हाई दोस्तों, मेरा नाम तन्मय हे और मेरे घर के बाजु में एक लड़का रहता हे उसका नाम रोहन हे l हम उसको पहले रोहन भाई बोलते थे क्युकी वो बहुत तगड़ा था और लड़ाकू भी था l मेरा घर जो था वो तीन फ्लोर का था और उसका दो फ्लोर का था जिसके कारण उसके घर के छत पे ठीक से धुप नही पडती थी l उसकी माँ और बेहेन मेरे घर के छत पे आते थे बाल सुखाने के लिए या फिर धुप सीखने के लिए क्युकी ये बात सर्दियों की मोसम की हे l

मैं उसकी बेहेन से जादा बात नही करता था पर एक दिन उसने मुझे देख लिया की मेने उसके बेहेन कोई हाई बोला, वो मुझे बहुत बार पहले भी बोल चूका था की मेरी बेहेन से बात मत करना पर में करता नही था पर जिस दिन उसने देखा उसी दिन मेने उसकी बेहेन को हाई बोला था l वो मेरे पास आया और बोला की ये में तुझे आखिरी बार बता रहा हू इसके बाद कभी तुने मेरी बेहेन से बात करने की कोशिः की तो अपनी हड्डियां गिनने के लिए तैयार हो जाना l

उसकी बात सुनके मुझे लगा की अगली बार ये मुझे सही में तोड़ के ही रहेगा lएक दिन की बात थी की मेरे घर पे कोई नही था बापू काम पे गया था और माँ डॉक्टर के पास गयी थी l मैं अपने कमरे में एलसीडी पे कामसूत्र देख रहा था, और मेरे कमरे का दरवाजा खुल्ला था l मेरे कमरे के बगल से ही छत की सीडी जाती थी और मुझे बिकुल भी ध्यान नही था की रोहन के घर वाले मेरे छत जायेगे l

तो क्या हुआ की मैं मस्त वाला कामसूत्र देखने में लगा हुआ था और करीब बीस मिनट के बाद मुझे अजीब सी हल चल महसूस हुई की कोई मेरे पीछे हे l मेने झट से मुड के देखा तो रोहन की बेहेन खुसबू पीछे खड़ी थी l मुझे एक पल के लिए कुछ समझ ही नही आया की क्या करू और जब कुछ दिमाग में सुझा तो मेने झट से टीवी बंद कर दी और कूद के सोफे के दूसरे तरफ चला गया और उसके सामने खड़ा हो गया l

मैं उसके सामने खड़ा ही था की वो बोली तन्मय तुम इतने गंदे हो ये सब देखते हो, याक छी तुम्हे और कुछ नही मिला टीवी पे देखने को की इतनी गन्दी गन्दी चीज देख रहे थे l भैया सही कहते थे की में तुमसे बात न किया करू lमुझे वेसे पता था की ये वाली बात किसी को नही बताएगी फिर भी मोके पे चोका मरने के लिए मेने उसका हाथ पकड़ के कहा की प्लीज़ किसी को कुछ मत बताना इस चीज के बारे में प्लीज़ l

वो कुछ नही बोली तो मेने उसके हाथ की दबाया और कहा बोलना प्लीज़ किसी को इसके बारे में मत बताना तो वो बोली की फिर क्यों देखता हे ये सब l मेने कहा तू भी तो देख रही थी न फिर वो कुछ नही बोली उसके जवाब में तो मैं फिर उसके और करीब गया और उसके आँखों में आँखे डाल के कहा की तुने क्या क्या देखा तो वो कुछ बोली नही और लम्बी लम्बी साँसे भरने लगी l मैं समझ गया की वो आधी गर्म हो चुकी थी फिल्म देख के l

मेने उसके आँखों में आँखे डाल के और करीब गया और उसके होठो ओ चूम लिया उसे दिवार से सटा के l वो कुछ भी नही बोली और न ही कुछ विरोध की जब मेने उसके होठो को चूमा, आब तो मेरे गांड में जेसे किसी ने बूस्ट लगा दिया था इतना जोश चड गया मुझे और में कस कस के उसके होठो को चूसने लगा था l

कुछ देर बाद उसके हाथ मेरे सर के पीछे थे और वो भी मेरा साथ दे रही थी किस करने में l मेने झट से उसको अपने से अलग किया तो वो हैरानी से मुझे द्केहने लगी की मुझे क्या हुआ l मैं बाहर गया और दरवाजे की कुण्डी लगा दी और फिर कमरे में गया और खुसबू को आँख मर के बोला की दरवाजा खुल्ला था तो वो हसने लगी और फिर मेने उसे पकड़ के सोफे पे बिठा दिया और फिरसे उसे चूमने लगा l वो भी मेरा साथ देने लगी थी और में धीरे धीरे उसके पीठ पे हाथ फेरने लगा तो मेने ध्यन दिया की उसने अंदर कुछ भी नही पहना था l

मेने फिर झट से उसके टॉप के अंदर हाथ डाल दिया और उसके चुचो पे हाथ फेरने लगा तो वो पहले कीच कीच की पर जब मेने जबरदस्ती हाथ फेरता रहा तो वो कुछ नही बोली और मुझे किस करती रही और में उसके चुचो को दबाता रहाl फिर मेने उसका टॉप निकाल दिया और उसे सोफे पे लेता दिया और उसके चुचो को चूसने लगा l जेसे ही मेने चुचो को मुह में लिए तो वो मना की बोली ये ठीक नही हे l दोस्तों आप ये कहानी मस्ताराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है ।

मेने कहा इतने देर से मजा आ रहा था तो सब ठीक था अब क्या हुआ l इतना कह कर मेने उसके निप्पल को मुह में भर लिया lमैं उसके एक निप्पल को चूसता तो दूसरे को हाथ से मसलता इसी तरफ कुछ देर किया तो उसके मुह से सिसकिय निकलने लगी तो मेने धीरे धीरे अपना हाथ निचे की तरफ बदाय और उसकी जींस का बट्टन खोल दिया और अपना हाथ अंदर डाल दिया l वो अब तक कुछ विरोध नही की और मस्त में अपने चुचे चुसवा रही थी l

मैं उसकी पेंटी के उपर से ही हाथ फेर रहा था तो वो अपने पेरो को कस रही थी, मैं उसके चुचो को चुस्त चूसते चोद दिया तो वो झट से बोल उठी की अब क्या हुआ करो न जो कर रहे थे l मैं बोला की यहाँ मजा नही आ रहा बिस्तर पे लेट के करते हे तो मान गयी और उठके चलने लगी तो वो चल नही पाई क्युकी उसकी पेंट आधी खुल्ली थी तो मेने झट से कहा अरे इसको उतार दो कोई नही देखा रहा l

वो कुछ सोची और फिर उतार दी और अब वो मेरे सामने सिर्फ पेंटी में ही थी l वो बिस्तर पे आके लेट गयी तो मेने सामने तीव भी चालू कर दी और फिर से सीडी चला दी कामसूत्र की lआगे की कहानी जानने के लिए थोडा इंतजार करे.

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