मामी की लड़की की चुदाई

ये कहानी मेरी मामी की लड़की प्रिया की है. वो लोग गाज़ियाबाद में रहते थे. मामा के २ लड़के और १ लड़की प्रिया थी. उसकी उम्र करीबन २३ साल थी. देखने में बहुत प्यारी और मासूम थी. लेकिन वो भी धीरे – धीरे जवान हो रही थी. मेरा गाज़ियाबाद जब जाना हुआ, जब मेरा एग्जाम था. विंटर का सीजन था. मामा के यहाँ ४ दिन का स्टे था मेरा. मामा के यहाँ पहुच कर सब लोगो से बातें भी हुई. प्रिया ने भी नमस्ते किया. मैंने उसे काफी दिनों बाद देखा था. तो बहुत प्यारी लग रही थी. वो मुझे देख कर बस मुस्कुरा दी. फिर शाम हो गयी. मैं उसके रूम में गया और हम लोगो में काफी बातें हुई. मैंने उसे कैरियर के बारे में बताया. वो भी ध्यान से सुन रही थी. फिर हम लोग खाना खाने चले गये. खाना खाने के बाद, मैं छत पर चले गया. मैं गाना गा रहा था और टहल रहा था. कुछ देर बाद प्रिया भी आ गयी.

प्रिया – बहुत अच्छा गाते है आप.

मैं – अरे नहीं.. बस ऐसे ही जब मन करता है. तो बस गुनगुना लेता हु.

प्रिया – सोना नहीं है क्या?

मैं – थोड़ी देर में सोऊंगा. बट तुम क्या कर रही हो यहाँ?

प्रिया – जैसे आपको नीद नहीं आ रही है. वैसे मुझे भी नीद नहीं आ रही है. फिर थोड़ी देर बातें करने के बाद, हम दोनों नीचे चले गये. मेरी नीद सुबह ८ बजे खुली और जैसे ही मैं नहाने के लिए बाथरूम जाने लगा, तो उसमे पहले से ही कोई था. थोड़ी देर बाद, प्रिया निकली नहा कर और मैं तो बस उसे देखता ही रह गया. बहुत ही खुबसूरत लग रही थी वो. गिले बाल थे, शम्पू की खुशबु आ रही थी. बहुत गोरी थी वो..

प्रिया – बहुत जल्दी उठ गये आप तो.

मैं – अरे, बस ऐसे ही नीद खुल गयी.

प्रिया – जाईये, नहा लीजिये. अभी पानी गरम है.

मैं बाथरूम के अन्दर गया और डोर लॉक कर लिया और १ मिनट बाद प्रिया बोली – भैया मेरे कपड़े अन्दर रह गये है. जरा दे दीजिये. मैंने इधर – उधर देखा. तो बस एक ब्लैक कलर की ब्रा और एक टीशर्ट ही पड़ी हुई थी.

मैंने पूछा – दो ही कपड़े है.

प्रिया – हाँ, ऊपर से दे दीजिये.

मैंने ब्रा जो ३२ साइज़ की थी ऊपर से दे दी. ब्रा किल में फस गयी. प्रिया निकालने लगी. बट उस से नहीं निकल रही थी. मैं बाहर आया और निकाल दिया. वो शरमा रही थी. ब्रा लेके तुरंत अन्दर भाग गयी. फिर दोपहर हुई और मैं प्रिया के रूम में गया और नार्मल बातें करते रहे. फिर शाम हुई और हम फिर से टेरेस पर थे और बातें कर रहे थे. अबकी बार बातें थोड़ी लम्बी थी और वहीँ गर्लफ्रेंड और बॉयफ्रेंड वाली बातें थी. फिर हम लोग नीचे जाकर सो गये. मैं अगले दिन भी ८ बजे सो कर उठ गया और नहाने के लिए गया. प्रिया फिर से बाथरूम में ही थी. वो बाहर आई और मैं उसे देखता ही रह गया. मैं बाथरूम के अन्दर गया. प्रिया ने नोक किया और कहा – कि अन्दर मेरे कपड़े रह गये है. मेरा दिमाग चला, कि रोज़ ये कपड़े क्यों छोड़ देती है अन्दर? अबकी ब्रा पर्पल ब्रा और ब्लैक पेंटी थी. मैंने कहा – अन्दर आ कर ले जाओ.

प्रिया – आप दे दो ना.

मैं – नहीं, खुद ही ले लो.

प्रिया अन्दर आई और जैसे ही कपड़े ले रही थी. मैंने पीछे से हाथ लगाया. उसने कपड़े लिए और तुरंत चली गयी बिना कुछ कहे. उस दिन मैं उसके रूम में भी नहीं गया और वो रात को टेरेस पर भी नहीं आई. फिर अगले दिन सेम चीज हुई. मैं बाथरूम में गया, उसने नोक किया और बोली – भैया, मेरे कपड़े रह गये है. मैंने कहा – आकर ले लो. मैं – आ जाओ. प्रिया अन्दर आ गयी और कपड़े ले लिए. लेकिन इस बार मैंने कुछ भी नहीं किया. वो कपड़े ले कर मेरी तरफ पीठ करक खड़ी हो गयी और कुछ भी नहीं बोली. मैंने २-३ बार प्रिया – प्रिया बोला. मेरी हिम्मत बढी. मैंने पीछे से उसे पकड़ लिया. वो कुछ भी नहीं बोली. मैंने उके गले पर किस किया. उसने कोई रेस्पोंस नहीं दिया. मैंने उसके हाथ से उसकी ब्रा पेंटी लेकर टांग दी और उसको अपनी तरफ पलट दिया और उसके गले पर किस कर दिया. वो अब भी आँखे बंद किये हुए थी. फिर मैंने उसके होठो को चुसना शुरू कर दिया. वो वो साथ नहीं दे रही थी.

फिर मैं ने उसकी टीशर्ट में हाथ डाल कर उसके बूब्स को दबाया. प्रिया – अहहह्हा अहहाह.. मैंने उसे दिवार से सटा दिया और उसके दूध मसलने लगा. इतने मुलायम दूध थे, बता नहीं सकता. बहुत मुलायम थे और मैं उनको दोनों हाथ में लेकर मसल रहा था. प्रिया सिर्फ आँखे बंद करके हलके से आवाज़े निकाल रही थी. फिर उसे भी जोश आया और उसने अपने होठ खोल कर मेरे होठो को चुसना शुरू कर दिया. क्या गजब थी वो.. बहुत ही अच्छे से चूस रही थी और होठो को पी रही थी. फिर मैंने प्रिया की टीशर्ट उतार दी. उसने ब्रा नहीं पहनी थी. मिल्की वाइट बूब्स थे उसके. मैंने प्रिया के दोनों हाथ पकडे और कस के होठो को पीने लगा. वो भी जवान थी और मेरा साथ दे रही थी अपनी जीभ घुमा – घुमा कर. फिर मैं उसके निप्पल चूसने लगा और दूध भी पिया. वो बहुत एक्साइट हो गयी थी और तेज – तेज सांसे ले रही थी. फिर मैंने प्रिया की स्कर्ट भी उतार दी. वो पूरी नंगी थी और बहुत गरम हो चुकी थी. फिर मैं नीचे बैठा और उसकी चूत में जीभ लगायी. बहुत अच्छी महक थी.

उसकी चूत एकदम गुलाबी हो चुकी थी और पानी छोड़ रही थी. प्रिया – भैया, मैं लेट जाऊ? मैं – हाँ, लेट जाओ. प्रिया – भैया, ऐसे करना प्लीज, कि मुझे कोई दिक्कत ना हो. मैं – तुम बस लेटी रहो. तुम्हे कुछ नहीं होगा. फिर मैंने प्रिया की दोनों टाँगे खोली, जिस से उसकी चूत खुल गयी. प्रिया – भैया कुछ करो इसमें. कुछ हो रहा है मुझे. मैंने उसकी चूत में अपनी जीभ डाल कर चाटना शुरू कर दिया और चूसने लगा. प्रिया – अहहहः अहहः अहहहहाआ अहहहः भैया अच्छा लग रहा है. ऐसे ही करते रहो… मैंने फिर जोर से उसकी चूत को चुसना स्टार्ट कर दिया. प्रिया – भैया, बहुत गुद्गुद्दी हो रही है. मैंने उसके दोनों दूध भी मसलने शुरू कर दिए कस कस के. प्रिया – भैया आआआआआआअ आआआआआआआ अहहह्हा अहहह्हा अहहहः… मैं – अच्छा लग रहा है? प्रिया – बहुत अच्छा लग रहा है. कुछ गड़बड़ तो नहीं होगा? मैं – नहीं प्रिया. थोड़ा पर पैर फैलाओ ना. कर लो अच्छे से.

मैं प्रिया के ऊपर आ गया और उसके दोनों हाथ पकड़ कर होठो को चूसने लगा. प्रिया – म्मम्म म्मम्मम भैया अहहहह्हा… नीचे कुछ करो ना…. कुछ हो रहा है…. मैंने प्रिया के सिर्फ होठ और दूध पिए.. चूत में कुछ नहीं किया. प्रिया – भैया नीचे कुछ हो रहा है. मैंने अपना लंड निकाल कर प्रिया की चूत पर रगडा. प्रिया आँखे खोलकर – ये क्या था भैया? उसकी मोटी – मोटी आँख देख कर मन कर रहा था… मैंने कहा – अन्दर लोगी. ये कह कर मैं प्रिया के गले और चेहरे को चाटने लगा. प्रिया – भैया बस करो. मैं – ओके जाओ, अच्छा अब. मैंने उसको फ़ोर्स नहीं किया. प्रिया – उसके दूध बड़े हो गये थे और सांसे तेज थी. फिर वो बाथरूम से जाने लगी. मैं – प्रिया एक मिनट. वो जैसे ही पीछे पलटी, मैंने उसको दिवार से सटा दिया और उसके होठो को पीने लगा.

प्रिया – भैया बस कीजिये. मैं – करने दो. क्या पता. बाद में मौका मिले ना मिले. प्रिया – मिलेगा मौका. परेशान मत होहिये. फिर मैंने उसे जाने दिया. उस दिन मैंने उसे इन्दिरेक्ट्ली खूब परेशान किया. वो बस शर्माए जा रही थी.किचन में जाती, तो मैं पानी पीने के लिए चला जाता, तो उसके गाल पर किस कर लेता. वो कुछ भी नहीं बोल पाती. तो कभी रूम में अकेले पा कर उसके बूब्स दबा देता. अगले दिन, मेरा पेपर थे. तो मैंने प्रिया को बोला, कि मैं पेपर नहीं दूंगा. हम दोनों साथ में मस्ती करेंगे. पर प्रिया ने मना कर दिया और बोली – मैं उसकी वजह से पेपर मिस ना करू. बट मैंने कहा, मुझे पेपर नहीं देना है.

नेक्स्ट डे – मैं मामी मुझे सेण्टर नहीं पता है. प्रिया – मम्मी, आप कहो, तो मैं भैया को सेण्टर तक छोड़ आऊ. मामी – हां, लेकिन जल्दी आ जाना. प्रिया – मम्मी, वहीँ मेरी फ्रेंड का घर भी है. बहुत दिनों से उस से मिली भी नहीं हु. उस से भी मिल लुंगी. जब भैया के पेपर ख़तम हो जाएगा, तो साथ में आ जाउंगी. मामी – ठीक है. लेकिन संभाल कर जाना. प्रिया मेरी तरफ देख कर शरारत से हंसी और मेरे कान में बोली – अब तो आप खुश. मैंने उसके गाल पर किस करके कहा – बहुत खुश.

प्रिया फिर से शरमा गयी और मेरे गाल में काट लिया. हम दोनों ९ बजे निकल गये और वो मेरे बगल में ऑटो में बैठी थी. उसके बालो की खुशबु मुझे पागल कर दे रही थी. मैं भी उसकी खुशबु का मज़ा ले रहा था. प्रिया – भैया कहाँ चलना है? मैं – कोई अच्छे से होटल चलते है ना. होटल क्यों. आप तो मेरे साथ टाइम स्पेंड करना चाहते थे ना. मैं ने प्रिया के कान में हलके से बोला – होटल से अच्छे जगह कहा होगी साथ में टाइम बिताने के लिए. इतना कह कर मैंने उसके गाल पर एक किस कर दिया.

प्रिया – बड़े शरारती हो आप. बहुत जब आप किस करते हो ना.. चलो होटल में.. बताती हु आपको. मैं – क्या बताउंगी? प्रिया मेरे कान में धीरे से – जो उस दिन बाथरूम में नहीं बता पायी थी. ये कह कर उसने मेरे गाल पर काट लिया. मैंने प्रिया के बूब्स दबा दिए. प्रिया बोली – अभी नहीं. रूम में जितना चाहो, उतना दबा लेना. फिर हम दोनों एक अच्छे से होटल में पहुचे. रूम ३००० का था, लेकिन बहुत अच्छा रूम था. रूम में हम दोनों पहुचे और प्रिया ने टीवी ओन कर दी. मैंने कहा – यहाँ टीवी देखने आई हो? प्रिया मुस्कुरा कर बोली – तो क्या करने आये है? मैं – बड़ी नादाँ हो. प्रिया – हाँ हु… वैसे भी आपसे छोटी हु अभी… २२ साल की ही तो हु केवल. मैं – तो क्या हुआ. प्रिया – कुछ नहीं हुआ और ये कह कर वो टीवी देखने लगी. मैंने उसके पीछे गया और प्रिया के गले पर किस कर दिया. प्रिया ने आँखे बंद कर ली और बोली – ये क्या कर रहे हो आप? मैं – अभी कहा कुछ किया है? प्रिया – ओके. आगे कैसे मैं उस दिन प्रिया की चुदाई की, वो नेक्स्ट कहानी में…

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

|