ट्रेनिंग सेण्टर की प्रेम-चुदाई
मेरा नाम विजय है, मैं राजस्थान का रहने वाला हूँ। मेरी कहानी 2010 जनवरी से शुरू होती है, जब मेरी पुलिस में सिपाही की नौकरी लगी और मैं ट्रेनिंग करने के लिए ट्रेनिंग सेण्टर आया। शुरू में ट्रेनिंग सेण्टर में मन ही नहीं लगता था, दिन भर की ट्रेनिंग के बाद को बिस्तर पर जाते ही नींद आ जाती थी। पर धीरे-धीरे ट्रेनिंग की आदत हो गई और अब थकान कम होती थी। एक रात खाना खाने के बाद अपने साथियों के साथ बैठा था, तभी मेरे एक दोस्त ने...