेरे घर वाले को पता भी नहीं है।

पूरी कहानी आपको बता रहा हूँ। मेरी बहन का नाम रिंकी है। मेरे से बड़ी है तो मैं रिंकी दी कहता हूँ। मैं आपको अपनी उम्र नहीं बताऊंगा ना बहन की उम्र बताऊंगा पर हां दोनों चुदाई के लायक है इतना बता देता हूँ। आपको मौज लेने से मतबल है तो चुदाई का मौज आप भी लीजिये मेरी कहानी के द्वारा मैं सच सच अपनी बात आपके सामने रख रहा हूँ।

मेरे मम्मी पापा निचे फ्लोर पर सोते है। मेरे यहाँ सर्दियाँ नैनीताल में ज्यादा पड़ती है तो रजाई का काम हमेशा ही रहता है और सर्दियों में ज्यादा सर्दी पड़ती है तो डबल रजाई हो या डबल इंसान साथ में हो तभी सर्दी जाती है। पापा मम्मी तो दोनों ही गरम रहे हैं क्यों की साथ सोते हैं। उसपर से लंड और चुत का खेल तो गरम तो रहेगा ही।

पर मैं भाई बहन एक ही कमरे में पर अलग अलग बेड पर। मजा नहीं आ रहा था सर्दियाँ ज्यादा आ गयी तो ठंढ भी लगने लगी। माँ पापा तो पहले ही सो जाते हैं मैं भाई बहन सेक्स कहानी पढ़ कर ही सोते हैं। क्यों की मैं खुद देखा की मेरी बहन sexkahani.net पर रोजाना सेक्स कहानी पढ़ती है। तो मुझे भी आदत हो गयी जब तक कहानी पढ़ नहीं लेता मजा ही नहीं आता तो एक आदत सी हो गयी है सेक्स कहानी पढ़ने की।

अब मैं सीधे अपनी सेक्स कहानी पर आ जाता हूँ। एक दिन की बात है हम दोनों ने सोचा की मम्मी पापा तो निचे मजे लेते हैं एक साथ सोकर। क्यों ना हम बहन भाई भी एक साथ ही सो जाएँ ऐसे भी दरवाजा बंद रहता है उनको पता भी नहीं चलेगा। क्यों की वो लोग हम दोनों को साथ सोने से मना करते हैं। पर हम दोनों भाई बहन को ऐसा नहीं लगा की साथ नहीं सोया जाये।

एक दिन मैंने खुद रिंकी दी से बोला क्यों ना हमदोनो साथ सो जाये दरवाजा ऐसे भी बंद रहता है माँ पापा को पता भी नहीं चलेगा। तो वो बोल दी मुझे कोई दिक्कत नहीं। और फिर हम दोनों एक साथ ही सोने लगे। दो तीन दिन तो कुछ भी नहीं हुआ वो अपने मोबाइल पर बिजी मैं अपने मोबाइल पर बिजी आराम से सोये कुछ भी नहीं हुआ.सच बताता हूँ दोस्तों मेरे मन में बहन की चुदाई का ख्याल भी नहीं आया मुझे लगता था बहन भाई बहन भाई होने हैं एक आदर का प्यार का रिस्ता होता है बस इतना ही।

पर एक दिन की बात है उस दिन सब कुछ भी उलट गया और बहन भाई रिश्ते के मायने भी बदल गए और हम दोनों में सेक्स सम्बन्ध बन गया।

एक रात मैं भी कहानियां पढ़ कर सोने की कोशिश कर रहा था और वो भी सोने की कोशिश कर रही थी।पर नींद नहीं आ रहा था। मैं तो कहानी के पात्र में बारे में सोच रहा था कैसे उसने अपनी बहन को चोदा था। मेरी बहन भी इधर उधर करवट बदल रही थी शायद वो भी नॉनवेज स्टोरी डॉट की कहानी के बारे में सोच रही थी।

हम दोनों ही सोने की कोशिश कर रहे थे। मैं आँख मूंद कर सोने की कोशिश कर रहा था। तभी मेरी बहन मेरे तरफ घूम गयी। और फिर हौले हाथ से मेरे लंड को सहलाने लगी। धीरे धीरे मेरा लौड़ा बड़ा हो गया। वो सहलाते रही। मेरी साँसे तेज तेज चलने लगी। उसके बाद मेरी बना मेरा हाथ पकड़ कर अपनी चूची पर यानी बूब्स पर रख दी।

चूचियां तो बड़ी बड़ी नहीं पर हां संतरे के करीब का था पर गोल गोल और टाइट था। मैं सकपकाता हुआ धीरे धीरे चूची को छूने लगा। मेरी बहन मेरी लंड सहला रही थी और मैं बूब्स। दोनों की साँसे तेज तेज चल रही थी। फिर मेरी बहन ऊपर तक सहलाते हुए आई और मेरे होठ को छूने लगी।

मेरे मुंह में अपनी ऊँगली डालने लगी। फिर एक दम से उसने मेरी पेंट में हाथ डाल दिया और मेरा लंड पकड़ ली। उसके बाद मेरे करीब आकर मेरे होठ पर अपना होठ रख दी और हौले हौले से चूसने लगी। हम दोनों ही चुपचाप होकर एक दूसरे को चुम रहे थे। किस कर रहे थे।

उसमे बाद उसने अपना नाडा खोल दी। और मेरा बात अपनी सलवार के अंदर डाल दी। अंदर पेंटी पहनी थी पर सलवार का नाडा खोल दी थी। मैं पहले पेंटी के ऊपर से भी अपनी बहन की चुत को सहलाने लगा। पर मुझसे रहा नहीं गया और मैं अपना हाथ पेंटी के अंदर डाल दिया। मेरी बहन की चुत काफी गीली हो गयी थी चूत पर बाल नहीं थे। मैं चूत की छेद को मसहूस करने की कोशिश करने लगा। xxx hindi story

मेरी बहन टाँगे अलग अलग कर दी। और फिर अपना सल्वार और पेंटी उतार दी। मुझे खींच पर अपने ऊपर चढ़ा ली। और फिर मेरे लंड को पकड़ कर अपनी चूत पर सेट की और निचे से गोल गोल घुमाने लगी अपनी गांड को। मैं भी हौले हौले से अपने लंड को बहन की चूत में घुसा दिया।

अब वो अपनी चूचियां भी निकाल ली और मुझे पिलाने लगी। मैं चूचियां पीते हुए उसने चूत में लंड घुसाने लगा। वो अपनी गांड गोल गोल घुमा रही थी और निचे से धक्के दे रही थी।

उसमे बाद उसने मुझे निचे उतार दी और खुद भी मेरे ऊपर चढ़ गयी। फिर से लंड को पकड़ कर अपनी चूत पर सेट की और और चूतड़ दबा दी। पूरा लंड बहन की चुत में समा गया अब वो ऊपर से ठुकाई करने लगी गोल गोल गांड घुमा कर जब धक्के देती तो मजा आ जाता था।

फिर वो अपनी चूचियां फिर से पकड़ा दी और बोली निप्पल को दोनों ऊँगली से मसलो मैं अपनी बहन की निप्पल को दोनों हाथ की ऊँगली से मसलने लगा। तब वो और भी ज्यादा कामुक हो गयी। वो आह आह आह ओह्ह ओह्ह्ह ओह्ह्ह ओह्ह करने लगी और जोर जोर से धक्के देने लगी। कमरे में मेरी बहन की आवाज आह आह आह के अलावा और कुछ नहीं था।

मेरी बहन की चूत काफी ज्यादा गीली हो गयी थी मेरे लंड पर फिसलन बढ़ गया था। अचानक ही वो सिहरन करने लगी हिलने लगी। मुझे डर लग गया की आखिर क्या हो गया। पर वो कामुक हो गयी थी इसलिए वो हिलने लगी थी वो झड़ने वाली थी। वो जोर जोर से आह आह आह आह जोर से जोर से करने लगी अब मैं निचे से जोर जोर से धक्के देने लगा।

जितनी ताकत थी उतनी ताकत से अपना लौड़ा बहन की चुत में घुसाने लगा और बाहर करने लगा। वो मजे लेने लगी और हां हाह हां हां हां करने लगी और अचानक अंगड़ाई ली और शांत हो गयी तीन चार धक्के देने के बाद मेरा भी वीर्य निकल गया और चूत में ही रह गया।

हम दोनों बहन भाई नंगे ही रात भर सोते रहे। और सुबह जब नींद खुली एक अलग ही सुबह थी। एक नई एहसास।अब दोनों चुदाई करते हैं और मस्त रहते हैं।

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