antarvasna antarvassna Indian Sex Kamukta Chudai Hindi Sex मेरा नाम संजय पटेल है और मेरी उम्र 25 वर्ष है, कद लगभग 5.10 मैं कच्छ के गांधीधाम नाम के शहर से हूँ।
मैंने एम… एस… एस… पर लगभग सभी कहानियाँ पढ़ी हैं।
हाल ही में मेरे मन में भी विचार उत्पन्न हुआ कि क्यों ना मैं भी अपनी कहानी लिखूं कि किस तरह मैंने जीवन मैं पहली बार सेक्स संबंध बनाए।
हाज़िर है आपके लिए एक सेक्स भरी कहानी…
यह कहानी है मेरे एक पड़ोस की लड़की की उसका नाम था करीना (बदला हुआ) और वो देखने में भी बिल्कुल करीना जैसी लगती थी।
मैं जब भी उसे देखता, मेरा लण्ड मेरी पैन्ट को फाड़ने लगता था, और कई बार तो उसके बारे में सोच कर मैं मुठ भी मारता।
एक दिन वो मुझे रास्ते में मिली और मुझे देखकर मुस्कुरा कर निकल गई। मुझे तो विश्वास ही नहीं हुआ।
फिर एक दिन शाम के समय वो अपने घर के बाहर खड़ी थी और मैं कहीं जा रहा था, तो उसने मुझे रोका और कहा – संजय, क्या आप एकाउँट के मेरे कुछ प्रॉब्लम समझा देंगे?
मैं उसे प्रॉब्लम समझा कर वहाँ से निकल गया।
इसी तरह उसकी और मेरी दोस्ती आगे बढ़ी, अब तो हम फ़ोन पर भी बात करने लगे। मैं तो बस मौके की तलाश में था कि कब मुझे उसको चोदने का मौका मिले।
एक दिन वो मेरे घर पर आई, उस समय मैं घर पर अकेला था, घर पर कोई नहीं था।
उसको देखते ही मेरे लण्ड ने सलामी दी और मैं मन ही मन बडा खुश हुआ।
उसको मुझसे कुछ प्रॉब्लम समझनी थी। उस दिन वो लंबी स्कर्ट और शोर्ट टॉप पहने हुई थी।
दोस्तो, क्या कयामत लग रही थी वो।
उसका फिगर एक दम परफेक्ट था 36-24-36, जिसे देख कर मैं पागल हो गया।
हम दोनों मेरे बेडरूम में गए और हम प्रॉब्लम हल करने लगे।
जब वो झुकती तो उसके बूब्स देख कर मेरा मन उसे चोदने को करता। थोड़ी देर बाद मैंने हिम्मत करके उसकी कमर पर हाथ रखा और मसलने लगा।
उसने कोई भी आपत्ति नहीं की इससे मेरी हिम्मत बढ़ गई।
धीरे-धीरे मैंने अपना हाथ उसके बूब्स पर रखा और उन्हें दबाने लगा। वो फिर भी चुपचाप बैठी रही।
जब मैंने धीरे से उसकी टी-शर्ट में हाथ डाला, तो वो मेरी तरफ देखने लगी और बोली – क्या कर रहे हो?
मैंने आव देखा ना ताव उसके दोनों होंठ, जो गुलाब की पंखुड़ियों की तरह थे अपने होठों में दबा लिए और उसे चूमने लगा। वो भी थोड़ी देर बाद मेरा साथ देने लगी।
यह देख कर मैंने उसके बूब्स जोर-जोर से दबाने शुरू कर दिए, उसकी आँखों में अब मस्ती छाने लगी।
उसने अपने दोनों हाथ मेरे बालों में डाल लिए और मुझे पागलों की तरह चूमने लगी।
अब मैंने उसकी टी-शर्ट उतार दी, उसने गुलाबी रंग की ब्रा डाली हुई थी और उसके बूब्स उसमें से बाहर झांक रहे थे।
मैंने उसके दोनों कबूतरों को ब्रा की कैद से आजाद करवाया और उन्हें अपने हाथों से दबाने लगा।
फिर मैंने उसका एक चुचा अपने मुँह में लिया और उसे बच्चों की तरह चूसने लगा। वो ऊऊऊऊऊउ… आआआआआआआअ… आ… आआ… आअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह… की तरह सेक्सी आवाजें निकालने लगी।
उसका हाथ मेरे लण्ड पर चला गया और उसने अंदर हाथ डाल कर मेरा लण्ड बाहर निकाल लिया और उसके साथ खेलने लगी।
फिर मैंने उसकी स्कर्ट भी उतार दी। उसने गुलाबी रंग की पैंटी डाली हुई थी। मैंने जैसे ही उसकी पैंटी उतारी उसकी चूत देख कर मैं अपने होश गंवा बैठा।
उसके होठों से भी नाजुक और गुलाबी-गुलाबी उसकी चूत जिस पर एक भी बाल नहीं था।
मैंने उसकी चूत को जैसे ही छुआ, वो चिहुक पड़ी। मैंने उसकी चूत को अपने होठों की कैद में ले ले लिया, वो पागलों की तरह अपने हाथों से अपने बूब्स दबाने लगी और ऊ… ऊऊऊऊ… आ… आआ… आआ… ह्ह्ह्ह्ह… ह्ह्छ… सेक्सी आवाज़ें निकालने लगी।
अब मैने उसे अपना लौड़ा मुँह में लेने को कहा। उसने पहले तो मना किया, फिर मेरे जोर देने पर उसने मेरा लौड़ा मुँह में ले लिया और खूब चूसा, जैसे एक छोटा बच्चा लोली-पॉप को चूसता है।
थोड़ी देर में मैं जब आने वाला था तो मैंने अपना सारा वीर्य उसके मुँह में दे दिया और वो भी बड़े प्यार से पी गई।
उसके बाद मैंने उसकी टांगें फ़ैलाई और उसकी चूत पर अपना लण्ड रखकर एक धक्का दिया और वो पागलों की तरह चिल्लाने लगी।
उसकी चूत कुँवारी थी। मैंने देखा तो उसकी चूत में से खून निकल रहा था।
वो रोने लगी और मुझे कहा – प्लीज़, बाहर निकाल लो।
लेकिन मैं उसके होठों को चूसने लगा और उसके बूब्स दबाने लगा। थोडी देर में जब वो शांत हुई तो मैंने एक ही झटके में पूरा लण्ड उसकी चूत में डाल दिया, वो बहुत जोर से चिल्लाई।
उसकी आँखों से आंसू निकल रहे थे, थोडी देर बाद वो सामान्य हुई तो मैं अपना लण्ड अन्दर-बाहर करने लगा और वो भी अब पूरा सहयोग देने लगी और पूरा कमरा प्प्प्फ्ह्ह्ह्ह्होह्ह्… क्क्किक्छ्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्… ऊऊऊऊउ… आआआआअ… ह्ह्ह्ह्ह्… ह्ह्हह्ह्ह्ह… की सेक्सी आवाजों से गूंजने लगा।
कुछ ही देर बाद वो झड़ गई और थोडी देर में मैं भी झड़ गया।
हम दोनों ने उस दिन कई बार सेक्स किया और वो बहुत ही खुश नज़र आ रही थी।
फिर वो घर चली गई।