रीना ने चुदवाई अपनी गांड

हैल्लो दोस्तों में भी आप लोगो की तरह मुझे सेक्सी कहानियाँ पढ़ना बहुत अच्छा लगता है, में पिछले कुछ सालों से लगातार सेक्सी कहानियाँ पढ़ता आ रहा हूँ ऐसा करना मुझे बहुत अच्छा लगता है और आज में आप सभी को अपनी एक सच्ची कहानी सुनाने जा रहा हूँ। यह मेरी पहली कहानी है और में जो भी लिख रहा हूँ वो सब एकदम सच है।

दोस्तों मेरा नाम राज है और में चंडीगढ़ का रहने वाला हूँ, मेरी उम्र 30 साल है और में अभी तक कुंवारा हूँ। में एक प्राईवेट कम्पनी में नौकरी करता हूँ। मेरी लम्बाई 5.6 फीट है और मेरे लंड का साईज़ 6 इंच और मोटाई 2.3 इंच है। दोस्तों मेरी एक बहुत सुंदर दोस्त है और उसका नाम रीना है जो चंडीगढ़ में ही रहती है। उसके फिगर का साईज 34-28-38 है और हम दोनों एक बहुत अच्छे दोस्त है। दोस्तों यह बात एक महीने पहले की है, बातों में हम दोनों आपस में बहुत खुले हुए है और हम एक दूसरे से हर तरह की बातें किया करते है, आज भी वो चंडीगढ़ में एक किराए के मकान में अपने मकान मालिक के साथ रहती है।

दोस्तों मेरा उसके रूम पर हमेशा आना जाना रहता था और जब भी हम मिलते तो किस करते थे और हग भी करते धीरे धीरे हम इन सब से आगे बढ़ते चले गये। दोस्तों उसका एक बॉयफ्रेंड भी था और वो उसे भी बहुत पसंद किया करती थी, लेकिन मैंने महसूस किया कि वो हमेशा मेरे साथ कुछ ज्यादा खुश रहती थी, मेरे साथ वो अपने रूम पर किस करती, हग करती और हम दोनों साथ लेटकर घंटो तक बातें किया करते थे और एक दूसरे को कपड़ो के ऊपर से छुआ करते थे और में उसके बूब्स को दबाया करता और उसकी गांड पर भी हाथ फेरता रहता था। वो भी मेरे लंड पर हाथ फेरती और लंड को बहुत देर तक हिलाती और हम दोनों कभी कभी पूरे नंगे होकर लेटे रहते, लेकिन ऐसा कुछ गलत नहीं करते, लेकिन एक दूसरे को चिपककर हमेशा किस करते रहते थे और इस बीच हम दोनों कई बार झड़ भी जाते, लेकिन हम अपना कंट्रोल नहीं खोते थे और बहुत मज़े करते थे।

दोस्तों एक दिन में उसके रूम पर चला गया तो हम हमेशा की तरह ही किस करते रहे तभी अचानक से  उस दिन उसने मेरा लंड मेरी पेंट से बाहर निकाल लिया और फिर वो उसे किस करने लगी। करीब 15 मिनट तक चूसने के बाद में भी बहुत गरम हो गया और में उसके होंठो पर किस करता रहा और अब में उसके बूब्स को ज़ोर ज़ोर से दबाता निचोड़ता रहा और हम दोनों को बहुत मज़ा आ रहा था। तभी मैंने उसकी पेंटी में अपना एक हाथ डाल दिया तो मैंने महसूस किया कि उसकी चूत अब तक बहुत गीली हो चुकी थी और मुझसे भी कंट्रोल नहीं हो रहा था। वो अब लगातार मेरी मुठ मारे जा रही थी और करीब 20 मिनट के बाद हम दोनों एक एक करके झड़ गये और लेटे रहे। फिर हम कुछ देर बाद उठकर नहाने चले गये। फिर हमने अपने कपड़े पहने और खाना खाया। दोस्तों अब हमने अपने सभी कपड़े उतार दिए, सबसे पहले मैंने उसका कुर्ता उतार दिया और उसने मेरी टी-शर्ट को उतार दिया, फिर मैंने उसकी सलवार और उसने मेरा लोवर। दोस्तों अब वो मेरे सामने सिर्फ ब्रा, पेंटी में थी और में अंडरवियर और बनियान में था। मेरा तनकर खड़ा हुआ लंड अंडरवियर से बाहर उभरा हुआ दिख रहा था और फिर मैंने उसकी पेंटी को उतार दिया और अपना अंडरवियर भी फिर हम दोनों ने एक दूसरे को बहुत जमकर किस किया, तो कुछ देर बाद मैंने उसे बेड पर लेटा दिया और उसकी गांड के नीचे एक तकिया रख दिया, जिससे उसकी चूत ऊपर होकर पूरी तरह खुल गई और में उसकी वो गुलाबी चूत देखकर बिल्कुल पागल सा हो गया। अब में चूत पर अपने एक हाथ से उसे सहलाने लगा जिसकी वजह से वो धीरे धीरे मोन करने लगी और  फिर मैंने सही मौका देखकर उसमे अपनी एक ऊँगली को डाल दिया और धीरे धीरे अंदर बाहर करने लगा, जिसकी वजह से वो काँप गई। फिर में उसके पूरे शरीर पर किस करता रहा और वो लगातार मोन कर रही थी। फिर हम 69 की पोजीशन में आ गए और वो मेरा लंड चूसती रही और में उसकी चूत को चाटता रहा जिसकी वजह से वो तड़पने लगी थी, लेकिन करीब 15 मिनट के बाद हम दोनों झड़ गये।

फिर में उसे लगातार किस करता रहा और उसकी चूत में अंदर तक जहाँ तक मेरी जीभ गई में चूसता रहा और उसके बाद मैंने उसके बूब्स को बहुत देर तक दबाया और सक किया उसके बूब्स अब लाल हो चुके थे और वो मेरा लंड अपने मुहं में लेकर एक बार फिर से खड़ा कर रही थी और उससे भी अब कंट्रोल नहीं हो रहा था फिर मैंने उसके दोनों पैरों को फैला दिया और उसकी गांड के नीचे थोड़ा मोटा तकिया लगा दिया और उसकी चूत के मुहं पर अपने लंड पर कंडोम लगाकर टिका दिया और फिर दो जोरदार झटको में अपना पूरा का पूरा लंड एक ही बार में अंदर घुसा दिया जिसकी वजह से उसकी बहुत ज़ोर से चीख निकल गई, लेकिन उसने अपना मुहं बंद कर लिया फिर थोड़ी देर रुकने के बाद में उसे अब धीरे धीरे अंदर बाहर करता रहा करीब दस मिनट के बाद वो झड़ गई। तो मैंने उसे सीधा किया घोड़ी बनाया और अब मैंने उसकी चूत में पीछे से लंड को डालकर चोदना शुरू किया और फिर में उसे लगातार धक्के देकर चोदता रहा। करीब 25 मिनट तक लगातार उसको उस पोज़िशन में चोदने के बाद मेरा झड़ने वाला था।

फिर उसने जल्दी से लंड को बाहर निकालकर लंड से कंडोम को उतार दिया और फिर वो लंड को अपने मुहं में लेकर मेरा सारा वीर्य पी गई। उसने फिर करीब 15 मिनट तक वहीं पर लेटकर आराम किया। अब उसने कुछ देर बाद मेरा लंड एक बार फिर से चूसना शुरू किया और मेरा लंड खड़ा होते ही उसने मेरी तरफ मुस्कुराते हुए अपनी खुद की गांड को मेरे आगे करके वो मुझसे कहने लगी कि यह तो रह गई है। फिर मैंने अपने लंड पर और उसकी गांड पर थोड़ा सा मक्खन लगा लिया और लंड को उसकी गांड पर बहुत ज़ोर से दबाव बनाते हुए अंदर डाला, लेकिन तीन बार जोरदार धक्के देने के बाद भी लंड नहीं घुसा और फिर मैंने थोड़ा और दम लगाया तो दो इंच अंदर घुस गया। उसकी आँखो से आंसू आ गये, लेकिन उसके चेहरे पर कोई दर्द नहीं था मुझे उसके चेहरे पर संतुष्टि साफ साफ नजर आ रही थी। अब उसने खुद ही अपनी गांड का पूरा ज़ोर लगाकर पीछे की तरफ एक झटका मार दिया, जिसकी वजह से मेरा लंड थोड़ा और सरकता हुआ उसकी गांड में पूरा अंदर चला गया और में अब लगातार धक्के देकर चोदता रहा और फिर उसे करीब 15 मिनट तक लगातार चोदने के बाद हम दोनों झड़ गये। अब हम दोनों नहाने चले गये और फिर नहाकर बाहर आने के बाद मैंने उसे एक बार फिर से चोदा। दोस्तों उसे बहुत मज़ा आ रहा था और वो मेरी चुदाई से बहुत खुश थी और उसके चेहरे पर संतुष्टि की चमक साफ साफ नजर आ रही थी। फिर थोड़ी देर बाद उसने मुझसे कहा कि तुम मेरे हाथ पैर दोनों को बांध दो और फिर मेरी जमकर चुदाई करो, में आज तुम्हे नहीं रोकूंगी। फिर मैंने उसके दोनों हाथों को बांध दिया और दोनों पैरों को पूरा फैलाकर बांध दिया। फिर में उसकी चूत की तरफ अपना मुहं ले गया और मैंने उसकी चूत को बहुत देर तक चाटा और मेरे लगातार चूसने चाटने की वजह से वो उछल उछलकर एक बार फिर से झड़ गई और तब पहली बार मैंने उसकी चूत का पूरा पानी चखकर देखा तो वो थोड़ा सा नमकीन था।

फिर उसकी चूत को कुछ देर चाटने के बाद मैंने उसके मुहं में अपना लंड डाल दिया और मेरे लंड पर उस समय चोकलेट फ्लेवर का कंडोम लगा हुआ था, वो बहुत खुश थी और कुछ देर चूसने के बाद उसने कंडोम को निकालकर लंड को सक किया और मैंने अपना सारा वीर्य उसके मुहं और बूब्स पर गिरा दिया। उसके कुछ देर बाद मैंने उसे अपनी गोदी में बैठाकर बहुत जमकर चोदा और फिर मेरा वीर्य करीब दस मिनट के बाद निकल गया, लेकिन अब उसकी चूत अपनी चुदाई के लिए पूरी तरह से तैयार हो चुकी थी। फिर हमने ऐसे ही पूरे नंगे बैठकर एक साथ चाय पी, तब उसने मुझसे कहा कि बस एक बार और आज के लिए बहुत होगा और बाकी की चुदाई बाद में करना, लेकिन में इस बार उसकी चुदाई बिना कंडोम के करने को बोला, क्योंकि वो आज पहली बार मुझसे ही अपनी चुदाई करवा रही थी और अपनी चूत में पहले बहुत बार ऊँगली करके उसने अपनी सील को पहले ही तोड़ लिया था।

अब हम एक बार फिर से अपनी आखरी चुदाई के लिए तैयार हो गए और इस बार में उसके नीचे और वो मेरे ऊपर थी। मेरे तनकर खड़े लंड पर धीरे धीरे अपनी चूत दबाकर लंड को अंदर घुसा रही थी। दोस्तों आज पहली बार में उसकी चूत की चमड़ी को अपने लंड की चमड़ी पर रगड़ते हुए देख रहा था और में आपको बता नहीं सकता कि मुझे उस समय कितना मज़ा आ रहा था। वो मेरे लंड पर धीरे से उठती और फिर नीचे बैठ जाती जिसकी वजह से लंड अंदर बाहर हो रहा था और वो खुद अपनी चुदाई मेरे लंड से कर रही थी और बहुत मज़े कर रही थी और फिर दस मिनट बाद हम दोनों झड़ गये और कुछ देर लेटे रहे। दोस्तों यह थी मेरी पहली चुदाई की कहानी ।।

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