लहलहाते खेत में लपलपाती चूत

लड़कियों, आंटियो और भाभियों को मेरा सलाम।

यह मेरी मेरी सेक्स स्टोरी पर पहली कहानी है।

मेरा नाम हरदीप है और मैं हरियाणा में रहता हूँ।

मेरी उम्र 21 साल है और मैं “मोटे और लम्बे लण्ड” का मालिक हूँ।

बात आठ महीने पहले की है…

रविवार का दिन था, इसलिए कालेज की छुट्टी थी।

छुट्टी होने के कारण, मेरा प्रोग्राम खेत घूमने जाने का था।

मेरा खेत, घर से करीब दो किलोमीटर दूर है।

मैं खेत जाने वाला ही था कि हमारी पङोस वाली आँटी आ गईं… …

अब मैं आपको आँटी के बारे में बता दूँ।

आँटी का नाम “रेशमा” है। वो काफी “मस्त औरत” हैं और उनकी उम्र करीब 38 साल है।

उनका फिगर काफी मस्त है!!! रंग – गोरा, मोटी मोटी चूचियाँ।

आँटी ने कहा की उन्हें भी खेत जाना है, सरसो का साग लाना है।

मैंने कहा – ठीक है, चलो चलते हैं…

मैंने आँटी को बाईक पर बिठाया और हम खेत की ओर चल दिए।

मैं बाईक धीरे-धीरे चला रहा था।

हम पाँच मिनट में खेत पहुँच गए।

पहले मैं खेत में थोङा घूमा। फिर, मैंने आँटी को साग तुड़वाना शुरु किया।

थोङी देर में हमने साग तोङ लिया।

मैंने आँटी को चलने को कहा तो आँटी बोलीं – मेरे को पेशाब करना है, दो मिनट रुक।

आँटी मेरे सामने ही पेशाब करने बैठ गईं… …

मैंने आँटी की जांघें देखीं तो मैं आँटी के पास गया।

आँटी पेशाब करके उठीं और सलवार का नाङा बांधने लगीं तो मैंने उसे पीछे से पकङ लिया और उसकी गर्दन पर और कन्धो पर चूमने लगा।

आँटी मुझे हटाने लगीं। लेकिन, मैंने उसे कस के पकङ लिया और कहा – इस तरह मेरे सामने पेशाब करने का क्या मतलब है।

फिर आँटी को भी अच्छा लगने लगा।

आँटी बोली – यहाँ नहीं, अन्दर चलते हैं…

मैं आँटी को पास बने कमरे में ले गया।

फिर मैं उन्हें बेतहाशा चूमने लगा।

अब मैंने उनके और अपने कपङे उतारे और उसके बूब्स चूसने लगा। वो पूरी तरह गरम हो गई।

मैंने उन्हें दीवार के सहारे “घोङी” बना दिया।

फिर मैंने अपना लण्ड उनकी चूत के मुँह पर रखा और जोर से धक्का मारा।

पूरा लण्ड उसकी चूत में समा गया।

फिर मैंने धीरे धीरे धक्के लगाने शुरू किए और उसे जोर जोर से चोदने लगा। उसे मजा आने लगा।

उसकी सिसकारियाँ निकलने लगीं।

मुझे भी बहुत मजा आ रहा था।

दस मिनट की जोरदार चुदाई के बाद उसका शरीर अकङने लगा और वो जोर से झङने लगी।

लेकिन, मेरा अभी नहीँ हुआ था तो मैंने धक्के लगाने चालू रखे।

15-20 धक्के लगाने के बाद, मैं भी उसकी चूत में झङ गया।

फिर, हमने कपङे पहने और घर को चल दिए।

आपको कहानी कैसी लगी??

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