नमस्कार दोस्तों…फिर से हाजिर हूँ मैं अपनी दूसरी सच्ची कहानी लेके ..समय बहुत कम मिलता है इसलिए नही लिख पाती…मेरी पहली कहानी पर बहुत से मित्रों ने टिप्पणियाँ की हैं उन सबका आभार प्रकट करती हूँ….अब कहानी पर आती हूँ…उस दिन जब मेरी मम्मी खेत में मेरे बॉयफ्रेंड से चुदी थी तो देख के मेरा भी बहुत मन कर रहा था मगर किससे कहती है…मम्मी ने मेरे बॉयफ्रेंड को रात को घर पर बुला रखा था…मैं फिर से रात का इंतजार करने लगी…शायद आज मेरे नसीब में चुदना लिखा था…रात हुवी ..मैं और मेरे छोटे भाई ने खाना खाया और अपने कमरे में सोने चले गये….मेरा छोटा भाई तो सो गया मगर मुझे नींद नही आ रही थी…11 बज चुके थे…इतने में मम्मी के कमरे से आवाज़ आई तो मैं बहार चली गयी…मेरा बॉय फ्रेंड आ गया था और वो कमरे में चला गया था…मैं भी पीछे पीछे चली गयी और दरवाजे के होल से देखने लगी ..यश के जाते ही मम्मी न उसे सीने से लगा दिया और चूमने लगी…मम्मी ने उस समय बेबी डॉल वाली nighty पहन रखी थी….सच में बहुत मस्त लग रही थी मैंने पहली बार देखि थी शायद यश लेके आया होगो वो nighty …nighty के ऊपर से मम्मी की चूची बहार झलक रही थी…गोरी गोरी और चिकनी चूची और बड़ी बड़ी.. मेरी तो थी ही नही थी ऐसी…पापा भी तरसते होंगे मम्मी की चूची दबाने के लिए…. काफी देर तक दनों ऐसे ही एक दुसरे को चूमते रहे….उसके बाद यश ने खड़े खड़े ही मम्मी की nighty ऊपर उठा दी और चूत के सहलाने लगा….मम्मी बहुत
मदहोश हो गयी थी….और अपना हाथ निचे ले जाके यश के लंड को सहलाने लगी…..मैं भी बहुत गर्म हो चुकी थी..मन कर रहा था की अपने छोटे भाई के रूम में जाऊं और उसका लंड हाथ में लेके मुह में चूसूं….मेरे छोटे भाई की उम्र 17 साल है और इस उम्र में लड़कों के लंड कड़क हो जाते हैं…..मैंने सोचा थोडा और देखती हूँ क्या करते हैं…..वो दोनों ऐसे ही चूमा-चाटी करते रहे…उन्हें खबर ही नही की मैं भी उनकी मस्त चुदाई देख रही हूँ….मेरी चूत वर्जिन थी….अभी तक लंड का स्वाद नही चखा था…इतनी देर में यश ने मेरी मम्मी को नंगा कर दिया….और निचे बैठे के मम्मी की चूत चाटने लगा….ये वाला सीन बहुत मस्त था…मम्मी खडी थी और और उनकी चूत को निचे बैठे के चाट रहा था….और मम्मी अपनी चूची दबा रही थी..बहुत मस्त सीन था ..मैं कुछ ज्यादा ही गर्म होने लगी…मम्मी भी बहुत गर्म हो चुकी थी और उसने कहा यश डार्लिंग अब रहा नही जाता..एक बार लंड डाल दे मेरी चूत में और मेरी फडफडाती चूत को अपने लंड के रस से शांत कर दे…..यश ने कहा पहले लंड चूसने का स्वाद तो ले…मम्मी ने यश की पेंट खोली और 9 इंची लंड को बहार लेके दोनों हाथों से सहलाने लगी थोड़ी देर तक सहलाती रही और उसके बाद मुह में देके चूसने लगी…लंड पूरी तरह मुह में जा ही नही रहा था…मम्मी बड़ी मुश्किल से अंदर बहार कर रही
थी…मुझसे रहा नही जा रहा…मैंने अपने सलवार के अंदर हाथ डाला तो देखा मेरी चूत बहुत गीली हो गयी थी…क्या करूँ कुछ समझ नही आ रहा था..चुदाई का बहुत मन हो रहा था….आनन-फानन में दरवाजा खोला और सीधे अंदर चली गयी…दोनों मुझे देख के चौंक गये..दोनों के चहेरे की हवाईयां उड़ गयी थी…मम्मी बोली बेटी तू यहाँ …मैंने कहा रहने दे मम्मी सवाल जवाब मत करो मैं काफी देर देख रही हूँ…और जो तुम लोगों ने आज दिन में खेत में किया वो भी देखा…मम्मी बोली मतलब तूने वो सब भी देखा…मैंने कहा हाँ….तो मम्मी अपनी सफाई देने लगी..कहने लगी की क्या करूँ तू तो जानती है तेरे पापा साल भर में एक बार आते हैं और मैं अपनी इच्छा पूरी नही कर पाती हूँ….मैंने कहा रहने दे मम्मी जो हो गया सो गया अब मैं भी ये सब करना चाहती हूँ..तुम दोनों को करते देखे मेरी भी बहुत इच्छा हो रही है….मैं चाहती हूँ की अभी यश पहले मुझे चोदे…मम्मी ने कहा नही बेटी तू और ये सब अभी से नही नही….मैंने कहा मैं कुछ नही जानती बस मुझे भी करना है…..मैंने काफी जिद्द की तो दोनों मान गये…यश और मम्मी तो पहले से ही नंगे थे तो मैंने यश को कहा की मुझे नंगा कर दो….तो यश ने पहले मेरा कुर्ता उतारा और फिर सलवार….मैंने अन्दर से ब्रा नही पहनती और हाँ कच्छी पहनती हूँ…यश मेरी चूची को देखता रह गया….उसने कहा की इतना मस्त माल हमेशा मेरे सामने था और मैं पागल देख ही नही पाया…यश ने मेरी चूची की बहुत तारीफ की…मम्मी भी कहने लगी बेटी सच में तेरी चूची तो बहुत मस्त और गोल मटोल हैं….अब यश से रहा नही गया तो उसने मेरी चूची दबानी शुरू कर दी..मैं तो पहले से ही भरी पड़ी थी…यश मेरी गोल गोल चूची को मुह में लेके चूसना शुरू कर दिया मेरी हालत और ख़राब हो गयी…क्या चूस रहा था….यश मस्त होने मेरी चूची चूस रहा इतने में मम्मी ने कहा मुझे बाथरूम आई है मैं बाथरूम जा रही हूँ….मैंने कहा नही नहीं मम्मी यही हमारे सामने करो कहीं नही जाना….मम्मी ने कहा यहाँ कहाँ करूँ पगली..मैंने कहा मेरे मुह में छोड़ दो अपना पेशाब…मैं हर चीज़ का मजा लेना चाहती हूँ…मम्मी नही मानी..मैंने बहुत जिद्द की..तो मान गयी..मम्मी ने अपनी टांगें फैलाई और मेरे मुह और चहेरे पर सारा पेशाब कर दिया…बहुत गन्दा लग रहा था मगर मजा इतना आया की मत पूछो….मम्मी के पेशाब से मेरा पूरा बदन गिला हो गया था…यश अब मेरे पूरे बदन को चाट रहा…यश ने मुझे बिस्तर पे लिटा के ऐसा पोजीसन बनाया की मेरे मुह में यश का लंड और यश का मुह मम्मी की चूत में और और मम्मी का मुह मेरी चूत पर…अब हम एक दुसरे को चूसने में लग गये….सच में क्या आनंद मिल रहा था…काफी देर हम एक दुसरे को ऐसे ही चूसते रहे….फिर हम अलग हुवे तो यश ने कहा अब तुम दोनों कुछ देर लेसबियन सेक्स करो….अब मैं मम्मी के ऊपर आई और उनकी बड़ी बड़ी चूची दबाने और चूसने लगी…चूची को दबाते दबाते निचे नाभि और फिर चूत को चाटने लेगी…मेरा ये सब पहला अनुभव था बहुत मजा आ रहा था…मम्मी की चूत पर बहुत बड़े बड़े बाल थे…मैंने कहा मम्मी तू कभी निचे सेविंग नही करती मम्मी ने कहा नही..तो मैंने कहा तू जब कल नहाएगी तो मुझे बोलना मैं तेरी चूत के बाल साफ़ कर दूंगी…फिर मैंने दोनों ऊँगली से मम्मी की चूत फैलाई और अन्दर तक अपनी जीभ डाल दी और वहीँ अपनी जीभ को घुमाने लग गयी…मम्मी को जन्नत का पूरा आनन्द मिल रहा था….अब मम्मी के मुह से सिसकारियां निकल रही थी….Ahhhhhh Ohhhhhhh Uahhhhhhh Ahhhhha ओह्ह्ह्हह मेरी बिटिया ..क्या चूसती है तू….चूस और चूस .चूस चूस के आज अपनी मम्मी की चूत लाल कर दे…..Ahhhhhh Ohhhhhhh Uahhhhhhh …मम्मी झड चुकी थी और चूत का सारा रस मैंने पी लिया…खट्टा और नमकीन था…उसका स्वाद अजीब था… मम्मी खड़ी हुवी और मुझे गले लगा के मेरे ओंठो चूसे और कहा की तूने मुझे मजा दिया…आज तक मैं सिर्फ लंड का ही स्वाद लेती थी…और फिर मम्मी ने यश से कहा की यश मेरी बेटी को बहुत मजा देना जैसे मुझे देता है….मैं तो यश के लंड के लिए कब से तरस रही थी….फिर मैंने यश का लंड हाथ में लिया और सहलाने लगी…और मुह में लेने की कोशिश की मगर वो मुह में गया ही नही….मैंने सोचा अगर ये मुह में नही जा रहा तो मेरी छोटी सी कुंवारी चूत में कैसे जायेगा….मैंने बहुत कोशिश की मगर मुह में नही गया…फिर मैंने यश के लंड को बहार से ही चाटना शुरू किया…मुझे लंड का स्वाद बहुत पंसद आया और मजे से चाटने लगी…..अब यश ने मुझे बिस्तर पर लिटाया और मेरी दोनों टाँगे फैलाई और अपने लंड का मुह मेरी चूत के छिद्र में रख के अंदर पेलने लगा…अब जो मुह में नही जा रहा था वो चूत में कैसे जाता वो भी कुंवारी चूत में….मुझे दर्द महसूस होने लगा…फिर यश ने मम्मी से कहा की इसकी चूत तो बहुत टाईट है लंड जा ही नही रहा…फिर मम्मी तेल लेके आई और खूब सारा तेल यश के लंड पर और मेरी चूत में डाल दिया….और मम्मी ने यश से कहा की एक ही झटके में अन्दर डालना इसे दर्द होगा मगर इसे सहन करना होगा…मैं घबरा गयी थी की मैं कहाँ मजे लेने की सोच रही थी और कहाँ ये दर्द की बात कर रहे हैं…मैं रोने लग गयी मम्मी ने कहा रो मत बस पहली बार होता है जब तेरी सील टूट जाएगी उसके बाद नही होगा…मम्मी ने यश को इशारा किया और मम्मी ने अपने ओंठ मेरे ओंठों से सिल दिए…यश ने एक झटके में अपना लंड मेरी चूत में पेल दिया….मेरी लम्बी चीख निकली…इतना दर्द…मेरी तो जैसे जान ही निकल गयी थी…मेरे आँखों से आंसू बहने लग गये….मेरी चूत से बहुत सारा ब्लड निकल रहा था….मैं डर गयी तो मम्मी ने कहा डर मत ये सील टूटने के कारण निकल रहा है……थोड़ी देर तक यश ने अपना लंड मेरी चूत में ही रखा…अब मेरा दर्द थोडा कम हो गया था…अब यश आराम आराम से लंड अन्दर बहार कर रहा था….जैसे जैसे अंदर बहार करता रहा मेरा दर्द कम और मजा ज्यादा आने लग गया….मम्मी मेरी चूची दबा रही थी..तो कभी मेरे ओंठ चूस रही थी……अब धीरे धीरे यश की स्पीड बढ़ने लग गयी थी….अब मैं आनंद के सागर में गोते लगा रही थी…. Ahhhhhh Ohhhhhhh Uahhhhhhh Ahhhhha मेरे मुह से ऐसी सिसकारियां निकल रही….गर्म साँसे निकल रही थी…..ऊईईई माँ मार डाला रे जालिम ने…यश और चोद….चोद-चोदके मेरी चूत फाड़ दे…..चोद ना मेरे राजा…जी भरके चोद….कब से तेरा लंड लेने को बेक़रार थी…..चीथड़े उड़ा दे अपने लंड से मेरी चूत के AAAHHHHHAA AAAHHHHH OOOOOHHHHH यश ने अलग अलग पोजीशन लेके मुझे जी भरके चोदा….जब यश ने मुझे कुतिया बनाके चोदा ..सच में बहुत मजा आया उस पोजीशन में……क्या चोद रहा …जीवन का सारा आनंद मिल रहा था…आज मैं तृप्त हो गयी….यश के चोदते चोदते मैं तीन बार झड चुकी थी….अब यश भी झड़ने वाला था…मैंने यश से कहा की यश अपने लंड का माल मेरी चूत में गिराना ताकि मैं तुम्हारे बच्चे की माँ बन सकूँ…..यश का गर्म गर्म माल मेरी चूत को ऐसे शांत किया की मजा आ गया……थोड़ी देर तक यश मेरे ऊपर ऐसे ही लेटा रहा…उसके बाद फिर हम तीनों ने मिलके नंगा डांस किया…डांस करते करते यश मेरी और मम्मी की चूची का मजा लेटा और हम दोनों को बाँहों में लेटा….डांस करते करते हम फिर गर्म हो गये…अबकी बार यश ने मम्मी को चोदा….मैं भी बहुत गर्म हो थी….शायद काफी देर से बहार मेरा छोटा भाई हम सब की हरकत देख रहा था…क्यूंकि जब मैं अन्दर आई थी तो मैं दरवाजा बंद करना भूल गयी…वो अंदर आ चूका था….और मेरी नज़र उसके सलवार पर पड़ी उसका लंड खड़ा हो रखा था .उसका भी चोदने का मन हो रहा था….मैं मम्मी से कहा तू यश से चुदवा ले और मैं भाई सो शांत करती हूँ…..फिर मैंने अपने भाई को अपनी तरफ खिंचा और और उसके ओंठ चूसने लग गयी….उसका सलवार निचे करके उसका लंड बहार निकाला…उसका लंड यश के लंड जितना तो नही था मगर गोरा और चिकना बहुत था…फिर मैंने काफी देर तक अपने छोटे भाई का लंड चूसा…और फिर उसे निचे लिटा के उसके ऊपर आ गयी…और उसका लंड अपनी चूत में उससे चुदवाने लगी….यश मम्मी को और मैं अपने भाई से जोड़ी के रूप में चुदाई का आनंद लेने लग गये…..उसके बाद मैं यश से चुदवाया और मम्मी ने भाई से…..पूरी रात हमारी चुदाई का खेल चलता रहा….हम सुबह 4 बजे सोये….हमें कोई dishtrub करने वाला नही था…हम चारों नंगे ही सो गये 11 बजे उठे ..फिर बाथरूम में जाके सब नंगे ही नहाया और एक बार बाथरूम में भी चुदाई का मजा लिया…..उसके बाद से लेकर अब तक मैं 5 लोगों से चुद गयी हूँ…मेरे चाचा और मेरे बड़े भाई यानी मेरे ताओ के लड़के ने भी मुझे चोदा….अब चुदाई के बिना नही रहा जाता…..अब मैं अपने छोटे भाई और अपने बॉयफ्रेंड से अकसर चुदाई का मजा लेती हूँ….इस कहानी में इतना…आगर बहुत जल्द नई कहानी लेके आउंगी…..मेरी कहानी कैसी लगी मुझे जरुर बताएं….धन्यवाद….आप सबकी चहेती……
आप सबको मेरी सच्ची कहानी कैसी लगी मुझे मेल करके जरुर बताएं aarti.rn2017@gmail.com