मैं कुछ अपने बारे में बात दूँ। मेरा नाम अजीत है और मैं अभी देल्ही में रहता हूँ…

बात उन दिनों की है, जब मैं अपने घर गया था।

वहाँ मेरी मुलाकात मेरी बुआ जी से हुई। उनकी शादी २ साल पहले हुई थी, मगर कोई बच्चा नहीं था।

वो देखने में बहुत सुन्दर थीं और उनका फिगर “34-28-36” का था।

जब वो चलती थीं तो मेरा लण्ड उनके चूतड़ों को देख कर सलामी देने लगता था…

हर वक्त मैं उन्हें चोदने का सोचता था। मैंने कई बार उनको सोच कर मूठ भी मारी थी।

बाथरूम में रखी उनकी पैंटी भी पर भी मैं मूठ मार लेता था।

मुझे ऐसे मूठ मारने में बहुत मजा आता था। मैं तो यही सोचता था की कब उनकी चूत मिले।

मैं हर वक़्त बहाने तलाशता था, उनके पास रहने का…

कई बार मैं चोरी छुपे बहाने से कभी उनकी गाण्ड हल्की सी छू लेता तो कभी उनके बूब्स।

इतने में ही मुझे बड़ा मजा आता पर ऊपर वाले की दुआ से वो दिन भी आया, जब उनके घर के सभी लोग शादी में गए थे।

मैंने अब मूड बना लिया की इस बार मुझे उन्हें किसी तरह चोदना है।

पहले से ही मैं कभी कभी उनके पास सोता था, लेकिन कभी हिम्मत नहीं होती थी की मैं कुछ करूँ…

उस रात हम छत पर सोये हुआ थे, मैंने सोच लिया था की आज मैं उन्हें चोदूंगा…

मैंने धीरे धीरे अपना एक हाथ उनके पीठ पर रखा, फिर थोड़ी देर के बाद इधर उधर हाथ करने लगा।

मझे बहुत अच्छा लग रहा था, मेरा लण्ड खड़ा हो गया था… …

फिर धीरे धीरे मैंने उनके बूब्स को छुआ, तभी वो हिली तो मैं डर गया…

मैंने तुरंत अपने हाथ को हटा लिया!!

फिर थोड़ी देर के बाद मैंने फिर से हाथ रखा और धीरे-धीरे उनके बूब्स को दबाने लगा!!! !!

तब तक वो सो रही थीं…

अब मेरी हिम्मत बड़ गई मैं और जोर-जोर से उनके चुचे दबाने लगा…

थोड़ी देर के बाद वो फिर से हिली तो मैं फिर से डर गया, लेकिन उन्होंने अपना एक हाथ मेरे हाथ पर रख दिया… …

तभी वो आचानक जग गईं और बोलीं – ये क्या कर रहे हो… ??

मैं डर गया था तब उन्होंने बोला की हम छत पर हैं, चलो हम नीचे चलते हैं… …

मेरी तो “मन की मुराद” पूरी हो गई!!!

फिर हम दोनों नीचे आ गए, रूम में जाते ही मैं उन्हें चूमने लगा और वो भी मेरा साथ देने लगी…

मैं उनके होठों को चूम रहा था और एक हाथ से उनकी बूब्स दाबा रहा था…

अब वो पूरी गरम हो गई थीं, फिर मैंने उनकी चूत पर अपना हाथ रखा…

उनकी चूत पूरी “भट्ठी” की तरह तप रही थी और मैं ऊपर से ही रगड़ रहा था…

वो जोर से – आईई आ ईई आईई आई कर रही थी… !!

अब वो कहने लगी – अब सहन नहीं हो रहा, मुझे चोद दो…

मैंने पहले उनकी नाइटी को उतार फ़ेका और फिर उनकी पैंटी भी, अब वो मेरे सामने पूरी तरह “नंगी” थीं!!!

मैंने पहली बार किसी औरत को नंगा देखा था!!! !!

फिर मैंने अपना लण्ड उसके हाथ में दे दिया और वो उसे लालीपॉप की तरह चूसने लगीं…

मुझे “सुखद अनभूति” हो रही थी। अब उनसे नहीं रहा जा रहा था… …

सो, मैंने उन्हें बेड पर लेटा दिया और उनकी चूत में अपना लण्ड डाला!!

चूत पूरी तरह से गीली थी।

उनकी चूत अभी भी एकदम कसी हुई थी… …

मैंने जोर लगाया और पूरा का पूरा लण्ड उनकी चूत में चला गया और मैं धक्के मारने लगा… …

मैंने उन्हें उस रात 5 बार चोदा!!! !!

बुआ ने कहा कि उन्हें मेरा “स्पर्म” चाहिए तो मैंने स्पर्म उनके अंदर ही छोड दिया… … …

वो रात मैं कभी नहीं भूल सकता!!

आज उसकी गोद में 5 साल की बच्ची है… …

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