Hindi sex story Student ke sath gaand chudai ka maja:
हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम दिव्या है और मैं पंजाब की रहने वाली हूँ | मैंने इससे पहले भी आप सभी को अपनी पहली चुदाई के बारे में बताया था और आज मैं सभी को अपनी एक और दूसरी सच्ची चुदाई की घटना के बारे में बताने के लिए आप सभी की सेवा में आई हूँ | दोस्तों मैं एक स्कूल में टीचर की नौकरी करती हूँ और मेरी क्लास में 30 लड़के और 20 लडकीयाँ है | उन सभी में से मेरा एक स्टूडेंट है जिसका नाम अभिलाष है जो दिखने में थोडा बेवक़ूफ़ सा है और उसकी हरकते भी कुछ वैसी ही है | एक बार मुझे कोई गलत काम करवाना था जो मैंने अभिलाष को करने के लिए कहा और उस काम को करने के बदले में मैंने उससे कहा था की मैं तुम्हारे नंबर एग्जाम में बढ़ा दूँगी और बाकि टीचर से बात करके तुम्हे पास करवा दूँगी | असल में वो काम कुछ ऐसा था जो सामने वाले के समझ के बाहर था की ये काम सही है या गलत है |
इसलिए मेरे कहने पर अभिलाष तुरंत रेडी हो गया था वो मेरे उस काम को पूरा कर देगा मुझे पूरी उम्मीद थी | बस मुझे उसे पास ही करवाना था और उसकी हाजिरी पूरी करनी थी और पेपर में हेल्प करनी थी बस इतना ही करना था मुझे | फिर कुछ टाइम बाद उसी काम के संबंध में उसके पास कॉल आया और उसने अभिलाष को बहुत धमकाया जिसकी वजह से बहुत डर गया था और फिर उसने तुरंत ही मुझे कॉल लगाया और मेरे पास आया तो मैंने उसे समझाया की डरने से कुछ नहीं होगा | अब अगली बार तुम्हारे पास आए उसका फ़ोन तो मेरी बात करवा देना उससे और बहुत देर बाद उसने मेरी ये बात मानी |
फिर कुछ एक हफ्ते बाद अभिलाष मेरे केबिन में आया और मुझसे बोला की मैडम आज मेरे घर पर पुलिस आई थी और वो मेरे घर वालो से मेरे बारे में पूछ रही थी | अब आप मेरे घर पर मेरे साथ चल कर मेरे घर वालों को समझा दीजिये की मैंने कुछ नहीं किया है और मैं निर्दोष हूँ | नहीं तो मेरे घर वाले मुझे गलत समझ के मुझे बहुत पीटेंगे | मैंने कहा ओके कोई बात नहीं तुम घबराओ मत मैं चलूंगी तुम्हारे घर स्कूल ओवर होने के बाद | फिर स्कूल ओवर होने के बाद मैं उसके साथ उसके घर पर चली गई | अब घर पर पहुंच कर उसने मुझे अन्दर जाने का इशारा किया और मुझे कहा की आप अन्दर बैठो मैं आता हूँ 10 मिनट में | जब तक आप मेरे घर वालो को समझा दो की मैंने कुछ नहीं किया है और इसमें मेरी कोई भी गलती नहीं है | फिर मैं उसके घर के अन्दर चली गई लेकिन घर खाली था वहाँ पर कोई भी नहीं था | मुझे बस बाथरूम में नल चलने की आवाज़ आ रही थी तो मुझे लगा की कोई अन्दर होगा तो मैं वहीँ सोफे पर बैठ गई और इंतजार करने लगी |
थोड़े टाइम बाद अभिलाष आ गया और मुझसे कहा की मम्मी अभी नहा रही है और फिर टीवी चालू कर दिया और वहीँ बाजु वाले सोफे पर बैठ कर टीवी देखने लगा | मैं भी न्यूज़ पेपर उठा कर पढने लगी फिर अचानक उसने मेरी जांघो पर हाथ रख दिया | मैं चौंक गई उसके ऐसा करने से और मैंने उसका हाथ पकड़ के अलग कर दिया और मैंने कहा की तुम ये क्या कर रहे हो ? तो उसने कहा कुछ नहीं कर रहा हूँ मैडम आप जेसा समझ रहे हो वैसा कुछ नहीं है | फिर उसने मम्मी को आवाज़ लगाई पर कोई जवाब नहीं मिला तो मैं समझ गई की कुछ तो गड़बड़ है | फिर वो मेरी तरफ हवस भरी निगाहों से देखने लगा और मुस्कुराने लगा और फिर तुरंत उठ कर घर का दरवाजा बंद कर दिया | फिर उसने कहा की घर पर कोई नहीं है इतना कह कर उसने मुझे अपनी बाँहों में जकड लिया बहुत जोर से उसकी पकड़ने की ताकत का अंदाजा लगाना बहुत मुश्किल था उसने मुझे बहुत जोर से जकड़ा हुआ था |
फिर मैंने उससे कहा की तुम मुझे छोड़ो वरना मैं शोर मचा दूँगी | तब वो मेरी तरफ हँसते हुए देखा और हँसते हुए कहा की आप मुझे अब तक जितना पागल और बेवक़ूफ़ समझते थे उतना मैं हूँ नहीं | क्यूंकि मुझे भी बहुत अच्छी तरह से पता है की जो आपने मुझसे काम करवाया है वो काम सही नहीं है | अब अगर आपने मुझे कुछ भी करने से मना किया तो याद रखना मैं खुद पुलिस में जा कर सब कुछ सच सच बता दूंगा की आपने मुझे लालच देकर वो सब करने को कहा था | मैं तो बच जाऊँगा क्यूंकि मैं तो बच्चा हूँ मैंने उससे बहुत मिन्नतें की कि मुझे छोड़ दो लेकिन वो मानने को तैयार नहीं था | उसपे तो जैसे भूत सवार था फिर उसने मुझसे किस करके हटा दिया तो मैं थोडा खुश हुई और कहा की क्या मैं अब जा सकती हूँ ? तुमने तो कर लिया जो तुम्हे करना था |
उसने मुझे फिरसे पकड़ लिया और मुझसे कहने लगा की एक लड़का लड़की से सिर्फ किस नहीं करना चाहता है | तो मैंने पुछा तुम क्या चाहते हो ? तो उसने मुझसे कहा की मैं तुम्हारे साथ सेक्स करना चाहता हूँ मैं चाहूं तो तुम्हारे साथ जबरदस्ती कर सकता हूँ पर न तो मुझे ऐसे मजा आयगा और ना ही तुम्हे तो बेहतर यही है की तुम मेरा चुपचाप साथ दो जिसमे दोनों को मजा आए | मैं भी अब हिम्मत हार चुकी थी और मैं चाह कर भी कुछ नहीं कर सकती थी | फिर वो पकड़ के मुझे किस करने लगा और मुझे बड़ा अजीब लग रहा था | पर मैं कुछ नहीं कर सकती थी फिर मैं भी उसका साथ देने लगी और और किस करने लगी | फिर वो धीरे धीरे मेरे कपडे उतारने लगा और किस कर रहा था साथ ही में फिर उसने मेरी कुर्ती उतार दी और अब मैं ब्रा में आ गई थी और वो अब मेरे दूध देख कर पागल सा हो गया था | मेरे दूध को जोर जोर से दबा रहा था और जोर जोर से किस करने लगा था | मुझे बहुत दर्द हो रहा था जब वो मेरे दूध दबा रहा था जोर जोर से फिर उसने मेरी ब्रा उतार दी और उसके बाद पागल जैसे मेरे दूध को मसल मसल कर चूसने लगा | मुझे बहुत दर्द हो रह था तो मैंने कहा की आराम से करो क्या जल्दी है | फिर भी वो मेरी नहीं सुन रहा था और जोर जोर से चूस रहा था | मैं बस अहहः अहहः अहहः अहहः अहहः अहहब आहाहाहा अहहः अहहः अहहः अहः करे जा रही थी जब उसने मेरी चूचियां चूड़ी तो वो एक दम फूल चुकी थी और लाल हो चुकी थी | मुझे बहुत गुस्सा आ रहा था पर मैं कुछ नहीं कर सकती थी और दर्द भी बहुत हो रहा था मैं समझ चुकी थी की ये मुझे चोद के ही मानेगा |
फिर उसने मुझे बिस्तर पर पटक कर मेरा लहंगा उतार दिया और पेन्टी भी उतार दी अब मैं उसके सामने नग्न अवस्था में आ चुकी थी और उसने अभी तक अपने कपडे नहीं उतारे थे | फिर वो मेरी चूत चाटने लगा मुझे भी अब मजा आने लगा और मैं ऊऊन्ह अहहहः अहहहूंह अहहहः अहहहः अहहः आहाहा ऊउन्ह्हाहहह अहहः करे जा रही थी | उसने मेरी चूत चाटने के बाद मुझे डोगी स्टाइल में होने को कहा मैं वैसे ही हो गयी | अब वो मेरी चूत में उँगलियाँ घुसाने लगा और मेरी गांड को चाटने लगा और मैं उस समय मदहोशी की हालत में थी | वो मुझे पूरा चुद्दक्कड़ लग रहा था, जब वो मेरी चूत को उँगलियों से चोद रहा था और गांड चाट रहा था तो मैं उससे बोल रही थी की आराम से करो ना अब तो मैं तुम्हारे साथ कर तो रही हूँ ना | अहहहः अहहः अहहः अहहबा अहहः प्लीज अब मुझे चोदो मुझसे अब रहा नहीं जा रहा है मैं एक बार झड़ चुकी थी फिर उसने अपने कपडे उतारे मैंने देखा की उसका लंड बहुत ही बड़ा है |
मैं डर गई थी क्यूंकि मैंने आज तक इतना बड़ा लंड नहीं देखा था | फिर उसने मुझे लेटा कर एक ही पल में पूरा लंड मेरे चूत में घुसा दिया | ऐसा लगा जैसे किसी ने मेरी चूत में गरम रॉड डाल दिया हो | उसने मुझे करीब तीन बार चोदा था उस टाइम और उसने सबसे ज्यादा मेरी गांड चोदी थी जो की कुंवारी थी | पूरी चुदाई के बाद जब मैं उठी तो मेरा पूरा शरीर दुख रहा था मुझसे ठीक सी चला भी नहीं जा रहा था |
उस चुदाई के बाद अब तो उसका ये रोज का काम हो गया था | उसे जब भी चोदना होता वो मुझे कहीं भी ले जाता और और मुझे चोदता | मुझे पहले बहुत अजीब लगता था पर अब मेरी आदत बन चुकी थी अब मैं भी उसके लंड से चुदने में मजे लेने लगी थी |