मैं एक चुलबुली और हाजिर जवाब लड़की हूं. लड़कों से शरारत करने में मुझे मजा आता था, शादी होती ही मेरी दोस्त गर्ल, भाभियां मुझे सेक्सी या पति के बारे में बातें करने लगे. मेरी बॉडी में भी तेजी से चेंज आने लगा. मेरे बूब्स बड़े बड़े हो गए बटक डाइट और राउंड हो गए. स्कूल में लडके मेरे बूब्स पर कमेंट करते रहे, मेरे पड़ोस का एक लड़का सुरेश जिसके साथ हम खूब खेलतें हंसते थे अब सुरेश का मुझे देखना और बात करने का नजरिया बिल्कुल चेंज हो गया था, सुरेश मुझसे दो साल सीनियर था और होशियार था.

जब भी मैं उससे बात करती वह मेरी बिग बूब्स और क्लीवेज पर नजर डालता और मैं शरमा जाती.

मैं सुरेश को नाराज नहीं करना चाहती थी क्योंकि पढ़ाई में सुरेश मेरी मदद करता था. मैं सुरेश की सिस्टर बिंदु के साथ उसके घर जाती थी और सुरेश से बातें करती थी, मगर सुरेश बहुत चालाक था. सुरेश अपनी बातों और नजरों से मुझे एहसास करा देता था कि वह मेरे बूब्स पकडना चाहता है और मैं अगर  यस बोलूं तो मुझे हग करके अपना लंड मेरे प्यारे पति से पहले ही मेरे साथ वेजिनल इंटरकोर्स का अनुभव देना चाहता था. फिर भी मैं एजुकेशनल हेल्प मिलने की वजह से सुरेश की बातों को अवॉयड कर देती थी. इस दौरान मेरे अंदर भी सेक्स का एहसास होने लगा था.

सुरेश बातों में मेरे कंधे और पीठ या बाहों को टच कर देता था, मैं शर्मा जाती थी, मेरी शादी को ३ साल होने वाले थे, मेरा गौना (दूसरा मेरेज) होने वाला था. मेरे एग्जाम के पेपर हो रहे थे एग्जाम देने में और बिंदु एक साथ जाते थे, लेकिन एक पेपर में मुझे अकेले ही जाना था मां पिताजी सोच रहे थे कैसे जाऊंगी? उसी वक्त सुरेश उधर से निकल रहा था और हम लोगों के विमर्श में शामिल हो गया और बोला कि मैं साथ चला जाऊंगा, मां पिताजी तैयार हो गए. जाने के लिए जब हम बस में चढ़ गये तब बस में बहुत भीड़ थी, मैं एक सीट के पीछे का रोड पकड़ कर थोड़ा जुक कर खड़ी हो गई.

सुरेश भी भीड़ का फायदा उठाने के लिए मेरे पीछे मुझ से सट कर खड़ा हो गया. सुरेश का लंड मेरी गांड से छूने लगा, मुझे मालूम हो गया कि सुरेश इस मौके का पूरा फायदा लेगा. धीरे धीरे सुरेश का लंड टाइट होकर मेरी गांड के फांक में घुसाने लगा, बस जितनी बार हिचकोले खाती सुरेश और जोर से अपने लंड को मेरे गांड पर प्रेस करना लगा, मैं भी भीड़ की वजह से बेबस थी, सुरेश की इस हरकत को सहन करने लगी.

एक बार बस ने जोर से हिचकोले खाए और सूरेश ने अपने दोनों हाथ मेरे बूब्स को छू लिया. सुरेश इतना उत्तेजित हो गया कि उसका पेंट में खड़ा हो गया, एक गर्म एहसास मेरी गांड में भी हुआ, भीगे हुए का ऐसा करने के लिए मैंने अपना हाथ पीछे ले गई तो सुरेश का लंड मेरे हाथ से टच हो गया, मैं सहम गई, यह पहला एहसास मुझे टीन एज में सुरेश के लंड का था.

मेरा गौना हुआ, सुहागरात में ही पता चला कि मेरे पति सेक्स में इंटरेस्टेड नहीं है. वह अपने कमला नामक भाभी में ज्यादा इंटरेस्ट रखते थे, उनकी भाभी बहुत सेक्सी थी और भाई बाहर रहते थे, कमला इनका लंड चूस कर इन्हें खाली कर देती थी, १५ दिनों तक ऐसे ही चला और पति के साथ मेरा सेक्स नहीं हुआ और में तडपने लगी. एक रात मेंने अपने पति को मनाया और उनका लंड पकड़ कर खड़ा करने लगी, मैंने अपने बूब्स उनको पकड़ा दिए.

वह ज्यादा गर्म होने लगे, मैं लेट गई थी की वह मुझे पेले, वह अपना लंड मेरी बुर में डाल ही नहीं पाए, उसके पहले मेरी चूची दबाने में ही खल्लास हो गए, उनका लंड ढीला पड़ गया, मैं तो तड़प उठी, लेकिन इसका एहसास पति को नहीं होने दिया, उसी रात मुझे सुरेश के लंड की फीलिंग होने लगी कितना मोटा और टाइट लंड था सुरेश का.

मैं मायके आ चुकी थी, बिंदु और इवन सुरेश भी मुझे पति का एहसास कराने लगे. लेकिन मैंने जाहिर नहीं होने दिया कि मैं पति से सेक्सुअली अनसेटिसफाइड हूं, लेकिन ससुराल से मायके लौटने के बाद बिंदु बोलने लगी के पति ने चुची रगड़ कर बड़ा कर दिया है, सुरेश भी एहसास कराने लगा कि मेरी चूची बड़ी हो गई है, अब मुझे भी सुरेश में सेक्सुअल इंटरेस्ट आने लगा, उसकी सेक्सी बातें मुझे एक्साइट करने लगी.

मेरी इच्छा होने लगी कि सूरेश से पेलवा कर उसके लंड का मजा ले लू नहीं तो मुझे ढीले लंड से ही काम चलाना पड़ेगा. एक शाम में सुरेश के घर गई, वह मुझे मिल गया, वह अकेला ही था, सुरेश और मैं बातें करने लगे, मैंने डीप गले की ब्लाउज पहनी थी, मेरी आधी चुचिया और क्लीवेज जांक रही थी.

जैसे ही पल्लू सरका सुरेश मेरी आधी नंगी चूची को देख कर मस्त होने लगा, उसका लंड टाइट हो गया, सुरेश मेरी जांघे और नंगी चूची को टच करने की कोशिश करने लगा. मुझे भी एक्साइटमेंट होने लगा, मैं भी सूरेश के सामने ढीली पड़ने लगी, सुरेश मुझे हग करके मेरे गांड को सहलाने लगा, मेरे ब्लाउज के अंदर हाथ डाल दिया और मेरी दोनों बारी बारी चूची को दबा दिया.

मैंने सुरेश कि जिप को सरका कर उसके लंड को पकड़ कर दबाने लगी, उसका लंड बहुत टाइट और हार्ड था, मैं तो डरने लगी की इतना टाइट और हार्ड पहली बार डालेगा तो मैं कैसे सहूंगी? सुरेश ने दरवाजा बंद कर लिया और मुझे बिस्तर पर लेटा दिया और मेरे सारे अंगो को जैसे की मेरे बड़े बड़े बूब्स को, ४० की गांड को, मेरे बड़े नवल और मेरी चूची को सहलाने लगा. मैं तो सुरेश में ही खो चुकी थी, सुरेश ने मेरा मुंह सक किया मैंने कहा सुरेश अब पेलो कोई आ भी सकता है.

सुरेश ने एक पिलो मेरे बटक के नीचे रखा, मेरी टांगे फैलाई और लंड को बुर के पास लेकर प्रेस करने लगा, मैंरे होठ पर होठ दबा दीए, जैसे जैसे सुरेश का लंड अंदर जाता मेरी तो चिख निकल गई, लेकिन सुरेश ने पूरा लंड घुसा ही दिया और लंड को अंदर बाहर करने लगा.

मुझे दर्द के साथ प्लेजर भी होने लगा, तभी सुरेश ने लंड को बाहर निकाल कर मुझे उल्टा पलटने को कहा, मैं पलट गई, अब सुरेश मेरी राउंड बटक के ऊपर चढ़ कर मेरे को पेलना चाहता था.

सुरेश मेरी गांड पर चढ़कर अपना ७ इंच लंड मेरी बुर में डाल दिया, मेरी गोरी गांड से होकर पेलने मैं सुरेश को बहुत मजा आ रहा था. २० मिनट पेलने के बाद सुरेश मेरी बुर में खलास हो गया, हम जल्दी से अलग हुए, उसकी मदर आ गई, मैं अपने घर चली गई. यह मेरा पहला सेक्सुअल एक्सपीरियंस था सुरेश के साथ.

मैं अपने ससुराल आ गई, पति के बिहेवियर में भी कुछ सुधार आ गया था, वह सेक्स मेटर में मुझे कॉपरेट करने लगे, मुझे वह पसंद आया वह और खुलकर बात  करने लगे, पति जान गए कि वह मुझे खुश नहीं कर पाते हैं फिर भी मैं उन्हें कोई शिकायत नहीं करती हूं, उन्होंने ही बताया कि उनकी कमला भाभी बहुत ही हॉर्नी और सेक्सी लेडी है और वह कमला भाभी को कई बार फक कर चुके हैं.

वह मुझे मुझे पूछते कि कोई मेरा बॉयफ्रेंड है क्या? एक रात मेरे पति आश्वासन देकर पूछने लगे कि मैं तो तुम्हें सेटिसफाइड नहीं कर पाता हूं, तुम्हारे मायके कोई हल्की फुल्की घटना हो तो बताओ मैं उस लड़के को ही तुम्हें पेलने की इजाजत दे दूंगा.

मैंने उन्हें टेस्ट करने के लिए सुरेश के साथ की बस वाली मजबूरी वाली घटना को बताया, मैंने सुरेश का नाम भी बता दिया कि वह लड़का भी मजबूर था लेकिन वह इतना एक्सइट हो गया था कि वह पेंट में ही झड़ गया, यह सुनकर मेरे पती इतने एक्साईट हो गये की वह मुज से जिद करने लगे और मुझे नंगा करके मेरी चुचियों से खेलने लगे, वह कहने लगे की एहसास करो कि सुरेश ही तुम्हें पेल रहा है, और सुरेश की फैंटेसी में मुझसे पूछते,

पति ने कहा तुम्हारा चूची कौन दबा रहा है?

मैंने कहा सुरेश.

पति ने कहा कि कीसका लंड तुम्हें पसंद है?

मैंने कहा सुरेश का

पति ने कहा तुम्हे कौन पेल रहा है?

मैंने कहा सुरेश.

पति ने कहा सुरेश तुम्हें कहां पेल रहा है?

मैंने कहा अपने बेडरूम में.

पति ने कहा कौन हे उपर है और कौन हे नीचे?

मैंने कहा सुरेश नीचे है और मैं ऊपर.

पति ने कहा किस का लंड मुंह में लोगी?

मैंने कहा सुरेश का.

इसी तरह के बहुत सारे सवाल मेरे पति पूछते और मैं आंसर देती सुरेश, वह सुरेश की फैंटसी में इतने दीवाने हो जाते कि मुझे सुरेश के नाम पर पेलकर सैटिस्फाई करने लगे, हम उतने खुल गये की मेने सुरेश के साथ वाली घटना भी मेरे पति को बता दी. जहा पहली बार सुरेश ने मुझे पेल दीया था, मुझे सुरेश ने रियल में पेल दिया हे यह सुन कर वह एक्साईट हो गये और जिद करने लगे की एक बार मैं अपने मायके पति को लेकर चलू और सुरेश में और मेरे पति एक रूम में हो, सुरेश मुझे पेले और वह मुझसे सुरेश के द्वारा पेलते हुए देखना चाहते हैं, वह यह भी चाहते थे कि सूरेश को पता नहीं चले की हम दोनों के रिलेशन के बारे में जानते हैं.

पति के बार बार जिद करने पर मैं उन्हें लेकर मायके गई, उस दिन मेरे पिता जी कहीं बाहर गए थे, मैंने सुरेश से मुलाकात करने की बात मां से बताई तो मां ने सुरेश को बुलवाया मा भी पड़ोस में कहीं चली गई.

सुरेश के आने से पहले पति मुझे तैयार करने लगी कि कौन कहां बैठेगा, उन्होंने मुझे स्लीवलेस  और डीप कट गले का ब्लाउज पहनाया और ऊपर का एक बटन भी खोल दिया, ट्रांसपेरेंट साड़ी का पल्लू को काफी पतला करवा दिया, ताकि सुरेश को मेरी क्लीवेज दिखने में ज्यादा प्रॉब्लम न हो. सुरेश आ गया बातें शुरू हुई. में तो सुरेश से खुलकर बातें कर रही थी, सुरेश एकदम चकित था पति के सामने इतना खुलकर बातें कर रही है, मैं उसी के पास जा कर बैठ गई, कभी उसकी टांगे तो कभी उसके हाथ से छूने लगी, पति की आंखों के इशारे पर मैंने पल्लू सरका दिया.

मेरी दोनों चुचे दिखने लगे, पति यह देख कर बहुत ही एक्साईट होने लगे, सुरेश मेरे बोल्डनेस पर हैरान था, मैंने सुरेश को दीखा कर अपनी चुचियों को पति के शोल्डर पर रगड़ दिया, और पति को एक लंबा किस दे दिया, सुरेश को मैंने आँख मार दी. में सुरेश और पति दोनों के बीच में बैठ गई और दोनों के बॉडी से रगडने लगी, सुरेश मेरी चूची को देख कर मेरी हरकत को देख कर एक्साईट होने लगा था.

वह चाह रहा था कि अभी मेरी चूची पकड़कर मुझे अपने गोद में खींच ले, मगर पति के कारण अवॉयड कर रहा था. मैं दोनों को गर्म कर रही थी, यह सब चल रही रहा था कि पति उठे और बोले कि आप दोनों बातें करो मैं पानी पीकर आता हूं. और पति बाहर चले गए और दरवाजे को बंद कर दिया रूम की खिड़की खुली थी वह खिड़की की आड़ में जाकर खड़े हो गए हैं, में पति का सिग्नल समझ चुकी थी, मैंने सुरेश को धक्का  देकर लेटा दिया और उसके ऊपर चढ़ गई.

मैंने उसके पैंट को उतार दिया सुरेश बोला कि तेरे पति आ जाएंगे, मैंने कहा कि जब तक वह आए मेरी जवानी का खुल कर मजा ले लो, मैंने सुरेश के मोटे लंड को मुंह में लेकर सक करने लगी, उसका लंड डबल साइज़ हो गया, मैंने दोनों चूचीयों के बीच में लंड को लेकर दबाया, सुरेश के मुंह में अपनी जीभ मैंने डाल दी, सुरेश मेरी दोनों चूची से खेलने लगा, सुरेश का डर भी खत्म हो गया. वह समझ गया कि यह सब प्लान है.

सुरेश ने मेरी साड़ी और पेटिकोट उतार दी, मैं सूरेश के सामने कपड़े बिना थी, सुरेश मेरे सारे चिकने अंगो को देखने लगा और उनसे खेलने लगा, मेरे निपल्स काटने लगा. मैं तो मस्ती में कराह उठी. सुरेश ने अपना लंड मेरी बुर में डाल दिया और मुझे जोर जोर से पेलने लगा.

और २० मिनट तक पेलने के बाद मेरी बुर में ही गिरा दिया, यह सब नजारा देख कर मेरा पति बहुत एक्साइट हो रहे थे और वह खिड़की के पास ही जड गये. जब सुरेश और मेरा सेक्स का सेशन खत्म हुआ तो हमेंने अपने कपड़े पहने और मैंने पति वहां आ गए, अब अक्सर में पति के कुकोल्ड बिहेविअर को सैटिस्फाई करने के लिए सुरेश के नाम पर और किसी दूसरे मर्द की कहानी बता के मैं अपने पति के साथ फक करती हूं, सुरेश के नाम से मेरे पति बहुत एक्साइट हो जाते हैं और इरेक्ट होते हैं और सुरेश बनकर ही मुझे फक करते हैं.

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