Category: देसी

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क्यो तड़पाते हो अपनी रंडी बहन को भैया डाल दो अंदर

hindi sex story, bhai bahan chudai, Sexy chudai, Kamukta chudai, Antarvasna chudai sex story, Adult sex story, Gandi Kahani, Desi kahani हेलो फ्रेंड्स मेरा नाम विराज है आज मैं आपको अपनी वो सच्चाई बताने जा रहा हूँ जो एक हादसा है जो मेरे ओर मेरी बहन के बीच मैं हुआ मैं अपनी बहन के बारे मैं बता दूँ मेरी बहन का नाम मिताली है ओर वो मुझसे 3 साल छोटी है वो दिखने मैं बहुत सुन्दर है उसके बूब्स का साइज़ 36 है ओर गांड देख लो तो वही घोड़ी...

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वैटिकन सिटी से इंडिया तक चुदाई का सफ़र

हेलो दोस्तों, आप सभी को अपने बारे में बताने से पहले बता दूँ की आप सभी की तरह मै भी इस साईट का रेगुलर रीडर हूँ क्योकि मुझे बहुत पहले से ही मस्ताराम की किताबे पढ़ने का शौख है अब किताबे छोड़ मॉडर्न जमाना आ गया तो मै अपने लैपटॉप में मस्तराम. नेट की स्टोरी पढता हूँ कितना भी बिजी सेडुल क्यों न रहे मै इस साईट की कम से कम कहानी पढ़ने के लिए टाइम निकल ही लेता हूँ इस साईट ने मेरे लिए इतनी साडी कहानिया ले आई...

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कामवाली ने बुझाई लंड की प्यास

हल्लो दोस्तों मेरा नाम नवीन हैं, मेरी उम्र 37 साल की हैं और मैं छपरा, बिहार का रहने वाला हूँ. मैं बिजली खाते में इंजिनियर हूँ और मेरी बीवी उमा मेरे साथ ही यहाँ काम करती हैं. मैं और मेरी पत्नी उमा दोनों ही बड़े चुदक्कड है, हम दोनों हफ्ते में कम से कम 7-8 बार चुदाई जरुर कर लेते हैं और जब उमा पीरियड्स में होती हैं तो मैं उसके मुहं और गांड में लंड दे के अपने चुदाई के अरमान पुरे कर लेता हूँ.  आप यह कहानी मस्तराम...

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बड़ी बहन की चूत की खुजली मिटाई

मेरा नाम राजू है मैं मुंबई का रहने वाला हूँ . दोस्तो आज में अपनी एक सच्ची कहानी आप लोगो को बताने जा रहा हूँ. जब में 20 साल का था. मेरे परिवार में सिर्फ चार लोग थे मै मेरी बड़ी बहन ओर मम्मी पापा. बड़ी बहन जो मुझ से 5 साल बड़ी थी. एक साल पहले उस की शादी हो गई. ओर शादी के 5 महीने बाद दीदी की अपने पति से अनबन हो गई इस लिए वो रूठ कर वापस हमारे घर आ गयी. मेरी दीदी दिखने में...

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चाची की जोरदार चुदाई

हाय दोस्तों मै मस्तराम डॉट नेट का 1 साल से नियमित पाठक हूँ ओर आज में आपको अभी अपनी एक स्टोरी सुनाना चाहता हूँ मेरा नाम दीपक है मैं देहरादून से 30 किलोमीटर दूर एक गावं में रहता हूँ में 20 साल का हूँ लम्बाई 6 फीट, गोरा रंग ओर थोड़ा पतला हूँ बात पिछले साल की है जब मे ग्रेजुयेशन Ist ईयर मे था ओर घर से कॉलेज अप डाउन करता था मेरे चाचा-चाची सिटी मे रहते हैं मैं अक्सर उनके घर चले जाया करता था उनके 2 बच्चे थे रिया...

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बीवियों को बदल बदल के चोदा

हम पांच दोस्त हैं, सभी शादीशुदा। मैं विजय और मेरी पत्नी मानसी, गपिल और अंशु, विकास और आरुशी, सजल और मनु, अजय और नीतू। हम सभी के परिवार आपस में दोस्ताना हैं और अक्सर साथ साथ बैठ कर दारू पीते हैं, हमारी बीवियाँ भी दारू पीती हैं। हम लोग साल में एक बार होली पर मिल कर होली खेलते हैं और रंग लगाने के बहाने से एक दूसरे की बीवियों के अंगों को मसलते हैं। इसमें एक नियम है कि कोई भी उस दिन अपनी बीवी को बचाने नहीं आएगा।...

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दो पुलिसवाले मै और मेरी बीवी की अय्याशी

दोस्तों मुझे आप सभी लंड का दास भी कह सकते हैं क्योंकि में बचपन से ही चूत का बहुत शौकीन रहा हूँ.. कभी कभी मैंने अपनी सोती हुई बहन की चूत को सूँघा है तो कभी अपनी माँ की पेंटी को। मेरे काले लंड में एक इस्प्रिंग है जब देखो जहाँ देखो खड़ा हो जाता है और हर जगह गांड और चूत ढूंढ़ता फिरता है। लेकिन मेरी सबसे मन पसंद एक ही है मेरी जानू चुड़क्कड़ निशु.. मतलब मेरी बीवी। निशु एक जवान 22 साल की मस्त गदराई हुई गांड,...

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अनीता के जिस्म की कामवासना

हाई दोस्तो समीर फिर से सच्ची कहानी लेकर आया हूँ. मैं एक कंपनी मे जॉब करता हूँ सॅलरी काफ़ी अच्छी है और लॅंड तो 6.5 का है मुंबई मे रहता हु ये बात उस वक़्त की है जब मैं जॉब सर्च कर रहा था काफ़ी संघर्ष भरा जीवन था तो जॉब के लिअनिता मैं दिल्ली गया था अनिताक सॉफ्टवेर सी मे सॅलरी तो कम थी पर जॉब चाहिअनिता था. मेरे साथ अनिताक लड़की भी जॉब कर रही थी जिसका नाम अनिता था सुंदर सुशील और बहोत प्यारी मैं तो दिल...

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चूत के इंतजार में कुवारा लौड़ा

मेरी उम्र 22 साल है.. रंग गोरा.. कद 5 फुट 8 इंच है। मैं करनाल हरियाणा का रहने वाला हूँ.. मेरा नाम राहुल है मुझे चुदाई करने में बहुत मज़ा आता है जितना मुझे चुदाई में मज़ा आता है उतना मुझे जैसे भूखे आदमी को खाने की जरुरत होती है ठीक वैसे ही | मैं हूँ हवस का पुजारी और हर वक़्त चूत को याद करता हूँ। पर मेरी किस्मत ऐसी थी कि मेरे चारों तरफ चूत ही चूत थीं.. पर मुझे कोई मिलती नहीं थी। मैंबस सपने देख कर मुठ्ठ...

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सुहागरात कैसी होती है

मैं अपने आपका आपसे परिचय करवा देता हूँ। मेरा नाम महेन्द्र है.. मैं जोधपुर (राजस्थान) के एक गाँव का निवासी हूँ। यह बात 2014 की है.. मुझको किसी कारण बस मुम्बई निकलना पड़ा। मैंने रात्रिकालीन जोधपुर से चलने वाली सूर्यनगरी ट्रेन का स्लीपर का टिकट अपने मित्र से मंगवा लिया और अपनी यात्रा आरम्भ कर दी। मुझको तीन लोगों वाली सीट मिली जिस पर दो लोग पहले से ही बैठे थे। मैं अपनी सीट पर बैठ गया, जोधपुर से ट्रेन रवाना हो गई.. करीब 8 बजे ट्रेन पाली पहुँची। यहीं...