हैल्लो दोस्तों, आप लोगों की तरह में भी पिछले कुछ सालों से लगातार कहानियाँ पढ़कर उनके मज़े लेता आ रहा हूँ और मुझे कई कहानियाँ अच्छी लगी और कई तो बहुत ही ज्यादा अच्छी लगी. दोस्तों मुझे पहले तो इन सबको पढ़कर ऐसा लगा कि कई लोग अपनी झूठी कहानियाँ लिखकर भेज देते है, लेकिन जब से यह हादसा मेरे साथ हुआ है, तब से में मान गया. दोस्तों यह मेरी पहली कहानी है, जो में आप सभी को सुनाने जा रहा हूँ और यह मेरा पहला सेक्स अनुभव है, तो फिर सुनो मेरी भी मन की सच्ची यह बात.
दोस्तों मेरा नाम समीर है, में 25 साल का हूँ और में मुंबई में रहता हूँ, मुझे कभी भी सेक्स में कोई भी रूचि नहीं थी, लेकिन मेरे एक दोस्त ने जब से मुझे एक ब्लूफिल्म दिखाई है, तब से मेरी यह हमेशा कोशिश रहती थी कि मुझे कोई ऐसा मिले, जिसके साथ में सेक्स कर सकूं, लेकिन में बहुत बार कोशिश करने के बाद भी कुछ नहीं कर सका. दोस्तों मेरी यह कहानी थोड़ी सी लंबी जरुर है, लेकिन आप लोग इसको थोड़ा ध्यान से पढ़ना.
उन्ही दिनों मेरा एक बहुत अच्छा दोस्त जो उस समय मेरे पड़ोस में रहता था, उसकी शादी पक्की हो गयी और 15 दिनों के बाद में उसकी शादी भी हो गयी, लेकिन में किसी वजह से उसकी शादी में नहीं जा सका, क्योंकि में अपने दोस्त की शादी के समय मेरे अंकल के घर पर था.
फिर जब में वापस अपने घर पर आया, तो वो मेरा दोस्त मुझसे शाम को मिला. तब मैंने उससे पूछा कि क्यों कैसी रही शादी और तेरी वो पहली रात अपनी पत्नी के साथ कैसी बीती?
वो चुपचाप मेरी बातें सुनता रहा, वो कुछ भी नहीं बोला और कुछ देर बाद वो मुझसे बोला कि चलो तुम्हें में अपनी पत्नी से मिलवाता हूँ. यह बात कहकर वो मुझे अपने साथ जबरदस्ती ले गया और में भी मन ही मन खुश होता हुआ उसके साथ चला गया. फिर में और मेरा दोस्त उसके घर पर पहुंच गए.
मैंने देखा कि वहां पर उसकी पत्नी अकेली थी और में जब अंदर गया. तब मैंने ध्यान से देखा कि उसकी बीवी बहुत ही सुंदर और सेक्सी लग रही थी और वो उस साड़ी में तो बहुत ही अच्छी लग रही थी और उसका फिगर तो ऐसा था कि पूछो मत. वो मेरी ही उम्र की थी और उसका नाम दिव्या था. मुझे तो वो औरत नहीं लड़की ही लग रही थी.
मैंने दिव्या की तरफ आकर्षित होकर अपने दोस्त से कहा कि वाह यार तेरी पत्नी तो बहुत मस्त लग रही है. तभी वो मुझसे कहने लगा कि हाँ मैंने भी भगवान से दुआ मांगी थी कि मुझे पत्नी दो, तो ऐसे ही मस्त फिगर और सुंदर देना. फिर मैंने अपने दोस्त की पत्नी से बात की तो उसकी आवाज़ भी बहुत सुरीली थी, में उसको देखकर बहुत चकित था और वो भी मुझे देखकर बार बार मेरी ही तरफ देख रही थी. फिर एक दिन में जब अपनी गाड़ी की धुलाई कर रहा था.
मैंने देखा कि वो भी अपने कुछ कपड़े और बर्तन लेकर मेरे पास में उनको धोने आ गई और जब वो अपने काम को करते समय नीचे की तरफ झुकी, तो मैंने उसके प्यारे से गोरे गोलमटोल बूब्स को अपनी चकित नजरो से देख लिया, लेकिन में उसको कुछ भी नहीं कह सका और मुझे ऐसा करने में बड़ा मज़ा आ रहा था. में अपनी बाईक को धीरे धोता गया और वो भी मुझे देखती गयी.
लेकिन कुछ देर बाद उसने जानबूझ कर ऐसा किया कि उसके बूब्स मुझे साफ नज़र आने लगे और में अपनी आखें फाड़ फाड़कर उसके बूब्स को देखता था, तब मेरे शरीर को 400 वॉट्स का करंट लगा और में एक साथ दोनों बूब्स को देखता रहा और इस तरह से में कई बार उसके बूब्स को देख चुका था, लेकिन वो मुझसे कुछ भी नहीं कहती थी. में उसको ताकने झाँकने में लगा रहता और फिर एक दिन वो दिन भी आ गया, जिसका मुझे इंतजार था.
उस दिन मेरी किस्मत खुल गई. दोस्तों उस दिन वो मेरे घर पर आई और मुझसे कहने लगी कि घर पर टी.वी. में कुछ नहीं दिखता, शायद वो खराब हो गई है, इसलिए में यहाँ चली आई. फिर मैंने उनको कहा कि आपने ठीक किया और फिर में जैसे ही उनके साथ टी.वी. वाले रूम में गया तो उसने तुरंत दरवाजा भी बंद कर दिया था, लेकिन मुझे नहीं पता था कि उसने दरवाजे को बंद कर दिया है और उस समय उसके घर पर कोई भी नहीं था.
अब में भी उसके साथ साथ टी.वी. को देखने में बहुत व्यस्त हो गया. तभी उसने अचानक मुझे पीछे से आकर उसकी बाहों में जकड़ लिया और में उसके बड़े आकार के बूब्स को अपनी कमर पर महसूस करके मन ही मन बहुत खुश हो रहा था.
मैंने जानबूझ कर उससे पूछा कि तुम यह क्या कर रही हो? तो वो बोली कि वही जो तुम्हें दिख रहा है और फिर उसने मुझे किस करना शुरू कर दिया, वो कुछ देर बाद मेरे होंठो को वो बुरी तरह से जोश में आकर किस करने लगी. अब में भी अब उसके यह सब करने की वजह से बहुत जल्दी जोश में आ गया और में भी उसको किस करने लगा और मैंने उसको अपनी बाहों में भरकर में उसको दबाने लगा.
कुछ देर बाद मैंने उसको खींचकर सोफे पर लेटा दिया और अब में उसके ऊपर लेट गया और मैंने दोबारा उसको चूमना शुरू कर दिया. करीब दस मिनट तक में उसको लगातार पागलों की तरह चूमता रहा और उसने मेरा पूरा पूरा साथ दिया.
मैंने ज्यादा देर ना करते हुए अब उसका ब्लाउज खोल दिया, जिसको देखकर में एकदम चकित रह गया, उसके दोनों बूब्स बाहर आने के लिए बहुत तड़प रहे थे और उन दोनों बूब्स की परेशानी को देखकर मैंने उसकी ब्रा को भी खोल दिया, जिसकी वजह से जैसे ही मैंने उसकी ब्रा को खोला तो उसके दोनों बूब्स उसी समय उछलकर बाहर आ गए और में उन गोरे गोल बूब्स को देखकर पागलों की तरह उन दोनों को दबाने लगा.
क्योंकि बहुत दिनों के बाद आज मुझे पहली बार उसके पूरे के पूरे बूब्स वो भी बिना कपड़ो के दिखने को और दबाने को मिले थे, जिसको में छूकर उनके मज़े बहुत समय से लेना चाहता था, लेकिन मुझे ऐसा कोई भी मौका हाथ नहीं लग रहा था और आज मिला है, तो में उसका पूरा पूरा फायदा उठाना चाहता था, इसलिए में लगा रहा.
मैंने तुरंत उसके एक बूब्स के निप्पल को अपने मुहं में ले लिए और चूसने लगा और साथ में दूसरे बूब्स को में दबाकर उसका रस निचोड़ने लगा था, जिसकी वजह से वो अब अहह्ह्ह्हह उफफ्फ्फ्फ़ कर रही थी और में उसके बूब्स को पागलों की तरह लगातार चूसता, दबाता ही रहा. तभी थोड़ी देर के बाद मैंने उसकी साड़ी को हटाकर उसको अब अपने सामने पेंटी में कर दिया और मैंने देखकर महसूस किया कि उसकी चूत अब बहुत गरम हो गयी थी, जिसकी वजह से उसकी चूत ने पानी छोड़कर पेंटी को उस जगह से गीला कर दिया था.
अब मैंने उसकी पेंटी को भी उतारकर में उसकी चूत को अपने एक हाथ से फैलाकर कुछ देर देखकर चकित होता रहा. उसके बाद में नीचे झुककर अब उसकी चूत को चाटने लगा, जिसकी वजह से वो जोश में आकर सिसकियाँ भर रही थी, वो अह्ह्ह्हह्ह सस्स्स्शहस सस्शशशहह ऊहहहहहह की आवाज अपने मुहं से निकाल रही थी और तभी उसने मुझसे कहा कि वाह मज़ा आ गया ऐसे तो मेरे साथ तेरा दोस्त भी नहीं करता है हाँ और ज़ोर से चूस आज तू मेरी चूत को खा जा, बुझा दे मेरी प्यास को, कितने दिनों से ऐसा मज़ा लेने के लिए तरस रही हूँ.
दोस्तों अब उसके साथ साथ मुझे भी उसकी रस भरी चूत को चूसने चाटने में बहुत मज़ा आ रहा था, क्योंकि मैंने उसकी चूत पहली बार देखी थी और वो पूरी नंगी थी. में आज पहली बार ऐसी नंगी लड़की को देखकर मेरा लंड जो आज तक सो रहा था, वो अब तनकर खड़ा हो चुका था.
अब उसने मुझे बैठाकर मुझे भी पूरा नंगा कर दिया और मेरे लंड को अपनी चकित नजर से देखते ही वो कहने लगी, इतना लंबा मोटा लंड तो तेरे दोस्त का भी नहीं है, आज मुझे तेरे लंड के ऊपर कूदने में बड़ा मज़ा आएगा, में इससे अपनी चुदाई के पूरे मज़े लेना चाहती हूँ, तुम मुझे आज जमकर चोदना, मेरी तुम आज बहुत दमदार चुदाई करना, जिसको में पूरी जिंदगी याद रखूं.
दोस्तों मेरा लंड उसके नरम मुलायम हाथों में आते ही झटके खाने लगा था और वो बहुत ही टाईट हो चुका था और फिर उसने मुझसे कहा कि तुम्हारा लंड तो बहुत मोटा और लंबा भी है. फिर मैंने कहा कि यह पूरा 6 इंच का है और उसने यह बात मेरे मुहं से सुनते ही मेरे लंड को अपने मुहं में लेकर वो मेरा लंड चूसने लगी, जिसकी वजह से मुझे बहुत मज़ा आ रहा था और थोड़ी देर वो चूसती रही. उसके बाद मैंने उसको सोफे पर लेटा दिया और में एक बार फिर से उसकी चूत को चाटने लगा और वो सिसकियाँ भर रही थी.
में उठ गया और मैंने उसके दोनों पैरों को फैला दिया और उसने अपने दोनों हाथों से अपनी चूत को खोलकर पूरा फैला दिया, जिसकी वजह से उसकी चूत की पंखुडियां पूरी तरह से खुलकर मेरे सामने आ गई.
अब मैंने ज्यादा देर ना करके अपने लंड का टोपा उसकी चूत के मुहं पर रख दिया और में उसकी चूत पर उसको घिसने लगा. फिर कुछ देर बाद वो मुझसे कहने लगी कि प्लीज अब डाल भी दो तुम मुझे अब और कितना तड़पाओगे, प्लीज अपना लंड मेरी चूत में डालकर मुझे वो मज़े दो, फाड़ दो आज तुम मेरी चूत को, दिखा दो अपने लंड का दम, मुझे वो मज़े करा दो.
मैंने उससे कहा कि मेरी जान तड़पाने में ही तो असली मज़ा आता है और मैंने उसी समय एक जोरदार धक्का लगाकर उसकी खुली हुई चूत में मैंने लंड को तीन इंच तक अंदर घुसा दिया, जिसकी वजह से वो ज़ोर से चीख पड़ी, चिल्ला गई ऊऊईईईईईई माँ में मर गई स्स्स्ससस्स मुझे बहुत दर्द हो रहा है. फिर मैंने उसके दर्द और चिल्लाने को देखकर अपने धक्के मारने उसी समय बंद कर दिए, जिसकी वजह से कुछ देर बाद वो धीरे धीरे बिल्कुल शांत हो गयी और मैंने उसको किस करना शुरू कर दिया.
थोड़ी देर के बाद मैंने सही मौका देखकर एक बार फिर से धीरे धीरे धक्के लगाने शुरू कर दिए, वो अब अहाहहहहह ऊहह्ह्ह उफ़फ्फ़फफफ्फ़ कर रही थी. तभी मैंने एक ज़ोर से धक्का लगाकर अपने लंड को मैंने कुछ इंच तक उसकी चूत में डाल दिया और अब वो ज्यादा ज़ोर से चिल्ला नहीं सकी, क्योंकि उसका मुहं मेरे मुहं में था और में उसको ज़ोर से लगातार किस करता गया और नीचे से अपने लंड को उसकी चूत में धक्के भी लगाता गया. तभी वो बोली हाँ फाड़ डालो आज तुम मेरी इस चूत को वो तुम्हारे जैसा ही मोटा लंबा लंड मांगती है, हाँ आज तुम पूरा अंदर डालकर इसको चुदाई के असली मज़े दो.
फिर उसके यह बात कहने से मेरे शरीर में पहले से ज्यादा जोश में आ गया, इसलिए मैंने एक बार फिर से अपनी तरफ से धक्का लगाकर अपने पूरे लंड को उसकी चूत में डाल दिया, लेकिन इस बार के धक्के से वो बड़ी ज़ोर से चिल्ला उठी, आहहहहह ऊऊईईईईई माँ यह क्या था? तब में तुरंत समझ गया कि मेरा पूरा लंड अब उसकी चूत में जा चुका है और फिर वो मुझसे बोली कि में अब और देर नहीं सह पा रही हूँ, तुम अब तुम्हारा लंड बाहर निकालो, मुझे बहुत दर्द हो रहा है.
मैंने उससे कहा कि अब यह बिना चुदाई किए बाहर नहीं आ सकता, क्योंकि तुमने ही खुद मेरे लंड को अपनी चुदाई का न्योता दिया है तो इसलिए में अपने लंड की भूख को पूरी तरह से मिटाने के बाद ही में इसको बाहर निकालूँगा और अब वो कुछ नहीं बोली और अब में उसको लगातार धक्के लगा रहा था.
फिर करीब ऐसा ही 15 से 20 मिनट तक में उसको उसी पोज़िशन में लगातार धक्के देकर चोदता गया, जिसकी वजह से अब उसको भी बड़ा मज़ा आ रहा था, क्योंकि वो अब अपने कूल्हों को ऊपर उठा उठाकर मुझसे अपनी चुदाई करवा रही थी. फिर कुछ देर बाद मैंने उसको और भी ज़ोर से धक्के देकर चोदना शुरू कर दिया और थोड़ी देर बाद वो झड़ गई और धीरे धीरे शांत होती चली गयी.
मैंने उसको अब अपने सामने घोड़ी बना दिया, वो उस समय सोफे के सहारे उसको पकड़कर खड़ी रह गयी और मैंने उसके पीछे जाकर उसकी चूत में अपना लंड डाल दिया और इस बार मेरा लंड एक ही धक्के में फिसलता हुआ पूरा का पूरा उसकी चूत में चला गया और फिर में उसको ज़ोर ज़ोर से धक्के मारने लगा, उसकी बहुत देर तक लगातार चुदाई करते हुए मुझे तो अब पसीना आ गया और में धक्के देते हुए उसके बूब्स को भी दबाता जा रहा था.
करीब 25 मिनट तक ऐसे ही मैंने उसको चोदा, तब तक वो दो बार और झड़ चुकी थी, लेकिन मेरा वीर्य तो अभी भी नहीं निकला था. फिर मैंने अपने धक्को की स्पीड को बढ़ा दिया और मैंने फुल स्पीड से उसको चोदना शुरू कर दिया और कुछ देर धक्के देने के बाद मैंने उससे कहा कि मेरा वीर्य अब बाहर निकलने वाला है, में उसको कहाँ निकालूं? तो वो बोली कि तुम इसको मेरी चूत में ही डाल दो और मैंने उसके कहने पर उसकी चूत में अपना गरम वीर्य छोड़ दिया.
में ठंडा होकर उसको अपनी बाहों में लेकर सोफे पर लेट गया. फिर थोड़ी देर के बाद वो उठी और उसकी चूत से मेरा लंड निकालकर वो अब मेरे लंड को चूसने लगी, जिसकी वजह से मुझे बहुत मज़ा आ रहा था. उसने मेरा लंड चाटकर चूसकर साफ कर दिया, वो बहुत अच्छा चूस रही थी और उसके कुछ देर बाद वो मुझे उठाकर मेरा हाथ पकड़कर अपने साथ बाथरूम में ले गयी और उसने मेरे लंड को साबुन लगाकर साफ किया और पानी डालकर उसको ठंडा किया. उसी समय उसने मुझसे पूछा क्यों तुम्हें मेरे साथ चुदाई करने में मज़ा आया? तो मैंने उससे कहा कि हाँ मुझे बहुत मज़ा आया और तुम्हारा पूरा बदन बहुत मस्त मजेदार है, इसकी में जितनी भी तारिफ करूं उतनी ही कम होगी.
तभी वो मुझसे कहने लगी कि तुम्हारा लंड तो अभी भी मुझे टाईट महसूस हो रहा है ऐसा क्यों? तो मैंने उसकी तरफ देखकर हंसकर कहा कि यह मुझे शायद अभी भी भूखा लगता है, तो उसने कहा कि तो फिर चलो दोबारा शुरू हो जाओ और में उसके मुहं से यह शब्द सुनकर तो ख़ुशी से उछल पड़ा और वो नीचे बैठकर मेरे लंड को दोबारा अपने मुहं में लेकर चूसने लगी, जिसकी वजह से कुछ ही देर बाद मेरा लंड तनकर उसकी चूत को सलामी देने लगा.