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दोस्तों.. मेरा नाम सन्नी है और में नॉएडा का रहने वाला हूँ.. मेरी उम्र 20 साल की है और में चाहता हूँ कि में भी आप सभी को अपनी लाईफ का फर्स्ट सेक्स अनुभव बताऊँ. दोस्तों में बिल्कुल अकेला हूँ और हमेशा चुदाई के बारे में सोचता रहता हूँ. अब में आप लोगो को अपनी कहानी सुनाता हूँ.
दोस्तों में जब 18 साल का हुआ तो मुझे सेक्स बहुत ज़्यादा चड़ने लगा और मेरा लंड किसी भी मस्त औरत या लड़की की गांड देखकर खड़ा हो जाता था. मुझे अब किसी के साथ सोना था और अपनी सेक्स की प्यास मिटानी थी. हमारे पड़ोस में एक फेमिली रहती थी उसमे एक आंटी उनके पति और उनके 3 बच्चे रहते थे.
ये बात तब की है.. जब में 19 साल का हुआ. आंटी मुझे बड़ी मस्त लगने लगी और उनकी उम्र 42 साल की थी.. लेकिन उनकी उम्र 36 साल की लगती थी. उनके जिस्म की तो क्या बात थी. उनका जिस्म का साईज़ 38-36-48 था. फिर जब भी वो सूट पहनती तो एकदम माल लगती थी और जब भी वो हमारे घर पर आती तो में उनकी गांड का मजा लेकर मुठ मार लिया करता.. लेकिन अब मुझसे ज़्यादा दिनों तक ये नही किया गया..
क्योंकि अब मुझे भी अपने लंड और मुहं को चूत का स्वाद चखाना था और में उस मौके की तलाश में था कि में उनकी चूत को चोदूं.. लेकिन कोई मौका नहीं मिला.. लेकिन एक दिन 3 महीनो के बाद मुझे वो मौका मिला.
में एक दिन किसी ज़रूरी काम से उनके घर गया. गेट खुला था और फिर मैंने आवाज़ मारी.. लेकिन कोई जवाब नहीं आया. फिर मैंने दोबारा आवाज़ लगाई फिर भी कोई जवाब नहीं आया तो में आगे बड़ा और बाथरूम की तरफ गया जैसे ही में बाथरूम के पास पहुंचा तो मेरी पैरो तले ज़मीन खसक गई.
मैंने देखा कि आंटी अपनी गांड मटकाते हुए पूरी नंगी होकर बाथरूम में जा रही है और फिर उन्होंने गेट बंद कर दिया.. लेकिन शायद उन्हे ध्यान नहीं रहा कि उन्होंने गेट बंद नहीं किया. मेरा लंड अब उन्हें इस हालत में देखकर धीरे धीरे खड़ा होने लगा था..
क्योंकि मैंने पहली बार किसी औरत को पूरी नंगी देखा था और अब मुझसे कंट्रोल नहीं हो रहा था. तभी में पास जाकर गेट के छेद से अंदर झांकने लगा और आंटी गाना गाते हुए शावर ले रही थी और अपने जिस्म पर साबुन लगा कर अपने बूब्स दबा रही थी.
फिर उन्होंने अपने हर एक अंग को रगड़ रगड़ कर अच्छे से साफ किया और बैठकर अपनी चूत में ऊँगली डालने लगी. तभी में जोश में आ गया था और फिर मैंने मुठ मारनी शुरू कर दी आंटी सारी दुनिया को भूल कर चूत में ऊँगली कर रही थी.
फिर लगभग 10 मिनट ऊँगली करने के बाद आंटी भी झड़ गई और में भी वहीं पर गेट के ऊपर ही झड़ गया और फिर झड़ने की वजह से मेरे मुहं से ओह आह ओह आइईए की आवाज़ निकल पड़ी. तभी आंटी एकदम खड़ी हुई और भागकर गेट खोला तो में ठीक से सम्भल भी नहीं पाया और आंटी मेरे सामने आकर खड़ी थी बिल्कुल नंगी.
तभी में आंटी को ऊपर से नीचे तक निहारने लगा और आंटी मेरे लंड को निहारने लगी जो कि 5.4 इंच था. फिर आंटी ने एकदम से टावल लपेटा और पूछा कि में यहाँ पर कैसे? तभी मैंने भी अपनी पेंट पहनी और कहा कि में कुछ समान लेने आया था. फिर आंटी ने कहा कि तो तू अपनी पेंट उतार कर क्या कर रहा था? फिर में चुप रहा और बिना कुछ बोले उनको देखता रहा.
तभी आंटी ने पूछा कि तुझे कितने देर हो गई यहाँ पर आए हुए? फिर मैंने कहा कि जब से आप नहाने के लिए बाथरूम के अंदर गई है. फिर आंटी ने कहा कि सच सच बता तूने क्या क्या देखा? फिर में चुप था और आंटी ने कहा कि लडकियों की तरह शरमा मत.. जल्दी से बता यहाँ पर तूने क्या देखा?
तभी मैंने थोड़ी हिम्मत करके कहा कि जो भी आपने बाथरूम के अंदर किया वो सब मैंने देखा. तभी आंटी ने कहा कि क्या तुझे शरम नहीं आई? फिर मैंने कहा कि आंटी थोड़ी सी आई थी. फिर आंटी मुझे पकड़ कर अपने बेडरूम में ले गई और बोला कि तेरे पापा को ये सब बात बताउंगी.
फिर मैंने कहा कि प्लीज आंटी मुझे माफ़ कर दो.. आंटी बोली कि तुझे मेरे लिए एक काम करना पड़ेगा. फिर मैंने कहा कि क्या? तो वो कहने लगी कि मुझे खुश करके.
तभी मैंने कहा कि में आपका मतलब नहीं समझा.. तभी आंटी ने कहा कि मुझे तू अगर आज जम कर प्यार करेगा तो ही में चुप रहूंगी और फिर उन्होंने मुझे बेड पर लेटाकर चूमने लगी. में अब उनके रसीले होंठो का स्वाद चख रहा था.
में बहुत खुश था क्योंकि आज मेरे लंड की सुहागरात होने वाली थी और मैंने भी आंटी को कस लिया अपनी बाहों में और चूमने लगा. हम दोनों एक दूसरे को ऐसे ही चूमते रहे.. 15 मिनट तक चूमने के बाद आंटी मेरे पूरे शरीर को चूमने लगी और अपने हाथों से मेरा लंड सहलाने लगी.. मुझे बहुत मज़ा आने लगा.
फिर में बेड पर लेटा हुए था और मस्त हो रहा था. तभी आंटी ने पूरा लंड आपने मुहं में डाला और उसे एक भूखी शेरनी की तरह चूसने लगी और मेरी ख़ुशी का ठिकाना न था.
में अब सातवें आसमान में था और जन्नत की सेर कर रहा था.. वो बिल्कुल एक रंडी की तरह मेरा लंड चूस रही थी और में आह आह कर रहा था. फिर 15 मिनट तक लंड चूसने के बाद में उनके मुहं में झड़ गया और उन्होंने सारा वीर्य पी लिया और उन्होंने मेरा लंड चाट चाटकर साफ कर दिया और बेड पर लेट गई.
अब में उनके बूब्स दबाने लगा और किस करने लगा. फिर में उनका एक बूब्स दबाता और एक चूसता में पागल कुत्ते की तरह उनके बूब्स चूस रहा था और वो मस्ती में अहह उफ़फ्फ़ उफफफफ्फ़ आह कर रही थी. तभी मैंने उनके बूब्स चूस चूसकर लाल कर दिए थे और उनके बूब्स में से थोड़ा दूध भी निकला और में उसे भी पी गया.
फिर में उनके पूरे जिस्म को चूमता हुआ चूत तक आया और उसे सूंघने लगा. उनकी चूत से बहुत मादक खुश्बू आ रही थी. वो बूब्स को चूसने की वजह से थोड़ी गीली थी. फिर मैंने उनकी टाँगे खोली और जंगली जानवर की तरह चूत को चाटने लगा और वो जोर जोर से चिल्लाने लगी..
आह मेरे बेटे चोद दे अपनी आंटी को ऊऊहह आआहह अफ मेरे लंड वाले राजा फाड़ डाल इस चूत को.. कब से प्यासी है तेरी ये रंडी आंटी.. ओह मेरे राजा चाट और चाट.. उफफफ्फ़ आआइईए उफ्फ्फ्फ़ माँ मरी तेरी रंडी आंटी कह रही है.. मेरे बेटे और उन्होंने मुहं को अपनी चूत पर दबा दिया और झड़ गई और मैंने सारा रस पी लिया और चूत चाट चाट कर साफ कर दी और उन्हे किस करने लगा. वो मेरा लंड पकड़ कर सहलाने लगी मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया. अब आंटी ने कहा कि आओ मेरे राजा बेटे अपनी आंटी को अपने लंड का जलवा दिखाओ.
तभी में आंटी की चूत के पास आकर बैठ गया और उनके दोनों पैरों को अपने कंधे पर रख लिया और उनकी चूत के छेद पर निशाना लगाया और एक ज़ोरदार झटका मारा और लंड एक बार में ही उनकी चूत की गहराइयों में चला गया और मुझे पता भी नहीं चला और में जोर जोर से धक्के देकर उनको चोदने लगा और वो मेरे हर एक धक्के से खुश होकर कहे जा रही थी कि अह्ह्ह उफ्फ्फ्फ़ माँ मरी चोद मेरे बेटे और जोर से चोद..
आज बना दे अपनी आंटी की चूत को भोसड़ा. फिर में जोश में आकर और तेज धक्के दिये जा रहा था और वो बड़े जोर से सिसकियाँ ले रही थी. में उनके दोनों पैरों को पकड़ कर स्पीड बड़ा कर चोदे जा रहा था.
तभी करीब दस मिनट की चुदाई के बाद वो झड़ गई और बिल्कुल शांत होकर चुदवाती रही. उनके झड़ने के करीब पांच सात मिनट बाद में भी उनकी चूत में जोरदार धक्को के साथ झड़ गया और अपना पूरा वीर्य उनकी चूत में डाल कर थक गया और उनको सीधा पटककर उनके बूब्स चूसने लगा.
तभी आंटी कहने लगी कि आज तूने सही में मेरी चूत को चोद कर भोसड़ा बना दिया है अब कभी तू मुझे आकर चोद सकता है में तेरी इस चुदाई से बहुत खुश हूँ.
फिर दोस्तों मैंने उस दिन आंटी को दो घंटो के बीच में तीन बार चोदा और उनकी चूत का भोसड़ा बना दिया और फिर जब भी मुझे मौका मिलता है में आंटी को चोदने लगता हूँ कभी उनके घर पर तो कभी मेरे घर पर. उनकी बहुत घिस घिस कर चुदाई करता हूँ .