Tagged: didi ki chudai

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बूब्स और चूत को दबा के चुदवाया

हाय दोस्तों में आरती हूँ. और में हाउस वाइफ हूँ मेरा दो साल का बेटा हे मेरी शादी को चार साल हो चुके हे. मेरी उम्र हे २३ साल और मेरे पति एक कम्पनी में जॉब करते हे लेकिन उनके पास मेरे लिए कोई टाइम नहीं हे. वो हर वक्त बीजी रहते हे.

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कुंवारे बुर की चुदाई

हेलो दोस्तों! मैं पंकज अपनी एक नई कहानी के साथ फिर से हाज़िर हूँ. मेरी पिछली कहानियों को पढ़कर आप लोगो द्वारा मुझे कई मेल्स मिले, आप सभी का दिल से शुक्रिया, कुछ लोगों ने मेरे साथ चुदाई का आनंद ले चुकी भाभियों और लड़कियों के नंबर या पिक की डिमांड की है. मैं आप सभी से माफ़ी चाहता हूँ दोस्तों, किसी को भी केवल सेक्स ऑब्जेक्ट की तरह नहीं देखा जाना चाहिए, हर किसी की अपनी प्राइवेसी और निजी लाइफ होती है.

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शर्त में बना लिया परायी चुत को अपना

नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम अनूप राणा है और प्यार से दोस्त लोग मुझे चुत का राणा भी कहते हैं | सभी जानते हैं की ऐसी कोई नारी या लौंडिया नहीं जिसकी चुत मैं नहीं मार सकता | दोस्तों मैं सब – कुछ छोड़ – छाड कर बस पानी एक गर्लफ्रेंड के साथ ही रहने का फैसला किया तो मरे कमीने दोस्तों ने मेरी गर्लफ्रेंड की एक सहेली जिसका नाम चमेली था उसकी चुत मारने पर मुझसे ६००० हज़ार रूपए की हसरत लगा दि | दोस्तों अब मामला पैसों का आ...

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इंडियन लड़की की चुदाई हुई झाड़ियो में

मैं आज मैं आपको इंडियन लड़की की चुदाई के बारे में बताने जा रहा हूँ जिसकी चुदाई मैंने अपने शहर को वापस जाते समय झाड में रूककर ही की थी | दोस्तों वो मेरे रिश्ते में कतई भी न लगती थी मेरी मुलकात तो उसे केवल अपने शहर में वापस जाते समय दूर की सफर तय करने वाली बस में हुई थी | किस्मत से हम दोनों का सिट नंबर अगल – बगल ही था जिसपर अब हम हमारी भी चल पड़ी | मैंने सुए सफर के आधे सफर में...

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क्रिकेट के बाद चूत के मैदान में मैच

आज मैं आपको सोनी की खरी चूत चुदाई की कहानी सुनाने जा रहा हूँ और मुझे उम्मीद है यह कहानी आपको खूब पसंद आएगी | दोस्तों सोनी मेरे सामने के मौहल्ले में रहा करती थी जान मैं क्रिकेट खेलने जाया करती थी और क्यूंकि उस्भी क्रिकेट में दिलचस्पी थी तो वो हमेशा अपने घर की बालकोनी से हमारा मैच देखा करती थी | अब मैं भी उसे ताका करता था और जब हमें छक्के मारता था तो साथ में उसे भी आँख मार दिया करती था जिसपर वो भी मुस्का...

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चांदनी रात में चूत विहार : चूत एक नौका

यह कथा मेरे ससुराल की है, जहां एक रात हमने उस गांव देहात में छत पर चांदनी रात में चूत का आनंद लिया। मेरा नाम आजाद है और मैं आप लोगों को यह अनुभव अपने शब्दों में पात्रों के नामों के साथ हल्के हेर फेर के साथ सुनाने जा रहा हूं जिससे कि किसी की गोपनीयता भंग न हो और आपके अंतर्मन में छुपी कामेच्छा जग उठे। मैं ससुराल अक्सर आता जाता रहता हूं क्योंकि मेरे साले मनोज की बीबी अत्यंत खूबसूरत और दिलफेंक हसीना है।

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खुले खेत में चुदाई का मजा

सभी दोस्तों को मेरा प्यार. क्या हाल है दोस्तों? मैं हु रीत और मैं पंजाब की रहने वाली हु. मेरी उम्र २४ साल और रंग गोरा है. बाकि आपको पता ही है, पंजाबन लडकियों की सुन्दरता और कामुकता बराबरी कोई नहीं कर सकता. तो अब मैं आती हु आज की कहानी पर. ये कहानी मेरे पहले सेक्स के अनुभव के बारे में है. तब मैं २० साल की थी और हमारा नया घर बना था, जो की गाँव के बाहर खेतो में था. मेरा फिगर तक़रीबन ३२-२८-३४ है और गाँव...

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लंड बुढापे की लाठी और हज्जाम की बिटिया

अभी  बाबा बूदन को बुढापे का सुरुर चढ रहा था, बुढिया की चूत सूख के छुहारा हो गयी थी और नयी लौंडिया ढलती जवानी को आग नहीं दिखातीं। रोज सुबेरे चौराहे पर जाकर स्कूल जाती लड़कियों को चोदने के लिए ललचाती नजरों से देखते और फिर कोई हिंट न मिलने से उदास होकर धोती में लटकता लंड लेकर वापस चले आते। बुढौती का सहारा डंडा अब खड़ा नहीं होता है। तो क्या हुआ, मन तो चंचल है और बच्चा भी, इसका बुढापा नहीं आता और इस कदर से बुढापे में...

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चने के खेत में चूत की आमद

हाये दोस्तों आज मैं कहानी लाया हूं फिर कंट्री साईड मतलब गांव देहात से जहां अक्सर लंड और चूत के खेल खेतों में खेले जाते हैं। मैं एक किसान का बेटा हूं इसलिए हमारे घर में खेती होती है और जब कभी मैं गांव जाता हूं खेतों पर अवश्य जाकर थोड़ा समय बिताता हूं। अक्सर गांव की हसीन मल्लू आंटियां, नवयौवनाएं और भाभियां खेतों में जाती हैं कुछ न कुछ काम करने के लिए और यहां तक कि लोटा लेकर शौच पर भी निकल जाती हैं। इसलिए गांड देखने और...

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पहाड़न की चूत : चरवाहों का सेक्स

हेलो दोस्तों आज मैं आपको एक नयी कहानी सुनाने जा रहा हूं, पहाड़न की चूत मेरे पहाड़ी एडवेंचरों की एक ऐसी कहानी है जिसको पढ कर आप का दिल खुश हो जाएगा। तो आईये चलते हैं कहानी की तरफ। मेरा मामा गांव है विंध्याचल पर्वत की तराईयों में। जहां कि हम सब भैंस चराने के लिए पहाड़ की हरियाली पर उपर जाते हैं। हमारे झूंड में लड़कियां भी भैंस लेकर जाती हैं, और सच तो ये है कि लड़के लड़कियां दोनों ही मिलजुल के रहते हैं। उनको मुसीबतों में एक...