मेरी माँ की सम्भोग गाथा

प्रेषक : सुधीर … हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम सुधीर है और मेरी माँ की उम्र 48 साल है, मगर उनको देखकर लगता है कि वो 35 साल से ज़्यादा की नहीं है। जो भी उनकी गांड को देखता था वो उनकी गांड मारना चाहता था। मेरी माँ का नाम ज्योति है और वो एक नंबर की चुदक्कड़ थी। मेरे पापा एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करते थे और बाहर ही रहते थे। में और मेरी माँ पटना में रहते थे।

फिर उन्ही दिनों हमारे बगल में एक अंकल रहने आए। उनका नाम देवेन्द्र था और वो एक कंपनी में जॉब करते थे और एकदम हट्टे कट्टे थे। फिर धीरे-धीरे उनकी जान पहचान हमसे बढ़ गयी और वो हमसे घुल मिल गये। कभी-कभी वो मम्मी से नॉन-वेज बातें भी कर लेते थे, लेकिन मम्मी भी उनसे नॉन-वेज मज़ाक करने लगी थी। में उस समय छोटा था इसलिए में ध्यान नहीं देता था।

एक दिन अंकल को किसी पार्टी में जाना था तो वो अकेले थे और उन्होंने मम्मी को अपने साथ चलने की रिक्वेस्ट की तो मम्मी भी मान गई, लेकिन पार्टी में कपल डांस करना था तो मम्मी ने उन्हें कहा कि उसे कपल डांस नहीं आता है। अंकल ने कहा कि कोई बात नहीं में सिखा देता हूँ और वो मम्मी को डांस सिखाने लगे। उस समय मम्मी मेक्सी पहने हुई थी। जिसमें से उनकी गांड और हल्के-हल्के बूब्स दिख रहे थे और वो घुटने तक दोनों तरफ से खुली हुई थी। अब अंकल नीचे से मम्मी की कमर पर हाथ रखकर डांस करने लगे।

अचानक कुछ देर के बाद उनका हाथ मेरी मम्मी की चुतड पर चला गया। में वही पर खड़ा होकर ये सब देख रहा था। मम्मी ने उन्हें कुछ नहीं बोला और डांस करने लगी। अब अंकल मम्मी की गांड को दबाए जा रहे थे और फिर अपनी एक उंगली मम्मी की मेक्सी के ऊपर से गांड में घुसा दी तो मम्मी की आवाज़ निकली ऊउह्ह तो देवेन्द्र अंकल ने कहा क्या हुआ? भाभी जी मज़ा नहीं आ रहा क्या डांस सीखने में? तो मम्मी ने कहा कि बहुत मज़ा आ रहा है।

फिर अंकल ने कहा रात को और मज़ा आयेगा और मम्मी हंसने लगी। मे समझ गया कि आज कुछ जबरदस्त होने वाला है। फिर रात को में भी पार्टी में गया और वहां पर एक से एक आंटीयाँ आई हुई थी। फिर कुछ देर बाद सब डांस करने लगे और अब अंकल भी मम्मी के साथ डांस कर रहे थे और बीच-बीच में उनके बूब्स और गांड भी दबा रहे थे। फिर अचानक लाईट ऑफ हो गई और मम्मी के मुँह से, अहहह की आवाज़ आने लगी। में समझ गया कि अंकल मम्मी को किस कर रहे है।

फिर जब लाईट आई तो मैंने देखा कि अंकल मम्मी को लेकर बाथरूम की तरफ जा रहे थे। फिर में भी उनके पीछे छुपके से चला गया और एक कोने में जाकर खड़ा हो गया। फिर मैंने देखा तो में हैरान हो गया। अब अंकल मम्मी को खूब ज़ोर से लिप किस कर रहे थे और उनकी जीभ भी काट डाली थी। अब मेरी माँ आँहे भर रही थी, लेकिन मुझे मज़ा आ रहा था। फिर अंकल ने मम्मी की साड़ी उतार दी और मम्मी अब सिर्फ़ ब्लाउज और पेटीकोट में थी। दोस्तों आप ये कहानी न्यू हिंदी सेक्स कहानी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है ।

अब अंकल कह रहे थे कि जानेमन इस दिन का इंतज़ार मुझे कब से था। मम्मी ने कहा अब और देर ना करो और मुझे चोद डालो डार्लिंग। फिर अंकल ने भी अपने कपड़े उतार दिए और नंगे हो गये। उनका लंड करीब 8 इंच लंबा और 4 इंच मोटा था। फिर मम्मी ने कहा आज मुझे जन्नत की सैर करवाने वाले हो क्या जानेमन? फिर अंकल ने मम्मी के सारे कपड़े उतार दिए और उनके चुचुक चूसने लगे और चूची पर दाँत से काटने लगे। अब मम्मी कह रही थी कि चूसो, ज़ोर से दाँत से काटो।

फिर करीब 10 मिनट तक चूसने के बाद अंकल ने अपना लंड मम्मी के मुँह पर रख दिया और बोला चल रंडी चूस मेरे लंड को। अब मम्मी खूब अच्छे से लंड चूसने लगी। फिर करीब 10 मिनट तक चूसने के बाद अंकल ने मम्मी को बाथरूम के फर्श पर लेटा दिया और उनकी चूत चाटने लगे। अब मम्मी अहहहह उह्ह्हह्ह कर रही थी और कह भी रही थी कि पी लो मेरी चूत का रस, साले इसे चाट ले।

फिर अंकल ने भी मम्मी की चूत को चाट कर पूरा गीला कर दिया और फिर अपना लंड डाल दिया तो मम्मी चिल्ला उठी साले मादरचोद लंड है या फिर हथोड़ा, निकाल इसे, लेकिन अंकल ने मेरी मम्मी कि एक नहीं सुनी और कहा साली रंडी चुप हो जा, में आज तुझे छोड़ने वाला नहीं हूँ और ज़ोर के झटके देने लगे। अब धीरे-धीरे मम्मी को भी मज़ा आने लगा और बोली कि मुझे बहुत मज़ा आ रहा और आआहहहहह उह्ह्हह्ह्ह्ह करने लगी और बोली और ज़ोर से।

अब अंकल मम्मी की गांड को अलग-अलग तरीको से मारे जा रहे थे, कभी डॉगी स्टाईल में तो कभी अपने ऊपर बैठाकर। अब मम्मी भी पूरे मजे ले रही थी, कभी उनको किस करती तो कभी वो उनको बोलती कि मेरी चूची को चूसो और मेरा दूध निकाल दो। आज मेरी चूत का भोसड़ा बना दो। अब अंकल मम्मी को गोद में उठाकर चोदने लगे और करीब आधे घंटे तक मम्मी को चोदा और अपना पानी अंदर ही झाड़ दिया।

उसके बाद उन्होंने मम्मी को उल्टा कर दिया और गांड का छेद चाटने लगे। उसके बाद उन्होंने बाथरूम में रखा हुआ साबुन मम्मी के गांड के छेद पर लगाया और अपने लंड पर भी लगाया। वो तो मम्मी की गांड देखकर तो पागल ही हो गये थे। मम्मी की गांड बहुत मस्त थी और फिर एक ही झटके में उनका पूरा का पूरा लंड मम्मी की गांड के अंदर चला गया। मम्मी को बहुत दर्द हो रहा था, लेकिन उन्हें मज़ा भी बहुत आ रहा था।

अब अंकल ने मम्मी के चुतड 45 मिनट तक मारी और उनके मुँह के अंदर अपना सारा वीर्य डाल दिया और मम्मी उसे पी गई और बोली तुम्हारा वीर्य तो बहुत टेस्टी था। अंकल ने पूछा मेरी चुदाई कैसी लगी? तो मम्मी ने कहा कि मुझे ऐसी चुदाई रोज करनी है तो अंकल ने कहा कि कोई बात नहीं, अब हम रोज करेंगे। उस दिन के बाद अंकल मम्मी को रोज चोदते थे। कभी बेडरूम में, कभी किचन में और जब में घर पर नहीं रहता था तो वो दोनों घर में नंगे ही घूमते रहते थे और उनका जब मन हुआ तो चुदाई शुरू हो जाती थी ।।

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