हाई दोस्तों मेरा नाम समीर हे और मैं 23 साल का लड़का हूँ बरोडा से. लेकिन पिछले कुछ साल से मैं अपनी जॉब के लिए हैदराबाद में रहता हूँ. मेरी शादी नहीं हुई हे अभी और मैं कुंवारा हूँ. मेरी हाईट 5 फिट 10 इंच हे और मेरा वेट 65 किलो हे. मुझे पोर्न देखना और सेक्स की कहानियां पढना अच्छा लगता हे. मैं थोडा इमोशनल टाइप का आदमी हूँ और मुझे जल्दी ही किसी भी औरत से प्यार हो जाता हे! बात आज से कुछ साल पहले की हे जब मैं अपनी पढ़ाई कर रहा था. एमबीए की पढाई के दौरान की ये बात हे.

वो दिनों कोलेज के टाइम पर अपना बड़ा ग्रुप था. और सब तरह की मस्ती चलती रहती थी दोस्तों के साथ. नया नया जवान भी हुआ था और सेक्स के प्रति आकर्षित भी. मुझे हर औरत को चेक आउट करने की आदत सी लग गई थी. गांड का और बूब्स का साइज़ जैसे मन में कैलकुलेट करना हो. लंड इतना खड़ा होता था की उसके अन्दर की मलाई को निकालो ना तो रात को सोने भी नहीं देता था!

तीसरे सेमेस्टर की ये बात हे. कोलेज के अन्दर केम्पस रिक्रूटमेंट वाले भी आने लगे थे. तब एमबीए करना उपलब्धि थी, और आज मज़बूरी हे. मैं जॉब तो नहीं करना चाहता था उस वक्त लेकिन मैं टाइम पास और दोस्तों के साथ मस्ती करने के लिए इंटरव्यू देने के लिए जाता था. उस वक्त इन्स्योरन्स वालो की बड़ी डिमांड थी. लोगों के पास पैसे बहुत थे और लोग मरने के बाद की प्लानिंग जो करते थे. एक बार यहाँ बरोडा के गोरवा एरिया में एक कपनी वालो ने जॉब्स इंटरव्यू निकाले थे. केम्पस में ही उसके फॉर्म्स फिल अप हो रहे थे. मैंने भी दोस्तों के साथ फॉर्म भर दिया. कंसल्टंसी की एक लड़की का मुझे कॉल आया इस जॉब के लिए और उसके साथ मेरी बात हुई. उसका नाम करिश्मा था.

करिश्मा: हाई आप अभी क्या करते हो?

मैं: अभी मैं थर्ड सेमेस्टर में हु एमबीए के.

करिश्मा: क्या आप रियली इस जॉब के लिए इंटरेस्टेड हे?

मैं: डिपेंड करता हे सेलरी कितनी हे, काम कहा करना हे वगेरह के ऊपर.

करिश्मा: जॉब्स तो अभी बरोडा के बहार ही हे, शायद साउथ गुजरात में.

मैं: वो तो मेरे लिए बहुत ही दूर हे. मैं मोस्टली भरूच तक जा सकता हूँ बस.

करिश्मा: सोरी भरूच में भी कोई पोस्ट खाली अभी तो नहीं हे.

मैं: ओके फिर रहने दीजिये. बरोडा में कोई भी मार्केटिंग का जॉब हो तो बताओ मेडम.

करिश्मा: आप एक काम कीजिये ना.

मैंने कहा: क्या?

करिश्मा: आप एक बार ऑफिस पर आके मिल लीजिये.

मैं: क्या वहां आने से बरोडा में जॉब मिल जाएगी?

करिश्मा: मैंने कुछ प्रोमिस नहीं किया सर.

मैं: फिर वहां आने की वजह?

वो बोली, सर प्लीज आप आ के वापस चले जाना. आप तो जानते ही हे हमारे मंथली टार्गेट. मेरा नहीं हुआ हे इस मंथ में. आप आ के चले भी गए तो मैं बोल दूंगी की आप जॉब के लिए इंटरेस्टेड हो.

 

मैंने हंस के कहा, ठीक हे आ जाऊँगा, लेकिन मुझे क्या मिलेगा मैं आया तो?

करिश्मा: आप को जो चाहिए!

मैं: एक लिप किस दे सकती हो!

वो एकदम से ऐसी डिमांड से घबरा गई और बोली, सर मेरा आलरेडी बॉयफ्रेंड हे.

मैं: मुझे कौन सी शादी करनी हे तुम्हारे साथ. बॉयफ्रेंड हे उसी को बुला लो फिर.

करिश्मा: ठीक हे आप आ जाइए!

 मैंने फोन पर ही उसका एड्रेस ले लिया. मुझे अन्दर से डर भी लग रहा था की कही वो साली मुझे पिटवाने का इंतजाम कर के बैठी ना हो. मैंने एक मिनिट सोचा की नहीं जाता हूँ. पर लंड की अकड कम थोड़ी होनी थी. मैं निकल ही गया अपनी बाइक ले के.

मैंने उसके पास जाने के पहले वहाँ एक चक्कर लगा के जायजा ले लिया. फिर फोन निकाल के उसे कॉल किया तो वो बोली आ जाओ मैं यही पर हूँ. मैं ऊपर गया तो वो एक छोटी सी कंसल्टेंसी फर्म थी. वो मुझे अन्दर एक केबिन के अन्दर ले गई. करिश्मा सच में बड़ी सुन्दर लग रही थी. उसने होंठो के ऊपर गहरी लिपस्टिक लगाईं हुई थी.

उसके कपडे भी उसकी पर्सनालिटी के ऊपर एकदम स्यूट हो रहे थे. मैंने उसे कहा, मुझे एक किस दे दो.

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वो बोली, सर मेरे बॉयफ्रेंड को पता चला तो मेरा ब्रेकअप हो जाएगा.

मैंने कहा, कैसे पता चलेगा, मैं उसे जानता नहीं हूँ और तुम उसे बताओगी नहीं!

मुझे लग रहा था की वो मना कर देगी. लेकिन उसने ऐसा नहीं किया और किस देने के लिए मान गई.

उसने मुझे माथे से पकड़ के अपने होंठो को मेरे होंठो के ऊपर लगा दिया. उसके रसीले होंठो को चूसते हुए मैं उसके कंधे कोप जोर से दबा रहा था. वो तो जैसे किस को एन्जॉय करने लगी थी और मैंने सोचा था की वो फटाक से किस दे के दफा कर देगी मुझे.

लेकिन ऐसा नहीं हुआ उसने एकदम दिल से किस दी थी मुझे. मैंने उसकी केबिन के डोर को लोक कर दिया. और वो बोली, क्या कर रहे हो?

मैंने कहा, मंथली टार्गेट अगले महीने भी पूरा करवा दूंगा, मेरे कोलेज में बहुत सब दोस्त हे जो जॉब की तलाश में रहते हे. बस मुझे रोकना मत जान!

वो फिर से मुझे किस करने लगी. मैंने उसके बूब्स को दबाये और फिर जल्दी से उसकी चूत के ऊपर अपना हाथ ले गया. उसकी भी गरम हो चुकी थी. मैंने चूत को थोडा सहला के उसे अपना लंड पकड़वा दिया. वो बोली, जो करना हे जल्दी करना होगा कोई आ गया तो मेरी जॉब पर रिस्क हे.

मैंने कहा घूम जाओ. वो घूम के अपनी गांड मेरी तरफ कर के खड़ी हो गई. मैंने उसकी पेंट और पेंटी को निचे कर  उसकी चूत के ऊपर हाथ से थोडा थूंक लगा के अपने लंड को मैंने पेल दिया. उसकी चूत गीली थी जिसमे लंड पच से घुस गया. वो थोडा आगे झुकी और डौगी स्टाइल बना ली. मैंने पीछे से जल्दी जल्दी उसकी चूत में लंड डालना और हिलाना चालू कर दिया.

बड़ा जल्दी ही खत्म ओह गया मेरा सेक्स उसके साथ. शायद डर की वजह से या फिर उसकी रसीली गीली चूत की वजह से. लंड को मैंने एक टिश्यु से साफ किया और उसका मोबाइल नम्बर ले लिया. मैंने उसे कहा, काल से लडको को भेजूंगा लेकीन मेरे से मिलती रहना!

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