हेल्लो दोस्तों, मेरा नाम राज है और मैं जामनगर, गुजुरात का रहने वाला हूँ, मैं सेक्स स्टोरीज का रेगुलर रीडर हूँ. और आज मैं अपनी पहली कहानी लिख रहा हूँ, यह कहानी मेरी पड़ोसन के साथ सेक्स की सच्ची घटना पर आधारित है. मेरी उम्र ३० साल है और मैं शादी शुदा हूँ, मेरी हाइट ५’११” है और बॉडी एक दम गठीली है, मेरे लंड की लम्बाई करीब ७ इंच है, अब जयादा बोर न करते हुए, मैं सीधा कहानी पर आता हूँ.

यह घटना आज से एक साल पहले की है, हमारे पड़ोस में एक फॅमिली रहने आई थी, जिस में एक २५ साल की लड़की थी स्नेहा.

स्नेहा दिखने में सावली थी मगर उसका बॉडी स्ट्रक्चर कमाल का था, उसकी हाइट ५’९” के करीब थी और उसका फिगर ३६-२८-३८ था, उसके वह आने के बाद गली के लड़के तो जैसे उसके पिछे पागल हो गए थे पर वो किसी को भी नज़र उठा के देखती भी नहीं थी.

धीरे- धीरे उसकी दोस्ती मेरी बीवी के साथ हो गयी और वो हमारे घर आने जाने लगी, पहले तो मुझे कुछ लगा नहीं पर बाद में मुझे ऐसा लगने लगा जैसे वो मुझे चोरी- चोरी देखती रहती थी. मैं भी कभी कभी उसे चोरी से देख लेता था.

बात तब आगे बढ़ी जब एक दिन मेरी बीवी किसी रिश्तेदार की शादी अटेंड करने के लिए अपने मायके गयी, मैं उसे बस में बिठा के घर लौटा और बाइक पार्क कर के घर में जा रहा था कि तभी मेरी नज़र स्नेहा पे पड़ी, वो अपनी बालकनी में खड़ी कपडे सुखा रही थी, मैंने उसकी तरफ देख के एक स्माइल दी तो उसने मुझ से इशारे में मेरा फ़ोन नंबर माँगा, मेरे तो होश ही उड गए.

फिर उसने इशारा कर के मुझे छत पर बुलाया और मैं बिना कुछ सोचे समझे छत पे चला गया और वो उसके घर की पिछली बालकनी में आकर खड़ी हो गयी और मैंने अपना नंबर एक कागज़ के टुकड़े पे लिख कर उसकी तरफ फेंक दिया. और उसने वो टुकड़ा उठाया और अपनी ब्रा में छुपा लिया.

फिर उसने कहा की वो रात को कॉल करेगी और ऐसा बोल कर वो एक नॉटी स्माइल दे के चली गयी. अब मैं रात होने का इंतज़ार करते हुए पागल हुए जा रहा था. रात को करीब ९ बजे एक अनजान नंबर से मसेज़ आया “हाय”, मैं समझ गया कि यह उसी का नंबर है.

मैंने मेसेज कर के पुछा कि क्या मैं कॉल कर सकता हूँ, तो उसका रिप्लाई आया “हाँ”. मैंने झट से उसे कॉल लिया और दूसरी तरफ से उसकी मीठी सी आवाज़ सुन कर मेरे मुह में पानी आ गया. फिर हम दोनों ने करीब ३ घंटो तक बात की और फिर मैंने उससे कहा की मैं तुम्हे हग करना चाहता हूँ.

तो वो बोली के मैं घर का दरवाजा खोल देती हूँ, तुम चुपके से आ जायो. मैं चोरी चुपके उसके घर चला गया. मेरे अंदर जाते ही उसने दरवाज़ा बंद कर लिया और मैंने उसे लपक के अपनी बाहों में भर लिया. उसके सॉफ्ट- सॉफ्ट बूब्स मेरी छाती से दब रहे थे और मेरा लंड एक दम से खड़ा हो गया और उसकी बॉडी को चूमने लगा. मेरे लंड का टच पा कर वो भी मस्त हो गयी थी पर उसने अपने आप को कण्ट्रोल किया हुआ था.

फिर मैंने अपने होठ उसके होठो से चिपका दिए और उसे चूसने लगा. वो भी मेरा साथ दे रही थी और मेरे मुह में अपनी जीभ डाल के चूस रही थी और उसके हाथ मेरे बालो को सहला रहे थे.

थोड़ी देर तक उसे किस करने के बाद मैंने उसे बिस्टर पे लिटा दिया और उसे किस करने लगा. फिर मैंने उसकी ट-शर्ट ऊपर कर दी, तो वो बोली की यह क्या कर रहे हो, तो मैंने कहा की कुछ नहीं बस अपनी प्रॉपर्टी को देख रहा हूँ. यह सुनकर वो हस पड़ी और मुझे ग्रीन सिग्नल मिल गया…

मैंने उसके बूब्स को ब्रा के ऊपर से ही सहला रहा था और वो मोअन कर रही थी स्स्स्सीई…. अह्ह्ह्हह… आईई. फिर मैंने अपना हाथ पीछे ले जा कर उसकी ब्रा का हुक खोल दिया और उसके बूब्स को आज़ाद कर दिया, हाय… क्या बूब्स थे उसके एक दम गोल- गोल और मखमल की तरह मुलायम…

मैं तो उस पर टूट पड़ा और बूब्स को चूसने और दबाने लगा. वो भी मजे लेते हुए मोअन कर रही थी अह्ह्ह…. उम्म्म्म…. किस ममी राज… किस्सस….. मी……

मैंने उसके बदन को चुमते हुए निचे की तरफ लपका तो उसने मुझे रोक लिया के नहीं मेरा भाई जाग जायेगा तो मुश्किल हो जाएगी, फिर मैं भी मान गया और एक जोर का किस कर के वहां  से चला गया.

दुसरे दिन हम ने खूब बाते की और रात को मैं खाना खा के जल्दी ही फ्री हो गया और सोचने लगा की काश मुझे उसकी चुदाई करने का मौका मिल जाये और ऐसे सोचते हुए मैंने उसके नाम की मूठ मारी, फिर मैं उसके फ़ोन का इंतज़ार करने लगा.

करीब १० बजे उसका फ़ोन आया और हम बाते करने लगे और बातो बातो में उसने मुझे पूछा की आज मुझे हग करने का दिल नहीं कर रहा. तो मैंने कहा के दिल तो बहुत कर रहा है पर डर लग रहा है कि कही उसके भाई को पता ना चल जाये हमारे बारे में.

तो उसने कहा के आज तुम छत से हो कर पीछे की बालकनी से घर में आ जायो, भैया आगे कके रूम में सो रहे है तो उन्हें पता नहीं चलेगा. मैं झट से उसके घर की छत पे चढ़ गया और बालकनी के थ्रू उसके घर में पहुच गया, जहा वो मेरा पहले से इंतज़ार कर रही थी. उसने आज टी-शर्ट और शॉर्ट्स पहन रखी थी और वो बहुत ही जयादा हॉट लग रही थी.

अंदर आते ही मैंने उसे अपनी ओर हाथ पकड़ कर खिंच लिया और मेरे होंठ उसके होठो पे रख कर उसे किस करने लगा और वो भी मुझे किस करने लगी. मेरा एक हाथ उसकी पीठ को पकड़ कर उसे मेरी तरफ दबाये हुए था और दूसरे हाथ से मैं उसके बूब्स को सहला रहा था.

मुझे बहुत ही मज़ा आ रहा था और वो भी मजे लेते हुए मोअन कर रही थी, करीब १५ मिनट तक उसके रसीले होठो को चूसने के बाद मैंने उसकी टी – शर्ट निकल दी और पीछे हाथ डाल के उसकी ब्रा के हुक खोल दिए और उसकी ब्रा निकाल कर फेंक दी. उसके बूब्स जैसे मुझे इनविटेशन दे रहे थे के आ जायो और हम पर टूट पडो.

मैंने भी उनका इनविटेशन सवीकार करते हुए उन्हें चूसने और दबाने लगा और स्नेहा के मुह से सिस्कारियां निकलने लगी अह्ह्ह्ह….. राज शह्ह…… ऐईई….. २० मिनट तक उसके बूब्स चूसने के बाद मैं निचे की तरफ लपका और उसका शॉर्ट्स निकल कर उसकी पेंटी में हाथ डाल दिया, उसकी चूत एक दम गरम और गीली हो गयी थी.

मैंने बिलकुल भी देर न करते हुए उसकी पेंटी निकल दी और उसकी टांगो के बिच बैठ कर उसकी चूत पे अपना मुह लगाकर उसे चाटने लगा और जीभ से उसकी चूत की चुदाई करने लगा, उसकी चीखे निकल रही थी और उसे बहुत ही मज़ा आ रहा था. थोड़ी देर में वो झड गयी और मैं उसका सारा पानी पि गया.

उधर मेरा लंड कब से मेरे शॉर्ट्स में उछल रहा था, मैंने अपने कपडे झट से उतार फेंके और लंड को उसके मुह के पास ले गया. उसने तुरंत ही उसको अपने मुह में ले लिया और पागलो की तरह उसे चूसने लगी और मैं जैसे स्वर्ग का आनंद ले रहा था.

१५- २० मिनट तक उसके चूसने के बाद मैंने उसके मुह में ही झड गया, और वो मेरा सारा पानी पी गयी. और मैं उसके बगल में सो गया और उसके बदन को सहलने लगा, वो भी मेरे लंड को अपने होठो में लेकर सहलाने लगी, थोड़ी ही देर में मेरा लंड खड़ा हो गया फिर से और अब बारी थी उसकी चूत की चुदाई की.

मैंने उसे बेड पे लिटाया और उसकी चूत पर मेरे लंड को रगड़ने लगा और वो मचलने लगी. मैंने धीरे से एक धक्का मारा तो मेरे लंड का सुपाडा उसकी चूत में चला गया और वो हलकी से चीख पड़ी और मुझे धक्का देकर हटाने की कोशिश करने लगी पर मैं ऐसे ही थोड़ी मानने वाला था.

मैंने एक जोर का धक्का मारा और मेरा पूरा लंड उसकी चूत में चला गया, उसकी आँखों में पानी आ गया उसे बहुत दर्द हो रहा था, मैं कुछ देर ऐसे ही पड़ा रहा और उसे चूमता रहा, फिर मैंने धीरे- धीरे धक्का मरना शुरू किया, अब उसे भी आनंद आने लगा था और वो भी अपनी गांड उछाल कर मेरा साथ दे रही थी.

हम दोनों के साँसे बहुत तेज़ी से चल रही थी, और वो मजे लेते हुए मोअन कर रही थी अह्ह्ह…. उईईईई…. माया…… राज…. चोदो मुझे मेरी चूत को और जोर से चोदो….. आःह्ह….. माआआ…. अह्ह्ह्ह…..

करीब ५० मिनट तक उसे चोदने के बाद मैं उसकी चूत में ही झड गया और वो अब तक ३ बार झड चुकी थी, फिर मैंने अपने लंड को साफ़ किया और कपडे पहनने लगा तो उसने मेरे कपडे झिन लिए और बोली कि आज तुक पूरी रात यही रहोगे और मेरी चुदाई करोगे, तुम्हारे कपडे तुम्हे सुबह मिलेंगे, मैं मान गया और उस पूरी रात में हमने ४ बार मज़े ले लेकर चुदाई की.

कुछ दिनों बाद वो लोग कही और दुसरे मकान में शिफ्ट हो गए और उसके बाद हमें कभी मोका ही नहीं मिला बस फ़ोन पर कुछ दिन तक बाते हुई पर बाद में वो भी बंद हो गयी.

दोस्तों आपको कैसे लगी मेरी यह सेक्स स्टोरी जरुर बताइयेगा, मैं आप लोगो के कमेंट्स का वेट करूँगा….

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