छोटी बहन के दूध की ताकत

हैल्लो दोस्तों, में आज आप सभी को अपनी एक सच्ची घटना सुनाने जा रहा हूँ जिसमे मैंने अपनी छोटी बहन के मज़े लिए. वैसे कुछ समय पहले तक मैंने उसके बारे में ऐसा कुछ नहीं सोचा था, लेकिन पिछले कुछ दिनों से मुझे उसकी हरकते बदली बदली सी लगने लगी थी और मुझे सेक्सी कहानियाँ पढ़कर मुठ मारना बहुत अच्छा लगता था. में ऐसा करके अपने लंड को हमेशा शांत कर लिया करता. दोस्तों यह मेरी पहली कहानी है. दोस्तों हमारे यहाँ पर कॉलेज पढ़ने की पूरी सुविधा नहीं होने की वजह से में और मेरी छोटी बहन अपनी आगे की पढ़ाई पूरी करने के लिए कुछ महीनों से लखनऊ आए हुए थे और हम दोनों वहां पर एक रूम लेकर रह रहे थे.

फिर एक दिन वो बिना कपड़ो के ही एक टावल को अपने जिस्म पर लपेटे हुए बाथरूम से बाहर हमारे कमरे में आ गई, लेकिन उसे पता नहीं था कि में उस समय वहां पर कमरे में हूँ और फिर एकदम घबराहट में उसके हाथ से टावल नीचे छूट गया और अब उसकी उभरी हुई छाती और गोरे गोरे पैरों को नंगा देखकर मेरा लंड एकदम से तन गया और वो जल्दी से मुड़कर भागी तो मैंने उसकी गांड को भी देख लिया. दोस्तों उसका साईज़ तो पहले भी मुझे बहुत परेशान करता था और मुझे उसका स्वभाव भी थोड़ा बदला बदला सा लगने लगा था. में पहले उसके बारे में ऐसा कुछ नहीं सोचता था, लेकिन आज उसके कामुक गदराए हुए बदन को देखकर में बिल्कुल पागल हो गया.

दोस्तों उसकी लम्बाई 5.5 इंच, रंग गोरा और फिगर का साईज 38-26-36 था और कुछ देर के बाद वो फिर से टावल लपेटकर कमरे में आई और अब भी मुझे उसकी जाँघ और बूब्स से ऊपर का कुछ खुला हुआ बदन दिख रहा था और उसने भी मेरा खड़ा हुआ लंड देखा लिया था. में कमरे से उठकर अब बाहर चला गया, लेकिन अब भी उसका नंगा बदन मेरी आँखो के सामने से नहीं हट रहा था और हम दोनों बिल्कुल शांत थे. फिर कुछ देर बाद में कमरे में अंदर गया और मैंने उससे कहा कि चलो आज हम खाना बाहर खा लेते है और फिर मैंने अपनी बाईक निकाली. वो पीछे मुझसे थोड़ी दूरी पर बैठ गई और थोड़ी दूर जाने के बाद मैंने एकदम से ब्रेक लगा दिया जिससे वो एकदम से मुझसे बिल्कुल चिपक गई और उसके बूब्स को में अब महसूस कर रहा था.

वो मुझसे फिर से दूर होने लगी. मैंने उससे कहा कि इसी तरह बैठी रहो और फिर हमने खाना खाया और वापस घर आ गये. वो जब अपने कपड़े चेंज करने के लिए गई तो में भी उसके पीछे पीछे चला गया और फिर वो दरवाज़े को अंदर से लॉक करने लगी. फिर मैंने उससे कहा कि अब किस लिए लॉक कर रही हो? मैंने तो पहले ही वो सब कुछ देख ही लिया था? तो वो मेरी यह बात सुनकर एकदम से शरमा गई और फिर उसने दरवाजा बंद कर दिया और अंदर से बोली कि क्या देखा आपने तो में बोला कि वही जो तुम मुझे दिखाना चाहती थी. फिर वो बोली कि में तो कुछ भी नहीं दिखाना चाहती थी वो तो बस ऐसे ही हो गया.

फिर मैंने कहा कि चलो कोई बात नहीं अब तुम दरवाजा खोल दो तो में तुम्हे बता दूँ कि मैंने क्या क्या देखा? फिर वो मुझसे बोली कि में आपकी बहन हूँ और कोई क्या अपनी सग़ी बहन से इस तरह से बात करता है? और तब तक वो चेंज करके वापस आ गई थी. अब उसने एक जालीदार मेक्सी पहनी हुई थी और में वहीं पर खड़ा रहा वो कुछ आगे गयी फिर उसने अपनी मेक्सी को नीचे से थोड़ा ऊपर उठाकर कमर तक रख लिया. अब में उसकी काले कलर की पेंटी और उसकी गोरी गोरी जाँघो को मज़ा लेने लगा और फिर मैंने थोड़ा आगे की तरफ बढ़कर उसे पीछे से पकड़कर अपनी बाहों में भर लिया जिसकी वजह से मेरा तनकर खड़ा हुआ लंड उसकी गांड के एकदम बीच में सेट हो गया और अब मैंने उसके बूब्स को मसलते हुए कहा कि जानू क्या तुमने कभी अपनी चूत और गांड को नंगा कांच के सामने देखा है?

वो बोली कि नहीं मैंने कभी नहीं देखा. मैंने कहा कि तुम बिल्कुल भी चिंता मत करो, में आज तुम्हे वो सब कुछ दिखा दूँगा और शायद में तुम्हे उससे भी कुछ ज्यादा दिखा सकता हूँ. फिर वो बोली कि भाई मुझसे अब और नहीं रहा जाता और में उसकी गर्दन पर किस करने लगा. वो बहुत खुश थी और जोश में आकर सिसकियाँ लेने लगी और अपने जिस्म को एकदम ढीला छोड़ने लगी. फिर वो मुझसे बोली कि मैंने कब रोका है जानू? में तुम्हारी हूँ, तुम आज जो चाहो जैसा चाहो मेरे साथ करो, लेकिन प्लीज आज मुझे चोदकर अपना बना लो.

फिर मैंने उसे घुमाया और उसे दीवार से सटाकर उसके गुलाबी होंठो को किस करने लगा. वो बहुत ही मुलायम थे और वो भी अब मेरा पूरा पूरा साथ दे रही थी फिर करीब 15 मिनट के बाद हम अलग हुए और बेड पर आ गये. उसने मेरे कपड़े उतार दिए और मैंने उसकी मेक्सी को उतार दिया और पेंटी को अपने मुहं से खींचकर उतार दिया. अब में उसके ऊपर चड़ गया और दोनों बूब्स को अपने दोनों हाथों में लेकर सहलाने लगा और मसलने लगा. तभी वो मुझसे बोली कि मेरा भाई आज अपनी बहन का दूध पियेगा. मैंने कहा कि बहन के दूध की ताक़त तो देखो मेरा लंड एकदम तन गया है.

फिर वो बोली कि अच्छा अगर बूब्स देखकर तुम्हारा यह हाल है तो अभी जब मेरी कुंवारी चूत को देखोगे तो तुम्हारा क्या होगा? तभी मैंने कहा कि होगा क्या? मेरा लंड आज तेरी चूत को चोद चोदकर भोसड़ा बना देगा. अब में उसके एक बूब्स को अपने एक हाथ से दबा रहा था और दूसरे बूब्स को मुहं में लेकर चूसने लगा और अब उसकी सिसकियाँ निकल रही थी. में अब और ज़ोर ज़ोर से उसके बूब्स को मसल रहा था, लेकिन अब उसे दर्द होने लगा. वो बोली कि में और मेरे बूब्स दोनों ही यहीं पर रहेंगे प्लीज थोड़ा आराम से दबाओ मेरे साजन जी. तो कुछ देर बाद में उसके बूब्स को चूसते हुए उसकी चूत तक पहुंच गया और उस पर बहुत छोटे छोटे बाल थे, लेकिन चूत एकदम साफ दिख रही थी. मैंने चूत को पहले थोड़ा सा सहलाया जिससे कि उसकी चूत का पानी मेरे हाथ में लग गया और मैंने उसे चाट लिया.

फिर मैंने उसकी चूत के होंठो को धीरे से फैलाया और अपनी एक उंगली को धीरे से अंदर डाल दिया और दो तीन बार अंदर बाहर करने के बाद में अपनी जीभ से पहले उसकी चूत के ऊपर के हिस्से को चटा जिसकी वजह से वो बिल्कुल मदहोश होकर मचल रही थी और फिर मैंने अपनी गरम जीभ को चूत के अंदर डाल दिया. उसके मुहं से अह्ह्ह्ह ऊईईईईइ माँ निकल गई और अब में जीभ को अंदर बाहर कर रहा था और उसकी चूत को चाट रहा था. तभी उसने मेरा सर अपनी चूत में दबाकर ज़ोर से रगड़ने लगी और उसने मेरे सर को अपनी जाँघो से दबा लिया और अपने चूतड़ को ऊपर उठाकर मेरी जीभ को अंदर तक लेने लगी और अह्ह्हह्ह्ह्ह उफ्फ्फफ्फ्फ़ हाँ थोड़ा और ज़ोर उईईईईइ माँ से चूसो हाँ और अंदर डालो और करीब दस मिनट तक चूसने के बाद उसने अपनी चूत का पूरा पानी मेरे मुहं पर ही निकाल दिया और अब वो बिल्कुल शांत हो गयी. मैंने उसकी चूत का पानी पिया और चाट चाटकर चूत को अच्छी तरह साफ कर दिया और वो चुपचाप लेटी रही.

फिर में उठा और अपना लंड उसके बूब्स के बीच में रगड़ने लगा और फिर मैंने उससे कहा कि क्यों साली अभी तो मैंने तुझे चोदा भी नहीं और तू अभी से थक गयी, अभी तो पूरी रात बाकी है? फिर वो बोली कि साले तुझे बहन चोद बना रही हूँ, सिर्फ़ एक रात के लिए नहीं अब तो हर रात रंगीन होगी हमारी और फिर वो मेरा लंड मुहं में लेकर ज़ोर ज़ोर से लोलीपोप की तरह चूसने लगी और कुछ देर बाद में भी उसके मुहं में ही झड़ गया और उसने लंड को अपने मुहं से बाहर निकालना चाहा, लेकिन मैंने उससे साफ मना कर दिया. फिर वो मेरा पूरा वीर्य गटक गई और बोली कि बड़ा ही मजेदार था साले प्लीज थोड़ा और निकाल दे.

अब हम दोनों एक एक बार झड़ चुके थे, लेकिन अभी तो चुदाई बाकी थी. फिर वो बोली कि भैया अब इंतज़ार मत करो, जल्दी से अपना लंड मेरी चूत में डाल दो. उसके मुहं से यह बात सुनकर में बहुत जोश में आ गया और मैंने उससे कहा कि मेरी रानी इतनी भी क्या जल्दी है, थोड़ा रुको में तुम्हे अभी चोद दूंगा? फिर मैंने उससे कहा कि अपने मुहं से थूक निकालकर मेरे लंड और अपनी चूत पर लगाओ और फिर उसने मेरे लंड और अपनी चूत पर बहुत सारा थूक लगाया और मैंने अपने लंड पर थूक मल दिया और उसकी चूत पर लंड सेट कर दिया और उसे ठीक पोज़िशन में ले लिया. उसकी सील अभी तक टूटी नहीं थी इसलिए उसकी चूत बहुत टाईट थी मैंने लंड को एक बार हल्का सा धक्का मारा तो एकदम फिसल गया.

फिर मैंने उससे अपने लंड पर थोड़ा सा तेल लगवाया और फिर से चूत पर रखकर ज़ोर से धक्का देते हुए अंदर डाल दिया और उसकी चूत का मुहं थोड़ा खोला और लंड की पोज़िशन सेट करके धक्का मारा. इस बार वो चिल्लाने लगी और उठ गई और बोली कि बहुत दर्द हो रहा है. फिर मैंने उससे कहा कि साली कुतिया अभी तो तू डलवाने के लिए मरी जा रही थी और अब तुझे इतना दर्द हो रहा है? और फिर मैंने उसको ताबड़तोड़ धक्कों के साथ चोदना शुरू किया और वो चीखती चिल्लाती रही, लेकिन मैंने उसकी एक बात भी नहीं सुनी और में लगातार धक्कों पे धक्के दिए जा रहा था.

फिर करीब बीस मिनट की चुदाई के बाद उसने मेरा पूरा पूरा साथ देना शुरू किया और वो मुझसे कहने लगी हाँ और ज़ोर से आज मुझे अपने उह्ह्ह्हह्ह्ह्हह लंड का मज़ा दो, मेरी चूत की आईईईई खुजली मिटा दो, फाड़ दो आज मेरी चूत को और मुझे अपनी रांड बना लो उफ्फ्फ्फफ्फ्फ़ मेरी चूत को चोद चोदकर भोसड़ा बना दो अह्ह्ह्हह्ह. में उसकी बातें सुनकर जोश में आ गया और मैंने अपने धक्कों की स्पीड को और भी बड़ा दिया और उसे चोदने लगा और वो अपनी चूतड़ को उठा उठाकर मेरा लंड लेने लगी और फिर कुछ देर के धक्कों के बाद में उसकी चूत में झड़ गया और उसकी छाती के ऊपर लेट गया और उसके बूब्स को चूसने लगा और मसलने लगा. तभी वो कहने लगी कि आज तुमने मुझे वो मज़ा दिया है जिसके लिए में बहुत इंतजार कर रही थी और आज से तुम मुझे जब चाहो जैसे चाहो चोद सकते हो, में आज से तुम्हारी हूँ. दोस्तों यह थी मेरी पहली चुदाई की कहानी जिसमे मैंने बहुत मज़े किए.

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